589 दरोगाओं को CM विंडो की शिकायतों पर इंटरेस्ट नहीं:वाराणसी के 107 सब इंस्पेक्टर को जीरो अंक मिले, 345 नहीं छू पाए दहाई का आंकड़ा

589 दरोगाओं को CM विंडो की शिकायतों पर इंटरेस्ट नहीं:वाराणसी के 107 सब इंस्पेक्टर को जीरो अंक मिले, 345 नहीं छू पाए दहाई का आंकड़ा

वाराणसी में सब इंस्पेक्टर परफॉर्मेंस रिव्यू ने कमिश्नरेट पुलिसिंग की पोल खोल दी। रिपोर्ट कार्ड देखें तो 100 नंबर के रिव्यू में कोई भी दरोगा फर्स्ट डिवीजन पास नहीं हुआ। ‘स्टार परफॉर्मर’ भी 60 फीसदी अंक नहीं पा सके। 107 दरोगाओं डबल जीरो मिला है। ये दरोगा खुद ही अपनी वर्किंग और काम को साबित नहीं कर पाए। वहीं 345 दरोगा दहाई का अंक नहीं छू पाए। दरअसल यूपी में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार वाराणसी में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने पुलिसिंग का रिव्यू किया। रिव्यू में 589 दरोगा शामिल हुए। रिव्यू में सामने आया कि 50 से ज्यादा दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते। 6 दरोगा ‘स्टार परफॉर्मर’ बने। वहीं, फेल होने वालों को विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई। अगले महीने से इनकी काउंसिलिंग शुरू की जाएगी। इन्हें बेहतर पुलिसिंग की ट्रेनिंग, परेड, फुट पेट्रोलिंग के अलावा अन्य काम कराए जाएंगे। IGRS निस्तारण में 589 दरोगाओं को जीरो अंक मिले
सब इंस्पेक्टर परफॉर्मेंस रिपोर्ट की माने तो सबसे अहम IGRS निस्तारण में शत प्रतिशत दरोगा फिसड्‌डी हैं। 589 दरोगाओं ने आईजीआरएस यानि सीएम डैशबोर्ड के प्रार्थनापत्र निस्तारित करने में रुचि नहीं दिखाई। सभी जनता की शिकायतों के निस्तारण में पीछे रहे। इस रिव्यू में सभी दरोगाओं को शून्य अंक मिला। वहीं बड़ी संख्या में दरोगा कार्य दक्षता, प्रक्रिया, समय प्रबंधन, और संगठनात्मक क्षमता न्यूनतम दिखी। इसके अलावा अनुशासन, व्यवहार, नियमों के पालन और आदेशों के अनुपालन में भी लापरवाह नजर आए। 345 दरोगा दहाई का अंक नहीं छू पाए
रिव्यू में 345 दरोगा दहाई का अंक पार नहीं कर पाए। 107 का खाता तक नहीं खुला। 478 दारोगा ने 50 फीसदी नंबर नहीं पाए। कई दरोगा एक दो और पांच नंबर लेकर खामोश हैं। सभी सवालों में शून्य नंबर पाने 107 दरोगाओं पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इन सभी को पुलिस अफसरों ने अलग सूची में रखा है और जल्द ही उनकी आमद पुलिस लाइन में होगी। जिसके बाद एक महीने कामकाज का रिव्यू करके ही अगली तैनाती दी जाएगी। 400 से अधिक दरोगा नहीं कर पाए गुडवर्क
दरोगाओं की रिपोर्ट में साफ है कि 400 से अधिक दरोगा गुडवर्क करने में ढेर हो गए। उन्होंने अपनी तैनाती में कोई बड़ा खुलासा या गुडवर्क नहीं किया। जिसमें पुरस्कार या प्रशस्ति पत्र मिला हो। 300 से अधिक दरोगाओं ने NBW में कोई गिरफ्तारी नहीं की। 350 उप निरीक्षकों ने अपने इलाकों में एक भी लाउडस्पीकर नहीं उतरवाया। 550 दरोगाओं ने प्रिवेंटिव एक्शन में लापरवाही दिखाई। 200 से अधिक दरोगाओं ने एक भी विवेचना का निस्तारण नहीं किया। घोषणा के 24 घंटे बाद स्टार परफॉर्मर से छीन ली चौकी
