हिसार के नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 3-4 युवकों द्वारा नर्सिंग ऑफिसर,ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और कंप्लेंट सेल महिला कर्मचारी से बदतमीजी की। इतना ही नहीं आरोपियों ने स्टॉफ कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी भी। नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में करीब 15-20 मिनट तक हंगामा होता रहा है। इस बारे में महिला कर्मचारियों ने पुलिस को शिकायत दी है। फीस जमा करने पर भड़के आरोपी पुलिस को दी शिकायत में महिला कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर करीब 3:30 बजे तीन से चार युवक शराब के नशे में धुत एमएलआर बनवाने के लिए अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आए। नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि सागर नाम के युवक ने जो सेक्टर 14 का रहने वाला है, वह MLR बनवाने के लिए बोला। जब उससे सरकारी फीस ₹280 जमा करने के लिए कहा तो इस पर शराब के नशे में धुत युवक बिफर गए, और गाली गलौज करने लगे। इस दौरान उन्होंने बहस करते हुए रिकॉर्डिंग करने लगे। कर्मचारियों के साथ की मारपीट जब उन्हें समझाने का प्रयास किया गया तो महिला स्टाफ से बदतमीजी करने लगे व अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की ओर जान से मारने की धमकी देने लगे। इस दौरान 4th क्लास कर्मचारी की शर्ट भी फाड़ दी। महिला कर्मचारियों ने बताया कि इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात नर्स से अभद्रता की और ऑन ड्यूटी डॉक्टर को भी गालियां दी। इस दौरान नर्स से जबरदस्ती फाइल भी छीन ली और मौके से भाग गए। जान से मारने की दी धमकी शिकायतकर्ता ने बताया कि झगड़े के दौरान इमरजेंसी में तैनात सिक्योरिटी गार्ड को बुलाए। मौके पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें इमरजेंसी से बाहर निकाला तो स्टाफ से गाली गलौज शुरू कर की और बोले अस्पताल से बाहर आओगे तो तुम्हें जान से मार देंगे। शिकायत पर नहीं पहुंची पुलिस वही इमरजेंसी में तैनात महिला कर्मचारियों ने बताया कि झगड़े के दौरान नागरिक अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। काफी देर बाद उनको सूचना दी गई। इसके बाद इमरजेंसी में नागरिक पहुंचे। फिलहाल पुलिस को शिकायत दी गई है। हिसार के नागरिक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 3-4 युवकों द्वारा नर्सिंग ऑफिसर,ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और कंप्लेंट सेल महिला कर्मचारी से बदतमीजी की। इतना ही नहीं आरोपियों ने स्टॉफ कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी भी। नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में करीब 15-20 मिनट तक हंगामा होता रहा है। इस बारे में महिला कर्मचारियों ने पुलिस को शिकायत दी है। फीस जमा करने पर भड़के आरोपी पुलिस को दी शिकायत में महिला कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर करीब 3:30 बजे तीन से चार युवक शराब के नशे में धुत एमएलआर बनवाने के लिए अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आए। नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि सागर नाम के युवक ने जो सेक्टर 14 का रहने वाला है, वह MLR बनवाने के लिए बोला। जब उससे सरकारी फीस ₹280 जमा करने के लिए कहा तो इस पर शराब के नशे में धुत युवक बिफर गए, और गाली गलौज करने लगे। इस दौरान उन्होंने बहस करते हुए रिकॉर्डिंग करने लगे। कर्मचारियों के साथ की मारपीट जब उन्हें समझाने का प्रयास किया गया तो महिला स्टाफ से बदतमीजी करने लगे व अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की ओर जान से मारने की धमकी देने लगे। इस दौरान 4th क्लास कर्मचारी की शर्ट भी फाड़ दी। महिला कर्मचारियों ने बताया कि इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात नर्स से अभद्रता की और ऑन ड्यूटी डॉक्टर को भी गालियां दी। इस दौरान नर्स से जबरदस्ती फाइल भी छीन ली और मौके से भाग गए। जान से मारने की दी धमकी शिकायतकर्ता ने बताया कि झगड़े के दौरान इमरजेंसी में तैनात सिक्योरिटी गार्ड को बुलाए। मौके पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें इमरजेंसी से बाहर निकाला तो स्टाफ से गाली गलौज शुरू कर की और बोले अस्पताल से बाहर आओगे तो तुम्हें जान से मार देंगे। शिकायत पर नहीं पहुंची पुलिस वही इमरजेंसी में तैनात महिला कर्मचारियों ने बताया कि झगड़े के दौरान नागरिक अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। काफी देर बाद उनको सूचना दी गई। इसके बाद इमरजेंसी में नागरिक पहुंचे। फिलहाल पुलिस को शिकायत दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बिना शौचालय वाले मतदान केंद्र पर महिला कर्मियों की ड्यूटी:हिसार लोकसभा में प्रेसिडिंग ऑफिसर ने की थी शिकायत, निर्माण कार्य शुरू
बिना शौचालय वाले मतदान केंद्र पर महिला कर्मियों की ड्यूटी:हिसार लोकसभा में प्रेसिडिंग ऑफिसर ने की थी शिकायत, निर्माण कार्य शुरू चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान के लिए जहां पोलिंग बूथ हो वहां शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इतना ही नहीं जहां पोलिंग हो रही है उस कमरे के दो गेट होने चाहिए। मगर हिसार लोकसभा में अधिकांश पोलिंग बूथ ऐसे थे जहां शौचालय और कमरे के दो गेट नहीं थे। मगर चुनाव आयोग के नियमों की जानकारी नहीं के कारण कोई इस बारे में आवाज नहीं उठाता। हिसार निर्वाचन लोकसभा में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक प्रेसिडिंग ऑफिसर (पीठासीन अधिकारी ) ने मतदान केंद्र पर शौचालय बनाने के लिए चुनाव आयोग तक लड़ाई लड़ी। इस जागरूकता के कारण चुनाव आयोग को मजबूरन जल्द फैसला लेना पड़ा और शौचालय का निर्माण शुरू हो गया है। उचाना कलां के गांव संडील के बूथ पर नहीं था शौचालय 24-25 मई को लोक सभा चुनाव में हिसार लोक सभा क्षेत्र के अधीन उचाना कलां विधान सभा क्षेत्र में बूथ नंबर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने टॉयलेट और बाथरूम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं होने की लिखित शिकायत ईमेल द्वारा 26 मई को भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजी थी। जिस पर भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ी गंभीरता से संज्ञान लिया और उस शिकायत को 27 मई को भारत निर्वाचन आयोग ने हरियाणा निर्वाचन आयोग के पास भेज दिया था। हरियाणा निर्वाचन आयोग ने इस शिकायत को जींद निर्वाचन ऑफिस में भेज दिया था और 31 मई को बूथ नम्बर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में टॉयलेट और बाथरुम बनने शुरू हो गए हैं। शौचालय नहीं था महिला कर्मचारी की लगा दी थी ड्यूटी पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने शिकायत में लिखा था कि उनकी पोलिंग पार्टी में एक महिला पोलिंग ऑफिसर की भी ड्यूटी लगी हुई थी और पोलिंग पार्टी की सुरक्षा में एक महिला पुलिस कर्मचारी की भी ड्यूटी लगी हुई थी। निर्वाचन आयोग ने महिला पोलिंग ऑफिसर को 24 मई को रात को पोलिंग बूथ पर ठहरने से छूट दी हुई थी लेकिन महिला पुलिस कर्मचारी के लिए ऐसी किसी छूट के बारे में उनको कोई जानकारी नहीं थी। महिला पोलिंग ऑफिसर को 25 मई को सुबह 5 बजे बूथ पर पहुंचने के निर्देश थे क्योंकि सुबह 5:30 बजे मोक पोल शुरू करना था। सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था के बिना पोलिंग बूथ पर 2 महिला कर्मचारियों का ड्यूटी पर तैनात होना पड़ा। 