हमीरपुर भोटा चैरिटेबल अस्पताल नहीं होगा बंद:सोमवार से खुलेगा, सरकार के आश्वासन लिया फैसला, प्रदर्शन जारी

हमीरपुर भोटा चैरिटेबल अस्पताल नहीं होगा बंद:सोमवार से खुलेगा, सरकार के आश्वासन लिया फैसला, प्रदर्शन जारी

हमीरपुर के राधा स्वामी सत्संग द्वारा संचालित भोटा स्थित चैरिटेबल अस्पताल मरीजों के लिए सोमवार से खोल दिया जाएगा। शिमला में मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक के बाद इस संस्था के संचालकों ने अस्पताल को खुला रखने का फरमान जारी कर दिया है। शीतकालीन सत्र के दौरान विशेष विधेयक में चैरिटेबल अस्पताल के मामले को लेकर लाया जाएगा। संस्था के प्रशासक वेली राम ने ‘अनंत ज्ञान’ को बताया कि मुख्य गेट पर अस्पताल को बंद करने का लगाया गया बोर्ड अब हटा दिया गया है। क्योंकि इस सरकार के आश्वासन के बाद मरीज के लिए सोमवार से खुला कर दिया जाएगा। उधर रविवार को आक्रोश जताने वालों की भीड़ भी काफी कम दिखी। महिलाओं ने आज भी अस्पताल खुलने को लेकर प्रदर्शन किया। यहां पिछले एक हफ्ते से भोटा चौक पर रोजाना धरना प्रदर्शन हो रहा है। क्या है विवाद
संस्था के लोग अस्पताल क्षेत्र को महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसायटी के नाम करने की मांग कर रहे हैं। इसकी प्रक्रिया भी बहुत पहले से शुरू है। 2019 में भी भाजपा के बाबत प्रक्रिया शुरू हुई थी। लेकिन तब सरकार ने साफ कह दिया था कि इसे बेचा नहीं जा सकता। ऐसी अदला-बदली नहीं हो सकती। उसके बाद अब पिछले कुछ समय से अदला-बदली का दौर फिर शुरू हुआ। कहा गया कि अस्पताल के उपकरणों और अन्य सामान पर जीएसटी इसे चलाने पर भारी पड़ रहा है। हमीरपुर के राधा स्वामी सत्संग द्वारा संचालित भोटा स्थित चैरिटेबल अस्पताल मरीजों के लिए सोमवार से खोल दिया जाएगा। शिमला में मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक के बाद इस संस्था के संचालकों ने अस्पताल को खुला रखने का फरमान जारी कर दिया है। शीतकालीन सत्र के दौरान विशेष विधेयक में चैरिटेबल अस्पताल के मामले को लेकर लाया जाएगा। संस्था के प्रशासक वेली राम ने ‘अनंत ज्ञान’ को बताया कि मुख्य गेट पर अस्पताल को बंद करने का लगाया गया बोर्ड अब हटा दिया गया है। क्योंकि इस सरकार के आश्वासन के बाद मरीज के लिए सोमवार से खुला कर दिया जाएगा। उधर रविवार को आक्रोश जताने वालों की भीड़ भी काफी कम दिखी। महिलाओं ने आज भी अस्पताल खुलने को लेकर प्रदर्शन किया। यहां पिछले एक हफ्ते से भोटा चौक पर रोजाना धरना प्रदर्शन हो रहा है। क्या है विवाद
संस्था के लोग अस्पताल क्षेत्र को महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसायटी के नाम करने की मांग कर रहे हैं। इसकी प्रक्रिया भी बहुत पहले से शुरू है। 2019 में भी भाजपा के बाबत प्रक्रिया शुरू हुई थी। लेकिन तब सरकार ने साफ कह दिया था कि इसे बेचा नहीं जा सकता। ऐसी अदला-बदली नहीं हो सकती। उसके बाद अब पिछले कुछ समय से अदला-बदली का दौर फिर शुरू हुआ। कहा गया कि अस्पताल के उपकरणों और अन्य सामान पर जीएसटी इसे चलाने पर भारी पड़ रहा है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर