हिमाचल के इतिहास में पहली बार पति-पत्नी एक साथ विधानसभा में नजर आएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने देहरा विधानसभा सीट से उप चुनाव जीत लिया हैं। वह शपथ ग्रहण के बाद जल्द हिमाचल विधानसभा का हिस्सा होंगी और अपने पति सुखविंदर सुक्खू के साथ सदन में बैठी नजर आएंगी। इससे पहले प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ। हालांकि पिता-पुत्र के तौर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य साल 2017 में जरूर विधानसभा में पहुंचे थे। मगर, पति- पत्नी पहली बार एक साथ विधानसभा का हिस्सा बनने जा रहे हैं। महिला विधायकों की संख्या भी 3 हुई कमलेश ठाकुर के विधायक चुने जाने के बाद 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में महिला MLA की संख्या भी बढ़कर तीन हो गई है। इससे पहले बीजेपी की पच्छाद सीट से रीना कश्यप, लाहौल स्पीति से कांग्रेस की अनुराधा राणा मौजूदा विधानसभा में सदस्य है। BJP ने पैदा किए हालात वैसे, देहरा सीट पर उप चुनाव तय नहीं था, क्योंकि दिसंबर 2022 में यहां की जनता ने निर्दलीय होशियार सिंह को चुनकर विधानसभा भेजा था। मगर होशियार सिंह ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने के बाद 22 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया और 23 भाजपा में शामिल हो गए। जिस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीती, कमलेश ने झोली में डाल दिया BJP ने भी अपना वादा निभाते हुए उन्हें पार्टी का टिकट दे दिया। मगर होशियार सिंह उप चुनाव हार गए। होशियार सिंह का यह दांव उल्टा पड़ा और जिस सीट पर आज तक कांग्रेस नहीं जीती थी, वहां से कांग्रेस की कमलेश ठाकुर चुनाव जीत गई। हाईकमान ने नादौन की कमलेश को देहरा से बनाया प्रत्याशी दरअसल, देहरा सीट पर कांग्रेस के पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं था, जबकि पार्टी पर इस सीट को जीतने का दबाव था। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाली कमलेश ठाकुर को कांगड़ा जिला की देहरा सीट से प्रत्याशी बनाया। शगुन के तौर पर मांगा वोट, मायके वालों ने भी रखा ख्याल टिकट मिलने के बाद कमलेश ठाकुर ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ससुराल का वास्ता देकर शगुन के नाम पर वोट मांगे। कमलेश के मायके वालों ने भी अपनी बेटी को शगुन के तौर पर वोट दिया और चुनकर विधानसभा भेजा। अब कमलेश ठाकुर, पर देहरा की जनता के भरोसे पर खरा उतरने की चुनौती होगी। हिमाचल के इतिहास में पहली बार पति-पत्नी एक साथ विधानसभा में नजर आएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने देहरा विधानसभा सीट से उप चुनाव जीत लिया हैं। वह शपथ ग्रहण के बाद जल्द हिमाचल विधानसभा का हिस्सा होंगी और अपने पति सुखविंदर सुक्खू के साथ सदन में बैठी नजर आएंगी। इससे पहले प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ। हालांकि पिता-पुत्र के तौर वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य साल 2017 में जरूर विधानसभा में पहुंचे थे। मगर, पति- पत्नी पहली बार एक साथ विधानसभा का हिस्सा बनने जा रहे हैं। महिला विधायकों की संख्या भी 3 हुई कमलेश ठाकुर के विधायक चुने जाने के बाद 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में महिला MLA की संख्या भी बढ़कर तीन हो गई है। इससे पहले बीजेपी की पच्छाद सीट से रीना कश्यप, लाहौल स्पीति से कांग्रेस की अनुराधा राणा मौजूदा विधानसभा में सदस्य है। BJP ने पैदा किए हालात वैसे, देहरा सीट पर उप चुनाव तय नहीं था, क्योंकि दिसंबर 2022 में यहां की जनता ने निर्दलीय होशियार सिंह को चुनकर विधानसभा भेजा था। मगर होशियार सिंह ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने के बाद 22 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया और 23 भाजपा में शामिल हो गए। जिस सीट को कांग्रेस कभी नहीं जीती, कमलेश ने झोली में डाल दिया BJP ने भी अपना वादा निभाते हुए उन्हें पार्टी का टिकट दे दिया। मगर होशियार सिंह उप चुनाव हार गए। होशियार सिंह का यह दांव उल्टा पड़ा और जिस सीट पर आज तक कांग्रेस नहीं जीती थी, वहां से कांग्रेस की कमलेश ठाकुर चुनाव जीत गई। हाईकमान ने नादौन की कमलेश को देहरा से बनाया प्रत्याशी दरअसल, देहरा सीट पर कांग्रेस के पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं था, जबकि पार्टी पर इस सीट को जीतने का दबाव था। