हिमाचल हाईकोर्ट ने बीते 2 नवंबर को आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाई है। फिर भी राज्य सरकार आउटसोर्स माध्यम से सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर भर्ती करने जा रही है। इस पर बीजेपी ने भी तंज कसा है। हिमाचल सरकार की मंजूरी के बाद सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने इसे लेकर सभी मंत्रियों के प्राइवेट सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया कि सरकार की मंजूरी की जानकारी मंत्रियों को दे दी जाए, ताकि सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर की नियुक्ति की जा सके। सभी मंत्रियों को 2-2 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों को दो दो कॉर्डिनेटर देने का निर्णय लिया है, ताकि मंत्री अपने अपने विभागों से जुड़ी योजनाओं व कामों का प्रचार प्रसार कर सके। इसे देखते हुए 20 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। बेशक, इनकी नियुक्ति को कह दिया गया है, लेकिन इनकी योग्यता और वेतन के बारे में जानकारी साझा नहीं की गई। सूत्र बताते है कि इन्हें 30 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। पूर्व भाजपा सरकार ने भी की थी तैनाती हालांकि पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी मंत्रियों के साथ सोशल मीडिया टीम लगा रखी थी। अब सुक्खू सरकार भी इनकी भर्ती करने जा रही है। मगर इनकी भर्ती आउटसोर्स पर कोर्ट की रोक के कारण चर्चा में आ गई है। बालकृष्ण की याचिका पर लगाई थी रोक बता दें कि हिमाचल हाईकोर्ट ने बालकृष्ण नाम के याचिकाकर्ता की पिटीशन पर आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाने के आदेश दिए है, क्योंकि प्रदेश में बीते 15 सालों से आउटसोर्स भर्ती की जा रही है। इससे सरकार रेगुलर भर्तियां नहीं कर रही है और पद समाप्त किए जा रहे है। वहीं बेरोजगारों का सभी सरकारे शोषण करती रही है। जब मन किया इन्हें नौकरी पर रख लिया और जब चाहा तब बाहर का रास्ता दिखाया गया। हिमाचल हाईकोर्ट ने बीते 2 नवंबर को आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाई है। फिर भी राज्य सरकार आउटसोर्स माध्यम से सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर भर्ती करने जा रही है। इस पर बीजेपी ने भी तंज कसा है। हिमाचल सरकार की मंजूरी के बाद सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने इसे लेकर सभी मंत्रियों के प्राइवेट सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया कि सरकार की मंजूरी की जानकारी मंत्रियों को दे दी जाए, ताकि सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर की नियुक्ति की जा सके। सभी मंत्रियों को 2-2 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों को दो दो कॉर्डिनेटर देने का निर्णय लिया है, ताकि मंत्री अपने अपने विभागों से जुड़ी योजनाओं व कामों का प्रचार प्रसार कर सके। इसे देखते हुए 20 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। बेशक, इनकी नियुक्ति को कह दिया गया है, लेकिन इनकी योग्यता और वेतन के बारे में जानकारी साझा नहीं की गई। सूत्र बताते है कि इन्हें 30 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। पूर्व भाजपा सरकार ने भी की थी तैनाती हालांकि पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी मंत्रियों के साथ सोशल मीडिया टीम लगा रखी थी। अब सुक्खू सरकार भी इनकी भर्ती करने जा रही है। मगर इनकी भर्ती आउटसोर्स पर कोर्ट की रोक के कारण चर्चा में आ गई है। बालकृष्ण की याचिका पर लगाई थी रोक बता दें कि हिमाचल हाईकोर्ट ने बालकृष्ण नाम के याचिकाकर्ता की पिटीशन पर आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाने के आदेश दिए है, क्योंकि प्रदेश में बीते 15 सालों से आउटसोर्स भर्ती की जा रही है। इससे सरकार रेगुलर भर्तियां नहीं कर रही है और पद समाप्त किए जा रहे है। वहीं बेरोजगारों का सभी सरकारे शोषण करती रही है। जब मन किया इन्हें नौकरी पर रख लिया और जब चाहा तब बाहर का रास्ता दिखाया गया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल प्रदेश में सीजन की पहली बर्फबारी:प्रदेश में बढ़ी ठंड, मैदानी इलाकों में बारिश के लिए तरसे लोग, आज से 5 दिन तक मौसम साफ
हिमाचल प्रदेश में सीजन की पहली बर्फबारी:प्रदेश में बढ़ी ठंड, मैदानी इलाकों में बारिश के लिए तरसे लोग, आज से 5 दिन तक मौसम साफ हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में शनिवार को बर्फबारी हुई। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अटल टनल रोहतांग और उसके आसपास के इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बर्फबारी से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। कुल्लू-मनाली के रोहतांग, गुलाबा और स्पीति के ऊंचे इलाकों में घूमने आए पर्यटक शाम को बर्फ गिरते ही रोमांचित हो गए। बर्फबारी पर्यटकों और पर्यटन कारोबारियों के लिए अच्छी और राहत भरी खबर है। बता दें कि कुल्लू जिले की ऊंची चोटियों पर यह सीजन की पहली बर्फबारी है, जबकि किन्नौर जिले में 12 सितंबर को हल्की बर्फबारी हो चुकी है। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के कुल्लू, लाहौल स्पीति, चंबा और कांगड़ा के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई थी। लेकिन आज से एक बार फिर अगले 4 से 5 दिनों तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। शनिवार को ऊंचाई वाले इलाकों में जरूर बर्फबारी हो रही है। लेकिन प्रदेश के अन्य इलाकों में मौसम साफ बना हुआ है। बारिश और बर्फबारी से पहले ही प्रदेश के 4 शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। ऐसे में बर्फबारी से तापमान में और गिरावट आएगी। इन शहरों का पारा माइनस में लाहौल स्पीति के ताबो का न्यूनतम तापमान माइनस 8.7 डिग्री सेल्सियस तक लुढक गया है। समदो का माइनस 1.3 डिग्री, कुकुमसैरी का 4.1 डिग्री और कल्पा में तापमान शून्य तक पहुंच गया है , केलांग का न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री तक गिर चुका है। मौसम विभाग ने प्रदेश भर में 24 और 25 नवम्बर को मौसम के ड्राई रहने का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं 26 तारीख से प्रदेश के मंडी और बिलासपुर जिला के कुछ स्थानों पर धुंध का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार धुंध की वजह से विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर सकती है। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। किसानों पर सूखे की सबसे ज्यादा मार हिमाचल प्रदेश में भले ऊंचे क्षेत्रों में बर्फ गिर रही है। मगर अन्य क्षेत्रों में ड्राइ स्पेल नहीं टूट रहा। प्रदेशवासी 53 दिन से बारिश के इंतजार में है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। सूखे के कारण 63 फीसदी जमीन पर किसान गेहूं की बुआई नहीं कर पाए हैं। प्रदेश में इसकी बुवाई का उचित समय एक सप्ताह पहले निकल चुका है।अब नदी नालों में भी जल स्तर गिरने लगा है। इससे पेयजल और सिंचाई योजनाओं पर भी पानी कम होने लगा है। नदी नालों में पानी कम होने से बिजली का उत्पादन पर भी असर पड़ा है।
फ्रांस से डेयरी फॉर्म मैनेजमेंट सीखेगा हिमाचल:कृषि मंत्री के नेतृत्व में 7 सदसीय टीम रवाना; 2 विधायक भी गए, 21 अक्टूबर को लौटेंगे
फ्रांस से डेयरी फॉर्म मैनेजमेंट सीखेगा हिमाचल:कृषि मंत्री के नेतृत्व में 7 सदसीय टीम रवाना; 2 विधायक भी गए, 21 अक्टूबर को लौटेंगे हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार के नेतृत्व में एक टीम आज फ्रांस रवाना होगी। 7 सदसीय टीम 20 अक्टूबर तक फ्रांस में विभिन्न डेयरी फर्म का दौरा करेगी और वहां दूध से बनने वाले विभिन्न प्रोडक्ट को बनाने व इनकी मार्केटिंग की जानकारी हासिल करेगी। कृषि मंत्री के अलावा 2 MLA, सरकारी उपक्रम मिल्कफेड के सचिव, MD मिल्कफेड और डेयरी फर्म चलाने वाली 2 महिलाएं फ्रांस जा रही है। विधायकों में स्टेट प्लानिंग बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन भवानी सिंह पठानिया और CPS (मुख्य संसदीय सचिव) संजय अवस्थी शामिल है। बता दें कि हिमाचल सरकार कांगड़ा के ढगवार में आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रदेश का सबसे बड़ा मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट बनाने जा रही है। इसके लिए टैंडर अवार्ड कर दिए है। नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड को इस प्लांट के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है। संबंधित कंस्ट्रक्शन कंपनी ने निर्माण स्थल पर मशीनरी पहुंचा दी है। पुराने भवनों को गिराने और जमीन को समतल करने का काम शुरू हो गया है। 