<p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024 Result:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर जनता ने हेमंत सोरेन सरकार पर भरोसा जताया है. हेमंत सोरेन की JMM को 34 तो कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, बीजेपी के खाते में 20 सीटें आई हैं. अब विधानसभा चुनाव में हुई इस जीत के बाद हेमंत सोरेन रविवार (24 नवंबर) को राज्यपाल से मिलेंगे और एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024 Result:</strong> झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर जनता ने हेमंत सोरेन सरकार पर भरोसा जताया है. हेमंत सोरेन की JMM को 34 तो कांग्रेस को 16 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, बीजेपी के खाते में 20 सीटें आई हैं. अब विधानसभा चुनाव में हुई इस जीत के बाद हेमंत सोरेन रविवार (24 नवंबर) को राज्यपाल से मिलेंगे और एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. </p> झारखंड महाकुंभ: काम करने वाले सफाईकर्मियों और नाविकों को सौगात, सीएम योगी देंगे 2 लाख का बीमा
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हिमाचल के समेज में सर्च ऑपरेशन रोका:23 लोग अभी भी लापता; 13 शवों की पहचान हो चुकी, अब सतलुज के किनारे तलाश जारी
हिमाचल के समेज में सर्च ऑपरेशन रोका:23 लोग अभी भी लापता; 13 शवों की पहचान हो चुकी, अब सतलुज के किनारे तलाश जारी हिमाचल प्रदेश के रामपुर के समेज हादसे के 21 दिन बाद भी 23 लापता लोगों का सुराग नहीं लग पाया है। समेज के सैलाब में बहे 36 लोगों में से अब तक 13 लोगों के शवों ही पहचान हो पाई है। अब समेज खड्ड में सर्च ऑपरेशन रोक दिया गया है। यह निर्णय स्थानीय लोगों से मीटिंग के बाद लिया गया। समेज खड्ड से लेकर सुन्नी के कौल डैम में अब तक 19 शव या अंग मिले हैं। ज्यादातर शव क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं। इससे इनकी पहचान मुश्किल हो गई है और डीएनए सैंपल से शिनाख्त करनी पड़ रही है। समेज में सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड जवानों ने 18 दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाए रखा। मशीनों से 20-20 फीट गहरी खुदाई की गई। मगर यहां ज्यादा कामयाबी नहीं मिली। अब तक ज्यादातर शव सतलुज नदी किनारे और सुन्नी स्थित कौल डैम में बरामद हुए हैं। इसे देखते हुए अब लापता लोगों की तलाश समेज से आगे के 85 किलोमीटर क्षेत्र में सतलुज नदी किनारे सुन्नी तक की जा रही है। SDM बोले- यहां रोका सर्च ऑपरेशन SDM रामपुर निशांत तोमर ने बताया कि स्थानीय लोगों के कहने पर समेज में सर्च ऑपरेशन रोका गया है। समेज में कई बार जमीन की मशीनों से खुदाई कर दी गई है। उन्होंने बताया, बेशक समेज में सर्च ऑपरेशन रोका गया है, लेकिन सतलुज किनारे सर्च ऑपरेशन जारी है। जिन लोगों के शव व अंग मिलने हैं, उनकी पहचान के लिए डीएएन सैंपल एफएसएल लैब को भेज दिए गए है। 31 जुलाई की रात आया सैलाब बता दें कि बीती 31 जुलाई की रात श्रीखंड में बादल फटने के बाद समेज खड्ड में सैलाब आया। इसकी चपेट में पूरा गांव बह गया और 36 लोग लापता हो गए। तब से समेज में सर्च ऑपरेशन जारी है। इस मानसून ने प्रदेश को कभी न भुला पाने वाले जख्म दिए है। लापता लोगों के परिजनों को अपने के शव भी नसीब नहीं हो पा रहे। जो शव मिले हैं, उनमे ज्यादातर क्षत-विक्षत हालत में मिले है।
Exclusive: हेमंत सोरेन को लेकर JDU उम्मीदवार सरयू राय सॉफ्ट, ‘उनके प्रति मन में स्नेह लेकिन जैसे सरकार…’
Exclusive: हेमंत सोरेन को लेकर JDU उम्मीदवार सरयू राय सॉफ्ट, ‘उनके प्रति मन में स्नेह लेकिन जैसे सरकार…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024: </strong>जेडीयू प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता सरयू राय (Saryu Roy) ने कहा कि उन्होंने कभी पूर्व सीएम लालू यादव, जगन्नाथ मिश्र, मधु कोड़ा और रघुबार दास से टक्कर ली थी लेकिन अब तौबा कर ली है क्योंकि इससे कुछ होता नहीं है. एबीपी न्यूज से खास बातचीत में सरयू राय ने बताया कि वह हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के खिलाफ इसलिए खड़े नहीं होते हैं क्योंकि वह तो रिजर्व सीट से चुनाव लड़ते हैं. सरयू ने यह भी बताया कि उन्होंने हेमंत सोरेन को क्या सलाह दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरयू राय ने कहा, ”हेमंत सोरेन हमारे प्रिय हैं. उनके प्रति मन में स्नेह है. उनकी सरकार का मुद्दा उठाया है कि जैसे सरकार चल रही है वह राज्य के हित में नहीं है. ऐसा रहा तो प्रशासन पर आपका अंकुश हट जाएगा और आप सीएम कार्यालय में बैठे रहेंगे जिनको बढ़ावा मिला है वे मनमानी करते रहेंगे.” </p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/krpeszf2HJE?si=b0e-7W-6nRSlYwaj” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रघुबार दास के संग कैसा है रिश्ता?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरयू राय, पूर्व सीएम रघुबर दास के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन अब दोनों एक ही गठबंधन का हिस्सा है. इस पर सरयू राय ने कहा, ”मैं जेडीयू में हूं. एनडीए तो नारंगी की तरह है इसके कई हिस्से हैं. सभी एक साथ रहते हैं. एनडीए में अलग-अलग विचार हो सकते हैं. मैं तो इस मत का हूं कि असहमति का अधिकार लोगों को मिलना चाहिए. पहले यही माना जाता था कि बड़े नेताओं से अहसमत होते हैं तो बुलाकर असहमतियों की बिंदुओं की तालश होती थी और रास्ता निकाला जाता है. ऐसा नहीं कि जो असहमत है वह किनारे हो गया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्वी जमशेदपुर सीट कैसे छोड़ी?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरयू राय जमशेदपुर पूर्व सीट से लड़ते रहे हैं लेकिन इस बार उन्हें जमशेदपुर पश्चिम सीट दी गई. इस पर सरयू राय ने कहा, ”एनडीए ने कहा कि पश्चिम पर जीतना भी जरूरी है. पूर्वी पर तो कोई भी कार्यकर्ता जीत सकता है. एनडीए सरकार बनाना चाहती है और हर सीट महत्वपूर्ण है. मैंने कहा कि हमारी पुरानी सीट है तो मैं वापस आ जाता हूं.” </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री बन्ना गुप्ता पर सरयू राय का तंज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सरयू राय ने जमशेदपुर पश्चिम सीट पर जीत का दावा किया और कहा कि उनके दो प्रतिद्वंद्वी बन्ना गुप्ता और बाबर खां आपस में दूसरे नंबर के लिए लड़ रहे हैं. बन्ना गुप्ता पर हमला करते हुए सरयू राय ने कहा कि वह ऐसे फर्राटे के साथ कलमा पढ़ते हैं जैसे हाजी-काजी भी कलमा नहीं पढ़ता होगा. कलमा पढ़ने से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन वह साबित करने में लगे हैं कि वह बाबर खां से ज्यादा मुस्लिम हैं. सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर पश्चिम में 90 बूथ ऐसे हैं जहां एक साथ मुस्लिम का वोट जाता है और हमें जीरो वोट मिलते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Jharkhand 1st Phase Election: झारखंड में वोटिंग में पिछड़ गया रांची, 51.50 फीसदी ही मतदान, सबसे ज्यादा कहां हुआ?” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-assembly-election-2024-1st-phase-chunav-ranchi-records-lowest-voter-turn-out-2822965″ target=”_self”>Jharkhand 1st Phase Election: झारखंड में वोटिंग में पिछड़ गया रांची, 51.50 फीसदी ही मतदान, सबसे ज्यादा कहां हुआ?</a></strong></p>
कुमारी सैलजा को बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी:कांग्रेस में संगठन महासचिव बन सकती हैं, केसी वेणुगोपाल की जगह लेने की चर्चा
कुमारी सैलजा को बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी:कांग्रेस में संगठन महासचिव बन सकती हैं, केसी वेणुगोपाल की जगह लेने की चर्चा हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कद कमजोर पड़ते दिखाई दे रहा है। कुमारी सैलजा के समर्थक भी लगातार हुड्डा ग्रुप पर हार का ठीकरा फोड़ रहा है। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान अपना हर कदम फूंक फूंक कर रख रहा है। महाराष्ट्र व झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस बड़ा बदलाव करने के मूड में नजर आ रही है। सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा को कांग्रेस बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। चर्चाएं है कि उन्हें राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बनाया जा सकता है। अभी तक यह जिम्मेदारी केसी वेणुगोपाल संभाल रहे हैं। इन चर्चाओं को तब और हवा मिली, जब 29 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी हुई। अमूमन इस तरह की लिस्ट केसी वेणुगोपाल की तरफ से ही जारी की जाती थीं। इस बार कुमारी सैलजा की तरफ से लिस्ट जारी की गई। उसमें हरियाणा से सिर्फ राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम था। टिकट बंटवारे में हुड्डा की चली हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 37 सीट मिलीं। कांग्रेस ने पूर्व CM भूपेंद्र हु्ड्डा के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था। टिकट के बंटवारे से लेकर स्टार कैंपेनरों की रैलियों तक में हुड्डा की ज्यादा चली। कुमारी सैलजा कहीं फ्रंट पर नहीं दिखीं। इसे कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हार का एक बड़ा कारण भी माना है। इस गुटबाजी के कारण संगठन कमजोर हुआ। एक्सपर्ट बोले- कांग्रेस में बदलाव की जरूरत करनाल DAV कॉलेज के प्राचार्य एवं राजनीतिक विशेषज्ञ आरपी सैनी ने बताया कि कांग्रेस में जैसे हालात बने हुए है, उसको देखते हुए बदलाव की जरूरत है। कांग्रेस को अपने संगठन में या फिर काम करने के तरीके में बदलाव करने की जरूरत है। कांग्रेस को मंथन नहीं, बल्कि काम करने की जरूरत है। किसी दूसरे नेता को मौका दिया जाना चाहिए, ताकि कांग्रेस आगे बढ़ सके। ऐसे नेता को मौका दिया जाए जो पूरी कांग्रेस को साथ लेकर चले। गोगी बोले- रूटीन वर्क कांग्रेस में जिम्मेदारी मिलने की चर्चाओं को लेकर कुमारी सैलजा से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाई। जब इस संबंध में असंध के पूर्व विधायक एवं सैलजा समर्थक शमशेर सिंह गोगी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है। चूंकि सारे नेता बाहर है और हो सकता है कि उस दिन कुमारी सैलजा दिल्ली में हो, उससे महाराष्ट्र वाली लिस्ट पर साइन करवा दिए होंगे, यह एक रूटीन वर्क है। कंफ्यूजन की जरूरत नहीं है। यह बात ठीक है कि वह दिल्ली में मौजूद थी, लिस्ट हाईकमान ने भेज दी थी और उन्होंने साइन करके जारी कर दी। इसलिए उसने संगठन मंत्री की जगह साइन कर दिए। नियमानुसार जो जनरल सेक्रेटरी हेडक्वार्टर में मौजूद होगा, वो ही तो साइन करेगा। भविष्य में चेंज हो सकते है, लेकिन अभी ऐसा कुछ नहीं है।