हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारियों ने कर्मचारी नेताओं के खिलाफ लाए गए प्रिविलेज मोशन को वापस लेने की मांग की है। सचिवालय में मंगलवार को आयोजित जनरल हाउस में मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि उनके खिलाफ मंत्री राजेश धर्माणी द्वारा लाया गया विशेषाधिकार हनन का नोटिस वापस लिया जाए। संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की मांग उठाई है। इसके लिए 2 जनरल हॉउस हुए। पहले जनरल हॉउस में उन्हें मेमो दिया गया। दूसरे के बाद प्रिविलेज मोशन लाया गया। मगर उन्हें खुशी है कि उन्होंने प्रदेश के हजारों कर्मचारियों की आवाज उठाई। उनके आंदोलन के बाद सरकार को कर्मचारियों की मांगें पूरी की है। उन्होंने कहा कि उन्हें तो जानकारी मिली है कि किसी ने उनके खिलाफ पुलिस को भी शिकायत दी है, जिसमे आरोप लगाया गया कि कर्मचारी नेताओं के भाषणों से प्रदेश में अराजकता फेल सकती है। उन्होंने कहा कर्मचारियों के हकों की लड़ाई के लिए वह FIR और प्रिविलेज मोशन का सामना करने को तैयार है। बता दें कि बीते अगस्त माह में सचिवालय कर्मचारियों ने मंत्री राजेश धर्माणी के एक बयान के बाद उनके खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की थी। इस पर धर्माणी ने विधानसभा में कर्मचारियों के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया है। सरकार का जताया आभार सचिवालय कर्मचारियों की आम सभा में कर्मचारियों ने महंगाई भत्ते (DA) की एक किश्त देने, पेंडिंग मेडिकल बिलों के भुगतान और 28 अक्टूबर को वेतन के भुगतान के लिए सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि इन सब सौगातों से कर्मचारियों और पेंशनर्स की नाराजगी सरकार के प्रति कुछ हद तक दूर हो गई है। पेंडिंग DA, एरियर और वेतन के एरियर के लिए महासंघ जल्द CM सूक्खु से मुलाकात करेगा और 21 महीनों के पेंडिंग DA एरियर व 2016 के पेय एरियर की मांग उठाएंगे। हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारियों ने कर्मचारी नेताओं के खिलाफ लाए गए प्रिविलेज मोशन को वापस लेने की मांग की है। सचिवालय में मंगलवार को आयोजित जनरल हाउस में मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि उनके खिलाफ मंत्री राजेश धर्माणी द्वारा लाया गया विशेषाधिकार हनन का नोटिस वापस लिया जाए। संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की मांग उठाई है। इसके लिए 2 जनरल हॉउस हुए। पहले जनरल हॉउस में उन्हें मेमो दिया गया। दूसरे के बाद प्रिविलेज मोशन लाया गया। मगर उन्हें खुशी है कि उन्होंने प्रदेश के हजारों कर्मचारियों की आवाज उठाई। उनके आंदोलन के बाद सरकार को कर्मचारियों की मांगें पूरी की है। उन्होंने कहा कि उन्हें तो जानकारी मिली है कि किसी ने उनके खिलाफ पुलिस को भी शिकायत दी है, जिसमे आरोप लगाया गया कि कर्मचारी नेताओं के भाषणों से प्रदेश में अराजकता फेल सकती है। उन्होंने कहा कर्मचारियों के हकों की लड़ाई के लिए वह FIR और प्रिविलेज मोशन का सामना करने को तैयार है। बता दें कि बीते अगस्त माह में सचिवालय कर्मचारियों ने मंत्री राजेश धर्माणी के एक बयान के बाद उनके खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की थी। इस पर धर्माणी ने विधानसभा में कर्मचारियों के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया है। सरकार का जताया आभार सचिवालय कर्मचारियों की आम सभा में कर्मचारियों ने महंगाई भत्ते (DA) की एक किश्त देने, पेंडिंग मेडिकल बिलों के भुगतान और 28 अक्टूबर को वेतन के भुगतान के लिए सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि इन सब सौगातों से कर्मचारियों और पेंशनर्स की नाराजगी सरकार के प्रति कुछ हद तक दूर हो गई है। पेंडिंग DA, एरियर और वेतन के एरियर के लिए महासंघ जल्द CM सूक्खु से मुलाकात करेगा और 21 महीनों के पेंडिंग DA एरियर व 2016 के पेय एरियर की मांग उठाएंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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युवतियों के भिड़ने की सूचना पुलिस तक नहीं पहुंची। जब स्थानीय पुलिस स्टेशन से इसके बारे में पता किया गया तो बताया गया कि उनके पास घटना को लेकर कोई शिकायत नहीं पहुंची है। इस कारण यह भी साफ नहीं हो पाया है कि उन युवतियों में लड़ाई क्यों हो रही थी और वे युवतियां कौन थीं। हालांकि, वायरल वीडियो की पुष्टि मंडी बस स्टैंड के अड्डा प्रभारी पवन गुलेरिया ने की है। उन्होंने बताया है कि यह घटना मंडी बस स्टैंड की ही है। सोमवार शाम करीब 5 बजे उन युवतियों की लड़ाई हुई थी। इसके बाद वे दोनों यहां से चली गईं।
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मंडी के संतोषी माता मंदिर में लगी आग:शॉर्ट सर्किट से हादसा, कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू; सामान जलकर राख संतोषी माता मंदिर में आगजनी की घटना सामने आई है। सुबह 5 बजे के करीब आगजनी की इस घटना में मंदिर का करीब 3 लाख रुपए का सामान जलकर राख हो गया है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। पूर्व पार्षद व स्थानीय निवासी बंसी लाल ने बताया कि शनिवार सुबह जब 5 बजे नगर निगम के सफाई कर्मचारी घरों से कूड़ा उठा रहे थे तो उनकी नज़र मंदिर से उठ रहे धुंए पर पड़ी। उन्होंने शोर मचाकर पूरे मुहल्ले वासियों को मंदिर में लगी आग की सूचना दी। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू इसके बाद सभी लोग इक्कठे हुए और आग पर काबू पाने में जुट गए साथ ही फायर बिग्रेड को भी आगजनी की सूचना दी गई। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आगजनी की इस घटना में मंदिर में नवरात्रों के दौरान चढ़ा सारा चढ़ावा भी जल गया है। मंदिर के अंदर का सारा सामान जल गया संतोषी माता मंदिर कमेटी के प्रधान तेज लाल चंदेल ने बताया कि इस आगजनी से मन्दिर के अंदर का सारा सामान जल गया है, सिर्फ माता रानी की ही मूर्ति बची है बाकी पूरा सामान जल गया है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं द्वारा नवरात्रों के दौरान माता रानी को चढ़ाया गया सारा चढ़ावा जल गया है, करीब 3 लाख रुपए की संपत्ति इस आगजनी में नष्ट हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है ताकि मंदिर को पहले जैसा स्वरूप दिया जाए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।