201 करोड़ से बन रहा मिल्क प्लांट इस प्लांट के लिए राजस्व विभाग ने पशुपालन विभाग के नाम पर 76 कनाल भूमि हस्तांतरित कर दी है। प्रदेश सरकार के इस प्लांट के लिए नाबार्ड से 201 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया है। मिल्क फेडरेशन को पहली किस्त के तौर पर 60 करोड़ रुपए जारी किए जा चुके हैं। प्लांट के तैयार होने के बाद हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन इस दुग्ध प्रसंस्करण प्लांट का संचालन करेगा। कांग्रेस ने दी थी ये गारंटी हिमाचल में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों बागवानों से गाय व भेंस का दूध क्रमश: 80 व 100 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से खरीदने का वादा किया था। यह वादा तो पूरा नहीं किया गया, मगर राज्य सरकार ने मिल्कफेड के जरिए खरीदे जाने वाले दूध के दाम में 13.20 रुपए की बढ़ौतरी की है। इसके बाद गाय का दूध 45 रुपए और भेंस का 55 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से पशुपालकों से खरीदा जा रहा है। इसी मंशा से मॉडर्न मिल्क प्लांट लगाया जा रहा है। फ्रांस, यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश राज्य सरकार सोसायटियों के माध्यम से दूध खरीदने की योजना बना रही है। फ्रांस में भी सोसायटी के माध्यम से डेयरी कारोबार खूब फल फूल रहा है। दावा किया जाता है कि यूरोप में फ्रांस दूसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक और दुनिया का सातवां सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। फ्रांस में 58 हजार डेयरी फॉर्म है। इनमें कुछ बड़े डेयरी फॉर्म का हिमाचल से जाने वाली टीम विजिट करेगी। कॉपरेटिव सेक्टर से कैसे बेहतर बनाया जाए, ये देखेंगे: चंद्र कुमार कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि हिमाचल सरकार मॉडर्न मिल्क प्लांट शुरू करने जा रही है। इसलिए फ्रांस जाकर स्टडी करेंगे कि दूध के कौन कौन से प्रोडक्ट बनाए जाए और इनकी मार्केटिंग कैसे की जाए? दूध की खरीद कॉपरेटिव सेक्टर से कैसे बेहतर बनाई जाए। इन सब चीजों पर फ्रांस में टीम स्टडी करेगी।
शिमला में नेपाली व्यक्ति ने की पत्नी की हत्या:लाश के सड़ने पर बदबू से हुआ खुलासा, नेपाल भागने की फिराक में था आरोपी
शिमला में नेपाली व्यक्ति ने की पत्नी की हत्या:लाश के सड़ने पर बदबू से हुआ खुलासा, नेपाल भागने की फिराक में था आरोपी हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के कोटखाई में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की निर्ममता से हत्या कर दी। आरोपी शख्स ने शव को सेब के बगीचे में बने शेड में बंद करके तीन साल के बच्चे सहित फरार हो गया। घटना में हैरान करने वाली बात यह है कि महिला का शव तीन दिन तक घर में पड़ा रहा। महिला नेपाल मूल की थी और कोटखाई में एक बागवान के बगीचे में काम करने पति के साथ 2,3 महीने पहले ही आई थी। लोहे के औजार से सिर पर किया वार
पड़ोस में रहने वाले एक अन्य मजदूर ने बदबू आने पर इसकी सूचना बगीचा मालिक को दी। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना कोटखाई पुलिस को दी और इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के चार घंटे के भीतर ही हत्यारे पति को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से मासूम बच्चे को भी बरामद कर लिया गया है। हत्यारे ने जमीन की खुदाई करने वाले जब्बल (लोहे का औजार) के वार से पत्नी को मौत के घाट उतारा है। महिला भी नेपाल की थी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। मृतक महिला नेपाली मूल की है। मृतक महिला की पहचान धनमाया रोका (22) के रूप में हुई है, वहीं आरोपी का नाम रमेश रोका (25) है। जो रिश्ते में उसका पति लगता है। तीन दिन पहले दिया था हत्या को अंजाम
सूचना के अनुसार नेपाली मूल का रमेश कोटखाई के खनेटी में एक बागवान के सेब बगीचे में काम करता था। वह बागवान द्वारा बनाए गए शेड में पत्नी और तीन साल के बच्चे संग रह रहा था। तीन दिन पहले पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई और आरोपी रमेश ने जमीन खोदने वाले औजार से पत्नी के सिर पर हमला कर दिया। जिससे वह बुरी तरह लहूलुहान हो गई और उसने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। बच्चे को लेकर भागने की फिराक में था आरोपी
हत्या करने के बाद आरोपी ने साथ मे बने एक स्टोर में रजाई के नीचे शव को छिपा दिया और बच्चे को लेकर फरार हो गया। तीन दिन तक शव के कमरे में पड़े रहने से जब बदबू फैली तो शेड के समीप रहने वाले लोगों ने इसकी सूचना बागवान राजिंदर सिंह को दी। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर फरार हत्यारे की तलाश शुरू की और चार घंटे के भीतर ही हत्यारे को शिमला के नारकंडा में गिरफ्तार कर लिया गया। वह बच्चे को लेकर एक भोजनालय में बैठा था। पुलिस के मुताबिक आरोपी बच्चे के साथ नेपाल भागने की फिराक में था। इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने बागवान की शिकायत पर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।