संभल में सुबह-सुबह जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देखकर मुस्लिम समाज के लोग भड़क गए। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। करीब तीन घंटे तक लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। SP ने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा- नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो। लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। संभल में बवाल की 18 तस्वीरें… ये खबर भी पढ़ेंः- संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी:उग्र भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया; भीड़ ने गाड़ी फूंकी संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर हैं। दरअसल, सुबह 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है। कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। पढ़ें पूरी खबर…. संभल में सुबह-सुबह जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देखकर मुस्लिम समाज के लोग भड़क गए। उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। करीब तीन घंटे तक लोगों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। SP ने आक्रोशित लोगों को समझाते हुए कहा- नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो। लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। संभल में बवाल की 18 तस्वीरें… ये खबर भी पढ़ेंः- संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान पथराव-आगजनी:उग्र भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया; भीड़ ने गाड़ी फूंकी संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर हैं। दरअसल, सुबह 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है। कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। पढ़ें पूरी खबर…. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पंजाब CM एक विधानसभा सीट पर पत्नी समेत क्यों डटे:लोकसभा हारे, वोट शेयर गिरा; जीते तो सरकार पर भरोसा कायम, हारे तो नेतृत्व पर सवाल
पंजाब CM एक विधानसभा सीट पर पत्नी समेत क्यों डटे:लोकसभा हारे, वोट शेयर गिरा; जीते तो सरकार पर भरोसा कायम, हारे तो नेतृत्व पर सवाल जालंधर वेस्ट में हो रहे उप-चुनाव को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान परिवार समेत डटे हुए हैं। उन्होंने यहां किराए पर घर लिया। पत्नी-बेटी समेत शिफ्ट हो गए। रोजाना एक विधानसभा सीट की गलियों में प्रचार कर रहे हैं। यही नहीं, उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर तक प्रचार कर रही हैं। डॉ. गुरप्रीत कौर पहले किराए पर लिए घर में जनता दरबार लगाती हैं। फिर वहां से फ्री होने के बाद डोर टू डोर प्रचार करने पहुंच जाती हैं। स्थिति यह है कि यहां से AAP के कैंडिडेट मोहिंदर भगत से ज्यादा प्रचार CM फैमिली ही कर रही है। इस सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग होनी है। एक विधानसभा मुख्यमंत्री पूरे परिवार समेत क्यों डटे हुए है? यह सवाल पूरे राज्य की ज़ुबान पर है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट इसकी बड़ी वजह लोकसभा चुनाव में हार को मानते हैं। उनका मानना है कि अगर यह सीट भी हार गए तो फिर यह कहा जाएगा कि राज्य सरकार से लोगों का मोह भंग हो गया है। CM भगवंत मान नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह सीट हारने से उनकी सरकार के कामकाज का आकलन हो। CM के प्रचार में डटने की वजहें 1. लोकसभा में 13-0 का नारा फेल हुआ
