हिसार में इनेलो नेता 8 लाख रुपए रिश्वत लेते काबू:होटल संचालक से मांगे थे 50 लाख; धक्के मारते हुए ले गई पुलिस

हिसार में इनेलो नेता 8 लाख रुपए रिश्वत लेते काबू:होटल संचालक से मांगे थे 50 लाख; धक्के मारते हुए ले गई पुलिस

हिसार में मंगलवार देर शाम पुलिस की सीआईए टीम ने इनेलो नेता एवं सेक्टर 16-17 के आरडब्ल्यूए प्रधान जितेंद्र श्योराण को 8 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने होटल संचालक से 50 लाख रुपए डिमांड की थी। कार्रवाई के दौरान उससे 8 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। सीआईए की ओर से की गई कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें पुलिस उसको धक्के मारते हुए लेकर जा रही है। जानकारी के अनुसार, जितेंद्र श्योराण ने होटल के अवैध कब्जे और किए गए अतिक्रमण को लेकर एक शिकायत अधिकारियों को दी थी। इस शिकायत वापस लेने की एवज में उसने होटल संचालक से 50 लाख रुपए मांगे थे। दोनों पक्षों में लंबी बातचीत के बाद 8 लाख रुपए में समझौता हुआ। मंगलवार शाम को जब होटल संचालक 8 लाख रुपए लेकर जितेंद्र श्योराण के पास पहुंचा। रुपए लेते ही सीआईए टीम ने छापेमारी कर उसको रिश्वत के रुपए के साथ पकड़ लिया। इस पूरे मामले में अभी तक इनेलो पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। जानिए क्या है पूरा मामला, जिसके लिए 8 लाख रुपए लिए जानकारी अनुसार, हिसार के सेक्टर 9-11 में तमय होटल बना है। इसके खिलाफ इनेलो नेता जितेंद्र श्योराण ने पिछले प्रदर्शन किया था। इसका बाकायदा मीडिया में प्रेसनोट भी जारी किया था। यहीं नहीं जितेंद्र श्योराण ने इस मामले में होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचवीपीएन) को शिकायत की थी। उसने होटल संचालकों पर एचवीपीएन की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इसके बाद HVPN की संपदा अधिकारी (ईओ) ने मौके का निरीक्षण किया था। सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में होटल मालिक को नोटिस भी दिया था। जल्द यह अतिक्रमण हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया था। इस पर होटल संचालक ने मामला सुलझाने को जितेंद्र श्योराण से बात की। आखिर शिकायत वापस लेने कर एवज में जितेंद्र श्योराण ने होटल संचालक से 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी, ताकि कोई कार्रवाई न हो। डील तय होने पर देने गए थे 8 लाख रुपए पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जितेंद्र श्योराण की होटल संचालक से 8 लाख रुपए में डील तय हुई थी। प्रापर्टी डील करवाने आए राजबीर होटल संचालक साहिल अग्रवाल से 8 लाख रुपए लेकर मंगलवार रात करीब 10 बजे जितेंद्र श्योराण के घर सेक्टर 9-11 पहुंचा। राजबीर ने एक थैले में रुपए डाले हुए थे। जब राजबीर ने रुपयों से भरा थैला जितेंद्र श्योराण को थमाया तो उसी समय CIA इंस्पेक्टर पवन टीम टीम मौके पर पहुंची और उसे अरेस्ट कर लिया। 2019 में जितेंद्र ने JJP टिकट से लड़ा चुनाव जितेंद्र श्योराण इनेलो पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। जितेंद्र श्योराण ने 2019 में जजपा की टिकट पर हिसार सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, जिसमें करारी हार मिली थी। इसके बाद साल 2024 विधानसभा चुनाव से पहले जितेंद्र ने इनेलो जॉइन कर ली। इस बार उनकी पत्नी सुमन श्योराण ने वार्ड 13 से नगर निगम पार्षद का चुनाव लड़ा था, वो भी हार गई थी। सामाजिक कार्यों व धरना- प्रदर्शन में रहे आगे जितेंद्र श्योराण दरअसल सामाजिक कार्यों एवं धरने प्रदर्शन में आगे रहे हैं। चाहे वह व्यापारियों का हो या आमजन का। उन्होंने हिसार संघर्ष समिति भी बनाई हुई है, जिसके वह स्वयं अध्यक्ष रहे हैं। आरडब्ल्यूए प्रधान बनने पर हुआ था विवाद जितेंद्र श्योराण जब सेक्टर 16-17 आरडब्ल्यूए के प्रधान बने थे। उस दौरान आरडब्लयूए के पूर्व प्रधान और अन्य लोगों ने उनके प्रधान बनने पर सवाल उठाएं थे। आखिर जितेंद्र श्योराण ने प्रधान बनाए जाने के बाद जोश में दिखे थे। शुरू से वह विवादों में रहे हैं। इससे पहले कोई ब्लैकमेलिंग कर रिश्वत का मामला सामने नहीं आया था। हिसार में मंगलवार देर शाम पुलिस की सीआईए टीम ने इनेलो नेता एवं सेक्टर 16-17 के आरडब्ल्यूए प्रधान जितेंद्र श्योराण को 8 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने होटल संचालक से 50 लाख रुपए डिमांड की थी। कार्रवाई के दौरान उससे 8 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। सीआईए की ओर से की गई कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें पुलिस उसको धक्के मारते हुए लेकर जा रही है। जानकारी के अनुसार, जितेंद्र श्योराण ने होटल के अवैध कब्जे और किए गए अतिक्रमण को लेकर एक शिकायत अधिकारियों को दी थी। इस शिकायत वापस लेने की एवज में उसने होटल संचालक से 50 लाख रुपए मांगे थे। दोनों पक्षों में लंबी बातचीत के बाद 8 लाख रुपए में समझौता हुआ। मंगलवार शाम को जब होटल संचालक 8 लाख रुपए लेकर जितेंद्र श्योराण के पास पहुंचा। रुपए लेते ही सीआईए टीम ने छापेमारी कर उसको रिश्वत के रुपए के साथ पकड़ लिया। इस पूरे मामले में अभी तक इनेलो पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। जानिए क्या है पूरा मामला, जिसके लिए 8 लाख रुपए लिए जानकारी अनुसार, हिसार के सेक्टर 9-11 में तमय होटल बना है। इसके खिलाफ इनेलो नेता जितेंद्र श्योराण ने पिछले प्रदर्शन किया था। इसका बाकायदा मीडिया में प्रेसनोट भी जारी किया था। यहीं नहीं जितेंद्र श्योराण ने इस मामले में होटल मालिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचवीपीएन) को शिकायत की थी। उसने होटल संचालकों पर एचवीपीएन की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इसके बाद HVPN की संपदा अधिकारी (ईओ) ने मौके का निरीक्षण किया था। सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में होटल मालिक को नोटिस भी दिया था। जल्द यह अतिक्रमण हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया था। इस पर होटल संचालक ने मामला सुलझाने को जितेंद्र श्योराण से बात की। आखिर शिकायत वापस लेने कर एवज में जितेंद्र श्योराण ने होटल संचालक से 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी, ताकि कोई कार्रवाई न हो। डील तय होने पर देने गए थे 8 लाख रुपए पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जितेंद्र श्योराण की होटल संचालक से 8 लाख रुपए में डील तय हुई थी। प्रापर्टी डील करवाने आए राजबीर होटल संचालक साहिल अग्रवाल से 8 लाख रुपए लेकर मंगलवार रात करीब 10 बजे जितेंद्र श्योराण के घर सेक्टर 9-11 पहुंचा। राजबीर ने एक थैले में रुपए डाले हुए थे। जब राजबीर ने रुपयों से भरा थैला जितेंद्र श्योराण को थमाया तो उसी समय CIA इंस्पेक्टर पवन टीम टीम मौके पर पहुंची और उसे अरेस्ट कर लिया। 2019 में जितेंद्र ने JJP टिकट से लड़ा चुनाव जितेंद्र श्योराण इनेलो पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। जितेंद्र श्योराण ने 2019 में जजपा की टिकट पर हिसार सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, जिसमें करारी हार मिली थी। इसके बाद साल 2024 विधानसभा चुनाव से पहले जितेंद्र ने इनेलो जॉइन कर ली। इस बार उनकी पत्नी सुमन श्योराण ने वार्ड 13 से नगर निगम पार्षद का चुनाव लड़ा था, वो भी हार गई थी। सामाजिक कार्यों व धरना- प्रदर्शन में रहे आगे जितेंद्र श्योराण दरअसल सामाजिक कार्यों एवं धरने प्रदर्शन में आगे रहे हैं। चाहे वह व्यापारियों का हो या आमजन का। उन्होंने हिसार संघर्ष समिति भी बनाई हुई है, जिसके वह स्वयं अध्यक्ष रहे हैं। आरडब्ल्यूए प्रधान बनने पर हुआ था विवाद जितेंद्र श्योराण जब सेक्टर 16-17 आरडब्ल्यूए के प्रधान बने थे। उस दौरान आरडब्लयूए के पूर्व प्रधान और अन्य लोगों ने उनके प्रधान बनने पर सवाल उठाएं थे। आखिर जितेंद्र श्योराण ने प्रधान बनाए जाने के बाद जोश में दिखे थे। शुरू से वह विवादों में रहे हैं। इससे पहले कोई ब्लैकमेलिंग कर रिश्वत का मामला सामने नहीं आया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर