हिमाचल प्रदेश में ऑनलाइन ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने इस बार PM हेल्थ कार्ड को ठगी का जरिया बनाया है। PM हेल्थ कार्ड के नाम की APK (एंड्रोइड पैकेजिंग किट) फाइल लोगों के वॉट्सऐप पर भेजकर कुल्लू जिला की एक पंचायत प्रधान और एक बीमा एजेंट के साथ 4.50 लाख रुपए से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने दोनों क शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, पोखरी पंचायत के प्रधान भीमसैन को जान पहचान के किसी व्यक्ति ने वॉट्सऐप पर PM हेल्थ कार्ड की जानकारी से जुड़ी APK फाइल शेयर करी। भीमसेन ने जैसे ही इस पर क्लिक किया, उसके खाते से उसी 3 लाख 30 हजार और 900 रुपए निकाल दिए गए। ठीक इसी तरह बीमा कंपनी के एजेंट महेंद्र सिंह को भी एक APK फाइल का लिंक मिला। महेंद्र ने जैसे ही इस लिंक पर क्लिक किया, उसके खाते में जमा 93 हजार और 28 हजार निकाले गए। दोनों पीड़ितों ने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने यह मामला साइबर सेल के सुपुर्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि भीमसेन को बीते 28 अक्टूबर को पीएम हेल्थ कार्ड का लाभ उठाने से जुड़ा मेसेज आया था। इसे ओपन करते ही उसके मोबाइल नंबर पर OTP आते रहे और कुछ ही देरी में खाते में जमा नकदी निकाल दी गई। लोकल लोगों ने शेयर किया मेसेज चिंता इस बात की है कि APK फाइल से जुड़ा मेसेज कुल्लू में लोकल लोगों ने वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर किया है, ताकि लोग पीएम हेल्थ कार्ड में मुफ्त इलाज का फायदा उठा सके। मगर इस मेसेज की सच्चाई अब जाकर पता चल रही है। कैसे हुई ठगी? पुलिस के अनुसार, इस APK फाइल के जरिए शातिर लोगों के फोन को हैक कर देते है। इससे लोगों के मोबाइल की स्क्रीन साइबर ठगों के साथ शेयर हो जाती है। जैसे ही बैंक से OTP किसी खाताधारक के नंबर पर आता है, वह स्क्रीन शेयर के कारण साइबर ठग भी देख लेते है। इसी से कुल्लू में प्रधान और बीमा एजेंट के साथ ठगी हुई है। APK फाइल दिखे तो हो जाएं अलर्ट DSP आनी चंद्रशेखर कायथ ने सचेत किया कि अगर आपको भेजा गया लिंक या फाइल APK है तो इसे बिल्कुल भी डाउनलोड न करें। इसमें एक एप्लिकेशन कोड होता है, जिससे फोन में वायरस इंस्टाल किया जाता है। इससे आपके फोन का कॉन्टैक्ट लिस्ट, बैकिंग डिटेल, गैलरी और जरूरी जानकारी का ठगों एक्सेस मिल जाता है और आपका फोन हैक कर आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। हिमाचल पुलिस भी कर चुकी अलर्ट हिमाचल पुलिस ने भी बीते सप्ताह एडवाइजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने और APK फाइल डाउनलोड न करने की एडवाइजरी जारी की थी। साइबर ठग शादी के डिजीटल कार्ड और पीएम हेल्थ कार्ड के मेसेज भेजकर ठगी को अंजाम दे रहे है। हकीकत में यह सब आपके मोबाइल से पर्सनल डाटा चुराने के लिए किया जा रहा है, ताकि आपके फोन से जरूरी जानकारी चुराकर लोगों के अकाउंट से पैसे निकाले जा सके। हिमाचल प्रदेश में ऑनलाइन ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने इस बार PM हेल्थ कार्ड को ठगी का जरिया बनाया है। PM हेल्थ कार्ड के नाम की APK (एंड्रोइड पैकेजिंग किट) फाइल लोगों के वॉट्सऐप पर भेजकर कुल्लू जिला की एक पंचायत प्रधान और एक बीमा एजेंट के साथ 4.50 लाख रुपए से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने दोनों क शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, पोखरी पंचायत के प्रधान भीमसैन को जान पहचान के किसी व्यक्ति ने वॉट्सऐप पर PM हेल्थ कार्ड की जानकारी से जुड़ी APK फाइल शेयर करी। भीमसेन ने जैसे ही इस पर क्लिक किया, उसके खाते से उसी 3 लाख 30 हजार और 900 रुपए निकाल दिए गए। ठीक इसी तरह बीमा कंपनी के एजेंट महेंद्र सिंह को भी एक APK फाइल का लिंक मिला। महेंद्र ने जैसे ही इस लिंक पर क्लिक किया, उसके खाते में जमा 93 हजार और 28 हजार निकाले गए। दोनों पीड़ितों ने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने यह मामला साइबर सेल के सुपुर्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि भीमसेन को बीते 28 अक्टूबर को पीएम हेल्थ कार्ड का लाभ उठाने से जुड़ा मेसेज आया था। इसे ओपन करते ही उसके मोबाइल नंबर पर OTP आते रहे और कुछ ही देरी में खाते में जमा नकदी निकाल दी गई। लोकल लोगों ने शेयर किया मेसेज चिंता इस बात की है कि APK फाइल से जुड़ा मेसेज कुल्लू में लोकल लोगों ने वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर किया है, ताकि लोग पीएम हेल्थ कार्ड में मुफ्त इलाज का फायदा उठा सके। मगर इस मेसेज की सच्चाई अब जाकर पता चल रही है। कैसे हुई ठगी? पुलिस के अनुसार, इस APK फाइल के जरिए शातिर लोगों के फोन को हैक कर देते है। इससे लोगों के मोबाइल की स्क्रीन साइबर ठगों के साथ शेयर हो जाती है। जैसे ही बैंक से OTP किसी खाताधारक के नंबर पर आता है, वह स्क्रीन शेयर के कारण साइबर ठग भी देख लेते है। इसी से कुल्लू में प्रधान और बीमा एजेंट के साथ ठगी हुई है। APK फाइल दिखे तो हो जाएं अलर्ट DSP आनी चंद्रशेखर कायथ ने सचेत किया कि अगर आपको भेजा गया लिंक या फाइल APK है तो इसे बिल्कुल भी डाउनलोड न करें। इसमें एक एप्लिकेशन कोड होता है, जिससे फोन में वायरस इंस्टाल किया जाता है। इससे आपके फोन का कॉन्टैक्ट लिस्ट, बैकिंग डिटेल, गैलरी और जरूरी जानकारी का ठगों एक्सेस मिल जाता है और आपका फोन हैक कर आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। हिमाचल पुलिस भी कर चुकी अलर्ट हिमाचल पुलिस ने भी बीते सप्ताह एडवाइजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने और APK फाइल डाउनलोड न करने की एडवाइजरी जारी की थी। साइबर ठग शादी के डिजीटल कार्ड और पीएम हेल्थ कार्ड के मेसेज भेजकर ठगी को अंजाम दे रहे है। हकीकत में यह सब आपके मोबाइल से पर्सनल डाटा चुराने के लिए किया जा रहा है, ताकि आपके फोन से जरूरी जानकारी चुराकर लोगों के अकाउंट से पैसे निकाले जा सके। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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