पंजाब के होशियारपुर जिले में आज दोपहर हरियाणा रोड पर एक तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार युवक की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा मृतक की पहचान तलवाड़ा निवासी मुनीश वर्मा पुत्र साधु सिंह के रूप में हुई है। जो पेशे से वकील था। बताया जा रहा है कि वकील होशियारपुर कोर्ट से कार में सवार होकर वापस अपने घर तलवाड़ा जा रहा था। अचानक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। हादसा इतना भीषण था कि कार चालक मुनीश वर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के तुरंत बाद सड़क सुरक्षा बल की टीम भी मौके पर पहुंची और शव को गाड़ी से बाहर निकालकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद हरियाणा थाने के SHO लोमेश शर्मा भी पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। पंजाब के होशियारपुर जिले में आज दोपहर हरियाणा रोड पर एक तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार युवक की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा मृतक की पहचान तलवाड़ा निवासी मुनीश वर्मा पुत्र साधु सिंह के रूप में हुई है। जो पेशे से वकील था। बताया जा रहा है कि वकील होशियारपुर कोर्ट से कार में सवार होकर वापस अपने घर तलवाड़ा जा रहा था। अचानक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। हादसा इतना भीषण था कि कार चालक मुनीश वर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के तुरंत बाद सड़क सुरक्षा बल की टीम भी मौके पर पहुंची और शव को गाड़ी से बाहर निकालकर सिविल अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद हरियाणा थाने के SHO लोमेश शर्मा भी पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:पंजाब की राजनीतिक पार्टियों ने केंद्र की नियत पर उठाएं सवाल; कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे
हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:पंजाब की राजनीतिक पार्टियों ने केंद्र की नियत पर उठाएं सवाल; कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा की नई इमारत बनाने के लिए दी जा रही जगह पर पंजाब ने ऐतराज जताया है। इस मुद्दे को लेकर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। राज्य की हर पार्टी के नेता ने इस पर ऐतराज जताया है। नेताओं का कहना है कि चंडीगढ़ पर सिर्फ पंजाब का हक है। ऐसे में किसी भी कीमत पर चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा की इमारत नहीं बनने देंगे। केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब का हक कमजोर कर रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) इस मामले को कोर्ट में लेकर जाने की तैयारी में है। पूर्व मंत्री व विधायक अनमोल गगन मान ने कहा कि हमारी सरकार इस मामले में पीछे नहीं हटेगी। इस फैसले के खिलाफ हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। धरने प्रदर्शन तक किए जाएंगे। हम हर तरह की लड़ाई लडे़ंगे पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बाज नहीं आ रही है। जिस तरह की खबरें आ रही है कि चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए दस एकड़ जगह दी जा रही है। इसके बदले हरियाणा चंडीगढ़ प्रशासन को 12 एकड़ जगह पंचकूला में देगा। हरियाणा 12 एकड़ जगह चंडीगढ़ प्रशासन को देने की बजाय अपनी जगह पर विधानसभा बना ले। केंद्र की बीजेपी सरकार किसी न किसी तरीके से चंडीगढ़ पर पंजाब का हक कमजोर करने की कोशिश कर रही है। सभी जानते हैं कि जब चंडीगढ़ बना था तो वह पंजाब के गांवों को उजाड़कर बसाया गया था। वहीं, जब वह पंजाब और हरियाणा अलग हुए थे। रीआरगेनाइजेशन एक्ट बना था। उसमें साफ कहा गया था कि यह अस्थाई इंतजाम है। हरियाणा बाद में अपनी राजधानी अलग बनाएगा। भारत में जहां भी नए राज्य बने हैं। वहां पर ऐसा ही होता आया है। लेकिन केंद्र सरकार पंजाब काे हर तरीके से बर्बाद करना चाहती है। हम इस पर चुप नहीं बैठेंगे। चंडीगढ़ पर बुनियादी, सामाजिक, आर्थिक तौर पर पंजाब का हक है। इसके लिए हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। पंजाब के हक कमजोर करने की कोशिश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि – ऐसा करके केंद्र सरकार चंडीगढ़ पर उनका हक कमजोर करने की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के हकों को छीनने में लगी रहती है। लेकिन इस बार इस चीज को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस चीज का हम विरोध और निंदा करते हैं। चंडीगढ़ पर पंजाब का हक शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के हकों पर यह बहुत बड़ा डाका है। हरियाणा चंडीगढ़ में एक अलग विधानसभा बनाने की तैयारी में है। चंडीगढ़ पंजाब का है। 22 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बना है। हरियाणा को हमने लीज पर अपनी इमारतें दी हुई है। केंद्र हरियाणा की स्थाई विधानसभा बनाकर चंडीगढ़ को यूटी बनाना चाहता है। इस चीज को हम होने नहीं देंगे। उन्होंने पंजाब सरकार को भी घेरा। कहा जब से भगवंत मान पंजाब के सीएम बने हैं, तब से केंद्र सरकार पंजाब के हकों का हनन कर रही है।
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पंजाब में DAP खाद की दिक्कत:5.1 लाख मीट्रिक टन DAP की कमी, दिल्ली पहुंचे मुख्य सचिव, केंद्रीय मंत्री नड्डा से की मुलाकात पंजाब में पैदा हुई DAP फर्टिलाइजर की दिक्कत को लेकर स्पेशल चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने आज (शुक्रवार) केंद्रीय फर्टिलाइजर मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते DAP के स्टॉक को पूरा नहीं किया तो पंजाब में गेहूं की पैदावार में भारी कमी आ सकती है। जिससे आर्थिक नुकसान होगा। इससे पहले इस मामले में पंजाब सीएम भगवंत ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था। अभी तक ऐसे मुहैया करवाई गई DAP पंजाब में रबी के सीजन में 35 लाख हेक्टेयर पर गेहूं की फसल की बुआई के लिए 5.5 लाख मीट्रिक टन DAP की फर्टिलाइजर की आवश्यकता होती है। एक जुलाई तक सिर्फ 40 हजार मीट्रिक टन DAP केंद्र द्वारा उपलब्ध करवाया गया। जो कि 5.1 लाख मीट्रिक टन कम है। सितंबर के दूसरे हिस्से में पहले आलू की बुआई फिर अक्तूबर में गेहूं की बुआई के लिए DAP जरूरी है। एक लाख मीट्रिक टन की स्टोरेज खेतीबाड़ी विभाग की माने तो राज्य में इस बार 35 लाख हेक्टेयर रकबे पर गेहूं की बिजाई होनी होनी है। ऐसे में खाद की जरूरत है। हालांकि विभाग की तरफ से एक लाख मीट्रिक टन का भंडार रखा हुआ है। जबकि बाकी कुछ रैक आने वाले दिनों में आने की उम्मीद है। कोशिश यही है कि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। पहले केंद्र के समक्ष यह मामला उठाया था इससे पहले पंजाब ने एफसीआई के पास चावल की डिलीवरी के लिए कवर स्टोरेज स्पेस (भंडारण की जगह) की कमी के मुद्दे को उठाया था। इसी मामले में कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने केंद्रीय उपभोक्ता खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी से कुछ दिन पहले मुलाकात की थी। इस मौके मंत्री लाल चंद ने कहा कि राज्य में चावल के भंडारण के लिए जगह की भारी कमी है। पिछले 5 महीनों से (24 अप्रैल से) राज्य से केवल 3-4 लाख मीट्रिक टन चावल की सीमित आवाजाही के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है। ऐसे में विशेष ट्रेन लगवाकर इस बारे में कदम उठाए जाए।
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पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारी:कांग्रेस प्रधान की जिला प्रधानों से मीटिंग, SAD संसदीय बोर्ड के दौरे शुरू पंजाब में 4 सीटों पर होने वाले विधानसभा उप चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली (SAD) और आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ ही कांग्रेस पार्टी भी रणनीति बनाने में जुट गई है। कांग्रेस प्रधान एवं लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने चंडीगढ़ में पार्टी के जिला प्रधानों से मीटिंग की है। इसमें कई पूर्व विधायक भी मौजूद रहे। इस दौरान जहां उन्होंने सारे हलकों का फीडबैक लिया। वहीं, चुनाव के लिए रणनीति बनाई है। कांग्रेस के लिए भी यह चुनाव काफी अहम है। क्योंकि पहले इन 4 सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस के विधायक थे। दूसरी तरफ SAD के संसदीय बोर्ड ने चब्बेवाल (होशियारपुर) का दौरा किया है। इन 4 सीटों पर होने हैं उपचुनाव डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर), चब्बेवाल (होशियापुर), गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब) बरनाला (संगरूर) सीटों पर उप चुनाव होने हैं। क्योंकि इन चारों सीटों के विधायक अब लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। साथ ही सभी ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दिया है, विधानसभा स्पीकर उसे मंजूर भी कर चुके हैं। इन चारों सीटों पर कभी भी चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में कोई भी पार्टी कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इस दौरान AAP नेता राज कुमार चब्बेवाल होशियारपुर, कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा गुरदासपुर, अमरिंदर सिंह राजा वरिंग लुधियाना और गुरमीत सिंह मीत हेयर संगरूर से सांसद बने हैं। आप की तरफ से CM मान संभाल रहे कमान APP भी उपचुनाव की तैयारी में है। सीएम भगवंत मान चारों हलकों का खुद दौरा कर चुके हैं। उन्होंने गिद्दड़बाहा में मालवा नहर प्रोजेक्ट को लेकर जायजा लिया है। गुरदासपुर जिले रेलवे फ्लाई ओवर का शुभांरभ उन्होंने 29 जुलाई को किया है। जबकि संगरूर जिलों में रक्षा बंधन से लेकर दो प्रोग्राम हुए हैं। इससे पहले पार्टी ने डेरा बाबा नानक से कुलदीप सिंह धालीवाल को इंचार्ज और अमनशेर सिंह शैरी कलसी को को-इंचार्ज नियुक्त किया था। इसी तरह गिद्दड़बाहा से अमन अरोड़ा को इंचार्ज और दविंदर सिंह लाड़ी को को-इंचार्ज, चब्बेवाल से हरजोत बैंस को इंचार्ज और कर्मबीर सिंह घुम्मन को को-इंचार्ज और बरनाला से गुरमीत सिंह मीत हेयर को इंचार्ज और चेतन सिंह जोड़ामाजरा को को-इंचार्ज लगाया है। SAD का संसदीय बोर्ड ले रहा है फीडबैक SAD भी इन चुनावों को लेकर गंभीर है। यह सीटें उनके लिए भी अहम है। क्योंकि गिदड़बाहा सीट बादलों की पुरानी सीट है। इसमें केवल कांग्रेस 5 बार जीती है। इसके अलावा यहां से अकाली दल जीता है। इस सीट पर पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल के चुनाव लड़ने की चर्चा है। वह लगातार कई दिनों से हलके में एक्टिव है। वहीं, हलके के लोगों से अपने पुराने रिश्तों की दोहाई देकर संपर्क कर रहे हैं। चुनाव के लिए उम्मीदवार व फीडबैक लेने के लिए संसदीय बोर्ड अब चारों हलकों का दौरा कर रहा है। शनिवार को बोर्ड अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में टीम चब्बेवाल पहुंची थी। जहां पर उन्होंने कार्यकर्ताओं व नेताओं से मीटिंग की है। बोर्ड 27 अगस्त को डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) और 28 अगस्त को बरनाला का दौरा करेगा। जबकि गिदड़बाहा का दौरा बाद में किया जाएगा। बोर्ड के अन्य सदस्य महेश इंदर सिंह ग्रेवाल, जनमेजा सिंह सेखों, गुलजार सिंह रणीके, हीरा सिंह गाबड़िया और डॉ. दलजीत सिंह चीमा भी मौजूद रहेंगे। गिद्दड़बाहा की तिथि जल्द ही फाइनल कर दी जाएगी। भाजपा मेंबरशिप मुहिम के बहाने हुई एक्टिव भाजपा भी इन सीटों पर चुनावों की तैयारी कर रही है। पार्टी मेंबरशिप मुहिम के बहाने शहर से लेकर गांवों तक अपने आधार को मजबूत करने में जुटी हुई है। सभी बडे़ नेता जिलों में जाकर मीटिंग कर रहे है। पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ भी एक्टिव है। जहां तक जिन हलकों में चुनाव होने है। वहां बीजेपी मजबूत आधार रखती है। इसके अलावा कई बड़े नेता भी पार्टी में शामिल हुए है। 2022 में यह थी पार्टियों की स्थिति राज्य में कुल 117 विधानसभा सीटें है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP 92, कांग्रेस 18, शिरोमणि अकाली दल 3, भाजपा 2 और एक आजाद उम्मीदवार जीते थे। हालांकि अब अकाली दल के 2 ही विधायक रह गए हैं। क्योंकि बंगा के विधायक डॉ. सुखिवंदर सिंह सुक्खी आप में शामिल हो गए हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है।