पंजाब में लोकसभा चुनाव को लेकर CM भगवंत मान ने 13-0 का नारा दिया था, यानी राज्य की सभी 13 लोकसभा सीटें जीतने का दावा। मगर, 4 जून को रिजल्ट आया तो AAP सिर्फ 3 ही सीटें जीत पाई। इनमें भी CM के गृह जिले संगरूर की सीट तो AAP उम्मीदवार गुरमीत मीत हेयर 1 लाख 72 हजार 560 वोटों से जीत गए। मगर, आनंदपुर साहिब में सिर्फ 10 हजार 846 और होशियारपुर में 44 हजार 111 वोटों से ही जीत मिली। बची 10 में से 7 सीटें कांग्रेस, 1 अकाली दल और 2 पर निर्दलीय उम्मीदवार जीत गए। 2. विधानसभा चुनाव में जीती 92 सीटें घटकर 33 रह गई
दूसरी बड़ी वजह लोकसभा चुनाव का विधानसभा वाइज रिजल्ट है। 2022 में जब AAP सरकार बनी तो 117 में से 92 सीटें जीती थीं। 2 साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में AAP सिर्फ 33 विधानसभा सीटों पर ही बढ़त बना पाई। विधानसभा के लिहाज से सिर्फ 2 साल में ही AAP को 59 सीटों का नुकसान हो गया। 3. वोट शेयर भी 16% गिरा
2022 के विधानसभा चुनाव में जब AAP को 92 सीटें मिलीं तो उनका वोट शेयर 42% था। लोकसभा चुनाव में यह गिरकर 26% रह गया। वोट शेयर में 16% की गिरावट ने पंजाब में सरकार के लिए खतरे के साथ पार्टी के लिए भी संकट खड़ा कर दिया। 4. जहां चुनाव, वहां AAP तीसरे नंबर पर रही
जिस जालंधर वेस्ट विधानसभा में उप-चुनाव हो रहा है, वहां लोकसभा चुनाव में AAP तीसरे नंबर पर रही थी। यहां सबसे ज्यादा 44,394 वोट कांग्रेस को मिले। दूसरे नंबर पर BJP रही, जिन्हें 42,827 वोट मिले। AAP को यहां से सिर्फ 15,629 ही वोट मिले। इस एक सीट पर वह कांग्रेस से 27 हजार 765 वोट से पीछे रही। जालंधर उप-चुनाव जीत और हार पर CM का फायदा-नुकसान क्या?
पहले बात जीत की करें तो अगर AAP यह सीट जीत जाती है तो लोकसभा में हार के बाद AAP सरकार-पार्टी से ज्यादा यह CM भगवंत मान के लिए संजीवनी होगी। वह खुलकर कह सकते हैं कि भले ही लोकसभा हारे, लेकिन इस जीत से साफ है कि उनकी सरकार पर लोगों का भरोसा कायम है। लोकसभा चुनाव को राष्ट्रीय मुद्दों के बहाने सरकार के काम पर मुहर से दरकिनार किया जा सकेगा। अगर वह सीट हार जाते हैं तो फिर सरकार के कामकाज को लेकर विरोधी फजीहत करेंगे। पंजाब में नशे, लॉ एंड ऑर्डर जैसे मुद्दों पर नाकामी बताई जाएगी। खुद CM भगवंत मान के सरकार चलाने और पार्टी प्रधान के नाते नेतृत्व पर सवाल खड़े होंगे। पंजाब में यह मैसेज जाएगा कि सरकार कामकाज में कमी को लेकर सवा 2 साल के समय में ही एक्सपोज हो चुकी है। जालंधर वेस्ट सीट पर उप-चुनाव क्यों हो रहा?
2022 के विधानसभा चुनाव में जालंधर वेस्ट सीट AAP के उम्मीदवार शीतल अंगुराल ने जीती थी, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले अंगुराल BJP में शामिल हो गए। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, लोकसभा चुनाव की 1 जून की वोटिंग से पहले अंगुराल ने 29 मई को स्पीकर से इस्तीफा वापस लेने की बात कही, लेकिन तब तक इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस चुनाव में अंगुराल को BJP ने टिकट दी है। AAP ने अकाली-भाजपा सरकार में मंत्री रहे भगत चुन्नीलाल के बेटे मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर को टिकट दी है। जालंधर उपचुनाव में 4 प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार…
हाईकोर्ट स्पेशल सेक्रेटरी से बोला- यहीं बैठिए, बाहर नहीं जाना:दिनभर कोर्ट में बैठने की सजा सुनाई; बुलडोजर से घर गिराने पर DGP तलब
हाईकोर्ट स्पेशल सेक्रेटरी से बोला- यहीं बैठिए, बाहर नहीं जाना:दिनभर कोर्ट में बैठने की सजा सुनाई; बुलडोजर से घर गिराने पर DGP तलब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने समाज कल्याण विभाग के विशेष सचिव रजनीश चंद्रा को दिन भर अदालत में बैठने की सजा दी। कहा- जब तक कोर्ट की कार्यवाही चलती रहेगी, आपको यहीं बैठना है। बाहर नहीं जा सकते हैं। इस आदेश के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने विशेष सचिव को तत्काल हिरासत में ले लिया। कोर्ट ने 2 हजार का जुर्माना भी लगाया है। जस्टिस सलिल कुमार राय ने यह आदेश फतेहपुर की टीचर सुमन देवी की अवमानना याचिका पर दिया। एक दूसरी याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सलिल कुमार राय ने कोर्ट के आदेश के बावजूद सहारनपुर में बुलडोजर से घर गिराने के मामले में DGP प्रशांत कुमार और SSP सहारनपुर रोहित सिंह सजवाण को 27 दिसंबर को कोर्ट में तलब किया है। कोर्ट ने दोनों अधिकारियों से नाराजगी जाहिर करते हुए व्यक्तिगत हलफनामा मांगा है। पूछा है- क्यों न सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का आदेश ना मानने के लिए उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की जाए। पहले वो मामला, जिसकी अवमानना में विशेष सचिव हिरासत में रहे… फतेहपुर की सुमन सत्र लाभ के लिए गई थीं कोर्ट
फतेहपुर की सुमन देवी बीआर अंबेडकर शिक्षा सदन में सहायक अध्यापिका थीं। यह स्कूल समाज कल्याण विभाग चलाता है। सुमन के मुताबिक, उनका रिटायरमेंट 21 जनवरी, 2023 में होना चाहिए था। मगर उन्हें विभाग ने अप्रैल, 2022 में रिटायर कर दिया। इससे पहले ही वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में सत्र लाभ के लिए याचिका लगा चुकी थीं। कोर्ट में याचिका पर कोई फैसला होता, इससे पहले विभाग ने उन्हें सत्र फायदा देने का फरमान जारी कर दिया। साथ ही, स्कूल में जॉइन करने का आदेश दिया। सुमन ने 21 जनवरी, 2023 को जॉइन कर लिया। लेकिन अप्रैल, 2022 से 21 जनवरी, 2023 तक का वेतन उन्हें भुगतान नहीं किया गया। विभाग का कहना था कि चूंकि, इस दौरान उन्होंने काम नहीं किया है, इसलिए वेतन की हकदार नहीं हैं। इसके खिलाफ सुमन ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। हाईकोर्ट ने वेतन देने का आदेश दिया
सुमन के वकील अंगद यादव ने केस से जुड़े कई उदाहरण दिए। जिसमें हाईकोर्ट ने कहा कि विभागीय गलती से अगर सुमन को जॉइन नहीं कराया गया है तो नो वर्क नो पे का सिद्धांत लागू नहीं होगा। कोर्ट ने याचिका मंजूर करते हुए याची को 1 अप्रैल, 2022 से 21 जनवरी, 2023 तक के वेतन भुगतान करने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेशों को नजरअंदाज कर गए विशेष सचिव
कोर्ट के इस आदेश के बावजूद विशेष सचिव रजनीश चंद्रा ने अपना अलग आदेश पारित कर दिया। कहा- क्योंकि सुमन ने इस दौरान कोई काम नहीं किया है, इसलिए उन्हें वेतन नहीं दिया जा सकता है। इसके बाद सुमन ने इस आदेश के खिलाफ अवमानना याचिका दाखिल की। कोर्ट ने आदेश की अवमानना मानते हुए विशेष सचिव रजनीश चंद्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी फतेहपुर और जिला पिछड़ा वर्ग समाज कल्याण अधिकारी प्रसून राय को तलब किया। रजनीश चंद्रा और प्रसून राय के खिलाफ अदालत ने अवमानना का केस मानते हुए स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। विशेष सचिव ने कोर्ट से माफी मांगी
रजनीश चंद्रा ने अपने हलफनामा में माफी मांगते हुए बताया कि कोर्ट के आदेश का पालन किया गया है। सुमन को बकाया वेतन का भुगतान कर दिया गया है। कोर्ट स्पष्टीकरण से सहमत नहीं थी, इसलिए उसने रजनीश चंद्र को अदालत उठने तक हिरासत में रहने की सजा और 2 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। कोर्ट ने कहा, यदि यह जुर्माना 4 जनवरी तक नहीं दिया गया तो एक महीने के लिए अतिरिक्त सजा सुनाई जाएगी। जबकि प्रसून राय को अवमानना के आरोप से बरी कर दिया है। अब सहारनपुर का वो मामला पढ़िए, जिसमें DGP, SSP तलब हुए… भू-माफिया की FIR पर चार्जशीट को हाईकोर्ट में दी चुनौती
जस्टिस सलिल कुमार राय ने देहरादून में रहने वाली अलका सेठी की अवमानना याचिका पर सुनवाई की। वकील अवनीश त्रिपाठी और डॉ. आस्था मिश्रा ने पक्ष रखा। याचिका में कहा गया कि ध्रुव सेठी और उनकी पत्नी अलका सेठी ने सहारनपुर में एक जमीन खरीदी थी। लेकिन भू-माफिया ने राजस्व विभाग और पुलिस के अधिकारियों की मदद से उनकी जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। इसको लेकर अलग-अलग तारीखों में उन्होंने 2 एफआईआर दर्ज कराईं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी 2 बार शिकायत की। लेकिन पुलिस ने उनकी जमीन से कब्जा नहीं हटाया। इससे भू-माफिया के हौसले बढ़ गए। ध्रुव और अलका के खिलाफ ही भू-माफिया ने एससी/एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने जांच के बाद ध्रुव और अलका के खिलाफ चार्जशीट भी लगा दी। इस चार्जशीट को दंपती ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने चार्जशीट निरस्त का आदेश दिया
हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद चार्जशीट को निरस्त करने का आदेश दिया। साथ ही यूपी के DGP को आदेश दिया कि दंपती की ओर से दर्ज दोनों FIR की जांच 4 महीने में पूरी करवा लें। यह जांच SSP सहारनपुर से करवाई जाए। दंपती ने याचिका में कहा कि इस आदेश के 6 महीने बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। भू-माफिया ने लेखपाल के साथ मिलकर घर पर बुलडोजर चलवाया
इधर, भू-माफिया और सरकारी लेखपाल ने मिलकर दंपती के घर को अवैध बताते हुए बुलडोजर से गिरवा दिया। इसकी शिकायत दंपती ने SO बिहारीगढ़ से की। कोई कार्रवाई न होने पर DGP से भी शिकायत की, यहां भी कोई राहत नहीं मिली। लेखपाल के बुलडोजर एक्शन और हाईकोर्ट के आदेश को नहीं मानने के मामले में दंपती ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने DGP को हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने को कहा। ध्रुव के मुताबिक, इन सब घटनाक्रम के बीच उनकी पत्नी अलका सेठी के गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई थी। हाईकोर्ट में इसके साक्ष्य भी रखे गए। इसके बाद कोर्ट ने DGP और SSP सहारनपुर को तलब किया। ……………………………….. ये भी पढ़ें :- बाहुबली अभय सिंह को 3 साल की जेल…बरी भी हुए:लखनऊ हाईकोर्ट के जजों का अलग-अलग फैसला; खतरे में विधायकी लखनऊ हाईकोर्ट की डबल बेंच ने सपा के बागी विधायक अभय सिंह के खिलाफ दो अलग-अलग फैसले दिए। मामला हत्या के प्रयास का है। जस्टिस मसूदी ने अभय सिंह को 3 साल की सजा सुनाई, जबकि जस्टिस अभय श्रीवास्तव ने बरी कर दिया। अब यह मामला चीफ जस्टिस की बेंच में जाएगा, क्योंकि ऑर्डर में दोनों जजों की राय एक नहीं है। चीफ जस्टिस की बेंच ने अगर 3 साल की सजा कायम रखी तो अभय सिंह की विधायकी जा सकती है। पढ़ें पूरी खबर…
Bihar News: अब विदेशी फिल्मों की होगी बिहार में शूटिंग! विजय सिन्हा ने कहा- इन देशों ने दिखाई रुचि
Bihar News: अब विदेशी फिल्मों की होगी बिहार में शूटिंग! विजय सिन्हा ने कहा- इन देशों ने दिखाई रुचि <p style=”text-align: justify;”><strong>Foreign Films Will Shoot In Bihar:</strong> बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार (20 नवंबर) को कहा कि मॉरीशस सहित कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं ने बिहार में फिल्मों की शूटिंग करने या राज्य पर आधारित फिल्में बनाने में रुचि दिखाई है. सिन्हा बुधवार को गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के 55वें संस्करण के दौरान बिहार मंडप का उद्घाटन किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बिहार की भागीदारी से राज्य में फिल्म निर्माण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के जरिए हाल ही में अनुमोदित और अधिसूचित बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति से निवेश को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार सृजन होगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य की छवि बदलने में मदद मिलेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “मॉरीशस समेत कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं ने बिहार में फिल्म की शूटिंग करने या राज्य पर आधारित फिल्में बनाने में रुचि दिखाई है. अधिकारियों से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद कुछ ने अपनी परियोजनाओं पर काम करना शुरू भी कर दिया है”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिन्हा ने सांस्कृतिक संरक्षण और जन जागरुकता में फिल्मों की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास बिहार की विरासत को विश्व मंच पर लाने की प्रतिभा है. बिहार में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं हैं. कला और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार का गौरवशाली अतीत और प्राकृतिक सौंदर्य फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए काफी है. हम फिल्म निर्माताओं को बिहार आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>कला, संस्कृति और युवा विभाग का प्रभार संभाल रहे. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार फिल्म उद्योग के हितधारकों को आईएफएफआई-2024 में आने और बिहार में संभावनाएं तलाशने के लिए आमंत्रित कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ‘‘आईएफएफआई में बिहार टीम के अधिकारी फिल्म निर्माताओं को बिहार में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और उपायों के बारे में जानकारी देंगे, तथा फिल्म निर्माताओं के लिए पूर्ण संस्थागत समर्थन और पूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र की पेशकश करेंगे.’’</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर से सांसद एवं लोकप्रिय अभिनेता रवि किशन भी आईएफएफआई-2024 में बिहार प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘बिहार को फिल्म निर्माण स्थल के रूप में पूरी तरह से विकसित नहीं किया गया है. मुझे विश्वास है कि नई फिल्म नीति के साथ, राज्य, इसके कलाकार और इसकी लोक संस्कृति को उचित प्रदर्शन मिलेगा. राज्य सरकार ने इस उद्देश्य के लिए पहले से ही अत्याधुनिक, शूटिंग के अनुकूल बुनियादी ढांचा विकसित किया है.’’</p>
<p style=”text-align: justify;”>भोजपुरी, हिंदी, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुके किशन ने कहा, “बिहार बदल गया है. मैंने सुना है कि मॉरीशस सहित कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं ने बिहार में फिल्म की शूटिंग करने या राज्य पर आधारित फिल्में बनाने में रुचि दिखाई है. यह राज्य सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह दर्शाता है कि फिल्म निर्माता बिहार में काम करने के लिए उत्सुक हैं.’’ किशन ने खुशी जताई कि उनकी फिल्म ‘लापता लेडीज’ को 2025 के ऑस्कर के लिए भारत की तरफ से आधिकारिक तौर पर चुना गया है. इस फिल्म में किशन ने एक पुलिस अधिकारी का किरदार निभाया है. </p>