हिसार के जिंदल पुल के पास ट्रक और मोपेड (विक्की) की टक्कर हो गई। ट्रक का टायर मोपेड चलाने वाले के ऊपर से गुजर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मरने वाले की पहचान अर्बन एस्टेट में रहने रामचंद्र के रूप में हुई है। घटना के बाद ट्रक छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। पुलिस ने मृतक के भाई आनंद बल्लभ के बयान दर्ज कर ट्रक चालक के खिलाफ के दर्ज किया। मॉडल टाउन के रहने वाले आनंद वल्लभ ने बताया कि वह मॉडल टाउन में मां संतोषी आश्रम में पंडित का काम करता है। वह पांच भाई हैं। सभी शादीशुदा हैं। दो भाई गांव और तीसरा भाई गाजियाबाद में रहता है। हम दो भाई हिसार में रहते है। उसका सबसे छोटा भाई रमेश चन्द्र जो चाऊमीन बनाकर सप्लाई करने का काम करता था। वह अर्बन एस्टेट में बतौर किराएदार रहता था। वह बुधवार यानी आज मोपेड पर चाऊमीन सप्लाई के लिए घर से कैंट जा रहा था। शिकायतकर्ता ने बताया वह भी किसी काम से जिंदल पुल के पास आया हुआ था। जब मेरा भाई रमेश चंद्र अपने मोपेड पर सवार होकर पुल के पास पहुंचा तो पीछे से एक ट्रक भाई की मोपेड में सीधी टक्कर मारी। जिससे भाई सडक पर जा गिरा और ट्रक का टायर भाई के ऊपर चढ गया। उसके भाई को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। ट्रक ड्राइवर के खिलाफ धारा 281,106(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। हिसार के जिंदल पुल के पास ट्रक और मोपेड (विक्की) की टक्कर हो गई। ट्रक का टायर मोपेड चलाने वाले के ऊपर से गुजर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मरने वाले की पहचान अर्बन एस्टेट में रहने रामचंद्र के रूप में हुई है। घटना के बाद ट्रक छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। पुलिस ने मृतक के भाई आनंद बल्लभ के बयान दर्ज कर ट्रक चालक के खिलाफ के दर्ज किया। मॉडल टाउन के रहने वाले आनंद वल्लभ ने बताया कि वह मॉडल टाउन में मां संतोषी आश्रम में पंडित का काम करता है। वह पांच भाई हैं। सभी शादीशुदा हैं। दो भाई गांव और तीसरा भाई गाजियाबाद में रहता है। हम दो भाई हिसार में रहते है। उसका सबसे छोटा भाई रमेश चन्द्र जो चाऊमीन बनाकर सप्लाई करने का काम करता था। वह अर्बन एस्टेट में बतौर किराएदार रहता था। वह बुधवार यानी आज मोपेड पर चाऊमीन सप्लाई के लिए घर से कैंट जा रहा था। शिकायतकर्ता ने बताया वह भी किसी काम से जिंदल पुल के पास आया हुआ था। जब मेरा भाई रमेश चंद्र अपने मोपेड पर सवार होकर पुल के पास पहुंचा तो पीछे से एक ट्रक भाई की मोपेड में सीधी टक्कर मारी। जिससे भाई सडक पर जा गिरा और ट्रक का टायर भाई के ऊपर चढ गया। उसके भाई को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। ट्रक ड्राइवर के खिलाफ धारा 281,106(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनीं किरण चौधरी:कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा; 20 साल पहले ओपी चौटाला के कारण चूकी थीं
हरियाणा में निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनीं किरण चौधरी:कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा; 20 साल पहले ओपी चौटाला के कारण चूकी थीं हरियाणा में भाजपा की राज्यसभा उम्मीदवार किरण चौधरी निर्विरोध सांसद चुन ली गई हैं। मंगलवार को उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर साकेत कुमार ने राज्यसभा सीट से निर्विरोध सांसद का प्रमाण पत्र दिया। बता दें कि 20 अगस्त को भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया था। 21 अगस्त को उन्होंने CM नायब सैनी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। चूंकि, कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों की ओर से कोई भी उम्मीदवार खड़ा नहीं किया गया, इस कारण से किरण चौधरी का निर्विरोध राज्यसभा जाने का रास्ता बन गया। यह रिजल्ट पहले से तय था। आज रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें राज्यसभा का निर्वाचन सर्टिफिकेट देकर इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी। कांग्रेस छोड़ BJP में आने के 2 महीने बाद टिकट
किरण को मंगलवार को BJP ने उम्मीदवार घोषित किया। इससे पहले किरण ने भिवानी के तोशाम से कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया। जिसे हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वीकार कर लिया। किरण चौधरी ने बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। BJP में शामिल होने के 2 महीने बाद उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है। हरियाणा की यह राज्यसभा सीट रोहतक से लोकसभा चुनाव जीते कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उनका अप्रैल 2026 तक का था। 14 अगस्त को शुरू हुई थी चुनावी प्रक्रिया
राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हुई थी। इसकी अंतिम तारीख 21 अगस्त थी। जिसमें सिर्फ किरण चौधरी ने नामांकन भरा। 27 अगस्त यानी आज नाम वापसी का दिन था। अगर एक से ज्यादा कैंडिडेट होते तो 3 सितंबर को वोटिंग होनी थी। सीएम ने कहा था- हमें JJP के बागियों का भी सपोर्ट
नामांकन के बाद सीएम नायब सैनी ने कहा था कि किरण को जीत के लिए जरूरत से ज्यादा विधायकों ने समर्थन दिया है। जिसमें JJP के बागी जोगीराम सिहाग, अनूप धानक, रामनिवास सुरजाखेड़ा और रामकुमार गौतम भी शामिल हैं। इसके अलावा निर्दलीय नयनपाल रावत और हलोपा के गोपाल कांडा भी किरण के समर्थन में हैं। किरण चौधरी ने कहा था कि, ”मैं बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करती हूं। भाजपा प्रदेश हित के लिए काम करती है। हरियाणा के सारे मुद्दे राज्यसभा में उठाउंगी।” जानिए.. 20 साल पहले ओपी चौटाला की गुगली में फंस गई थी किरण
राज्यसभा जाने की किरण चौधरी की 20 साल पुरानी इच्छा पूरी हो रही है। इससे पहले वह ओपी चौटाला की वजह से चूक गई थी। दरअसल, जून 2004 में ओमप्रकाश चैटाला के नेतृत्व में INLD की सरकार थी। तब प्रदेश में राज्यसभा सीटों के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में किरण चौधरी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था। किरण उस समय ओमप्रकाश चौटाला की गुगली में फंस गई थी। हुआ यूं था, कि मतदान से 3 दिन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सतबीर सिंह कादियान ने किरण चौधरी का समर्थन कर रहे 6 विधायकों जगजीत सांगवान, करण सिंह दलाल, भीम सेन मेहता, जयप्रकाश गुप्ता, राजिंदर बिसला और देव राज दीवान को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था। किरण ने स्पीकर निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन अयोग्य घोषित 6 विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोटिंग का अधिकार नहीं मिला। जिससे किरण चौधरी हार गई।
हरियाणा में महिला HCS अधिकारी गिरफ्तार:1 लाख रिश्वत केस में ACB ने पकड़ा, पंचकूला कोर्ट ने जेल भेजा; 5 महीने से थीं फरार
हरियाणा में महिला HCS अधिकारी गिरफ्तार:1 लाख रिश्वत केस में ACB ने पकड़ा, पंचकूला कोर्ट ने जेल भेजा; 5 महीने से थीं फरार हरियाणा में 1 लाख रुपए के रिश्वत केस में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने हरियाणा सिविल सर्विसिज (HCS) अधिकारी मीनाक्षी दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात उनकी गिरफ्तारी के बाद दहिया को पंचकूला में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आगे पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट न्यायालय ने रिश्वत के केस में HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। HC ने की थी तल्ख टिप्पणी
इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनूप चितकारा ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि, प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता मीनाक्षी दहिया के साथ उनके रसोइए से 1 लाख रुपए की रिश्वत की वसूली के संबंध में सबूत मौजूद हैं, जिसे 29 मई को रंगे हाथों पकड़ा गया था। न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा था कि “पुलिस ने उससे रिश्वत की रकम बरामद की है। कॉल और ट्रांसक्रिप्ट से याचिकाकर्ता की संलिप्तता का संकेत मिलता है, जिसकी पुष्टि शिकायतकर्ता के आरोप से होती है।” पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज होने के बाद दहिया ने अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख किया था। इस मामले में सेवामुक्त जिला मत्स्य अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सरकारी काम के बदले कथित तौर पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी
जस्टिस चितकारा ने कहा कि याचिकाकर्ता के वकील “कोई भी सख्त शर्त” लगाकर जमानत की मांग कर रहे थे। याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया था कि आगे की सुनवाई से पहले की कैद याचिकाकर्ता और उनके परिवार के साथ अपरिवर्तनीय अन्याय का कारण बनेगी। हालांकि, न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया था और तर्क दिया था कि अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को बरामद करने के लिए याचिकाकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है। दहिया पर क्या हैं आरोप
रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है, कि एक जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र वापस लेने के लिए फाइल मत्स्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने से पहले उन्हें मामले में निर्दोष घोषित कर दिया था। उन्होंने संबंधित मंत्री को फाइल भेजने से पहले जांच रिपोर्ट स्वीकार कर ली, जिन्होंने अपनी मंजूरी दे दी और इस संबंध में आदेश जारी करने के लिए फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेज दी गई। उन्होंने कहा, “सीनियर एचसीएस अधिकारी और संयुक्त सचिव दहिया ने मुझे 17 अप्रैल को अपने स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह के माध्यम से पंचकूला स्थित अपने कार्यालय में आदेश जारी करने के लिए बुलाया था और मुझसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। मैं अपने सरकारी काम के बदले मैडम को रिश्वत नहीं देना चाहता था और भ्रष्ट अधिकारी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।” मीनाक्षी 5 महीने से चल रही थी फरार
रिश्वत के इस खेल में आरोपी एचसीएस ऑफिसर मीनाक्षी दहिया 5 महीने से फरार चल रही हैं। ACB की टीम लगातार दहिया की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक एसीबी को इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। इस मामले में, वॉट्सऐप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी, जिससे पूरी कॉल रिकॉर्ड हो गई। फिलहाल मीनाक्षी दहिया फरार चल रही थीं, ACB की टीम की उनकी गिरफ्तारी की बड़ी सफलता के रूप में देख रही है।
कैथल जिला परिषद के वाइस चेयरमैन चुनाव 2 जनवरी को:4 उम्मीदवार, ईवीएम से होगा चुनाव, रिजल्ट अगले दिन
कैथल जिला परिषद के वाइस चेयरमैन चुनाव 2 जनवरी को:4 उम्मीदवार, ईवीएम से होगा चुनाव, रिजल्ट अगले दिन कैथल के जिला परिषद के वाइस चेयरमैन पद के लिए 2 जनवरी को चुनाव होने जा रहा है। इस चुनाव में चार पार्षद अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे। जिला परिषद के सीईओ सुशील कुमार ने बताया कि चुनाव की तारीख तय कर दी गई है और इस संबंध में सभी सदस्यों को सूचित कर दिया गया है। सभी संबंधित अधिकारी दोपहर 12 बजे जिला परिषद भवन में उपस्थित रहेंगे। चुनाव में भाग लेने के लिए सभी पार्षदों से अनुरोध किया गया है कि वे दो फोटो युक्त पहचान पत्र लेकर आएं। फिलहाल चार पार्षदों ने वाइस चेयरमैन पद के लिए अपनी उम्मीदवारी दर्ज की है, और वे चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। इनमें वार्ड नंबर 5 से पार्षद कमलेश रानी, वार्ड नंबर 10 से सोनिया रानी, वार्ड नंबर 7 से कमलेश, वार्ड नंबर 18 से मैनेजर कश्यप भी चुनावी मैदान बताए जा रहे हैं। चुनाव आयोग के आदेश अनुसार यह चुनाव ईवीएम मशीन के द्वारा करवाए जाएंगे, जिसका रिजल्ट अगले दिन घोषित किया जाएगा।