भास्कर न्यूज | अमृतसर काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने 2 पिस्तौल सहित कार सवार तस्कर को काबू किया है। आरोपी की पहचान तरनतारन के मुगलचक्क के रहने वाले वरिंदर सिंह (24) के रूप में हुई है। आरोपी अटारी और अजनाला के बार्डर इलाके से हथियार की खेप लेकर सप्लाई करता था। जो पिस्तौल की सप्लाई लेकर सुल्तानविंड की ओर आ रहा था। एसआई जगजीत सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर चाटीविंड के पास नाकाबंदी करके आरोपी को काबू किया। आरोपी के खिलाफ पहले से कोई केस दर्ज नहीं है। भास्कर न्यूज | अमृतसर काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने 2 पिस्तौल सहित कार सवार तस्कर को काबू किया है। आरोपी की पहचान तरनतारन के मुगलचक्क के रहने वाले वरिंदर सिंह (24) के रूप में हुई है। आरोपी अटारी और अजनाला के बार्डर इलाके से हथियार की खेप लेकर सप्लाई करता था। जो पिस्तौल की सप्लाई लेकर सुल्तानविंड की ओर आ रहा था। एसआई जगजीत सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर चाटीविंड के पास नाकाबंदी करके आरोपी को काबू किया। आरोपी के खिलाफ पहले से कोई केस दर्ज नहीं है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में सिमरजीत बैंस को जान से मारने की धमकी:फेसबुक पर आया मैसेज, लिखा- शांत रहो, नहीं तो पक्का शांत कर देंगे
लुधियाना में सिमरजीत बैंस को जान से मारने की धमकी:फेसबुक पर आया मैसेज, लिखा- शांत रहो, नहीं तो पक्का शांत कर देंगे पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी ने उनके फेसबुक पेज पर मैसेंजर के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। सिमरजीत बैंस का सोशल मीडिया हैंडल पेज चलाने वाले बंटी ने बताया कि उन्हें यह धमकी कल उस समय मिली जब बैंस और बाकी सभी साथी रोड शो में पैदल मार्च कर रहे थे। धमकी के बाद अब इस मामले को लेकर लुधियाना पुलिस कमिश्नर और चुनाव आयोग से शिकायत की जाएगी। बबर हैरी नाम से आई थ्रेट बंटी ने कहा कि बबर हैरी नाम की आई.डी से बैंस के पेज पर थ्रेट आई है। धमकी देने वाले ने लिखा- बड़ा नेता बनी जा रहे हो दिन-प्रतिदिन, ज्यादा सिर पर मत चढ़ो, थोड़ा शांति के साथ चलो नहीं तो पक्का शांत कर देंगे। समझ लो अभी भी समय है नहीं तो तेरी लाश की पहचान भी नहीं किसी से होगी। उधर, इस मामले में सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा कि वह सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले नेता हैं। आज कोई नई धमकी नहीं मिल रही। जब से वह लोगों के बीच काम कर रहे हैं तभी से शरारती लोग उन्हें धमकियां भेज रहे हैं। लेकिन वह सच से पीछे हटने वाले नेता नहीं है। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों को सूचित कर दिया जाएगा। पढ़े कौन हैं सिमरजीत सिंह बैंस -2017 में बनाई थी खुद की पार्टी संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में अकाली दल में शामिल हो गए थे। शिअद में उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे। बैंस के खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज हुआ था। अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सिमरजीत ने आत्म नगर और बलविंदर ने लुधियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। बैंस ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में लोक इंसाफ पार्टी बनाई और AAP से गठजोड़ कर लिया। इस बार भी दोनों भाई चुनाव जीत गए। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन AAP की लहर के सामने टिक नहीं पाए और हार गए। 2 बार जेल जा चुके हैं बैंस सिमरजीत सिंह बैंस 2 बार जेल जा चुके हैं। वर्ष 2009 में उन पर तहसीलदार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस केस में वह जेल काट चुके हैं। इसके बाद 10 जुलाई 2021 में उन पर महिला ने रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।

सीएम मान की पत्नी दिल्ली चुनाव में हुई एक्टिव:स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं, रोजाना कई हलकों में कर रहीं हैं प्रचार
सीएम मान की पत्नी दिल्ली चुनाव में हुई एक्टिव:स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं, रोजाना कई हलकों में कर रहीं हैं प्रचार दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में भले ही आम आदमी पार्टी (AAP) के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में पंजाब के सीएम भगवंत मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर का नाम शामिल नहीं है। लेकिन वह भी दिल्ली चुनाव में माेर्चा संभाले हुए हैं, पिछले कई दिनों से दिल्ली में एक्टिव हैं। कई हलकों के उम्मीदवार के पक्ष में डोर-डोर प्रचार कर रही हैं। पंजाब में सरकार द्वारा किए अच्छे कामों को बताकर लोगों को पार्टी से जोड़ रही है। नेताओं को भी उम्मीद है कि इससे पार्टी को फायदा मिलेगा। लोकसभा व उपचुनाव में संभाली थी कमान डॉ. गुरप्रीत कौर पहली बार चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकली हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव के समय में वह अपने गृह जिले संगरूर में एक्टिव थी। इसके बाद जालंधर लोकसभा चुनाव जो कि सरकार की सबसे बड़ी चुनौती थी। उस समय सीएम ने जालंधर में मकान किराए पर लिया था। उस दौरान भी गुरप्रीत कौर ने मोर्चा संभाला था। वह खुद कैंप हाउस में शिकायते सुनती थी, साथ ही प्रचार भी करती थी। पार्टी ने चुनाव बड़े अंतर से जीता थी। हालांकि हरियाणा चुनाव में वह प्रचार से दूर रही थी। 2020 में बतौर वालंटियर दिल्ली में किया प्रचार भले ही डॉ. गुरप्रीत कौर इस समय सीएम भगवंत मान की पत्नी के रूप में प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। उनका पार्टी में अपना रुतबा है। लेकिन जब 2020 में चुनाव हुए थे, उस समय वह बतौर वालंटियर वहां पर एक्टिव थी। करीब दस महीने पहले सीएम भगवंत मान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा था कि क्या पता कब किस्मत कहां ले जाए। डॉ. गुरप्रीत कौर जनवरी 2020 में दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान.. किसी वालंटियर ने भेजी फोटो…नियामत की मम्मी। स्टार प्रचारकों में पंजाब के यह नेता हैं शामिल आम आदमी के दिल्ली विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची में अगर पंजाब के नेताओं की बात करे तो उसमें सबसे पहला नाम सीएम भगवंत मान का है। उसके बाद राज्यसभा सांसद राघव चडढा, हरभजन सिंह, गुरमीत सिंह मीत हेयर, राज कुमार चब्बेवाल, मालविंदर सिंह, वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, हरजोत बैंस, हरभन सिंह ईटीओ, डॉ. बलबीर, लालजीत सिंह भुल्लर, तरनप्रीत सिंह सोंध, डॉ. रवजोत सिंह, हरदीप मुंडिया, बलजिंदर कौर व शैरी कलसी शामिल हैं।

पंजाब कांग्रेस की निकाय चुनाव के लिए स्ट्रेटजी:रविवार तक मांगी दावेदारों की फाइनल लिस्ट , अगले हफ्ते टिकट वितरण की तैयारी
पंजाब कांग्रेस की निकाय चुनाव के लिए स्ट्रेटजी:रविवार तक मांगी दावेदारों की फाइनल लिस्ट , अगले हफ्ते टिकट वितरण की तैयारी पंजाब में होने वाले पांच नगर निगम और 43 नगर काउंसिल चुनाव की जंग को फतह करने के लिए कांंग्रेस ने अपनी स्ट्रेटजी बना ली है। पार्टी ने तय किया है कि रविवार तक सभी जगह से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों के नामों की फाइनल सूची स्टेट स्क्रीनिंग कमेटी को भेजी जाएंगी। दूसरी तरफ जिस जगह पर कोई दूसरा दावेदार नहीं होगा। वहां पर अगले सप्ताह तक टिकटों का बंटवारा कर दिया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटियों को चार चीजों पर रखना होगा फोकस 1. चंडीगढ़ में हुई स्क्रीनिंग कमेटी मीटिंग में पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने साफ किया है कि चुनाव उनके लिए काफी अहम है। प्रत्याशी के चयन के लिए कोई भी सिफारिश करें, उनकी सुनवाई जरूर करें। लेकिन नाम उसी का भेजा जाए जो कि चुनाव जीतने की क्षमता रखता हो। 2. नगर निगमों बहुत से कई ऐसे वार्ड होते हैं, जहां से केवल एक ही आवेदन आया होगा। वहां पर कोई दूसरा प्रतिदंद्वी नहीं है। उन एरिया टिकटों का बंटवारा अगले हफ्ते तक कर दिया जाएगा। 3. जब पिछली बार चुनाव हुए तो पार्टी सत्ता में थी, लेकिन इस बार स्थितियां दूसरी है। इसलिए पार्टी केवल विजेता ही नहीं बल्कि उन नामों पर भी विचार करेगी। जिन्होंने पिछली बार टिकट के लिए आवेदन किया था या आजाद चुनाव लड़ा था। 4. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी को किस वार्ड में कितने वोट मिले थे। इसका डॉटा भी पार्टी तैयार कर रही है। पार्टी की कोशिश इन चुनावों में जीत हासिल करना ह ै। क्योंकि इसके बाद सीधे 2027 विधानसभा चुनाव होंगे। सभी नेता निगम चुनाव की स्क्रीनिंग कमेटियाें में शामिल पंजाब कांग्रेस द्वारा नगर निगम व नगर काउंसिल चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटियां गत माह ही गठित कर दी थी। इनमें सभी नेताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों और सांसदों को जगह दी गई है। साथ ही कोशिश की जा रही है कि पार्टी अधिक से अधिक सीटें जीते। क्योंकि अभी हुए विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को चार में तीन ऐसी सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा है। जहां पर पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी की हवा होने के बाद भी जीती थी। इनमें गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल सीट शामिल है। हालांकि बरनाला सीट पार्टी 2017 के बाद जीतने में कामयाब रही है।