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने हमीरपुर जिले के नादौन विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखने वाली कमलेश ठाकुर को कांगड़ा जिला की देहरा सीट से प्रत्याशी बनाया। शगुन के तौर पर मांगा वोट, मायके वालों ने भी रखा ख्याल टिकट मिलने के बाद कमलेश ठाकुर ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ससुराल का वास्ता देकर शगुन के नाम पर वोट मांगे। कमलेश के मायके वालों ने भी अपनी बेटी को शगुन के तौर पर वोट दिया और चुनकर विधानसभा भेजा। अब कमलेश ठाकुर, पर देहरा की जनता के भरोसे पर खरा उतरने की चुनौती होगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में 300 मीटर खाई में गिरी थार:हादसे में ड्राइवर की मौत, एक घायल; रामपुर से जा रहे थे ननखेड़ी शिमला में एक कार बेकाबू होकर 300 मीटर खाई में जा गिरी। जिससे हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं कार में सवार दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद लोगों ने तुरंत पुलिस और अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी। घायल व्यक्ति का रेस्क्यू करके उसे इलाज के लिए खनेरी हॉस्पिटल पहुंचाया गया। शिमला जिला में रामपुर के ननखड़ी के नीरथ ननखड़ी मार्ग पर रविवार को थार गाड़ी में सवार होकर दो लोग रामपुर से ननखड़ी की ओर जा रहे थे। करीब तीन बजे जब कार पांडाधार के पास पहुंची तो चालक अपना नियंत्रण खो बैठा और कार सड़क के साथ लगे पेरापिट से टकराते हुए करीब 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की पता लगते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने हादसे की जानकारी पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग का दल मौके पर पहुंचा और स्थानीय लोगों की मदद से राहत कार्य को अंजाम दिया गया। कड़ी मशक्कत से लोगों ने घायल को निकाला बाहर
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CM सुक्खू के मंडी दौरे से पहले जयराम का तंज:बोले- सराज की धरती पर स्वागत, उद्घाटन आपका अधिकार लेकिन झूठ ना बोलें मंडी जिला के पंडोह में सीएम सुक्खू मंगलवार को बाखली रोपवे का शुभारंभ करने आ रहे हैं। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनका सराज की धरती पर स्वागत है लेकिन उनसे निवेदन है कि वे यहां आकर झूठ न बोलें। मंडी में जयराम ठाकुर ने कहा कि आजकल सीएम जहां भी जा रहे हैं वहां भाजपा द्वारा शुरू किए गए कार्यों का फीता काट रहे हैं। बावजूद इसके लोगों के बीच जाकर यह झूठ बोल रहे हैं कि उस कार्य को उनकी सरकार ने करवाया। जबकि हकीकत यह है कि उन सभी कार्यों को भाजपा सरकार ने बजट के साथ शुरू करवाया था। 50 करोड़ की लागत से बना रोप-वे
माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से बने रोप-वे का निर्माण भी भाजपा सरकार के समय में ही शुरू हुआ था। यह देश का नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित पहला रोप-वे प्रोजेक्ट है। सीएम सराज में आकर कम से कम इसके बारे में झूठ न बोलें। वे सीएम हैं और उसके नाते उद्घाटन करना उनका अधिकार है लेकिन यह उद्घाटन झूठ के बगैर होना चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज भी सीएम ने ढली बस स्टैंड के उद्घाटन के बाद यह झूठ बोला है कि उस बस स्टैंड के लिए भाजपा सरकार ने बजट का कोई प्रावधान नहीं किया था जबकि हकीकत यह है कि यह बस स्टैंड स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बना है। 2022 में भाजपा सरकार ने 4 करोड़ के बजट प्रावधान के साथ इसका निर्माण कार्य शुरू किया था, जबकि बाकी बजट नियमों के तहत किश्तों में जारी हुआ है। जयराम ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग को नकारना सीएम की इसी खूबी को दर्शाता है कि वे दिन के उजाले में बड़ी चतुराई से झूठ बोल देते हैं। जयराम ठाकुर उद्घाटन को लेकर बोले हमला
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने दो-दो बार उद्घाटन और दो-दो बार शिलान्यास करने का नया रिवाज छेड़ रखा है। जिन परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास पूर्व सरकारों द्वारा किया जा चुका है। उनके उद्घाटन और शिलान्यास फिर से किए जा रहे हैं। सीएम के नाते उन्हें नए कार्यों को शुरू करना चाहिए, जबकि वे किए हुए कार्यों का फिर से रिबन काटने में लगे हुए हैं।
हिमाचल में एक साथ जलेगी 9 चिताएं:पंजाब में इनोवा गाड़ी खड्ड में डूबने से हुई मौत; एक परिवार के 6 लोगों की गई जान
हिमाचल में एक साथ जलेगी 9 चिताएं:पंजाब में इनोवा गाड़ी खड्ड में डूबने से हुई मौत; एक परिवार के 6 लोगों की गई जान हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सतलुज नदी किनारे आज 9 चिताएं एक साथ जलेगी। हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर जेजों हादसे में मृत लोगों के शव दोपहर बाद पैतृक गांव देहरा लोअर और भटोली लाए जा रहे हैं। इसके बाद भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। इनमें से 5 मृतक देहलां लोअर के एक ही परिवार (सुरजीत कुमार मुखिया) के हैं, जबकि इनके परिवार का एक सदस्य अभी लापता है। वहीं भटोली गांव के एक ही परिवार (सुरेंद्र कौर) के 3 मृतकों का भी आज ही सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। सुरेंद्र कौर अभी खुद लापता है, मगर दो बेटियों और एक बेटे का आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इनोवा गाड़ी का चालक भी देहलां लोअर का रहने वाला था। इसका भी भभौर साहिब में अंतिम संस्कार होगा। यानी भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे 9 चिताएं एक साथ जलेगी। जेजों खड्ड में इनोवा गाड़ी में बहे 9 लोगों के शवों का पंजाब के होशियारपुर स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम चल रहा है। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। सर्च अभियान जारी देहलां लोअर के सरूप चंद और भटोली की सुरेंदर कौर उर्फ सिन्नो का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। देहलां अपर के प्रधान राजेंद्र पाल ने बताया कि सुबह 6 बजे से दोनों के शव तलाशने के लिए जेजों में सर्च अभियान चल रहा है। बता दें कि बीते रविवार को सुबह करीब 8 बजे देहलां लोअर से चालक समेत 12 लोग इनोवा गाड़ी में पंजाब के नवांशहर में साले की बेटी की शादी के लिए गए थे। मगर जेजों खड्ड में आए उफान में उनकी इनोवा गाड़ी फंस गई और सभी 12 लोग इनोवा सहित बह गए। इनमें से दीपक कुमार का स्थानीय लोगों ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। 9 को नहीं बचाया जा सका। हादसे में इनकी मौत हुई इस हादसे में सुरजीत कुमार पुत्र गुरदास राम, परमजीत कौर पत्नी सुरजीत कुमार, गगन कुमार पुत्र सुरजीत कुमार, सरूप चंद पुत्र गुरदास राम, पलविंदर कौर पत्नी सरूप चंद, नितिन पुत्र सरूप चंद (सभी देहलां लोअर निवासी) सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो पत्नी अमरीक सिंह, अमानत पुत्री अमरीक सिंह, भावना पुत्री अमरीक सिंह व हर्षित पुत्र अमरीक सिंह (सभी भटोली निवासी) के रहने वाले थे। ड्राइवर कुलविंद्र सिंह पुत्र हुकम सिंह देहलां लोअर का था। 3 सगी बहनों की मौत इस हादसे में तीन सगी बहनों की मौत हुई है। इनमें परमजीत कौर, पलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो शामिल हैं। परमजीत कौर और पलविंदर कौर की दो सगे भाइयों सुरजीत कुमार और सरूप चंद के साथ शादी हुई थी, जबकि तीसरी बहन सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो का भटोली में सुसराल था। प्रवीण ने बचाई कुलदीप की जान जिस वक्त जेजों में हादसा हुआ, तब प्रवीण सोनी वहां मौजूद थे। जिन्होंने इनोवा से बहे कुलदीप कुमार की जान बचाई। प्रवीण ने कहा कि यदि इनोवा की चालक ने उनकी बात मानी होती तो हादसा नहीं होता। हमने उसे रोका भी, लेकिन उसने खतरा मोल लेकर खुद और दूसरों की जान गवाई।