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने तीन महिला और तीन पुरुष दरोगाओं को स्टार परफॉर्मर घोषित किया। इन छह दरोगओं को सम्मानित करने के साथ उन्हें नौकरी में बेहतर अवसर दिए जाने का आश्वासन भी दिया। घोषणा के 24 घंटे बाद ही डीसीपी काशी ने चौकियों के फेरबदल में स्टार परफॉर्मर मीनू सिंह की चौकी छीन ली। उन्हें तेलियाबाग पुलिस चौकी से हटाकर कोतवाली में स्थानांतरित कर दिया। मीनू को 34.5 अंक मिले थे जो महिला दरोगाओं में सर्वाधिक थे। राजदर्पण को सर्वाधिक, श्यामाप्रसाद को सबसे कम नंबर
रिव्यू में अधिक अंक पाने वाले सब इंस्पेक्टर में मंडुवाडीह थाने के राजदर्पण तिवारी व अमरजीत कुमार, रोहनिया थाने के विकास कुमार मौर्य, चेतगंज थाने की मीनू सिंह, कोतवाली थाने की निहारिका साहू और रामनगर थाने की अंशू पांडेय शामिल हैं। वहीं सबसे कम नंबर पाने वालों में श्यामा प्रसाद शामिल हैं। उन्हें महज 0.5 नंबर मिले। ………………………. ये खबर भी पढ़िए- वाराणसी के 50 दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते:589 में से 145 रिव्यू में फेल हुए, भड़के कमिश्नर ने लगाई क्लास यूपी में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार वाराणसी में पुलिसिंग का रिव्यू किया गया। इसमें कई सब इंस्पेक्टर की पोल खुल गई। रिव्यू में 589 दरोगा शामिल हुए। इनमें 145 ऐसे निकले, जो 100 में 25 नंबर भी नहीं ला सके। रिव्यू में सामने आया कि 50 से ज्यादा दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते। 6 दरोगा ‘स्टार परफॉर्मर’ बने, इन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं, फेल होने वालों को विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा- रिव्यू से ही सबकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर वाराणसी में सब इंस्पेक्टर परफॉर्मेंस रिव्यू ने कमिश्नरेट पुलिसिंग की पोल खोल दी। रिपोर्ट कार्ड देखें तो 100 नंबर के रिव्यू में कोई भी दरोगा फर्स्ट डिवीजन पास नहीं हुआ। ‘स्टार परफॉर्मर’ भी 60 फीसदी अंक नहीं पा सके। 107 दरोगाओं डबल जीरो मिला है। ये दरोगा खुद ही अपनी वर्किंग और काम को साबित नहीं कर पाए। वहीं 345 दरोगा दहाई का अंक नहीं छू पाए। दरअसल यूपी में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार वाराणसी में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने पुलिसिंग का रिव्यू किया। रिव्यू में 589 दरोगा शामिल हुए। रिव्यू में सामने आया कि 50 से ज्यादा दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते। 6 दरोगा ‘स्टार परफॉर्मर’ बने। वहीं, फेल होने वालों को विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई। अगले महीने से इनकी काउंसिलिंग शुरू की जाएगी। इन्हें बेहतर पुलिसिंग की ट्रेनिंग, परेड, फुट पेट्रोलिंग के अलावा अन्य काम कराए जाएंगे। IGRS निस्तारण में 589 दरोगाओं को जीरो अंक मिले
