26 जनवरी को निर्मल अखाड़े में BJP विधायक जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्ता नन्द बनेंगे महामंडलेश्वर

26 जनवरी को निर्मल अखाड़े में BJP विधायक जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्ता नन्द बनेंगे महामंडलेश्वर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Pilibhit News:</strong> कभी वरुण मेनका गांधी के साथ समाज सेवा करने वाले जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्तानंद जो अब भारतीय जनता पार्टी से विधायक हैं. उन्हें 26 जनवरी को निर्मल अखाड़े के महामंडलेश्वर पद की उपाधि से नवाजा जाएगा. पीलीभीत के खमरिया पुल स्थित और अक्रिय धाम के पीठाधीश्वर स्वामी प्रवक्तानंद को गुरु स्वामी अलकनंदा द्वारा 2003 में दीक्षा दी गई. इसके बाद से वह लगातार गुरु स्वामी अलखानन्द द्वारा दी गई दीक्षा के आधार पर भगवाधारी वस्त्र धारण कर अक्रिय धाम की तब साधना से सामाजिक कार्यों में हिस्सा ले रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान 2017 के विधानसभा चुनाव में वह पहली बार राष्ट्रीय लोकदल पार्टी आरएलडी से विधानसभा का चुनाव लड़े जो मेनका गांधी वरुण गांधी की मौजूदगी में लड़ा गया. उसके बाद लगातार राजनीति में सक्रिय रहे स्वामी प्रवक्तानन्द ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़कर बरखेड़ा से विधायक बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>26 जनवरी को स्वामी प्रवक्तानंद का पट्टाभिषेक होगा<br /></strong>26 जनवरी को स्वामी प्रवक्तानंद और गुजरात के गीत हरि संत का निर्मल अखाड़े के कोठारी संत जसविंदर सिंह पट्टाभिषेक कराकर दोनों को महामंडलेश्वर बनाए जाने की घोषणा की है. जिसके बाद से महामंडलेश्वर बनने जा रहे स्वामी प्रवक्तानंद को लेकर चर्चाएं तेज हो चली है. आपको बता दें महामंडलेश्वर सनातन धर्म में एक बड़ा पद उपाधि मानी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शंकर शंकराचार्य के बाद दूसरा सबसे बड़ा पद महामंडलेश्वर माना जाता है. संत परंपरा के अनुसार संन्यासी साधु या बैरागी होने पर घर परिवार से संबंध न रखकर संस्कृत वेद पुराणों का ज्ञान चारित्रिक दोष से मुक्त आपराधिक छवि से आईआरडीए डी भोग विरासत युक्त जीवन को ना भोगने वाला ही महामंडलेश्वर पद से नवादा जाता है जो देश के कोने कोने में सनातन धर्म का प्रचार कर अपने ज्ञान का प्रकाश फैलाकर देश मे शिष्य बनाकर लोगों को सनातन के प्रति जोड़ने का काम करता है. उम्मीद है कि अब जयद्रथ स्वामी प्रवक्ता नंद भी सनातन की ओर अलग जगाने में कामयाब होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uttarakhand-nikay-chunav-congress-wins-in-chamoli-nandanagar-bina-rautla-wins-president-post-bjp-lose-2870342″>उत्तराखंड निकाय चुुनाव: चमोली नंदानगर में काग्रेस की जीत, अध्यक्ष पद भी हारी बीजेपी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Pilibhit News:</strong> कभी वरुण मेनका गांधी के साथ समाज सेवा करने वाले जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्तानंद जो अब भारतीय जनता पार्टी से विधायक हैं. उन्हें 26 जनवरी को निर्मल अखाड़े के महामंडलेश्वर पद की उपाधि से नवाजा जाएगा. पीलीभीत के खमरिया पुल स्थित और अक्रिय धाम के पीठाधीश्वर स्वामी प्रवक्तानंद को गुरु स्वामी अलकनंदा द्वारा 2003 में दीक्षा दी गई. इसके बाद से वह लगातार गुरु स्वामी अलखानन्द द्वारा दी गई दीक्षा के आधार पर भगवाधारी वस्त्र धारण कर अक्रिय धाम की तब साधना से सामाजिक कार्यों में हिस्सा ले रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान 2017 के विधानसभा चुनाव में वह पहली बार राष्ट्रीय लोकदल पार्टी आरएलडी से विधानसभा का चुनाव लड़े जो मेनका गांधी वरुण गांधी की मौजूदगी में लड़ा गया. उसके बाद लगातार राजनीति में सक्रिय रहे स्वामी प्रवक्तानन्द ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़कर बरखेड़ा से विधायक बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>26 जनवरी को स्वामी प्रवक्तानंद का पट्टाभिषेक होगा<br /></strong>26 जनवरी को स्वामी प्रवक्तानंद और गुजरात के गीत हरि संत का निर्मल अखाड़े के कोठारी संत जसविंदर सिंह पट्टाभिषेक कराकर दोनों को महामंडलेश्वर बनाए जाने की घोषणा की है. जिसके बाद से महामंडलेश्वर बनने जा रहे स्वामी प्रवक्तानंद को लेकर चर्चाएं तेज हो चली है. आपको बता दें महामंडलेश्वर सनातन धर्म में एक बड़ा पद उपाधि मानी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शंकर शंकराचार्य के बाद दूसरा सबसे बड़ा पद महामंडलेश्वर माना जाता है. संत परंपरा के अनुसार संन्यासी साधु या बैरागी होने पर घर परिवार से संबंध न रखकर संस्कृत वेद पुराणों का ज्ञान चारित्रिक दोष से मुक्त आपराधिक छवि से आईआरडीए डी भोग विरासत युक्त जीवन को ना भोगने वाला ही महामंडलेश्वर पद से नवादा जाता है जो देश के कोने कोने में सनातन धर्म का प्रचार कर अपने ज्ञान का प्रकाश फैलाकर देश मे शिष्य बनाकर लोगों को सनातन के प्रति जोड़ने का काम करता है. उम्मीद है कि अब जयद्रथ स्वामी प्रवक्ता नंद भी सनातन की ओर अलग जगाने में कामयाब होंगे.</p>
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