सोलन जिला में कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में क्षेत्र के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर विकास सभा कुनिहार व अन्य संस्थाओं के लोगों सहित तीनों पंचायतों के लोगों ने एक बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि गुरुवार 28 नवंबर को कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में सरकार द्वारा कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में एक महापंचायत की जाएगी। जिसमें तीनों पंचायतों के महिला, पुरुष व युवाओं से बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की गई। इसी मुद्दे को लेकर आज तालाब मंदिर में बैठक बुलाई गई थी जिसमें काफी संख्या में कुनिहार के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। नगर पंचायत बनने के बाद हर चीज पर लगेगा टैक्स कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कुनिहार की तीनों पंचायतों की जनता युवा व सभी व्यक्तियों और जितनी भी महिलाएं और बुद्धिजीवी नागरिक हैं, सभी 28 नवंबर को इस महापंचायत में आकर अपना विरोध जताएं। उन्होंने कहा कि अगर कल को नगर पंचायत बनाई गई तो लोगों का जीना हराम हो जाएगा। भारी टैक्स देने पड़ेंगे, किसी प्रकार से अपने मकान को बनाने व तब्दील करने के लिए इजाजत लेनी पड़ेगी और जितने भी जिम्मेदारों के घर में डंगर पशु रहते हैं, उन सभी पर टैक्स लगेगा। इसलिए सभी से अनुरोध किया जाता है कि 28 नवम्बर वीरवार 11 बजे समय रहते हुए तालाब मंदिर में पहुंचकर इस महापंचायत में भारी संख्या में भाग ले। ताकि इस जबरदस्ती थोपे जा रहे निर्णय को सरकार वापस लें। बैठक में ये लोग रहे मौजूद- इस बैठक में हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री, उप प्रधान रोहित जोशी, उप प्रधान कुनिहार पंचायत हरिदास तनवर, व्यापार मंडल कुनिहार के प्रधान धीरज ठाकुर, विकास सभा के सचिव संजय राघव, सर्व एकता जनमंच कुनिहार के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ठाकुर, पंकज, वीर सिंह, नवीन कंवर, राजेंद्र चौधरी, प्रेम सिंह, राजेश शर्मा, ज्ञान सिंह, मदन सिंह कंवर, राकेश झांझी, राजेश अत्री, दीपक, अमित, राजीव सहित अन्य लोग मौजूद रहे। सोलन जिला में कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में क्षेत्र के लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर विकास सभा कुनिहार व अन्य संस्थाओं के लोगों सहित तीनों पंचायतों के लोगों ने एक बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि गुरुवार 28 नवंबर को कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में सरकार द्वारा कुनिहार को नगर पंचायत बनाने के विरोध में एक महापंचायत की जाएगी। जिसमें तीनों पंचायतों के महिला, पुरुष व युवाओं से बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की गई। इसी मुद्दे को लेकर आज तालाब मंदिर में बैठक बुलाई गई थी जिसमें काफी संख्या में कुनिहार के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। नगर पंचायत बनने के बाद हर चीज पर लगेगा टैक्स कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कुनिहार की तीनों पंचायतों की जनता युवा व सभी व्यक्तियों और जितनी भी महिलाएं और बुद्धिजीवी नागरिक हैं, सभी 28 नवंबर को इस महापंचायत में आकर अपना विरोध जताएं। उन्होंने कहा कि अगर कल को नगर पंचायत बनाई गई तो लोगों का जीना हराम हो जाएगा। भारी टैक्स देने पड़ेंगे, किसी प्रकार से अपने मकान को बनाने व तब्दील करने के लिए इजाजत लेनी पड़ेगी और जितने भी जिम्मेदारों के घर में डंगर पशु रहते हैं, उन सभी पर टैक्स लगेगा। इसलिए सभी से अनुरोध किया जाता है कि 28 नवम्बर वीरवार 11 बजे समय रहते हुए तालाब मंदिर में पहुंचकर इस महापंचायत में भारी संख्या में भाग ले। ताकि इस जबरदस्ती थोपे जा रहे निर्णय को सरकार वापस लें। बैठक में ये लोग रहे मौजूद- इस बैठक में हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री, उप प्रधान रोहित जोशी, उप प्रधान कुनिहार पंचायत हरिदास तनवर, व्यापार मंडल कुनिहार के प्रधान धीरज ठाकुर, विकास सभा के सचिव संजय राघव, सर्व एकता जनमंच कुनिहार के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ठाकुर, पंकज, वीर सिंह, नवीन कंवर, राजेंद्र चौधरी, प्रेम सिंह, राजेश शर्मा, ज्ञान सिंह, मदन सिंह कंवर, राकेश झांझी, राजेश अत्री, दीपक, अमित, राजीव सहित अन्य लोग मौजूद रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं
कांग्रेस MLA से भिड़ीं लेडी SP इल्मा अफरोज की कहानी:पिता के निधन के बाद ट्रैक्टर चलाया; ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ीं, न्यूयॉर्क छोड़ IPS बनीं हिमाचल प्रदेश के बद्दी में कांग्रेस MLA की पत्नी की गाड़ियों का चालान काटने वाली लेडी SP इल्मा अफरोज (IPS) खूब सुर्खियों में है। इल्मा ने कुछ दिन पहले विधायक से विवाद के बाद बद्दी SP ऑफिस से अपना सामान समेट लिया। इसके बाद वह मां के साथ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में लौट आईं। सरकार और हिमाचल पुलिस इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है। खुद CM सुखविंदर सुक्खू ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इल्मा अफरोज छुट्टी पर गई हैं, इसके अलावा कुछ नहीं है। चर्चा यह भी है कि इल्मा पर दबाव डाला जा रहा था। सरकार हाईकोर्ट में चल रहे एक यौन शोषण केस की वजह से उन्हें ट्रांसफर नहीं कर सकती, इसलिए लंबी छुट्टी पर भेज दिया। IPS इल्मा अफरोज के सत्ता में बैठे कांग्रेस के एक विधायक से विवाद के बाद सरकार-पुलिस विभाग के आगे न झुकने के दबंग फैसले को देख हर कोई उनकी कहानी जानना चाहता है। किसान परिवार की बेटी इल्मा ने पिता के निधन के बाद मुश्किल हालात में पढ़ाई पूरी की। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। न्यूयॉर्क में अच्छा पैकेज छोड़ भारत लौटकर सिविल सर्विस परीक्षा पास की। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें इल्मा अफरोज की पूरी कहानी… किसान परिवार की बेटी, 14 साल की उम्र पिता का निधन इल्मा उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के गांव कुंदरकी की रहने वाली हैं। उनके पिता का जब देहांत हुआ तो इल्मा 14 साल की थी। इसके बाद उनकी मां ने अपने पैरों पर खड़े होकर उन्हें और उनके 12 साल के भाई को कठिन परिस्थितियों में पाला। उन्हें बड़ा किया और अच्छी शिक्षा दिलाई। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थी इल्मा इल्मा को शुरूआती दिनों से जानने वाले आस मोहम्मद कैफ बताते हैं कि इल्मा छोटी उम्र से ही फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती थीं। पढ़ाई में वह बहुत अच्छी थी और छोटी उम्र में पिता के निधन के बाद इल्मा मां के साथ खेती में हाथ भी बंटाती रही है। सेंट स्टीफन कॉलेज में पढ़ीं, ऑक्सफोर्ड में हायर स्टडी की इल्मा ने शुरुआती पढ़ाई मुरादाबाद में की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के सबसे प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक सेंट स्टीफन से फिलॉसफी में ग्रेजुएशन किया। अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के बलबूते स्कॉलरशिप हासिल की। इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गईं। यहां पढ़ाई के दौरान वह एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पेरिस गईं। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क में मैनहट्टन के एक वॉलंटियरी सर्विस प्रोग्राम में भी भाग लिया। न्यूयॉर्क में अच्छे पैकेज पर मिला था नौकरी का ऑफर इल्मा को न्यूयॉर्क की एक कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी का ऑफर मिला था। मगर, देश सेवा की ख्वाहिश लिए वह वापस भारत लौट आईं। इल्मा खुद भी यह बात कहती हैं कि देश प्रेम उन्हें वापस खींच लाया। इसके बाद उन्होंने 2017 में सबसे कठिन सिविल सर्विस परीक्षा को पास किया। उनका ऑल इंडिया रैंक 217 था। इसके बाद अगस्त 2018 में IPS के लिए चयन होने के बाद उन्हें हिमाचल कैडर मिला। गरीब बच्चों के लिए एसपी ऑफिस में इवनिंग स्कूल खोला गरीब परिवार से IPS बनीं इल्मा जब बद्दी आईं तो दफ्तर के बाहर 6 महीने पहले उन्हें एक बच्चा पानी पीते हुए दिखा। इल्मा ने उससे बात की तो पता चला कि यहां कई गरीब बच्चे स्कूल नहीं जाते। इल्मा ने एसपी ऑफिस में ही एक इवनिंग स्कूल खोल दिया। जिसमें वह खुद बच्चों को पढ़ाती हैं। 20-25 बच्चों से शुरू हुआ यह इवनिंग स्कूल अब 450 बच्चों तक पहुंच गया। हालांकि इल्मा के छुट्टी जाने से अब स्कूल भी बंद पड़ा है। इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी के न्यूजलेटर में छपा लेख इंग्लैंड की टॉप रेटेड यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, प्रोफेसर कृष्णा शर्मा ने SP बद्दी कार्यालय का दौरा और इल्मा की क्लास में पढ़ने वाले बच्चों से संवाद किया। इसके बाद यह विशेष बातचीत यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क के न्यूजलेटर में भी प्रकाशित हुई। जानिए .. वह 2 विवाद, जिसकी वजह से इल्मा चर्चा में आई 1. विधायक की पत्नी की गाड़ियों के चालान काटे हिमाचल सरकार ने इल्मा अफरोज को बद्दी का SP लगाया। यहां इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काट दिए। जिसके बाद विधायक नाराज हो गए। इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलाया गया। जिसके बाद उनका दून MLA के साथ विवाद बढ़ता गया। 2. स्क्रैप कारोबारी पर कार्रवाई पर अड़ीं बद्दी में बीते दिनों एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमें स्क्रैप व्यापारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई थीं। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। वह पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन पिछला रिकॉर्ड देखते हुए SP ने इसे मंजूरी नहीं दी। स्क्रैप कारोबारी नेताओं का काफी करीबी बताया जा रहा है। इस वजह से SP पर दबाव था, लेकिन इल्मा अफरोज झुकी नहीं। CM के साथ मीटिंग को पहुंची थी शिमला इल्मा अफरोज बीते बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची थीं। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज लौटीं और नेताओं-अफसरों के आगे झुकने के बजाय वह सरकारी आवास खाली कर अपनी मां के साथ लंबी छुट्टी पर चली गईं। ……………………………………………. SP इल्मा अफरोज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. हिमाचल की लेडी SP सुर्खियों में, विधायक से टकराव, आधी रात सामान समेट मां के साथ रवाना, चार्ज ASP को दे गईं हिमाचल प्रदेश में बद्दी की SP इल्मा अफरोज इन दिनों सुर्खियों में है। IPS अधिकारी इल्मा अफरोज का कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी से टकराव चल रहा था। हालांकि वह नहीं झुकीं और अचानक अपना सरकारी आवास खाली कर मां के साथ चली गईं। वह अपना चार्ज भी ASP को देकर चली गईं। इल्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली हैं। पूरी खबर पढ़ें
मंडी में पूर्व सीएम ने बांटे प्रमाण पत्र:जन शिक्षण संस्थान का दीक्षांत समारोह, बोले-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत
मंडी में पूर्व सीएम ने बांटे प्रमाण पत्र:जन शिक्षण संस्थान का दीक्षांत समारोह, बोले-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के अधीन चल रहे जन शिक्षण संस्थान मंडी के कौशल दीक्षांत समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और प्रमाण पत्र वितरित किये। सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रशिक्षुओं को संबोधित किया करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया की शुरुआत करके युवाओं के लिए स्वरोजगार व रोजगार की राह आसान की है। आज करोड़ों लोग स्वरोजगार से आत्मनिर्भर हुए है। उन्होंने कहा कि, पूर्व की भाजपा सरकार ने भी कई योजनाएं ऐसी चलाई जिससे लोगों को स्वरोजगार चलाने के लिए मदद मिली। जन शिक्षण संस्थान की शुरुथात 1967 में हुई थी और इसे श्रमिक विद्या पीठ के नाम से जाना जाता था। वर्ष 2000 में इसे जन शिक्षण संस्थान के नाम से शुरू किया गया और पूरे देश में इसे चलाया जा रहा है। हिमाचल में इसे शिक्षा समिति चला रही है जिसके अंतर्गत मंडी और शिमला में दो जन शिक्षण संस्थान चल रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में स्वरोजगार की भावना बढ़ाना है और शिक्षा से बंचित लोगों को आजीविका कमाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना है। अब तक संस्थान ने 1800 लाभार्थियों के लक्ष्य में से 1671 को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिलाया है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना उद्देश्य : जयराम इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन लोगों को सशक्त बनाना है जो औपचारिक शिक्षा से छूट गए हैं या जिनके पास कौशल की कमी है। ये प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थी अब रोजगार प्राप्त करने के साथ साथ स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं जिससे इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और समाज में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत अध्यक्ष एवं मंडी और शिमला के अध्यक्ष मोहन सिंह केष्टा ने कहा कि जयराम ठाकुर ने अपने मुख्यमंत्री रहते कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की थी जिसका ऐसे कई वंचित वर्गों को लाभ हुआ है।
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी:OPD में लग रही लंबी लाईनें, मरीज परेशान, कोलकाता रेप कांड पर भड़के
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी:OPD में लग रही लंबी लाईनें, मरीज परेशान, कोलकाता रेप कांड पर भड़के हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल आज भी जारी है। इनकी हड़ताल का सेहत सेवाओं पर बुरा असर देखने को मिल रहा है। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर घटना के विरोध में डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी में सेवाएं देना बंद कर दिया है और केवल आपातकालीन सेवाएं ही दे रहे हैं। इससे मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। ओपीडी में मरीजो को समय पर उपचार नहीं मिल रहा है। मरीजों को ओपीडी के बाहर उपचार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। मरीजों के रूटीन के ऑपरेशन भी प्रभावित हुए है। ओपीडी में 3-3 घण्टे बाद आ रहा नम्बर
मंडी जिला के सरकाघाट से उपचार को IGMC शिमला पहुंची हुसैन बेबी ने कहा कि सुबह 8:30 बजे हॉस्पिटल पहुंच गए है, लेकिन यहां बोला जा रहा है कि ओपीडी में डॉक्टर नहीं बैठेंगे। उन्हें लाइन में 2 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया। मेडिसिन ओपीडी में पहुंचे ठियोग से राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि सुबह 9 बजे ले लाइन में खड़े हैं। 2 घंटे हो गए। अभी तक नंबर नहीं आया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज परेशान है। सरकार को मरीजों की सुध लेनी चाहिए। शिमला के नेरी से आए राम सिंह ने कहा कि वो अपनी पत्नी को लेकर हॉस्पिटल आए हैं, लेकिन डॉक्टर हड़ताल पर है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। कंसल्टेंट डॉक्टर कर रहे इलाज
IGMC शिमला में राहत की बात यह है कि कंसल्टेंट ( सीनियर डॉक्टर) ड्यूटी पर हैं और रोजाना ओपीडी में मरीजों को देख रहे है। मगर इन पर भी बोझ अधिक बड़ गया है। प्रदेश के मेडिकल कालेज के अलावा दूसरे अस्पतालों में सेहत सेवाएं सुचारु रूप से चल रही है। IGMC शिमला के अलावा मेडिकल कॉलेज नेरचौक, नाहन, हमीरपुर, एम्स बिलासपुर और टांडा मेडिकल कालेज में भी हेल्थ सेवाओं पर बुरा असर पड़ा है। 9 अगस्त को मिली थी लाश
बता दें कि 9 अगस्त की सुबह कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न बॉडी मिली थी। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उनकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई की रेप के बाद मर्डर किया गया। 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच CBI सौंपीं। डॉक्टरों का आरोप है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई। इससे डॉक्टर सीबीआई जांच के आदेशों के बाद भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है।