6 बीघा जमीन, 10 हजार के लिए मासूम की हत्या:मेरठ में 6 साल के बच्चे की हत्या की कहानी, नौकर सहित ताऊ पर मुकदमा

6 बीघा जमीन, 10 हजार के लिए मासूम की हत्या:मेरठ में 6 साल के बच्चे की हत्या की कहानी, नौकर सहित ताऊ पर मुकदमा

मेरठ के इंचौली थाने के धनपुर गांव में रविवार सुबह अपहरण के बाद 6 साल के पुनीत उर्फ कान्हा की हत्या कर दी गई। बच्चे को घर से किडनैप किया गया इसके बाद खेत में ले जाकर मार डाला। बच्चे के घर में 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने की एक चिट्‌ठी भी डाली गई। किडनैपिंग, फिरौती के बाद हत्या के पूरे मामले में पुलिस दिनभर उलझी रही। लेकिन रात होते, होते पूरा मामला सामने आया। जिसमें पैतृक जमीन और मजदूरी के चंद रुपयों के कारण बच्चे की हत्या की गई है। बच्चे के ताऊ ने ही उसके पिता से बदला लेने और 6 बीघा जमीन के विवाद में उसकी हत्या करा दी। पुलिस ने देर रात मृतक बच्चे के ताऊ मनोज, नौकरानी सुमन सहित अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है। देर रात पुलिस ने आरोपी मनोज और सुमन को अरेस्ट कर लिया। अन्य कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
6 साल के बच्चे के अपहरण, फिरौती और हत्या की पूरी कहानी तीन एंगल में समझिए…. घरवालों का आरोप पैतृक जमीन बनी हत्या का कारण 6 साल के पुनीत उर्फ कान्हा के घरवालों ने बेटे की हत्या का मुख्य कारण पैतृक जमीन बताया है। बताया कि पुनीत के पिता गोपाल यादव का अपने बड़े भाई मनोज से जमीनी विवाद चल रहा है। गोपाल के पिता जयभगवान यादव जो रिटायर सरकारी टीचर हैं, उन्होंने गांव में 50बीघा जमीन ली थी। इस जमीन में 6बीघा जमीन ऐसी है जिसको लेकर दोनों भाइयों में झगड़ा है। डोल की इस जमीन को लेकर दोनों भाइयों में सालों से झगड़ा चल रहा है। पहले भी विवाद हो चुका है। मनोज भी गोपाल के घर के पास इसी गांव में रहता है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों भी दोनों भाइयों में इसी जमीन को कब्जाने पर विवाद हुआ। इसी के चलते मनोज ने मजदूरों को लालच दिया और उनसे पुनीत की हत्या कराई है।
मजदूरी के पैसे न मिलने पर नाराज थी सुमन हत्या में मजदूर सुमन ने पुलिस के सामने हत्या करने की बात कुबूली है। पीड़ित परिवार की तहरीर में मनोज, सुमन और कुछ अज्ञात शामिल हैं। पुनीत के चाचा धर्मेंद्र ने बताया कि पिछले दो, तीन साल से सुमन उसका पति टीटू और परिवार हमारे खेतों में मजदूरी करते हैं। 3 दिन पहले सुमन ने गोपाल के पिता जयभगवान से 10हजार रुपए मांगे थे। जयभगवान ने उस दिन पैसे नहीं दिए कहा बाद में ले जाना। इसी बात पर सुमन बहुत नाराज थी। सुमन मजदूरी न मिलने से गुस्से में थी और उसने बदला लेने की ठान ली थी, मनोज ने इसी का फायदा उठाया और सुमन से पुनीत की हत्या करा दी। रविवार सुबह इस वारदात को अंजाम दे दिया। मन्नतों के बाद हुआ था बेटे का जन्म पुनीत के मामा विनोद भी इस खबर को सुनने के बाद तुरंत गुलावटी से मेरठ आ गए। विनोद ने बताया कि गोपाल, सुप्रभा की 2014 में शादी हुई थी। दोनों के 2 बच्चे कनक और पुनीत हैं। कनक चौथी और पुनीत सेकेंड क्लास में एमआईईटी स्कूल में पढ़ते हैं। पिता गोपाल यूपी पुलिस में हेडकांस्टेबल है सहारनपुर में पोस्टिंग हैं। परिवार मेरठ ही रहता है, अभी गर्मी की छुटि्टयों में गांव में दादा जयभगवान के घर गए थे। माता, पिता को नहीं हैं कुछ होश बताया कि सुप्रभा के पहले बेटी कनक थी। हमें लगा परिवार पूरा हो जाएगा एक बेटा हो जाए। इसलिए बहन और जीजा ने पूरे एक साल तक कृष्णजी का व्रत किया था। उनकी कृपा से यह बेटा आया इसलिए हमने बच्चे का नाम कान्हा रखा, पिता का नाम गोपाल और बेटे का कान्हा रखा, लेकिन अब सब खत्म हो गया। बच्चे की मां, पिता का रो रोकर बुरा हाल हैं। दोनों सदमे में हैं। उन्हें सुध ही नहीं कि उनके बेटे के साथ क्या हो गया है? उनका बेटा अब नहीं रहा। सुबह खेतों पर काम करने गई सुमन मामा विनोद सहित अन्य घरवालों का आरोप है कि इस कांड में ताऊ मनोज शामिल है। सुमन ने मनोज के कहने पर ये कांड किया है।पुलिस ने घरवालों की तहरीर पर मनोज के खिलाफ भी मुकदमा लिखा है। सुमन ने पैसे मांगे थे,बाद में पैसे देंगे। इसी बात पर वो नाराज थी जिसका बदला उसने लिया है। बताया कि रविवार सुबह भी सुमन उसका पति खेत में काम करने आए थे। सुबह सुमन का बेटा सोनू, भांजे पुनीत को घर से खेलने के लिए बुलाकर ले गए थे। बहुत देर तक जब पुनीत घर नहीं आया तो हमने उसे गांव में तलाशा। तलाशने पर भी वो नहीं मिला फिर पुलिस को सूचना दी। पुलिस को एक सीसीटीवी में पुनीत, नौकर सुमन के बच्चों के साथ जाता दिखा। बाद में घरवालों ने टीटू को पकड़ा। फिर पुलिस ने सुमन, बेटी टीना को भी उठाया तब उसने हत्या की बात कुबूली। पुलिस से सच छिपाती रही सुमन इसके बाद पुलिस ने सुमन उसके घरवालों को हिरासत में लेकर पूछताछ करी। पहले तो सुमन कुछ बोली नहीं बाद में सख्ती करने पर उसने बताया कि पुनीत की हत्या कर लाश गन्ने के खेत में डाल दी है। उसकी निशानदेही पर पुलिस गन्ने के खेत में पहुंची जहां पुनीत की लाश मिली। उसके हाथ रस्सी से पीछे से बांध रखे थे। गले में रस्सी बांधकर दो गांठें लगी थी। सुमन ने ही फिरौती की रकम मांगने का 50 लाख रुपए वाला लेटर भी पुलिस को दिखाया। सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला ने बताया कि पूरे मामले में घरवालों की तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। इसमें मजदूर सुमन और रिश्तेदार मनोज सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। मनोज और सुमन को अरेस्ट कर लिया है। अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। मेरठ के इंचौली थाने के धनपुर गांव में रविवार सुबह अपहरण के बाद 6 साल के पुनीत उर्फ कान्हा की हत्या कर दी गई। बच्चे को घर से किडनैप किया गया इसके बाद खेत में ले जाकर मार डाला। बच्चे के घर में 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने की एक चिट्‌ठी भी डाली गई। किडनैपिंग, फिरौती के बाद हत्या के पूरे मामले में पुलिस दिनभर उलझी रही। लेकिन रात होते, होते पूरा मामला सामने आया। जिसमें पैतृक जमीन और मजदूरी के चंद रुपयों के कारण बच्चे की हत्या की गई है। बच्चे के ताऊ ने ही उसके पिता से बदला लेने और 6 बीघा जमीन के विवाद में उसकी हत्या करा दी। पुलिस ने देर रात मृतक बच्चे के ताऊ मनोज, नौकरानी सुमन सहित अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है। देर रात पुलिस ने आरोपी मनोज और सुमन को अरेस्ट कर लिया। अन्य कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
6 साल के बच्चे के अपहरण, फिरौती और हत्या की पूरी कहानी तीन एंगल में समझिए…. घरवालों का आरोप पैतृक जमीन बनी हत्या का कारण 6 साल के पुनीत उर्फ कान्हा के घरवालों ने बेटे की हत्या का मुख्य कारण पैतृक जमीन बताया है। बताया कि पुनीत के पिता गोपाल यादव का अपने बड़े भाई मनोज से जमीनी विवाद चल रहा है। गोपाल के पिता जयभगवान यादव जो रिटायर सरकारी टीचर हैं, उन्होंने गांव में 50बीघा जमीन ली थी। इस जमीन में 6बीघा जमीन ऐसी है जिसको लेकर दोनों भाइयों में झगड़ा है। डोल की इस जमीन को लेकर दोनों भाइयों में सालों से झगड़ा चल रहा है। पहले भी विवाद हो चुका है। मनोज भी गोपाल के घर के पास इसी गांव में रहता है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों भी दोनों भाइयों में इसी जमीन को कब्जाने पर विवाद हुआ। इसी के चलते मनोज ने मजदूरों को लालच दिया और उनसे पुनीत की हत्या कराई है।
मजदूरी के पैसे न मिलने पर नाराज थी सुमन हत्या में मजदूर सुमन ने पुलिस के सामने हत्या करने की बात कुबूली है। पीड़ित परिवार की तहरीर में मनोज, सुमन और कुछ अज्ञात शामिल हैं। पुनीत के चाचा धर्मेंद्र ने बताया कि पिछले दो, तीन साल से सुमन उसका पति टीटू और परिवार हमारे खेतों में मजदूरी करते हैं। 3 दिन पहले सुमन ने गोपाल के पिता जयभगवान से 10हजार रुपए मांगे थे। जयभगवान ने उस दिन पैसे नहीं दिए कहा बाद में ले जाना। इसी बात पर सुमन बहुत नाराज थी। सुमन मजदूरी न मिलने से गुस्से में थी और उसने बदला लेने की ठान ली थी, मनोज ने इसी का फायदा उठाया और सुमन से पुनीत की हत्या करा दी। रविवार सुबह इस वारदात को अंजाम दे दिया। मन्नतों के बाद हुआ था बेटे का जन्म पुनीत के मामा विनोद भी इस खबर को सुनने के बाद तुरंत गुलावटी से मेरठ आ गए। विनोद ने बताया कि गोपाल, सुप्रभा की 2014 में शादी हुई थी। दोनों के 2 बच्चे कनक और पुनीत हैं। कनक चौथी और पुनीत सेकेंड क्लास में एमआईईटी स्कूल में पढ़ते हैं। पिता गोपाल यूपी पुलिस में हेडकांस्टेबल है सहारनपुर में पोस्टिंग हैं। परिवार मेरठ ही रहता है, अभी गर्मी की छुटि्टयों में गांव में दादा जयभगवान के घर गए थे। माता, पिता को नहीं हैं कुछ होश बताया कि सुप्रभा के पहले बेटी कनक थी। हमें लगा परिवार पूरा हो जाएगा एक बेटा हो जाए। इसलिए बहन और जीजा ने पूरे एक साल तक कृष्णजी का व्रत किया था। उनकी कृपा से यह बेटा आया इसलिए हमने बच्चे का नाम कान्हा रखा, पिता का नाम गोपाल और बेटे का कान्हा रखा, लेकिन अब सब खत्म हो गया। बच्चे की मां, पिता का रो रोकर बुरा हाल हैं। दोनों सदमे में हैं। उन्हें सुध ही नहीं कि उनके बेटे के साथ क्या हो गया है? उनका बेटा अब नहीं रहा। सुबह खेतों पर काम करने गई सुमन मामा विनोद सहित अन्य घरवालों का आरोप है कि इस कांड में ताऊ मनोज शामिल है। सुमन ने मनोज के कहने पर ये कांड किया है।पुलिस ने घरवालों की तहरीर पर मनोज के खिलाफ भी मुकदमा लिखा है। सुमन ने पैसे मांगे थे,बाद में पैसे देंगे। इसी बात पर वो नाराज थी जिसका बदला उसने लिया है। बताया कि रविवार सुबह भी सुमन उसका पति खेत में काम करने आए थे। सुबह सुमन का बेटा सोनू, भांजे पुनीत को घर से खेलने के लिए बुलाकर ले गए थे। बहुत देर तक जब पुनीत घर नहीं आया तो हमने उसे गांव में तलाशा। तलाशने पर भी वो नहीं मिला फिर पुलिस को सूचना दी। पुलिस को एक सीसीटीवी में पुनीत, नौकर सुमन के बच्चों के साथ जाता दिखा। बाद में घरवालों ने टीटू को पकड़ा। फिर पुलिस ने सुमन, बेटी टीना को भी उठाया तब उसने हत्या की बात कुबूली। पुलिस से सच छिपाती रही सुमन इसके बाद पुलिस ने सुमन उसके घरवालों को हिरासत में लेकर पूछताछ करी। पहले तो सुमन कुछ बोली नहीं बाद में सख्ती करने पर उसने बताया कि पुनीत की हत्या कर लाश गन्ने के खेत में डाल दी है। उसकी निशानदेही पर पुलिस गन्ने के खेत में पहुंची जहां पुनीत की लाश मिली। उसके हाथ रस्सी से पीछे से बांध रखे थे। गले में रस्सी बांधकर दो गांठें लगी थी। सुमन ने ही फिरौती की रकम मांगने का 50 लाख रुपए वाला लेटर भी पुलिस को दिखाया। सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला ने बताया कि पूरे मामले में घरवालों की तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। इसमें मजदूर सुमन और रिश्तेदार मनोज सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। मनोज और सुमन को अरेस्ट कर लिया है। अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर