हिसार लोकसभा के पूर्व सांसद रहे चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने उचाना में कार्यकर्ताओं से रुबरू हुए। इस दौरान बृजेंद्र सिंह ने राजनीतिक मुद्दो पर खुलकर चर्चा की। बृजेंद्र सिंह ने इनेलो और जजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि एक पार्टी के 1.7 प्रतिशत वोट आए हैं तो दूसरी पार्टी तो 1 प्रतिशत वोट भी नहीं ला पाई। 0.87 प्रतिशत पर ही सिमट गई। उन्होंने कहा कि डेढ़ दो साल पहले आभास हो गया था कि ये इन पार्टियों का जनाधार खत्म हो गया है। यह हाशिये पर चले गए हैं मगर ऐसा नहीं सोचा था कि यह हाशिये से भी बाहर हो जाएंगे। मगर जनता जर्नाधन का फैसला है। उससे मानना ही पड़ता है। प्रदेश में आने वाले समय में भी कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला देखने को मिलेगा। लोकसभा चुनाव में भाजपा मोदी के चेहरे के कारण सीटें जीतने में कामयाब रही मगर आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आंधी से भाजपा साफ हो जाएगी। यूपी में जहां-जहां राम वहां-वहां भाजपा साफ बृजेंद्र सिंह ने कहा कि यूपी भाजपा 62 से 33 पर आ गई। एक ही राज्य में 29 सीट कम होना बड़ी बात है। सबसे खास बात यह है कि यूपी में प्रभु राम से जुड़ी सभी जगहों पर भाजपा की हार हुई। लोग अब भावनात्मक मुद्दों पर वोट नहीं डालते यह सब चीजें हर बार नहीं चलती। लोगों के बीच महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे चल रहे थे मगर भाजपा दूसरी बात कर रही थी इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। 400 पार का नारे सिर्फ माहौल बनाने के लिए था बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मतदान से पहले भाजपा ने माहौल बनाने का प्रयास किया गया और 400 का नारा देकर जोश पैदा करने की कोशिश की गई। इसका धरातल से कोई वास्ता नहीं है। मगर चुनाव में देश में जो स्थिति है वह सबके सामने रख दी। प्रचार तंत्र के माध्यम से यह माहौल बनाने की कोशिश की गई कि देश में सिर्फ एक तरफा भाजपा का माहौल है। बृजेंद्र सिंह ने राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दे का समर्थन करते हुए कहा कि जब चुनाव खत्म हो गया था तो भी भाजपा का प्रचार किया गया। इससे किसे फायदा पहुंचा। इसके बाद स्टॉक मार्केट में जिस प्रकार तेजी देखने को मिली। इसकी जरूर जांच होनी चाहिए। यह लोगों के विश्वास के साथ एक तरह का खिलवाड़ हैं। आप-कांग्रेस का गठबंधन सिर्फ लोकसभा तक था बृजेंद्र सिंह ने कहा कि आप और कांग्रेस के गठबंधन पर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि ये गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों का था। ये दिल्ली, हरियाणा में चला, पंजाब में वो नहीं हो पाया। दिल्ली और हरियाणा में आगामी 4 से 5 माह में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए दोनों पाटियों को लगता है कि वो अपने प्रदेश में अपने आप चुनाव लड़ने में सक्षम हैं। इस वजह से वो गठबंधन नहीं रह पाया। जजपा और इनेलो को लेकर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें हैरानी है कि जिस पार्टी का वोट प्रतिशत एक प्रतिशत से भी नीचे है, उसके बारे में क्या बात करनी। हिसार लोकसभा के पूर्व सांसद रहे चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने उचाना में कार्यकर्ताओं से रुबरू हुए। इस दौरान बृजेंद्र सिंह ने राजनीतिक मुद्दो पर खुलकर चर्चा की। बृजेंद्र सिंह ने इनेलो और जजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि एक पार्टी के 1.7 प्रतिशत वोट आए हैं तो दूसरी पार्टी तो 1 प्रतिशत वोट भी नहीं ला पाई। 0.87 प्रतिशत पर ही सिमट गई। उन्होंने कहा कि डेढ़ दो साल पहले आभास हो गया था कि ये इन पार्टियों का जनाधार खत्म हो गया है। यह हाशिये पर चले गए हैं मगर ऐसा नहीं सोचा था कि यह हाशिये से भी बाहर हो जाएंगे। मगर जनता जर्नाधन का फैसला है। उससे मानना ही पड़ता है। प्रदेश में आने वाले समय में भी कांग्रेस और भाजपा में मुकाबला देखने को मिलेगा। लोकसभा चुनाव में भाजपा मोदी के चेहरे के कारण सीटें जीतने में कामयाब रही मगर आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आंधी से भाजपा साफ हो जाएगी। यूपी में जहां-जहां राम वहां-वहां भाजपा साफ बृजेंद्र सिंह ने कहा कि यूपी भाजपा 62 से 33 पर आ गई। एक ही राज्य में 29 सीट कम होना बड़ी बात है। सबसे खास बात यह है कि यूपी में प्रभु राम से जुड़ी सभी जगहों पर भाजपा की हार हुई। लोग अब भावनात्मक मुद्दों पर वोट नहीं डालते यह सब चीजें हर बार नहीं चलती। लोगों के बीच महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे चल रहे थे मगर भाजपा दूसरी बात कर रही थी इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। 400 पार का नारे सिर्फ माहौल बनाने के लिए था बृजेंद्र सिंह ने कहा कि मतदान से पहले भाजपा ने माहौल बनाने का प्रयास किया गया और 400 का नारा देकर जोश पैदा करने की कोशिश की गई। इसका धरातल से कोई वास्ता नहीं है। मगर चुनाव में देश में जो स्थिति है वह सबके सामने रख दी। प्रचार तंत्र के माध्यम से यह माहौल बनाने की कोशिश की गई कि देश में सिर्फ एक तरफा भाजपा का माहौल है। बृजेंद्र सिंह ने राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दे का समर्थन करते हुए कहा कि जब चुनाव खत्म हो गया था तो भी भाजपा का प्रचार किया गया। इससे किसे फायदा पहुंचा। इसके बाद स्टॉक मार्केट में जिस प्रकार तेजी देखने को मिली। इसकी जरूर जांच होनी चाहिए। यह लोगों के विश्वास के साथ एक तरह का खिलवाड़ हैं। आप-कांग्रेस का गठबंधन सिर्फ लोकसभा तक था बृजेंद्र सिंह ने कहा कि आप और कांग्रेस के गठबंधन पर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि ये गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों का था। ये दिल्ली, हरियाणा में चला, पंजाब में वो नहीं हो पाया। दिल्ली और हरियाणा में आगामी 4 से 5 माह में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए दोनों पाटियों को लगता है कि वो अपने प्रदेश में अपने आप चुनाव लड़ने में सक्षम हैं। इस वजह से वो गठबंधन नहीं रह पाया। जजपा और इनेलो को लेकर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें हैरानी है कि जिस पार्टी का वोट प्रतिशत एक प्रतिशत से भी नीचे है, उसके बारे में क्या बात करनी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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