12 घंटे बिना शौचालय जाए बिताए पीठासीन अधिकारी ने बताया कि सुबह 5:30 बजे मॉक पोल शुरू करने से पहले टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था के बिना पूरी पोलिंग पार्टी को तैयार होना और पूरा दिन बिना टॉयलेट की व्यवस्था के निर्वाचन करवाना काफी कष्टदायक था। अक्टूबर 2024 में होने वाले हरियाणा विधान सभा के चुनाव से पहले बूथ नम्बर 21, रामदासिया चौपाल, गांव संडील में टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग से पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने उम्मीद की थी। लिखित शिकायत के बिना नहीं होती कार्रवाई पीठासीन अधिकारी सुरेश कुमार ने इस कार्रवाई पर खुशी जाहिर की है और बताया कि हरियाणा में ऐसे कई बूथ होंगे जो गांव की चौपाल या सरकारी प्राइमरी स्कूल में हैं, जहां टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं होगी। लेकिन जब तक कोई पीठासीन अधिकारी इसकी लिखित शिकायत नहीं करेगा तब तक ऐसे बूथ पर टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था करवाना प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा। वर्तमान लोक सभा चुनाव के समय जिस भी बूथ पर टॉयलेट और बाथरुम जैसी मूलभूत व्यवस्था नहीं थी, वहां के पीठासीन अधिकारी ने इसकी लिखित शिकायत भारत या हरियाणा निर्वाचन आयोग के पास भेजनी चाहिए।
हरियाणा CEO बोले-कांग्रेस ने झूठी कहानी बनाई:चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों पर 1600 पन्नों का जवाब; ECI ने कहा- आदतन हमला करने से बचें
हरियाणा CEO बोले-कांग्रेस ने झूठी कहानी बनाई:चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों पर 1600 पन्नों का जवाब; ECI ने कहा- आदतन हमला करने से बचें भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने मंगलवार को कांग्रेस के हरियाणा विधानसभा चुनाव में धांधली के आरोपों को खारिज कर दिया है। ECI ने 26 विधानसभा क्षेत्रों में जांच के आधार पर 1642 पन्नों की रिपोर्ट में कांग्रेस के हर सवाल के बारीकी और सबूतों के साथ जवाब दिया। इसके साथ ही आयोग ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि वह एक पुराने और अनुभवी राजनीतिक दल की तरह व्यवहार करे। कांग्रेस के तुच्छ और निराधार संदेह मतदान और मतगणना जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के दौरान अशांति पैदा कर सकते हैं। वहीं, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कांग्रेस ने झूठी कहानी बनाई थी। ECI के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एसबी जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर बिंदुवार हर सवाल का जवाब दिया। आयोग ने पिछले एक साल में 5 मामलों का हवाला देते हुए कांग्रेस से कहा कि आरोप लगाने में सावधानी बरतें, बिना किसी सबूत के इलेक्टोरल ऑपरेशन पर आदतन हमला करने से बचें। बता दें कि हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था और 8 अक्टूबर को रिजल्ट आया था। मतगणना के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि कुछ EVM 99 प्रतिशत बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं, जबकि कुछ 60-70 और 80 प्रतिशत से कम बैटरी क्षमता पर काम कर रही थीं। चुनाव आयोग ने कांग्रेस को क्या दी नसीहत…
चुनाव आयोग ने मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में कहा, “कांग्रेस एक पुराना राजनीतिक दल है, जिसके पास वर्षों का चुनावी अनुभव है। अगर ऐसा दल चुनाव प्रणाली पर सवाल उठाता है तो चुनाव आयोग को उनकी शिकायत पर ध्यान देने के लिए मजबूर होना पड़ता है। कांग्रेस के पास चुनाव में धांधली का कोई सबूत नहीं है। उम्मीदवार की सहमति से ही चुनाव के अलग-अलग चरणों से होकर गुजरना पड़ता है। इसका पूरा रिकॉर्ड भी है। कांग्रेस ने एक बार फिर पूरे चुनाव की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल से इस तरह की उम्मीद नहीं की जा सकती। आयोग देश में चुनावी लोकतंत्र को बनाए रखने और मजबूत करने के लिए राजनीतिक दलों के विचारों का सम्मान करता है और आश्वस्त करता है कि आयोग शिकायतों के निवारण के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। आयोग कांग्रेस से ईमानदारी से आग्रह करता है कि वह अपने पुरानी और शानदार प्रतिष्ठा के अनुरूप दृढ़ और ठोस कदम उठाए और अपने दृष्टिकोण में बदलाव करे। संवेदनशील चुनावी चरणों में जिम्मेदारी से आचरण करे, ताकि सार्वजनिक अशांति और अराजकता की संभावनाओं को कम किया जा सके। EVM का बैटरी को लेकर शिकायत पर आयोग ने जवाब में लिखा कि कांग्रेस ने आरोप रिजल्ट आने के तुरंत बाद लगाए। अगर इस तरह के आरोप थे तो पहले ही क्यों नहीं संज्ञान में लाए गए? बैटरी से जुड़े आरोपों पर विस्तृत जवाब भी दिया
आयोग ने बैटरी से जुड़े आरोपों पर विस्तृत जवाब भी दिया। कहा कि EVM की बैटरी की जो क्षमता होती है, उनमें 4 बैलेट यूनिट (BU) और एक कंट्रोल यूनिट (CU) इस्तेमाल में ली जा सकती है। साथ ही इनमें 2 हजार वोट भी डाले जा सकते हैं। जहां भी यह अपनी पूरी क्षमता में इस्तेमाल में ली गई, वहां बैटरी की क्षमता कम हुई, लेकिन जहां सिर्फ एक BU और एक CU का ही इस्तेमाल हुआ था और एक हजार से कम वोटिंग हुई, वहां बैटरी की क्षमता ज्यादा प्रभावित नहीं हुई। वैसे भी EVM में जिस बैटरी का इस्तेमाल होता है, वह अलकाइन बैटरी होती है। यह मोबाइल की तरह नहीं, बल्कि कैलकुलेटर की तरह होती है, जो न तो चार्ज होती है और न ही दोबारा इस्तेमाल में ली जा सकती है। EVM में इस्तेमाल के समय इनमें सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के उस पर हस्ताक्षर भी होते हैं। आयोग ने बैटरी से जुड़े आरोपों को सवाल-जवाब के स्वरूप में आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड किया है। कांग्रेस ने धांधली का आरोप लगाया था
कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव में EVM की गड़बड़ी का दावा करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस ने कहा था कि 26 सीटों पर मतगणना के दौरान EVM में गड़बड़ी पाई गई। इन सीटों के उम्मीदवारों ने लिखित और मौखिक शिकायतें दर्ज की थीं। कांग्रेस ने इनकी सूची चुनाव आयोग को भेजी है। कांग्रेस ने कहा था कि यह अजीब है कि जिन मशीनों में 99% बैटरी चार्ज रही, उन्हीं सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार हारे हैं। वहीं, 60-70% बैटरी चार्ज वाली मशीन वे हैं, जिन पर कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं। मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% और बाकी सामान्य मशीनें 60-70% चार्ज थीं। हमारी मांग है कि जांच पूरी होने तक उन मशीनों को सील और सुरक्षित रखा जाना चाहिए। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के समक्ष क्या-क्या कहा… कांग्रेस : 26 विधानसभा क्षेत्रों में कुछ मतदान केंद्रों पर मतगणना के दौरान EVM की 99 प्रतिशत तक बैटरी चार्ज थी। इसकी स्पष्टता को लेकर स्पष्टीकरण दिया जाए कि आखिरकार ऐसा क्यों हुआ?
चुनाव आयोग : EVM की CU की बैटरी की चार्जिंग का वोटिंग काउंट से कोई संबंध नहीं है। EVM काउंटिंग तक 15 चरण होते हैं। हर चरण में उम्मीदवार, उनके प्रतिनिधि या एजेंट शामिल होते हैं। कांग्रेस : EVM की CU बदले जाने की आशंका है। 8 अक्टूबर को मतगणना के दौरान ही इस आशंका को जाहिर कर दिया गया था। कुछ उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों ने 6 निर्वाचन क्षेत्रों में RO के ध्यान में लाया गया।
चुनाव आयोग : CU को गुप्त रूप से बदला जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। पूरा चुनाव निष्पक्ष होता है। चुनाव से पहले और काउंटिंग तक हर चीज में राजनीतिक दल भाग लेते हैं। अगर कोई गड़गड़ी थी तो काउंटिंग से पहले ध्यान में क्यों नहीं लाई गई। कांग्रेस : जांच तक 26 विधानसभा क्षेत्रों की सभी EVM को सुरक्षित रखा जाए, जब तक ECI उनकी शिकायतों की जांच न कर ले।
चुनाव आयोग : EVM का डाटा 45 दिनों तक सुरक्षित रहता है। इसलिए डाटा डिलीट जैसी कोई परेशानी नहीं है। EVM की काउंटिंग के बाद भी उसे संभाल कर रखा जाता है। कांग्रेस : वोटों की गिनती और उनकी अपलोडिंग जानबूझकर धीमी कर दी गई।
चुनाव आयोग : ऐसा नहीं होता। पूर्व में भी इस तरह के आरोपों पर जवाब दिया जा चुका है। इसकी पूरी डिटेल जांच रिपोर्ट में संलग्न है। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ये 5 बातें बताईं
हरियाणा में डॉगी पर 50 हजार इनाम:एयर इंडिया के कर्मचारी ने रास्ते से उठाकर पाली, फाइव स्टार होटल से भागी
हरियाणा में डॉगी पर 50 हजार इनाम:एयर इंडिया के कर्मचारी ने रास्ते से उठाकर पाली, फाइव स्टार होटल से भागी हरियाणा में गुरुग्राम के रहने वाले एक कपल की मादा डॉगी उत्तर प्रदेश के शहर आगरा में लापता हो गई। यह कपल आगरा घूमने गया था और वहां के फाइव स्टार होटल ताज व्यू में ठहरा था। होटल में पालतू जानवरों को संभालने की फैसिलिटी होने के चलते कपल ने अपने डॉगी को होटल में छोड़ा और घूमने चले गए। जब पति-पत्नी लौटे तो डॉगी गायब थी। इस कपल को उस डॉगी से इतना लगाव था कि उन्होंने उसे ढूंढकर लाने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की है। इसके लिए कपल 10 दिन तक आगरा में ही रुका। अब कपल गुरुग्राम लौट आया है, लेकिन डॉगी नहीं मिली। कपल अब भी डॉगी की वापसी की आस लगाए हुए है। पेट सिटिंग चार्ज देकर होटल लाया था कपल
गुरुग्राम के हुडा सिटी मेट्रो स्टेशन के पास रहने वाले दीपायन घोष ने बताया है कि वह एयर इंडिया के कर्मचारी हैं। 1 नवंबर को वह अपनी पत्नी कस्तूरी पात्रा के साथ आगरा घूमने गए थे। आगरा में उन्होंने होटल ताज व्यू में रूम बुक किया। वह अपने साथ 2 पेट डॉगी भी लेकर गए थे, क्योंकि ताज पेट फ्रेंडली होटल है। ऐसे में उन्होंने होटल में पेट सिटिंग सर्विसेज भी दी। इसके लिए 2 हजार रुपए सर्विस चार्ज भी दिया गया। 3 नवंबर को अपने दोनों डॉगी को होटल स्टाफ के हवाले कर आगरा से फतेहपुर सीकरी घूमने गए। दौड़ता हुए होटल से भागी डॉगी
दीपायन ने बताया कि उनके पास सुबह 11 बजे होटल से कॉल आया कि उनकी एक डॉगी भाग गई है। उनकी डॉगी का नाम ग्रेहाउंड है और देसी नस्ल है। सूचना मिलने के बाद करीब एक बजे वह वापस होटल पहुंचे और डॉगी को खोजा, लेकिन डॉगी नहीं मिली। होटल स्टाफ ने बताया कि डॉगी सुबह 9 बजे के करीब शहर की तरफ दौड़ते हुए भागी। आगरा के पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया गया। इसके बावजूद डॉगी का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद कपल ने ढूंढने वाले को 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की। 50 हजार रुपए इनाम के पोस्टर लगवाए
दीपायन ने बताया कि उनकी पत्नी और उन्हें डॉगी से खास लगाव है। जब से उनकी डॉगी ग्रेहाउंड लापता हुई है, उसके बाद से ही वह काफी परेशान हैं। उसकी तलाश में उन्होंने आगरा में उसके लापता होने के पोस्टर तक चस्पा किए। शुरुआत में डॉगी को खोजकर लाने वाले को 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा की थी, लेकिन जब डॉगी का कुछ पता नहीं चला तो उसकी इनामी राशि बढ़ाकर 30 हजार रुपए कर दी गई। बाद में कपल ने डॉगी को लाने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने के पोस्टर लगवाए। आखिरी बार ताज मेट्रो स्टेशन के पास दिखी
कपल के मुताबिक वह करीब 7 दिन तक डॉगी को आगरा में ही तलाशते रहे। जगह-जगह CCTV कैमरे चेक किए। आखिरी बार उसकी लोकेशन आगरा में ही ताज मेट्रो स्टेशन पर दिखी। यहां एक रिक्शा वाले ने उसे आखिरी बार देखा था। दीपायन और कस्तूरी आगरा शहर में तमाम जगह घूमे और अपने डॉगी की फोटो लगे पोस्टर लोगों को बांटे। दीपायन घोष ने अपील की है कि यदि किसी को ग्रेहाउंड दिखे तो मोबाइल नं. 7838899124 या ताज सुरक्षा पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।