हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जातीय जनगणना के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। अब केंद्रीय कैबिनेट ने भी देश में जातिगत जनगणना को मंजूरी दे दी है। CM सुक्खू ने कहा, राहुल गांधी न्याय प्रिय नेता हैं। वह देश में सभी वर्गों का उत्थान चाहते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में पिछड़ी जातियों को आगे आने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, जातीय जनगणना की मांग के पीछे उनका मकसद जाति को विभाजन करने का नहीं, बल्कि जिसे पूरा अधिकार नहीं मिल रहा, उसे वह अधिकार दिलाना है। वहीं जातीय जनगणना को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद भाजपा कह रही है कि कांग्रेस ने कभी भी जातीय जनगणना का फेवर नहीं किया। इस पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, भाजपा का काम झूठे आंकड़े देकर विरोध करना है। 2026 के अंत तक पूरी हो सकती है जनगणना बता दें कि देश में आजादी के बाद पहली बार जाति जनगणना कराई जाएगी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल जाति जनगणना जल्द कराने की मांग करते रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जाति जनगणना की शुरुआत सितंबर में की जा सकती है। इससे जनगणना के अंतिम आंकड़े 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में मिल सकेंगे। देश में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है। जनगणना हर 10 साल बाद होती है। मगर 2021 में कोरोना की वजह से जनगणना नहीं हो पाई थी। राहुल जाति जनगणना कराने की मांग करते रहे हैं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 2023 में सबसे पहले जाति जनगणना की मांग की थी। इसके बाद वे देश-विदेश की कई सभाओं और फोरम पर केंद्र से जाति जनगणना कराने की मांग करते रहे हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जातीय जनगणना के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी लंबे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। अब केंद्रीय कैबिनेट ने भी देश में जातिगत जनगणना को मंजूरी दे दी है। CM सुक्खू ने कहा, राहुल गांधी न्याय प्रिय नेता हैं। वह देश में सभी वर्गों का उत्थान चाहते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में पिछड़ी जातियों को आगे आने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, जातीय जनगणना की मांग के पीछे उनका मकसद जाति को विभाजन करने का नहीं, बल्कि जिसे पूरा अधिकार नहीं मिल रहा, उसे वह अधिकार दिलाना है। वहीं जातीय जनगणना को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद भाजपा कह रही है कि कांग्रेस ने कभी भी जातीय जनगणना का फेवर नहीं किया। इस पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, भाजपा का काम झूठे आंकड़े देकर विरोध करना है। 2026 के अंत तक पूरी हो सकती है जनगणना बता दें कि देश में आजादी के बाद पहली बार जाति जनगणना कराई जाएगी। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल जाति जनगणना जल्द कराने की मांग करते रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जाति जनगणना की शुरुआत सितंबर में की जा सकती है। इससे जनगणना के अंतिम आंकड़े 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में मिल सकेंगे। देश में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है। जनगणना हर 10 साल बाद होती है। मगर 2021 में कोरोना की वजह से जनगणना नहीं हो पाई थी। राहुल जाति जनगणना कराने की मांग करते रहे हैं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 2023 में सबसे पहले जाति जनगणना की मांग की थी। इसके बाद वे देश-विदेश की कई सभाओं और फोरम पर केंद्र से जाति जनगणना कराने की मांग करते रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
