हरियाणा के हिसार में हांसी से विधायक विनोद भयाना के घर के बाहर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। वे अघोषित बिजली कटौती से परेशान थे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं, जो बिजली कटौती को लेकर नारेबाजी कर रही थीं। उन्होंने विधायक को खरी-खोटी भी सुनाई। लोगों की इस नारेबाजी से नाराज होकर विधायक ने बिजली निगम के अधिकारी की क्लास लगा दी। उन्होंने XEN को फोन पर कहा- तुम ठीक से काम कर सकते हो तो करो, नहीं तो दूसरा स्टेशन ढूंढ लो। इतना परेशान मैं कभी नहीं हुआ, जितना अब हो गया हूं। साथ ही उन्होंने लोगों को शांत कराते हुए आश्वासन दिया कि यदि अब लाइट नहीं आई तो वह खुद लोगों के साथ चलेंगे और बिजली अधिकारियों की खबर लेंगे। इसके बाद लोग शांत हुए और घर चले गए। सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए, विधायक के घर के बाहर जमा लोगों ने क्या कहा… विधायक और बिजली अधिकारी की बातचीत… अधिकारी (फोन उठाते ही) – नमस्कार सर।
विधायक – हां, नमस्कार! एक तो आप यह गंदी आदत छोड़ दो, फोन को बिजी कर लेते हो आप। अधिकारी – नहीं सर, क्या हुआ?
विधायक – नहीं-नहीं सर क्या हुआ? मैं फोन कर रहा हूं और आपका फोन बिजी आ रहा है। अरे यह पब्लिक मेरे दरवाजे पर खड़ी है यार। कुछ तो शर्म करो। रोज मैं कितना बर्दाश्त करूंगा? कम से इनका फोन उठाओ, अटेंड करो इन्हें और बताओ कि 15 मिनट में लाइट आएगी, 1 घंटे में लाइट आएगी। यह कोई तरीका थोड़े ही है कि आप फोन बिजी कर लोगे। अधिकारी – सर मैं सभी के फोन उठा रहा हूं।
विधायक – नहीं-नहीं, सारे फोन कहां उठा रहे हो? मेरा फोन बज रहा है। सारे फोन काटकर मेरी बात सुनो पहले। अधिकारी – सर, आपकी ही सुन रहा हूं मैं।
विधायक – कहां सुन रहे हो आप? यह सारी पब्लिक मेरे दरवाजे पर खड़ी है। कितनी देर में लाइट आएगी, यह बताओ? लोग आए खड़े हैं। अधिकारी – सभी को मैंने बताया है सर। छोटा सा कट लगा है। अभी आ जाएगी लाइट।
विधायक – तुम ठीक से काम कर सकते हो तो करो, नहीं तो दूसरा स्टेशन ढूंढ लो। इतना परेशान मैं कभी नहीं हुआ, जितना अब हो गया हूं। तुम तो घर बैठ जाते हो लॉर्ड साहब बनकर। कल भी यही बात थी, परसों भी यही बात थी, आज भी यही बात है। कम से कम लोगों के फोन तो सुनो यार। अब यह बताओ कि लाइट कितनी देर में आएगी? अधिकारी – सर, आधा घंटा या पौना घंटा लगेगा। उसके बाद आ जाएगी।
विधायक – चलो, ठीक है। लोगों को आश्वासन देकर घर भेजा
फोन डिस्कनेक्ट होने के बाद विधायक लोगों को आश्वासन देते हैं कि लाइट आएगी और पक्की आएगी। फिर नहीं जाएगी। उन्होंने कहा- लोगों की समस्या को देखते हुए पूरी केबल बदलवाई थी, लेकिन लोड बढ़ते ही वह फिर से जल गई। अब वह आधे से पौना घंटे में लाइट देने की कह रहे हैं। अगर इतने समय में नहीं आई तो मैं आपके साथ चलूंगा और इनसे बात करूंगा। हरियाणा के हिसार में हांसी से विधायक विनोद भयाना के घर के बाहर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। वे अघोषित बिजली कटौती से परेशान थे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं, जो बिजली कटौती को लेकर नारेबाजी कर रही थीं। उन्होंने विधायक को खरी-खोटी भी सुनाई। लोगों की इस नारेबाजी से नाराज होकर विधायक ने बिजली निगम के अधिकारी की क्लास लगा दी। उन्होंने XEN को फोन पर कहा- तुम ठीक से काम कर सकते हो तो करो, नहीं तो दूसरा स्टेशन ढूंढ लो। इतना परेशान मैं कभी नहीं हुआ, जितना अब हो गया हूं। साथ ही उन्होंने लोगों को शांत कराते हुए आश्वासन दिया कि यदि अब लाइट नहीं आई तो वह खुद लोगों के साथ चलेंगे और बिजली अधिकारियों की खबर लेंगे। इसके बाद लोग शांत हुए और घर चले गए। सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए, विधायक के घर के बाहर जमा लोगों ने क्या कहा… विधायक और बिजली अधिकारी की बातचीत… अधिकारी (फोन उठाते ही) – नमस्कार सर।
विधायक – हां, नमस्कार! एक तो आप यह गंदी आदत छोड़ दो, फोन को बिजी कर लेते हो आप। अधिकारी – नहीं सर, क्या हुआ?
विधायक – नहीं-नहीं सर क्या हुआ? मैं फोन कर रहा हूं और आपका फोन बिजी आ रहा है। अरे यह पब्लिक मेरे दरवाजे पर खड़ी है यार। कुछ तो शर्म करो। रोज मैं कितना बर्दाश्त करूंगा? कम से इनका फोन उठाओ, अटेंड करो इन्हें और बताओ कि 15 मिनट में लाइट आएगी, 1 घंटे में लाइट आएगी। यह कोई तरीका थोड़े ही है कि आप फोन बिजी कर लोगे। अधिकारी – सर मैं सभी के फोन उठा रहा हूं।
विधायक – नहीं-नहीं, सारे फोन कहां उठा रहे हो? मेरा फोन बज रहा है। सारे फोन काटकर मेरी बात सुनो पहले। अधिकारी – सर, आपकी ही सुन रहा हूं मैं।
विधायक – कहां सुन रहे हो आप? यह सारी पब्लिक मेरे दरवाजे पर खड़ी है। कितनी देर में लाइट आएगी, यह बताओ? लोग आए खड़े हैं। अधिकारी – सभी को मैंने बताया है सर। छोटा सा कट लगा है। अभी आ जाएगी लाइट।
विधायक – तुम ठीक से काम कर सकते हो तो करो, नहीं तो दूसरा स्टेशन ढूंढ लो। इतना परेशान मैं कभी नहीं हुआ, जितना अब हो गया हूं। तुम तो घर बैठ जाते हो लॉर्ड साहब बनकर। कल भी यही बात थी, परसों भी यही बात थी, आज भी यही बात है। कम से कम लोगों के फोन तो सुनो यार। अब यह बताओ कि लाइट कितनी देर में आएगी? अधिकारी – सर, आधा घंटा या पौना घंटा लगेगा। उसके बाद आ जाएगी।
विधायक – चलो, ठीक है। लोगों को आश्वासन देकर घर भेजा
फोन डिस्कनेक्ट होने के बाद विधायक लोगों को आश्वासन देते हैं कि लाइट आएगी और पक्की आएगी। फिर नहीं जाएगी। उन्होंने कहा- लोगों की समस्या को देखते हुए पूरी केबल बदलवाई थी, लेकिन लोड बढ़ते ही वह फिर से जल गई। अब वह आधे से पौना घंटे में लाइट देने की कह रहे हैं। अगर इतने समय में नहीं आई तो मैं आपके साथ चलूंगा और इनसे बात करूंगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
