इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा मरीज, तड़पते-तड़पते मौत:वेंटिलेटर नहीं मिला; लखनऊ के KGMU में भर्ती था

इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा मरीज, तड़पते-तड़पते मौत:वेंटिलेटर नहीं मिला; लखनऊ के KGMU में भर्ती था

KGMU के लारी कार्डियोलॉजी में भर्ती एक हार्ट मरीज इलाज के लिए डॉक्टरों के हाथ जोड़ता रहा। रोता-तड़पता जान बचाने की गुहार लगाता रहा। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ सामने खड़े रहे। लेकिन किसी ने एक ना सुनी। कुछ ही मिनट बाद मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने केजीएमयू प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें मरीज कभी तड़पता हुआ अपना पेट सहलाता है तो कभी डॉक्टर के हाथ जोड़ता है। एक युवक कहता है कि मरीज के नाक-मुंह से खून बह रहा है, कोई देखने वाला नहीं है। तभी वार्ड में मौजूद एक महिला कर्मचारी युवक पर चिल्लाने लगती है। उसे वार्ड से बाहर निकाल देती है। पहले देखिए घटना की 2 तस्वीरें… गोंडा के करनैलगंज के रहने वाले अबरार (60) की सोमवार सुबह सांस फूल रही थी। परिजन उन्हें लेकर केजीएमयू के लारी पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती किया और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। परिजनों का आरोप है कि गंभीर हालत होने के बावजूद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं दिया गया। अगर डॉक्टर इलाज शुरू कर देते तो मरीज की जान बच जाती। मरीज की एंजियोप्लास्टी हुई थी
KGMU प्रशासन का कहना है कि 60 साल के बुजुर्ग मरीज को हार्ट की गंभीर बीमारी थी। साल 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिसीज की पुष्टि हुई थी। उसके बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी कराई गई। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था। लेकिन मरीज उसके बाद OPD में फॉलोअप के लिए नहीं आए। मरीज को PGI रेफर किया था
KGMU प्रशासन ने बताया, तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेलियर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांच कराई गई। मरीज की हालत गंभीर थी। हार्ट फेलियर और सांस लेने में तकलीफ की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी ICU-वेंटिलेटर बेड फुल थे। मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुट गई। जरूरी दवाएं दी गईं। ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। मरीज को तुरंत SGPGI और डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई। रेफरेंस लेटर भी दिया गया। मरीज को दूसरे संस्थान ले जाने के लिए KGMU से एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई थी। गंभीर कार्डियो मरीजों को तत्काल इलाज की जरूरत होती है
लखनऊ के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट और सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजेश श्रीवास्तव कहते हैं कि कार्डियो का मरीज अगर गंभीर है तो उसे तत्काल इलाज की जरूरत होती है। पर ऐसे मरीजों में खून की उल्टी होने की संभावना बेहद कम होती है। अब इस मामले में क्या हुआ है, इस बारे में अभी कुछ कह पाना संभव नहीं। ………………………………… इस खबर को भी पढ़ें… मुंह बांधे, हाथों में पत्थर…संभल हिंसा के VIDEO:पुलिस ने पहली बार उपद्रवियों के 9 वीडियो जारी किए, कहा-पोस्टर छपवाएंगे​​​​​ पुलिस ने संभल हिंसा के उपद्रवियों के पहली बार ड्रोन वीडियो जारी किए। इनमें दिख रहा है कि उपद्रवी मुंह बांधे हुए हैं। हाथों में पत्थर लिए हुए थे। गाड़ियों पर पत्थर बरसा रहे हैं। लाउडस्पीकर से अनाउंस हो रहा था कि मस्जिद के सर्वे का काम पूरा हो गया। पढ़ें पूरी खबर… KGMU के लारी कार्डियोलॉजी में भर्ती एक हार्ट मरीज इलाज के लिए डॉक्टरों के हाथ जोड़ता रहा। रोता-तड़पता जान बचाने की गुहार लगाता रहा। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ सामने खड़े रहे। लेकिन किसी ने एक ना सुनी। कुछ ही मिनट बाद मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साए परिजनों ने केजीएमयू प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें मरीज कभी तड़पता हुआ अपना पेट सहलाता है तो कभी डॉक्टर के हाथ जोड़ता है। एक युवक कहता है कि मरीज के नाक-मुंह से खून बह रहा है, कोई देखने वाला नहीं है। तभी वार्ड में मौजूद एक महिला कर्मचारी युवक पर चिल्लाने लगती है। उसे वार्ड से बाहर निकाल देती है। पहले देखिए घटना की 2 तस्वीरें… गोंडा के करनैलगंज के रहने वाले अबरार (60) की सोमवार सुबह सांस फूल रही थी। परिजन उन्हें लेकर केजीएमयू के लारी पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती किया और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। परिजनों का आरोप है कि गंभीर हालत होने के बावजूद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं दिया गया। अगर डॉक्टर इलाज शुरू कर देते तो मरीज की जान बच जाती। मरीज की एंजियोप्लास्टी हुई थी
KGMU प्रशासन का कहना है कि 60 साल के बुजुर्ग मरीज को हार्ट की गंभीर बीमारी थी। साल 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिसीज की पुष्टि हुई थी। उसके बाद मरीज की एंजियोप्लास्टी कराई गई। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था। लेकिन मरीज उसके बाद OPD में फॉलोअप के लिए नहीं आए। मरीज को PGI रेफर किया था
KGMU प्रशासन ने बताया, तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेलियर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांच कराई गई। मरीज की हालत गंभीर थी। हार्ट फेलियर और सांस लेने में तकलीफ की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कॉर्डियोलॉजी के सभी ICU-वेंटिलेटर बेड फुल थे। मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम जुट गई। जरूरी दवाएं दी गईं। ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। मरीज को तुरंत SGPGI और डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई। रेफरेंस लेटर भी दिया गया। मरीज को दूसरे संस्थान ले जाने के लिए KGMU से एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई थी। गंभीर कार्डियो मरीजों को तत्काल इलाज की जरूरत होती है
लखनऊ के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट और सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजेश श्रीवास्तव कहते हैं कि कार्डियो का मरीज अगर गंभीर है तो उसे तत्काल इलाज की जरूरत होती है। पर ऐसे मरीजों में खून की उल्टी होने की संभावना बेहद कम होती है। अब इस मामले में क्या हुआ है, इस बारे में अभी कुछ कह पाना संभव नहीं। ………………………………… इस खबर को भी पढ़ें… मुंह बांधे, हाथों में पत्थर…संभल हिंसा के VIDEO:पुलिस ने पहली बार उपद्रवियों के 9 वीडियो जारी किए, कहा-पोस्टर छपवाएंगे​​​​​ पुलिस ने संभल हिंसा के उपद्रवियों के पहली बार ड्रोन वीडियो जारी किए। इनमें दिख रहा है कि उपद्रवी मुंह बांधे हुए हैं। हाथों में पत्थर लिए हुए थे। गाड़ियों पर पत्थर बरसा रहे हैं। लाउडस्पीकर से अनाउंस हो रहा था कि मस्जिद के सर्वे का काम पूरा हो गया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर