बाहुबली पप्पू यादव एक घंटे कोर्ट कटघरे में खड़े रहे:गाजीपुर में कराई जमानत; लॉरेंस बिश्नोई के सवाल पर बोले- आज भी मिली धमकी

बाहुबली पप्पू यादव एक घंटे कोर्ट कटघरे में खड़े रहे:गाजीपुर में कराई जमानत; लॉरेंस बिश्नोई के सवाल पर बोले- आज भी मिली धमकी

गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट में गुरुवार को बिहार के पूर्णिया के बाहुबली सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पेश हुए। शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया, ‘सुनवाई के दौरान अपर सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह ने पप्पू यादव को एक घंटे कोर्ट के कटघरे में खड़ा रखा। पप्पू के वकील ने जब प्रार्थना पत्र दिया, तो 50 हजार के मुचलके पर उन्हें रिहा किया गया। मुकदमे की अगली सुनवाई 4 दिसंबर को होगी।’ सुनवाई से लगातार गैर हाजिर रहने पर MP/MLA कोर्ट ने पप्पू यादव समेत 11 लोगों के खिलाफ 22 अक्टूबर को NBW (गैर जमानती वारंट) जारी किया था। मामला 8 नवंबर, 1993 का है। मुहम्मदाबाद थाने में सांसद पप्पू समेत 11 लोगों के खिलाफ आचार संहिता का केस दर्ज हुआ था। रिहाई के बाद मीडिया ने लॉरेंस बिश्नोई की धमकियों से जुड़े सवाल पूछे। जवाब में पप्पू यादव ने कहा, धमकियां लगातार मिल रही हैं। आज भी मिली है। हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया कि धमकी किससे मिल रही? अब विस्तार से पढ़िए… पप्पू बोले- पाकिस्तान और मलेशिया से धमकी आ रही
सांसद पप्पू यादव ने कहा, ‘मुझे लगातार धमकियां मिल रही हैं। आज भी कोर्ट आते समय रास्ते में फोन कर धमकी दी गई। कहा गया गाजीपुर पहुंच गए हो…।’ मीडिया के सामने अपना फोन दिखाते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे उर्दू में मैसेज कर धमकियां दी जा रही हैं। पाकिस्तान और मलेशिया से धमकी आ रही है। 24 घंटे रेकी की जा रही है। मैं डरने वाला नही, मैं सच बोलता रहूंगा। मैं राजनीति में जाति-धर्म नहीं करता।’ पप्पू यादव ने यह दावा भी किया कि झारखंड और महाराष्ट्र में INDI गठबंधन की सरकार बन रही है। जानिए पप्पू यादव पर क्या है केस?
8 नवंबर, 1993 को उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान पप्पू यादव और उमेश पासवान बक्सर बिहार की तरफ से गाजीपुर आ रहे थे। मुहम्मदाबाद विधानसभा में शहनिंदा चौकी के पास पप्पू यादव की गाड़ियों के काफिले को पुलिस ने रोक लिया। इसे लेकर उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। मुहम्मदाबाद थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष वीएन सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। उन्हें इनपुट मिला था कि बिहार के दो विधायक पप्पू यादव और उमेश पासवान अपने साथ बड़ी संख्या में अवांछनीय तत्वों लेकर उत्तर प्रदेश में अपने विरोधी राजनीतिक दलों के चुनाव सभाओं में गड़बड़ी पैदा करने के लिए उजियार घाट की ओर से होते हुए गाजीपुर में एंट्री करने वाले हैं। इस पर वीएन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने काफिले को रोका, तो पप्पू यादव जाम लगाकर बैठ गए। सभी को चुनाव और शांति व्यवस्था के बारे में बताने के बाद थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट पेश की। जहां से सभी आरोपियों को 31 जुलाई, 2023 को बरी कर दिया गया था। इसके बाद जिला शासकीय अधिवक्ता कृपाशंकर राय ने आदेश के खिलाफ जिला जज की अदालत में 6 सितंबर, 2023 को अपील दाखिल की। जिला जज की अदालत ने मामले को MP/MLA की अदालत में सुनवाई के लिए भेज दिया था। जहां पर बहस चल रही है। एक साल से आरोपियों की तरफ से कोई कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ
6 सितंबर, 2023 को दाखिल याचिका के बाद हुई कई सुनवाई में पप्पू यादव समेत कोई आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इस पर कोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए 22 अक्टूबर को सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सहित 11 लोगों के विरुद्ध गैरजमानती वारंट (NBW) जारी करते हुए 4 नवंबर को सुनवाई तय की थी। इस बीच 10 आरोपी इस मुकदमे में हाजिर हो गए और गैर जमानती वारंट निरस्त करा लिए। लेकिन पप्पू यादव हाजिर नहीं हुए थे। इस पर कोर्ट ने आदेश दिया कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। इस पर कोर्ट ने मुहम्मदाबाद प्रभारी निरीक्षक को स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। अब जानिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कौन है? पप्पू यादव को पहली बार कब मिली धमकी
मुंबई में NCP (अजित गुट) के नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पप्पू यादव ने महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन वाली सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, ‘महाराष्ट्र में महा जंगलराज है। Y सिक्योरिटी सुरक्षा में सरकार समर्थक पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या इसका शर्मनाक प्रमाण है। बिहार के बेटे बाबा सिद्दीकी की हत्या अत्यंत दुखद है। BJP गठबंधन सरकार अपने दल के इतने रसूख वाले नेताओं की रक्षा न कर पा रही है, तो आम लोगों का क्या होगा?’ इस बयान के बाद पप्पू यादव को लॉरेंस गैंस से धमकी मिली थी। बाबा सिद्दीकी के मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली। उन पर गोली चलाने वाले 4 हमलावरों में से 2 यूपी, 1 हरियाणा और 1 पंजाब के हैं। लॉरेंस अभी गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उसने 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर भी फायरिंग कराई थी। लॉरेंस बिश्नोई को दो कौड़ी का गुंडा बताया था
13 अक्टूबर को पप्पू यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को दो कौड़ी का गुंडा बताते हुए धमकी दी थी। उन्होंने कहा था, ‘कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा।’ पप्पू यादव ने अपनी पोस्ट में देश को लेकर विवादित शब्दों का भी इस्तेमाल किया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था- यह देश है या हिजड़ों की फौज, एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती देकर लोगों को मार रहा है, सब मूकदर्शक बने हैं। कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया, अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला। कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा। -पप्पू यादव, सांसद …………………………………………… यह खबर भी पढ़ें- जेल में आजम के बेटे से चंद्रशेखर की मुलाकात, कहा-भाई का गम बांटने आया हूं, वह बहुत मजबूत आदमी हरदोई जिला कारागार में बंद अब्दुल्ला आजम से मुलाकात करने के लिए नगीना के सांसद, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर हरदोई पहुंचे। ठीक 10 बजे वह मुलाकात करने के लिए जेल के अंदर गए। उनके साथ युसूफ मलिक, मनीष कुमार और जावेद खान भी हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट में गुरुवार को बिहार के पूर्णिया के बाहुबली सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पेश हुए। शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया, ‘सुनवाई के दौरान अपर सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह ने पप्पू यादव को एक घंटे कोर्ट के कटघरे में खड़ा रखा। पप्पू के वकील ने जब प्रार्थना पत्र दिया, तो 50 हजार के मुचलके पर उन्हें रिहा किया गया। मुकदमे की अगली सुनवाई 4 दिसंबर को होगी।’ सुनवाई से लगातार गैर हाजिर रहने पर MP/MLA कोर्ट ने पप्पू यादव समेत 11 लोगों के खिलाफ 22 अक्टूबर को NBW (गैर जमानती वारंट) जारी किया था। मामला 8 नवंबर, 1993 का है। मुहम्मदाबाद थाने में सांसद पप्पू समेत 11 लोगों के खिलाफ आचार संहिता का केस दर्ज हुआ था। रिहाई के बाद मीडिया ने लॉरेंस बिश्नोई की धमकियों से जुड़े सवाल पूछे। जवाब में पप्पू यादव ने कहा, धमकियां लगातार मिल रही हैं। आज भी मिली है। हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया कि धमकी किससे मिल रही? अब विस्तार से पढ़िए… पप्पू बोले- पाकिस्तान और मलेशिया से धमकी आ रही
सांसद पप्पू यादव ने कहा, ‘मुझे लगातार धमकियां मिल रही हैं। आज भी कोर्ट आते समय रास्ते में फोन कर धमकी दी गई। कहा गया गाजीपुर पहुंच गए हो…।’ मीडिया के सामने अपना फोन दिखाते हुए उन्होंने कहा, ‘मुझे उर्दू में मैसेज कर धमकियां दी जा रही हैं। पाकिस्तान और मलेशिया से धमकी आ रही है। 24 घंटे रेकी की जा रही है। मैं डरने वाला नही, मैं सच बोलता रहूंगा। मैं राजनीति में जाति-धर्म नहीं करता।’ पप्पू यादव ने यह दावा भी किया कि झारखंड और महाराष्ट्र में INDI गठबंधन की सरकार बन रही है। जानिए पप्पू यादव पर क्या है केस?
8 नवंबर, 1993 को उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान पप्पू यादव और उमेश पासवान बक्सर बिहार की तरफ से गाजीपुर आ रहे थे। मुहम्मदाबाद विधानसभा में शहनिंदा चौकी के पास पप्पू यादव की गाड़ियों के काफिले को पुलिस ने रोक लिया। इसे लेकर उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई। मुहम्मदाबाद थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष वीएन सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। उन्हें इनपुट मिला था कि बिहार के दो विधायक पप्पू यादव और उमेश पासवान अपने साथ बड़ी संख्या में अवांछनीय तत्वों लेकर उत्तर प्रदेश में अपने विरोधी राजनीतिक दलों के चुनाव सभाओं में गड़बड़ी पैदा करने के लिए उजियार घाट की ओर से होते हुए गाजीपुर में एंट्री करने वाले हैं। इस पर वीएन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने काफिले को रोका, तो पप्पू यादव जाम लगाकर बैठ गए। सभी को चुनाव और शांति व्यवस्था के बारे में बताने के बाद थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट पेश की। जहां से सभी आरोपियों को 31 जुलाई, 2023 को बरी कर दिया गया था। इसके बाद जिला शासकीय अधिवक्ता कृपाशंकर राय ने आदेश के खिलाफ जिला जज की अदालत में 6 सितंबर, 2023 को अपील दाखिल की। जिला जज की अदालत ने मामले को MP/MLA की अदालत में सुनवाई के लिए भेज दिया था। जहां पर बहस चल रही है। एक साल से आरोपियों की तरफ से कोई कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ
6 सितंबर, 2023 को दाखिल याचिका के बाद हुई कई सुनवाई में पप्पू यादव समेत कोई आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इस पर कोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए 22 अक्टूबर को सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव सहित 11 लोगों के विरुद्ध गैरजमानती वारंट (NBW) जारी करते हुए 4 नवंबर को सुनवाई तय की थी। इस बीच 10 आरोपी इस मुकदमे में हाजिर हो गए और गैर जमानती वारंट निरस्त करा लिए। लेकिन पप्पू यादव हाजिर नहीं हुए थे। इस पर कोर्ट ने आदेश दिया कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। इस पर कोर्ट ने मुहम्मदाबाद प्रभारी निरीक्षक को स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था। अब जानिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कौन है? पप्पू यादव को पहली बार कब मिली धमकी
मुंबई में NCP (अजित गुट) के नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद पप्पू यादव ने महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन वाली सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, ‘महाराष्ट्र में महा जंगलराज है। Y सिक्योरिटी सुरक्षा में सरकार समर्थक पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या इसका शर्मनाक प्रमाण है। बिहार के बेटे बाबा सिद्दीकी की हत्या अत्यंत दुखद है। BJP गठबंधन सरकार अपने दल के इतने रसूख वाले नेताओं की रक्षा न कर पा रही है, तो आम लोगों का क्या होगा?’ इस बयान के बाद पप्पू यादव को लॉरेंस गैंस से धमकी मिली थी। बाबा सिद्दीकी के मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली। उन पर गोली चलाने वाले 4 हमलावरों में से 2 यूपी, 1 हरियाणा और 1 पंजाब के हैं। लॉरेंस अभी गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उसने 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर भी फायरिंग कराई थी। लॉरेंस बिश्नोई को दो कौड़ी का गुंडा बताया था
13 अक्टूबर को पप्पू यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को दो कौड़ी का गुंडा बताते हुए धमकी दी थी। उन्होंने कहा था, ‘कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा।’ पप्पू यादव ने अपनी पोस्ट में देश को लेकर विवादित शब्दों का भी इस्तेमाल किया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था- यह देश है या हिजड़ों की फौज, एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती देकर लोगों को मार रहा है, सब मूकदर्शक बने हैं। कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया, अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला। कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा। -पप्पू यादव, सांसद …………………………………………… यह खबर भी पढ़ें- जेल में आजम के बेटे से चंद्रशेखर की मुलाकात, कहा-भाई का गम बांटने आया हूं, वह बहुत मजबूत आदमी हरदोई जिला कारागार में बंद अब्दुल्ला आजम से मुलाकात करने के लिए नगीना के सांसद, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर हरदोई पहुंचे। ठीक 10 बजे वह मुलाकात करने के लिए जेल के अंदर गए। उनके साथ युसूफ मलिक, मनीष कुमार और जावेद खान भी हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर