हिमाचल सरकार ने शुक्रवार को दो आईपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। सरकार ने पुलिस अधीक्षक किन्नौर एवं 2018 बैच की आईपीएस सृष्टि पांडे को एसपी लीव रिजर्व पुलिस मुख्यालय शिमला के लिए ट्रांसफर किया है। राजभवन में राज्यपाल के एडीसी एवं 2019 बैच के आईपीएस अभिषेक एस को किन्नौर जिले का नया एसपी बनाया गया है। इसे लेकर मुख्य सचिव पर प्रभात सक्सेना ने आदेश जारी कर दिया है। हिमाचल सरकार ने शुक्रवार को दो आईपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। सरकार ने पुलिस अधीक्षक किन्नौर एवं 2018 बैच की आईपीएस सृष्टि पांडे को एसपी लीव रिजर्व पुलिस मुख्यालय शिमला के लिए ट्रांसफर किया है। राजभवन में राज्यपाल के एडीसी एवं 2019 बैच के आईपीएस अभिषेक एस को किन्नौर जिले का नया एसपी बनाया गया है। इसे लेकर मुख्य सचिव पर प्रभात सक्सेना ने आदेश जारी कर दिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में मस्जिद विवाद में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन आज:धारा 163 लागू, 5 लोगों को इकट्ठे चलने पर प्रतिबंध; कोर्ट की कार्यवाही से नाराज
हिमाचल में मस्जिद विवाद में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन आज:धारा 163 लागू, 5 लोगों को इकट्ठे चलने पर प्रतिबंध; कोर्ट की कार्यवाही से नाराज हिमाचल की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद मामला तूल पकड़ रहा है। संजौली में हिंदू संगठन आज सड़कों पर उतर कर मस्जिद गिराने को प्रदर्शन करेंगे। DC शिमला अनुपम कश्यप ने संजौली में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 लागू कर दी है। इसके तहत सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक पांच या इससे ज्यादा लोगों को इकट्ठे चलने की इजाजत नहीं होगी। संजौली के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। मस्जिद के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। धारा 163 लागू होते ही संजौली में किसी भी व्यक्ति को लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, साइकिल चेन, गंडासा, भाला, तलवार जैसे हथियार इत्यादि अस्त्र-शस्त्र तथा अन्य ज्वलनशील पदार्थों को लेकर चलने पर पूर्णतः प्रतिबन्ध रहेगा। DC शिमला ने कहा, उक्त क्षेत्र में सामान्य जन-जीवन पूरी तरह से सामान्य रहेगा। सरकारी व निजी कार्यालय, स्कूल तथा बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे। आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठाने के लिए प्रयासरत है। धरना प्रदर्शन पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध DC ने कहा, क्षेत्र में किसी को भी धरना प्रदर्शन, नारेबाजी, हड़ताल करने की अनुमति प्रदान नहीं की गई। वहीं अस्पताल, कोर्ट, शिक्षण संस्थान और सार्वजनिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान सांप्रदायिक, राष्ट्र, राज्य विरोधी भाषण नारे, दीवार लेखन, पोस्टर आदि पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। नव बहार से लेकर ढली तक लागू रहेगी धारा 163 डीसी शिमला ने कहा, जारी आदेश नव बहार चौक से ढली टनल के ईस्टर्न पोर्टल, IGMC से संजौली चौक, संजौली चौक से चलौंठी, ढली (वाया संजौली चलौंठी जंक्शन) क्षेत्र में 11 सितंबर 2024 को सुबह 7 बजे से रात्रि 11.59 बजे तक जारी रहेंगे। MC कोर्ट की कार्यवाही से नाराज हिंदू संगठन अवैध मस्जिद मामले में हिंदू संगठन नगर निगम (MC) कमिश्नर कोर्ट की बीते शनिवार की कार्यवाही से नाराज है। कोर्ट ने इस मामले में 5 अक्टूबर को सुनवाई तय की है और संबंधित कनिष्ठ अभियंता (JE) को फ्रेश स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं बीजेपी नेता विकास थापटा ने बताया कि मामले को जान बूझकर लटकाया जा रहा है। इसी वजह से आज संजौली में विशाल प्रदर्शन बुलाया गया है। साल 2010 में शुरू हुआ विवाद मस्जिद मामले में पहली बार साल 2010 में नगर निगम के पास शिकायत पहुंची थी। यहां अवैध निर्माण करने के आरोप लगे थे। निगम प्रशासन के अनुसार, पहले मौके पर एक मंजिल और एटिक के रूप में मस्जिद थी, लेकिन साल 2024 तक यहां अब एटिक को मिलाकर 5 मंजिलें बन गई। साल 2010 से ही इस मामले में MC आयुक्त कोर्ट में केस चल रहा है। सुनवाई के दौरान भी अवैध निर्माण चलता रहा। MC ने कई बार काम रोकने के आदेश जारी किए। इस मामले में अब तक 45 पेशियां हो चुकी हैं। इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने इस मामले में कहा कि मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी, जिस पर 2 मंजिल पहले से बनी थीं। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा, वो सभी को मंजूर होगा। संजौली के बाद कुसुम्पटी-मंडी में भी प्रदर्शन संजौली से भड़की चिंगारी प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी फैल रहीं हैं। संजौली के बाद शिमला के कसुम्पटी और मंडी शहर में भी स्थानीय लोग मस्जिद को गिराने की मांग कर चुके हैं। कानून हाथ में लेने की किसी को इजाजत नहीं होगी: CM हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा, प्रशासन हर चीज को देख रहा है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर कोई रोक नहीं। हम सभी समुदाय का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, कानून को हाथ में लेने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, सदन में कमेटी गठित कर दी गई है, जो कि स्ट्रीट वेंडर के लिए पैरामीटर तय करेगी। उन्होंने कहा, मस्जिद में कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
हिमाचल में मणिमहेश यात्रा, श्रद्धालुओं की आवाजाही:झील में कर रहे स्नान, गर्मी के चलते आ रहे यात्री, कार्तिक स्वामी मंदिर बर्फ से ढका
हिमाचल में मणिमहेश यात्रा, श्रद्धालुओं की आवाजाही:झील में कर रहे स्नान, गर्मी के चलते आ रहे यात्री, कार्तिक स्वामी मंदिर बर्फ से ढका हिमाचल प्रदेश के भरमौर में गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही पवित्र एवं ऐतिहासिक मणिमहेश डल झील की तरफ श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया है। यहां पर करीब ढाई से तीन फीट बर्फ होने के बावजूद अब तक सैकड़ों श्रद्धालु बर्फ से ढकी झील में स्नान कर चुके हैं। आपको बता दें कि हर साल कृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाअष्टमी तक पवित्र मणिमहेश यात्रा चलती है। लेकिन इससे पहले ही इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का आना जाना शुरू हो गया है। मणिमहेश यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वो श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश डल झील में शाही स्नान करते हैं। लेकिन निचले क्षेत्रों में अत्यधिक गर्मी व हीटवेव बढ़ जाने के कारण यहां पर श्रद्धालुओं का एकाएक आना-जाना बढ़ गया है। हर रोज पहुंच रहे दर्जनों श्रद्धालु निचले क्षेत्रों में तापमान में एकाएक बढ़ोतरी होने पर्यटकों के साथ-साथ हर रोज दर्जनों श्रद्धालु मणिमहेश की पवित्र डल झील की तरफ रख करके स्नान कर रहे हैं। हालांकि यहां पर अभी तक आधिकारिक रूप से इस यात्रा की घोषणा नहीं हुई है। बावजूद इसके स्थानीय लोगों द्वारा हडसर से लेकर मणिमहेश तक रहने व खाने-पीने का बंदोबस्त भी कर दिया है। जिसके लिए स्थानीय लोगों द्वारा रास्ते में टैंट लगाकर रहने की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। लिहाजा यहां पर पर्यटक व श्रद्धालु गाइड के सहारे पहुंच कर पवित्र मणिमहेश के दर्शन कर रहे हैं और यहां बर्फ से जमी झील में स्नान कर रहे हैं। कार्तिक स्वामी का मंदिर बर्फ से ढका यहां पर स्थित कार्तिक स्वामी और भगवान भोलेनाथ का मंदिर बर्फ के बीच में ही ढके हुए हैं। बावजूद इसके अब तक यहां पर सैकड़ों श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश के दर्शन करके इस पवित्र डल झील में स्नान करके वापस लौटे रहे हैं। यहां पहुंचने से परहेज करें यात्री : एसडीएम एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा है कि प्रशासन की ओर से यहां पर यात्रा करने की पूरी तरह से पाबंदी है। उन्होंने कहा है गर्मियों का सीजन होने के चलते यहां पर बर्फ तेजी से पिघल रही है। लिहाजा यहां पर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लगातार खतरा है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि जब तक प्रशासन की ओर से यहां पर आने-जाने के लिए पूरी तरह से व्यवस्था नहीं कर दी जाती है तब तक यहां पर यात्रा से परहेज किया जाए।
मंडी में 1000 मीटर नीचे खाई में गिरी कार, VIDEO:दो सगी बहनों समेत तीन की मौत, एक घायल; मोड़ते समय बेकाबू हुई गाड़ी
मंडी में 1000 मीटर नीचे खाई में गिरी कार, VIDEO:दो सगी बहनों समेत तीन की मौत, एक घायल; मोड़ते समय बेकाबू हुई गाड़ी मंडी जिले के बालीचौकी के काढ़ा के पास ऑल्टो कार 1 हजार मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया है। वहीं एक व्यक्ति घायल है। जिसे उपचार के कुल्लू सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे का लाइव वीडियो भी सामने आया है। जब यह हादसा हुआ तब किसी ने पूरा घटनाक्रम अपने मोबाइल में कैद कर लिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रखा है कि 1000 मीटर तक नीचे गाड़ी गिरी है। मोड़ते समय बेकाबू हुई कार जानकारी के मुताबिक बालीचौकी से काढा की तरफ जाते समय यह ऑल्टो कार एचपी 87 ए- 0763 कांढा के पास चालक गाड़ी को मोड़ रहा था। इसी दौरान अचानक कार बेकाबू होकर नीचे ढांक में जा गिरी। मारने वालों में दो सगी बहने शामिल हादसे में चालक रीत राम (43) गांव भालूधार भनवास डाकघर सोमनाचणी, शाहड़ी देबी (48) डाकघर धवेहड की मौका पर ही मौत हो गई। जबकि कांता देवी निवासी गांव शेगली तहसील बालीचौकी की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई। वहीं डावे राम निवासी गांव भनवास घायल हो गया। हादसे में माने वाली शाहड़ी देवी व कांता देवी सगी बहनें थी। स्थानीय पटवारी सुरेश कुमार ने बताया कि घायल को बालीचौकी में प्राथमिक उपचार के बाद कुल्लू अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम मोहन शर्मा ने भी राहत कार्यों का जायजा लिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने जताया शोक इलाके के विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ने दुर्घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने प्रशासन से प्रभावित परिवारों को अधिक से राहत राशि जारी करने का आग्रह किया है।