संभल में 46 साल बाद खोले गए शिव मंदिर में दूसरे दिन भी सुबह से पूजा-पाठ चल रही है। सोमवार सुबह भाजपा जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कहा- कश्मीर के पंडितों का दर्द सबने सुना है, अब संभल के हिंदुओं का दर्द भी सामने आना चाहिए। इधर, मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम अब भी चल रहा है। दीवार पर ‘प्राचीन संभलेश्वर महादेव’ लिखा गया है। रविवार को डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण विश्नोई ने भी रविवार को मंदिर में पूजा-अर्चना की। एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा रहेगी। श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे कोई अराजक तत्व यहां न आ सके। मंदिर के सामने आने के बाद सीएम योगी ने कहा कि संभल नरसंहार के दरिंदों को सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था। संभल मंदिर से जुड़े सभी अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… संभल में 46 साल बाद खोले गए शिव मंदिर में दूसरे दिन भी सुबह से पूजा-पाठ चल रही है। सोमवार सुबह भाजपा जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। कहा- कश्मीर के पंडितों का दर्द सबने सुना है, अब संभल के हिंदुओं का दर्द भी सामने आना चाहिए। इधर, मंदिर की साफ-सफाई और रंग-रोगन का काम अब भी चल रहा है। दीवार पर ‘प्राचीन संभलेश्वर महादेव’ लिखा गया है। रविवार को डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण विश्नोई ने भी रविवार को मंदिर में पूजा-अर्चना की। एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि मंदिर के आसपास CCTV लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां 24 घंटे सुरक्षा रहेगी। श्रद्धालुओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे कोई अराजक तत्व यहां न आ सके। मंदिर के सामने आने के बाद सीएम योगी ने कहा कि संभल नरसंहार के दरिंदों को सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 वर्ष पहले संभल में नरसंहार किया था। संभल मंदिर से जुड़े सभी अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हर बात पर इस्तीफे हों तो भला सरकार कैसे चलेगी!:ऐसे कैसे काम चलेगा? राजनीति को चाहिए बिल्कुल ढीठ लोग
हर बात पर इस्तीफे हों तो भला सरकार कैसे चलेगी!:ऐसे कैसे काम चलेगा? राजनीति को चाहिए बिल्कुल ढीठ लोग ‘अब देखें, एक राज्य की सीएम तक ने कह दिया है कि वो इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। ऐसे कैसे काम चलेगा? राजनीति को चाहिए बिल्कुल ढीठ लोग।’ इस अमृतकाल में भी एक पत्रकार ने एक स्वघोषित राष्ट्रभक्त नेता से आखिर रेल दुर्घटनाओं को लेकर सवाल पूछ ही लिए। उसने पूछा कि इतनी सारी रेल दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अपनी जिम्मेदारी तय करते हुए आखिर रेलमंत्री इस्तीफा क्यों नहीं देते? सवाल सुनकर सरकार भक्त ने जो उत्तर दिया वह ज्यों का त्यों इस प्रकार है, ‘सड़कें टूट रही हैं, पुल गिर रहे हैं, हवाई अड्डे की छत गिर रही है, बड़ी-बड़ी मूर्तियां गिर गईं लेकिन सरकार जस की तस है।’ क्या बात है! उधर आए दिन हो रहीं रेल दुर्घटनाओं ने रेलवे की साख की रेल बना रखी है, लेकिन सरकार चलती ही जा रही है। इसे कहते हैं मजबूत सरकार! अक्सर बताया जाता है कि पुराने समय में जिम्मेदारी लेने वाले मिसाल कायम करते थे। ऐसी ही एक मिसाल इतिहास के पन्नों पर दर्ज है कि अपने समय में लाल बहादुर शास्त्री जैसे जिम्मेदार नेता ने उस दौरान एक रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस तरह के जिम्मेदार लोग कभी हुआ करते थे लेकिन ये क्या बात हुई! अरे भाई वर्तमान सरकारें यदि इस तरह से इस्तीफे देने लगें तो इस्तीफों का अंबार लग जाएगा। मिसाल के तौर पर कहीं की सड़क टूटी तो परिवहन मंत्री का इस्तीफा, रेल दुर्घटना पर रेल मंत्री का इस्तीफा, रुपया गिरा तो वित्त मंत्री का इस्तीफा, किसानों का मनोबल टूटा तो कृषि मंत्री का इस्तीफा…! अब देखिए, एक राज्य की मुख्यमंत्री तक ने कह दिया है कि अगर लोग चाहें तो वे अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। मगर सवाल यही है कि अगर ऐसा ही होता रहा तो फिर भला सरकारें कैसे चलेंगी? अरे भाई, जरा समझने की कोशिश करो, सरकार को मजबूत होना चाहिए। हकीकत तो यह है कि यूं ही किसी भी बात-बेबात पर इस्तीफा देने वाले गैरतमंद लोगों की राजनीति में कोई जगह नहीं है। राजनीति को दृढ़ लोग चाहिए। बिल्कुल ढीठ। शत प्रतिशत बेशर्म। दंगा, अव्यवस्था, अराजकता, दुष्कर्म या कुछ भी होता हो, लेकिन भाई अपनी मजबूत सरकार नहीं गिरने दें। अरे भाई एक चुनाव कितना महंगा पड़ता है, कुछ अंदाजा भी है आपको? हमारे महान राजनीतिज्ञ चाहे जिससे गठबंधन करके सरकार बचाते हैं। सरकार बनाने के लिए विचारधारा तक की अनदेखी कर देते हैं। ये बेचारे अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं का दिल टूटने का दर्द सह लेते हैं और आप कह रहे हैं कि मंत्री जी इस्तीफा दे दें! अगर मंत्रीजी या मुख्यमंत्री ऐसे ही इस्तीफे देते रहे तो हम विश्वगुरु कैसे बनेंगे? अरे भैया समझने की कोशिश करो, विश्वगुरु बनने के लिए हमें एक बड़ी ही मजबूत सरकार चाहिए। जरा सोचो सरकार बनी रहेगी तो नई ट्रेन चला लेंगे। इस ट्रेन से काम नहीं बनेगा तो बुलेट ट्रेन चला लेंगे। अपने देश की चीजों की आलोचना करने वाले देशभक्त हो ही नहीं सकते। इसलिए कुछ भी हो जाए। सरकार का कोई मंत्री इस्तीफा नहीं देगा। क्योंकि, सरकार का काम सरकार चलाना है, रेल चलाने का काम रेल ड्राइवर का है! ये कॉलम भी पढ़ें… सिर-फुटव्वल पड़ोसियों में हो और घायल हों हम!:बरसाती पानी सड़कों पर भरता है तो विपक्ष को सरकार पर उछालने के लिए कीचड़ मिल जाता है
‘मस्जिद की हिफाजत’ के नाम पर भड़काया! संभल हिंसा पर बोले SP केके विश्नोई, 7 मुकदमे दर्ज
‘मस्जिद की हिफाजत’ के नाम पर भड़काया! संभल हिंसा पर बोले SP केके विश्नोई, 7 मुकदमे दर्ज <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence:</strong> यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद आज हालात सामान्य है. इलाके में तनाव को देखते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. पुलिस हिंसा के आरोपियों की तलाश में जुटी है. इस हिंसा को लेकर पुलिस प्रशासन का बड़ा बयान सामने हैं. पुलिस का कहना है कि हिंसा के सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है. एक-एक को कार्रवाई कर जेल भेजा जाएगा. <br /> <br />डीएम राजेंद्र पेंसिया ने संभल के हालात पर जानकारी देते हुए कहा कि इलाके में कल दोपहर के बाद स्थितियां सामान्य हैं. कुछ ड्रोन और कैमरों में फोटोग्राफी सामने आई है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में दंगाई और बलवाई दिखे हैं. उनकी पहचान की जा रही है. सौ फीसद इन लोगों को जेल भेजा जाएगा उन पर कार्रवाई की जाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सर्वे के बाद अचानक हुई पत्थरबाजी</strong><br />डीएम ने कहा कि जब संभल की मस्जिद का 19 नवंबर को शांति से सर्वे किया गया. जुमे की नमाज वाले दिन भी कुछ नही हुआ. रविवार को भी सब ठीक से शुरू हुआ था लेकिन, जैसे ही ये अनाउंस हुआ कि सर्वे पूरा हो चुका है, तभी अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई. घटना को लेकर अभी प्रारंभिक तौर पर ये ही कहा जा सकता है कि इसकी प्लानिंग रातों-रात की गई थी. इन्होंने अपने ही लोगों पर गोली चलाई, पत्थरबाजी भी की. कुछ घरों से भी हथियार मिले हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल के एसपी केके विश्नोई ने कहा कि संभल में जो घटना हुई इसके लिए कुछ लोगों ने भीड़ को उकसाया था. इस मामले में कुल सात मुकदमे दर्ज किए गए हैं. जिनमें से दो नकासा थाना क्षेत्र और पांच मुकदमे कोतवाली थाने में दर्ज किए गए हैं. एक पुलिस की गाड़ी को जला दिया गया. उसमें छह नामज़द और 200 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. सब इंस्पेक्टर दीपक राठी ने जियाउर्रहमान बर्क और सोहेल इक़बाल नामज़द अभियुक्त बनाया गया है. दोनों पर लोगों को उकसाने का मामला है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा सांसद पर मुकदमा दर्ज</strong><br />एसपी ने कहा कि सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर पूर्व में भी भड़काऊ भाषण दिए गए थे और ‘जामा मस्जिद की हिफाजत’ के नाम पर जैसी बात कही गई. हमारे ऊपर महिलाओं ने पत्थरबाजी की. उनके घर के बगल से फायर आया. मेरे पीआरओ के पैर में भी गोली लगी है. कुछ जगहों बेहद अजीब हथियार मिले हैं जो हमने भी पहली बार देखे है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका मकसद क्या था. पुलिस ने सूझबूझ से पत्थबाजों की मंशा को पूरा नहीं होने दिया. सपा सांसद के पूर्व में दिए गए बयान की वजह से लोगों को समय-समय पर भड़काया जा रहा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/chandrashekhar-azad-statement-on-sambhal-violence-said-it-is-failure-of-police-administration-and-government-2830095″><strong>’सर्वें के दौरान धार्मिक नारे क्यों, देश की छवि हो रही खराब..’, संभल हिंसा पर बोले चंद्रशेखर आजाद</strong></a></p>
मुंबई के कुर्ला में बेकाबू BEST बस ने गाड़ियों को मारी टक्कर, 3 लोगों की मौत, 20 घायल
मुंबई के कुर्ला में बेकाबू BEST बस ने गाड़ियों को मारी टक्कर, 3 लोगों की मौत, 20 घायल <p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai News:</strong> मुंबई के कुर्ला इलाके में बेस्ट बस हादसे का शिकार हो गई. बेकाबू बस ने दूसरे वाहनों को टक्कर मार दी. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हो गए. इन घायलों को भाभा अस्पताल में भर्ती कराया गया है.</p>