सब इंस्पेक्टर परफॉर्मेंस रिपोर्ट की माने तो सबसे अहम IGRS निस्तारण में शत प्रतिशत दरोगा फिसड्‌डी हैं। 589 दरोगाओं ने आईजीआरएस यानि सीएम डैशबोर्ड के प्रार्थनापत्र निस्तारित करने में रुचि नहीं दिखाई। सभी जनता की शिकायतों के निस्तारण में पीछे रहे। इस रिव्यू में सभी दरोगाओं को शून्य अंक मिला। वहीं बड़ी संख्या में दरोगा कार्य दक्षता, प्रक्रिया, समय प्रबंधन, और संगठनात्मक क्षमता न्यूनतम दिखी। इसके अलावा अनुशासन, व्यवहार, नियमों के पालन और आदेशों के अनुपालन में भी लापरवाह नजर आए। 345 दरोगा दहाई का अंक नहीं छू पाए
रिव्यू में 345 दरोगा दहाई का अंक पार नहीं कर पाए। 107 का खाता तक नहीं खुला। 478 दारोगा ने 50 फीसदी नंबर नहीं पाए। कई दरोगा एक दो और पांच नंबर लेकर खामोश हैं। सभी सवालों में शून्य नंबर पाने 107 दरोगाओं पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इन सभी को पुलिस अफसरों ने अलग सूची में रखा है और जल्द ही उनकी आमद पुलिस लाइन में होगी। जिसके बाद एक महीने कामकाज का रिव्यू करके ही अगली तैनाती दी जाएगी। 400 से अधिक दरोगा नहीं कर पाए गुडवर्क
दरोगाओं की रिपोर्ट में साफ है कि 400 से अधिक दरोगा गुडवर्क करने में ढेर हो गए। उन्होंने अपनी तैनाती में कोई बड़ा खुलासा या गुडवर्क नहीं किया। जिसमें पुरस्कार या प्रशस्ति पत्र मिला हो। 300 से अधिक दरोगाओं ने NBW में कोई गिरफ्तारी नहीं की। 350 उप निरीक्षकों ने अपने इलाकों में एक भी लाउडस्पीकर नहीं उतरवाया। 550 दरोगाओं ने प्रिवेंटिव एक्शन में लापरवाही दिखाई। 200 से अधिक दरोगाओं ने एक भी विवेचना का निस्तारण नहीं किया। घोषणा के 24 घंटे बाद स्टार परफॉर्मर से छीन ली चौकी
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने तीन महिला और तीन पुरुष दरोगाओं को स्टार परफॉर्मर घोषित किया। इन छह दरोगओं को सम्मानित करने के साथ उन्हें नौकरी में बेहतर अवसर दिए जाने का आश्वासन भी दिया। घोषणा के 24 घंटे बाद ही डीसीपी काशी ने चौकियों के फेरबदल में स्टार परफॉर्मर मीनू सिंह की चौकी छीन ली। उन्हें तेलियाबाग पुलिस चौकी से हटाकर कोतवाली में स्थानांतरित कर दिया। मीनू को 34.5 अंक मिले थे जो महिला दरोगाओं में सर्वाधिक थे। राजदर्पण को सर्वाधिक, श्यामाप्रसाद को सबसे कम नंबर
रिव्यू में अधिक अंक पाने वाले सब इंस्पेक्टर में मंडुवाडीह थाने के राजदर्पण तिवारी व अमरजीत कुमार, रोहनिया थाने के विकास कुमार मौर्य, चेतगंज थाने की मीनू सिंह, कोतवाली थाने की निहारिका साहू और रामनगर थाने की अंशू पांडेय शामिल हैं। वहीं सबसे कम नंबर पाने वालों में श्यामा प्रसाद शामिल हैं। उन्हें महज 0.5 नंबर मिले। ………………………. ये खबर भी पढ़िए- वाराणसी के 50 दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते:589 में से 145 रिव्यू में फेल हुए, भड़के कमिश्नर ने लगाई क्लास यूपी में कमिश्नरेट लागू होने के बाद पहली बार वाराणसी में पुलिसिंग का रिव्यू किया गया। इसमें कई सब इंस्पेक्टर की पोल खुल गई। रिव्यू में 589 दरोगा शामिल हुए। इनमें 145 ऐसे निकले, जो 100 में 25 नंबर भी नहीं ला सके। रिव्यू में सामने आया कि 50 से ज्यादा दरोगा FIR तक नहीं लिख पाते। 6 दरोगा ‘स्टार परफॉर्मर’ बने, इन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं, फेल होने वालों को विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा- रिव्यू से ही सबकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर