हिसार में शकुंतला-डीएन सैनी का भाजपा सदस्यता फॉर्म रद्द:दोनों मेयर चुनाव के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे, जिंदल हाउस के हैं करीबी

हिसार में शकुंतला-डीएन सैनी का भाजपा सदस्यता फॉर्म रद्द:दोनों मेयर चुनाव के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे, जिंदल हाउस के हैं करीबी

हरियाणा में नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका है और उम्मीदवार गोटियां फिट करने में जुटे हैं। सावित्री जिंदल के हिसार से निर्दलीय विधायक बनने के बाद उनके समर्थकों की नजर भी मेयर सीट पर है। जिंदल हाउस के करीबी पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला और डीएन सैनी ने सक्रिय सदस्यता फॉर्म भरा था, लेकिन भाजपा की स्क्रूटनी में उनके दोनों फॉर्म खारिज हो गए हैं। अब ये दोनों मेयर चुनाव के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। उधर, भाजपा ने मेयर और पार्षदों के बायोडाटा लेने शुरू कर दिए हैं। पहले दिन मेयर के लिए करीब 20 और पार्षदों के लिए 60 बायोडाटा (आवेदन) आए हैं। उधर, कांग्रेस चुनाव के लिए नियुक्त प्रभारी और सह प्रभारी ने कांग्रेस भवन में बैठक की। इसमें सभी ने सिंबल पर चुनाव लड़ने की आवाज उठाई। कांग्रेसियों ने कहा कि वे एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि पूर्व मेयर राजलीवाला और डीएन सैनी को उनके फॉर्म रद्द होने की जानकारी नहीं है। भाजपा में पहुंचे 20 मेयर तो 60 पार्षद के बायोडाटा
भाजपा से चुनाव लड़ने वालों की लंबी लिस्ट हैं। भाजपा की तरफ से सिंबल पर चुनाव लड़ा जाना है। हिसार नगर निगम के मेयर के लिए प्रत्याशी की तलाश को लेकर बायोडाटा मांगे गए है। आज भी बायोडाटा जमा किए जाएंगे। पहले दिन वीरवार को मेयर पद के लिए 20 कार्यकर्ताओं ने अपने बायोडाटा जमा करवाए। वहीं करीब 60 कार्यकर्ताओं ने पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए बायोडाटा दिया। पूर्व विधायक कमल गुप्ता और भाजपा कार्यालय दोनों जगह भाजपाई बायो डेटा देने पहुंच रहे हैं। कांग्रेसी बोली- टिकट नहीं मिलने पर कोई न हो सामने खड़ा
वहीं कांग्रेस भवन में चुनाव लड़ने वाले अधिकतर कांग्रेस एकत्रित हुए। बैठक लेने के लिए निकाय चुनाव को लेकर बनाए गए प्रभारी कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला और सह प्रभारी धर्मवीर कौलेखां पहुंचे थे। उनके समक्ष सभी ने कांग्रेस की तरफ से मेयर और पार्षद के चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई। साथ ही कार्यकर्ताओं ने कहा कि टिकट जिसको नहीं मिले वह कार्यकर्ता बाद में विरोध कर चुनाव लड़ने की बजाय उसका साथ दे। विधानसभा चुनाव में नेताओं की गलती से सरकार उनके हाथ से चली गई है। निकाय चुनाव जीत कर कांग्रेस दोबारा से अपनी पार्टी को मजबूत करने की बात कह रहे हैं। अब हिसार के प्रभारी व सह प्रभारी दिल्ली में कांग्रेस की होने वाली बैठक में फीडबैक देंगे। कांग्रेसियों में भी चुनाव को लेकर उत्साह
निकाय चुनाव को लेकर कई कांग्रेसियों ने दावेदारी पेश की है। कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर चुनाव लड़ने के बावजूद हराने पर रोष भी प्रकट किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सिंबल पर दोनों चुनाव लड़ने चाहिए। प्रभारी शीशपाल केहरवाला ने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं को पार्टी हाईकमान तक पहुंचाया जाएगा। मिलकर चुनाव लड़ने से ही वह चुनाव जीत सकते हैं। इससे पार्टी मजबूत होगी। सह प्रभारी धर्मबीर ने कहा कि यह विधायक के बराबर चुनाव है। हिसार निगम की सीट मिलकर जीत सकते हैं। सभी सिंबल पर पर सहमति लेने के साथ ही धर्मबीर ने उनकी बात को ऊपर तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं का कसूर नहीं था। नेताओं का कसूर था। अब जिसको भी टिकट मिले सभी उसका साथ दें। हरियाणा में नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका है और उम्मीदवार गोटियां फिट करने में जुटे हैं। सावित्री जिंदल के हिसार से निर्दलीय विधायक बनने के बाद उनके समर्थकों की नजर भी मेयर सीट पर है। जिंदल हाउस के करीबी पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला और डीएन सैनी ने सक्रिय सदस्यता फॉर्म भरा था, लेकिन भाजपा की स्क्रूटनी में उनके दोनों फॉर्म खारिज हो गए हैं। अब ये दोनों मेयर चुनाव के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे। उधर, भाजपा ने मेयर और पार्षदों के बायोडाटा लेने शुरू कर दिए हैं। पहले दिन मेयर के लिए करीब 20 और पार्षदों के लिए 60 बायोडाटा (आवेदन) आए हैं। उधर, कांग्रेस चुनाव के लिए नियुक्त प्रभारी और सह प्रभारी ने कांग्रेस भवन में बैठक की। इसमें सभी ने सिंबल पर चुनाव लड़ने की आवाज उठाई। कांग्रेसियों ने कहा कि वे एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि पूर्व मेयर राजलीवाला और डीएन सैनी को उनके फॉर्म रद्द होने की जानकारी नहीं है। भाजपा में पहुंचे 20 मेयर तो 60 पार्षद के बायोडाटा
भाजपा से चुनाव लड़ने वालों की लंबी लिस्ट हैं। भाजपा की तरफ से सिंबल पर चुनाव लड़ा जाना है। हिसार नगर निगम के मेयर के लिए प्रत्याशी की तलाश को लेकर बायोडाटा मांगे गए है। आज भी बायोडाटा जमा किए जाएंगे। पहले दिन वीरवार को मेयर पद के लिए 20 कार्यकर्ताओं ने अपने बायोडाटा जमा करवाए। वहीं करीब 60 कार्यकर्ताओं ने पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए बायोडाटा दिया। पूर्व विधायक कमल गुप्ता और भाजपा कार्यालय दोनों जगह भाजपाई बायो डेटा देने पहुंच रहे हैं। कांग्रेसी बोली- टिकट नहीं मिलने पर कोई न हो सामने खड़ा
वहीं कांग्रेस भवन में चुनाव लड़ने वाले अधिकतर कांग्रेस एकत्रित हुए। बैठक लेने के लिए निकाय चुनाव को लेकर बनाए गए प्रभारी कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला और सह प्रभारी धर्मवीर कौलेखां पहुंचे थे। उनके समक्ष सभी ने कांग्रेस की तरफ से मेयर और पार्षद के चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई। साथ ही कार्यकर्ताओं ने कहा कि टिकट जिसको नहीं मिले वह कार्यकर्ता बाद में विरोध कर चुनाव लड़ने की बजाय उसका साथ दे। विधानसभा चुनाव में नेताओं की गलती से सरकार उनके हाथ से चली गई है। निकाय चुनाव जीत कर कांग्रेस दोबारा से अपनी पार्टी को मजबूत करने की बात कह रहे हैं। अब हिसार के प्रभारी व सह प्रभारी दिल्ली में कांग्रेस की होने वाली बैठक में फीडबैक देंगे। कांग्रेसियों में भी चुनाव को लेकर उत्साह
निकाय चुनाव को लेकर कई कांग्रेसियों ने दावेदारी पेश की है। कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर चुनाव लड़ने के बावजूद हराने पर रोष भी प्रकट किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सिंबल पर दोनों चुनाव लड़ने चाहिए। प्रभारी शीशपाल केहरवाला ने कहा कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं को पार्टी हाईकमान तक पहुंचाया जाएगा। मिलकर चुनाव लड़ने से ही वह चुनाव जीत सकते हैं। इससे पार्टी मजबूत होगी। सह प्रभारी धर्मबीर ने कहा कि यह विधायक के बराबर चुनाव है। हिसार निगम की सीट मिलकर जीत सकते हैं। सभी सिंबल पर पर सहमति लेने के साथ ही धर्मबीर ने उनकी बात को ऊपर तक पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं का कसूर नहीं था। नेताओं का कसूर था। अब जिसको भी टिकट मिले सभी उसका साथ दें।   हरियाणा | दैनिक भास्कर