‘महाराष्ट्र चुनाव में दैवीय शक्ति काम कर रही थी’, महायुति की जीत पर अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा दावा

‘महाराष्ट्र चुनाव में दैवीय शक्ति काम कर रही थी’, महायुति की जीत पर अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा दावा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election Result 2024:</strong> <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में बीजेपी गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इसको लेकर ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि आज के इतिहास में महाराष्ट्र में इतनी बड़ी जीत किसी पार्टी या गठबंधन की नहीं हुई जो अब हो गई, क्योंकि यहां दैवीय शक्ति काम कर रही थी. दैवीय शक्ति जब काम करती है तो मनुष्य उसका आंकलन नहीं कर पाता. इतिहास में पहली बार हमने किसी पार्टी को वोट करने के लिए बोला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि जो कोई और नेता नहीं कर पाया वो उस व्यक्ति ने कर दिया. गौमाता को पशु सूची से हटाकर राज्यमाता का दर्जा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&lsquo;हम दैवीय शक्ति का अनुभव कर रहे थे&rsquo;</strong><br />ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य ने कहा कि जो चुनावी पंडित हैं वो कुछ दिन पहले तक कह रहे थे कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी सरकार की स्थिति खराब होगी, लोकसभा में नतीजे भी कुछ ऐसे ही आए, जिसकी वजह से यहीं धारणा भी बन गई. लेकिन, विधानसभा चुनाव का परिणाम आया तो सबने देखा कि आज तक किसी पार्टी या गठबंधन की इतनी बड़ी जीत नहीं, जो अब हुई है. क्योंकि यहां दैवीय शक्ति काम कर रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “हम दैवीय शक्ति का अनुभव कर रहे थे, इसलिए हमने उनके पक्ष में वोट करने की अपील की. जब एकनाथ शिंदे ने गौमाता को पशु सूची से हटाकर राज्यमाता का दर्जा दिया. तब हमें पता लग गया था कि गौमाता का आर्शीवाद उन्हें मिलेगा. हमें बड़ी प्रसन्नता है कि गौमाता ने अपने बेटे एकनाथ शिंदे को आर्शीवाद दिया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&lsquo;बालासाहेब के विचार आज भी जीवित हैं&rsquo;</strong><br />वहीं एक अन्य सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि बालासाहेब के हिंदुत्व की छवि उनके बेटे लेकर नहीं चल पाए, वो अलग बात है, लेकिन महाराष्ट्र की जनता और अन्य बहुत से लोग हैं, जिन्होंने शिवसेना की धारा का बरकरार रखा है. इसलिए महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें भरपूर प्यार भी दिया. शिवसेना शिंदे को 57 शिंदे दी है. इसका मतलब है कि बालासाहेब का जो विचार था हिंदुत्व के पक्ष में वो आज भी जीवित है, उसका नेतृव अब उनके बेटे नहीं बल्कि उनके शिष्य कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें:<a title=” एकनाथ शिंदे चुने गए शिवसेना विधायक दल के नेता, CM बनाने की मांग” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-result-2024-eknath-shinde-was-elected-leader-of-shiv-sena-legislative-party-2829919″ target=”_blank” rel=”noopener”> एकनाथ शिंदे चुने गए शिवसेना विधायक दल के नेता, CM बनाने की मांग</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election Result 2024:</strong> <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में बीजेपी गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इसको लेकर ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि आज के इतिहास में महाराष्ट्र में इतनी बड़ी जीत किसी पार्टी या गठबंधन की नहीं हुई जो अब हो गई, क्योंकि यहां दैवीय शक्ति काम कर रही थी. दैवीय शक्ति जब काम करती है तो मनुष्य उसका आंकलन नहीं कर पाता. इतिहास में पहली बार हमने किसी पार्टी को वोट करने के लिए बोला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि जो कोई और नेता नहीं कर पाया वो उस व्यक्ति ने कर दिया. गौमाता को पशु सूची से हटाकर राज्यमाता का दर्जा दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&lsquo;हम दैवीय शक्ति का अनुभव कर रहे थे&rsquo;</strong><br />ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य ने कहा कि जो चुनावी पंडित हैं वो कुछ दिन पहले तक कह रहे थे कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी सरकार की स्थिति खराब होगी, लोकसभा में नतीजे भी कुछ ऐसे ही आए, जिसकी वजह से यहीं धारणा भी बन गई. लेकिन, विधानसभा चुनाव का परिणाम आया तो सबने देखा कि आज तक किसी पार्टी या गठबंधन की इतनी बड़ी जीत नहीं, जो अब हुई है. क्योंकि यहां दैवीय शक्ति काम कर रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “हम दैवीय शक्ति का अनुभव कर रहे थे, इसलिए हमने उनके पक्ष में वोट करने की अपील की. जब एकनाथ शिंदे ने गौमाता को पशु सूची से हटाकर राज्यमाता का दर्जा दिया. तब हमें पता लग गया था कि गौमाता का आर्शीवाद उन्हें मिलेगा. हमें बड़ी प्रसन्नता है कि गौमाता ने अपने बेटे एकनाथ शिंदे को आर्शीवाद दिया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>&lsquo;बालासाहेब के विचार आज भी जीवित हैं&rsquo;</strong><br />वहीं एक अन्य सवाल के जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि बालासाहेब के हिंदुत्व की छवि उनके बेटे लेकर नहीं चल पाए, वो अलग बात है, लेकिन महाराष्ट्र की जनता और अन्य बहुत से लोग हैं, जिन्होंने शिवसेना की धारा का बरकरार रखा है. इसलिए महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें भरपूर प्यार भी दिया. शिवसेना शिंदे को 57 शिंदे दी है. इसका मतलब है कि बालासाहेब का जो विचार था हिंदुत्व के पक्ष में वो आज भी जीवित है, उसका नेतृव अब उनके बेटे नहीं बल्कि उनके शिष्य कर रहे हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें:<a title=” एकनाथ शिंदे चुने गए शिवसेना विधायक दल के नेता, CM बनाने की मांग” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-result-2024-eknath-shinde-was-elected-leader-of-shiv-sena-legislative-party-2829919″ target=”_blank” rel=”noopener”> एकनाथ शिंदे चुने गए शिवसेना विधायक दल के नेता, CM बनाने की मांग</a></strong></p>  महाराष्ट्र DUSU Election Result 2024: कॉलेज के छात्रसंघ चुनावों में ABVP का दबदबा, जानें- छात्र नेता हर्ष अत्री ने क्या कहा?