(रेट प्रति ग्राम में, जीएसटी एक्स्ट्रा) पूर्वानुमान : बादल छाए रहने और बारिश की संभावना । दिन 33.50 अधिकतम रात 27.50 न्यूनतम {एनएचएम कर्मचारी प्रदर्शन कहां : सिविल सर्जन कार्यालय समय : सुबह : 10 बजे { समाधान शिविर कहां : लघु सचिवालय में समय : सुबह : 9 बजे (रेट प्रति ग्राम में, जीएसटी एक्स्ट्रा) पूर्वानुमान : बादल छाए रहने और बारिश की संभावना । दिन 33.50 अधिकतम रात 27.50 न्यूनतम {एनएचएम कर्मचारी प्रदर्शन कहां : सिविल सर्जन कार्यालय समय : सुबह : 10 बजे { समाधान शिविर कहां : लघु सचिवालय में समय : सुबह : 9 बजे हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कॉलेज जमाल में किया पौधारोपण
कॉलेज जमाल में किया पौधारोपण नाथूसरी चौपटा| चौ. केआरएम पीजी गर्ल्स कॉलेज जमाल में 5 सितम्बर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति तथा महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस शिक्षक दिवस के रूप में पौधारोपण कर अनोखे तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रांगण में महाविद्यालय संचालक श्री राजेश कुमार, निदेशक वेदप्रकाश गुप्ता, प्राचार्य डॉ. दलजीत सिंह, खेल प्रशिक्षक डॉ जसवीर सिंह, सुरेश कुमार सहित समस्त प्राध्यापकों ने पौधारोपण कर हरियाली को बढ़ावा देने के लिए सभी छात्राओं को प्रेरित किया। छात्राओं ने उत्साह दिखाते हुए प्राध्यापकों के मार्गदर्शन में पौधे लगाए और उनकी संभाल करने की जिम्मेदारी ली। पौधारोपण के दौरान महाविद्यालय निदेशक वेदप्रकाश गुप्ता द्वारा छात्रों को पौधों का महत्व बताया गया।

हरियाणा रोडवेज की बसों में दौड़,VIDEO:11 किमी तक एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़, 20 सवारियां डरी बैठी रहीं, ड्राइवर सस्पेंड
हरियाणा रोडवेज की बसों में दौड़,VIDEO:11 किमी तक एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़, 20 सवारियां डरी बैठी रहीं, ड्राइवर सस्पेंड हरियाणा के जींद में 2 रोडवेज बसों के बीच रेस लग गई। वह 11 किलोमीटर तक एक-दूसरे को ओवरटेक करने की कोशिश करते रहे। जिस वक्त यह दौड़ लगाई जा रही थी, एक बस में 20 से ज्यादा सवारियां बैठी थीं। तभी पीछे से आ रहे कार के ड्राइवर ने इसकी वीडियो बना ली। जिसके बाद जींद के ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया गया है। वह नरवाना सब डिपो में तैनात था। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक 1 मार्च को जींद डिपो के नरवाना सब डिपो की बस नंबर HR56-GV-4958 चंडीगढ़ से नरवाना की तरफ आ रही थी। उसमें 20 सवारियां बैठी हुईं थी। इस बस को आगे हिसार जाना था। बस को रोडवेज ड्राइवर महेंद्र सिंह चला रहा था। कलायत से निकलने के बाद सामने दूसरी रोडवेज आई
कलायत से आगे निकलते ही इस रोडवेज के आगे दूसरी रोडवेज बस आ गई। जिसके आखिर में नंबर 1111 था। यह देख महेंद्र सिंह ने उसे ओवरटेक करने की कोशिश की। मगर, दूसरी बस वाले ने भी रेस बढ़ा ली। इससे महेंद्र सिंह ने भी अपनी बस दौड़ा ली। दोनों के बीच आगे निकलने की होड़ लगी रही। कुछ किलोमीटर तक दोनों रेस लगाती रहीं, सवारियां डरकर बैठी रहीं
इस दौरान महेंद्र सिंह बस को रॉन्ग साइड तक ले गया। उसने गलत कट भी मारे। जिस वजह से अंदर बैठी सवारियां भी हादसे के डर से सहमी बैठी रहीं। कलायत से नरवाना के बीच करीब 11 किलोमीटर तक दोनों में दौड़ लगी रही। इस दौरान पीछे से कार में रमेश नाम का व्यक्ति आ रहा था। उसने दोनों बसों को रेस लगाते देखा तो उसकी वीडियो बना ली। जिसके बाद यह वीडियो रोडवेज के जीएम तक पहुंच गई।

हरियाणा में महिला ने बिजनेसमैन से ठगे 70 लाख:वॉट्सऐप पर चेट कर भरोसा जीता, पैसा तीन गुना करने का झासा दिया, शक हुआ तो फोन बंद मिला
हरियाणा में महिला ने बिजनेसमैन से ठगे 70 लाख:वॉट्सऐप पर चेट कर भरोसा जीता, पैसा तीन गुना करने का झासा दिया, शक हुआ तो फोन बंद मिला हरियाणा के पानीपत में शेयर मार्केट से मुनाफा दिलाने के नाम पर एक बिजनेसमैन से 70 लाख रुपए ठग लिए गए। ठगी करने वाली महिला ने खुद से बिजनेसमैन को वॉट्सऐप मैसेज किया और फिर धीरे धीरे उसे अपनी बातों में फंसा लिया। उसने खुद को शेयर मार्केट एक्सपर्ट बताया। महिला की बातों में आकर उद्यमी ने शेयर मार्केट के बारे में सीखने और इन्वेस्टमेंट करने में दिलचस्पी दिखाई। जिसके बाद महिला ने उसे एक ग्रुप में जोड़ दिया। जहां उसे कुछ ही दिनों में पैसे तीन गुना करने का लालच दिया गया। फिर महिला ने 47 दिनों के अंदर ही उद्योगपति से इंवेस्टमेंट के नाम पर अलग अलग खातों में 70 लाख रुपए ले लिए। उद्यमी को जब ठगी का शक हुआ तो उसने पैसे वापस मांगे लेकिन ऐसा करने पर महिला ने अपना फोन बंद कर दिया। पीड़ित ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पानीपत में FIR दर्ज करवा दी है। उसने पुलिस को अपने सभी ट्रांजैक्शन की डिटेल्स भी दी हैं। अब जानिए कैसे महिला ने बिजनेसमैन को ठगा… खुद से मैसेज कर बोली गलती से हुआ
साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में हेमंत ग्रोवर ने बताया कि वह विराट नगर का रहने वाला है। उसकी शिव नगर में मैसर्स वंडर फैबरिक नाम की इंडस्ट्री है। जहां वह बेडशीट का बिजनेस करता है। 24 अक्टूबर 2024 को उसके फोन पर एक नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आया। जिसका कोई खास मतलब नहीं था। उस मैसेज के जबाब में उसने पूछा की कौन तो जवाब मिला किसी और को मैसेज भेजना था लेकिन आपको भेज दिया। इसके बाद उद्यमी ने उसे पूछा कि क्या आप मुझे जानते हो, तो जबाब आया कि मैंने एक दिन पहले ही बहुत सारे नंबर अपने मोबाइल में सेव किए हैं, हो सकता है कि आपका नंबर भी उनमें से एक हो। नाम पूछने पर उसने अपना नाम आयशा शर्मा बताया। खुद को बताया ट्रेडिंग एक्सपर्ट बात होती गई तो महिला ने बताया कि वो एक कंपनी में काम करती है जो कि शेयर मार्केट में डील करती है। उसने अपनी कंपनी की डिटेल्स भी भेज दी। कंपनी का नाम रेटफिन इंवेस्टमेंट लिमिटेड था, जोकि मुंबई में है। उद्यमी ने उसे कहा कि वह शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा नहीं जानता है। तो आयशा ने कहा कि कोई बात नहीं, उनकी कंपनी आम लोगों को शेयर मार्केट में काम करना सिखाती है। ग्रुप में जोड़ा, बोली- सिर्फ देखो
उद्यमी ने भी जब शेयर मार्केट की तरफ थोड़ी दिलचस्पी दिखाई तो महिला ने उसे एक ग्रुप में जोड़ते हुए कहा- आप ग्रुप में सिर्फ देखो और कुछ न समझ आए तो मैं समझा दूंगी। ग्रुप में करीब 70 से 80 लोग शामिल थे। ये लोग रोजाना ग्रुप में शेयर मार्केट के बारे में डिस्कस करते रहते थे। ग्रुप में आयशा शर्मा रोज की अपडेट डालती थी। ग्रुप में ही आयशा ने बताया था कि वह प्रोफेसर सहदेव राजपूत की असिस्टेंट है, जो की शेयर मार्केट में काफी बड़े एक्सपर्ट हैं। 45 दिनों में पैसा तीन गुना करने का लालच दिया
10 नवंबर 2024 को आयशा के प्रोफेसर ग्रुप में कुछ स्कीम बताई। जिनमें उसने 45 दिन में पैसे तीन गुना करने का लालच दिया। इसके बाद धीरे धीरे कई दूसरी स्कीम बताई गई और अच्छे रिटर्न का लालच दिया गया। इन लोगों की बातों में आकर उद्यमी ने कई स्कीमों से फायदा लेने के लिए 5 दिसंबर को 50 हजार रुपए इन्वेस्ट कर दिए। इस इन्वेस्टमेंट पर उसे प्रोफिट दिखाया गया जिसके कारण उद्योगपति ने 20 जनवरी तक 70 लाख रुपए इन्वेस्ट कर दिए। पैसे मांगे तो फोन बंद कर दिया उद्यमी को जब ठगी का शक हुआ तो उसने अपने पैसे वापस निकालने के लिए कहा। लेकिन आयशा आनाकानी करने लगी और उसे कई दूसरी स्कीम के बारे में बताने लगी। लेकिन जब उद्यमी नहीं माना तो महिला ने अपना फोन ही बंद कर दिया। इतना ही नहीं जिस ग्रुप में उसे जोड़ा गया था उस ग्रुप में हर सदस्य का मोबाइल नंबर बंद था। इस मामले को लेकर पीड़ित ने नैशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर पांच शिकायत कर दी हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर अपने पैसे वापस दिलवाने की मांग की है।