पंजाब के तरन तारन में सीआईए स्टाफ पुलिस और बदमाश के बीच रात को मुठभेड़ हो गई। इसमें बदमाश युवराज सिंह के पांव में गोली लगी है। वह गैंगस्टर हरप्रीत सिंह बाबा गैंग से जुड़ा हुआ है और उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने इनाम रखा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके अस्पताल पहुंचाया है। मुठभेड़ की सूचना के बाद पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार तरन तारन सीआईए पुलिस को सूचना मिली कि गैंगस्टर हरप्रीत सिंह बाबा गैंग के साथ संबंधित युवराज सिंह तरन तारन में घूम रहा है। इसके बाद पुलिस ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस टीम गांव जमास्तपुर को जाने वाले रास्ते में रोही पुल के पास पहुंची तो मोटरसाइकिल सवार बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी हुए फायरिंग की तो एक गोली मोटरसाइकिल सवार बदमाश की टांग मे लगी। पुलिस ने इसके बाद उसे दबोच लिया। उसकी पहचान युवराज सिंह के तौर पर हुई। बदमाश से 45 बोर का एक पिस्टल और मैगजीन बरामद हुए हैं। घटना स्थल पहुंचे तरन तारन के एसएसपी अभिमन्यु राणा ने कहा कि पकड़ा गया बदमाश युवराज सिंह जेल में बंद गैंगस्टर हरप्रीत बाबा गैंग से जुड़ा है। इस पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जवाबी फायरिंग में इसकी टांग में गोली लगी है। उसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इलाज के बाद इससे पूछताछ की जाएगी। पंजाब के तरन तारन में सीआईए स्टाफ पुलिस और बदमाश के बीच रात को मुठभेड़ हो गई। इसमें बदमाश युवराज सिंह के पांव में गोली लगी है। वह गैंगस्टर हरप्रीत सिंह बाबा गैंग से जुड़ा हुआ है और उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने इनाम रखा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके अस्पताल पहुंचाया है। मुठभेड़ की सूचना के बाद पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार तरन तारन सीआईए पुलिस को सूचना मिली कि गैंगस्टर हरप्रीत सिंह बाबा गैंग के साथ संबंधित युवराज सिंह तरन तारन में घूम रहा है। इसके बाद पुलिस ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस टीम गांव जमास्तपुर को जाने वाले रास्ते में रोही पुल के पास पहुंची तो मोटरसाइकिल सवार बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी हुए फायरिंग की तो एक गोली मोटरसाइकिल सवार बदमाश की टांग मे लगी। पुलिस ने इसके बाद उसे दबोच लिया। उसकी पहचान युवराज सिंह के तौर पर हुई। बदमाश से 45 बोर का एक पिस्टल और मैगजीन बरामद हुए हैं। घटना स्थल पहुंचे तरन तारन के एसएसपी अभिमन्यु राणा ने कहा कि पकड़ा गया बदमाश युवराज सिंह जेल में बंद गैंगस्टर हरप्रीत बाबा गैंग से जुड़ा है। इस पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जवाबी फायरिंग में इसकी टांग में गोली लगी है। उसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इलाज के बाद इससे पूछताछ की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
बरनाला में AAP कैंडिडेट के विरोध का ऐलान:बीकेयू डकौंडा करेगा दो बड़ी रैलियां, भूमाफिया पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप
बरनाला में AAP कैंडिडेट के विरोध का ऐलान:बीकेयू डकौंडा करेगा दो बड़ी रैलियां, भूमाफिया पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने बरनाला विधानसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी का विरोध करने का ऐलान किया है। यह ऐलान किसान जत्थेबंदी के अध्यक्ष मंजीत सिंह धनेर ने बरनाला में राज्य कमेटी की बैठक के बाद किया। मनजीत धनेर ने कहा कि भू-माफिया आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बुद्धराम के प्रभाव में आकर मानसा जिले के गांव कुलरियां के किसानों की जमीन हड़पना चाहते हैं। उनका संगठन पिछले डेढ़ साल से इस गुंडई के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से संगठित होकर संघर्ष कर रहा है। भूमाफिया का साथ दे रहे नेता पंजाब सरकार के कई मंत्रियों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत के जरिए माना है कि कुल्लारियां के किसानों को जमीन का मालिकाना हक है। लेकिन भू-माफिया इस मालिकाना हक को छीनने पर अड़ा हुआ है और पंजाब सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि, मानसा का जिला प्रशासन बार-बार संगठन से समय ले रहा है, लेकिन हर बार वह अपने वादे पूरे करने में विफल रहता है। इसलिए, राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है कि आगामी उप चुनावों में आम आदमी पार्टी के विरोध को में 3 नवंबर को बरनाला में और 4 नवंबर को गिद्दड़बाहा में बड़ी रैलियां की जाएंगी। इसके बाद संगठन इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के गांवों में आम आदमी पार्टी की किसान विरोधी नीति का पर्दाफाश करेगा।
CM भगवंत मान ने AAP की पंजाब प्रधानगी छोड़ी:हिंदू चेहरा अरोड़ा नए अध्यक्ष बने, विधायक कलसी को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया
CM भगवंत मान ने AAP की पंजाब प्रधानगी छोड़ी:हिंदू चेहरा अरोड़ा नए अध्यक्ष बने, विधायक कलसी को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया पंजाब के CM भगवंत मान ने शुक्रवार (22 नवंबर) को आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ दिया। मंत्री अमन अरोड़ा को नया अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि अमनशेर सिंह शैरी कलसी को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया है। CM भगवंत मान ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी। CM की तरफ से पहले अमन अरोड़ा काे अध्यक्ष व शैरी कलसी काे उपाध्यक्ष बनाए जाने की पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली गई, लेकिन इसके तुरंत बाद सीएम की तरफ से दोबारा पोस्ट की गई। जिसमें कहा गया कि शैरी कलसी को वर्किंग प्रेसिडेंट लगाया है। CM ने दूसरे पोस्ट में लिखा – आज मैंने पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी अपने 2 करीबी साथी कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और विधायक अमनशेर सिंह शैरी कलसी को सौंप दी है। पार्टी ने फैसला किया है कि अमन अरोड़ा पार्टी अध्यक्ष और शैरी कलसी वर्किंग प्रेसिडेंट के तौर पर काम करेंगे। मुझे अपने दोनों साथियों पर पूरा विश्वास है कि वे आने वाले समय में पार्टी और संगठन को पंजाब में और मजबूत करेंगे और नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे। इससे पहले जून 2023 में प्रोफेसर बुद्ध राम को कार्यकारी प्रधान बनाया गया था। CM भगवंत मान की सोशल मीडिया (X) पर पहली डाली… कांग्रेस जैसे हिंदू-सिख कॉम्बिनेशन पर चली AAP
AAP ने पंजाब में हिंदू और सिख के कॉम्बिनेशन की प्रक्रिया को अपनाया है। इसमें सिख चेहरे के तौर पर भगवंत मान मुख्यमंत्री होंगे। वहीं हिंदू चेहरे के तौर पर अमन अरोड़ा प्रधान बनाए गए हैं। इससे पहले कांग्रेस इस फॉर्मूले पर काम करती थी। उनकी सरकार में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री रहे तो प्रधान हिंदू चेहरे सुनील जाखड़ को बनाया गया था। पिता मंत्री रहे, उनके निधन के बाद राजनीतिक विरासत संभाली
अमन अरोड़ा लंबे समय तक कांग्रेस से भी जुड़े रहे। उनके पिता स्वर्गीय बाबू भगवान दास अरोड़ा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे थे। 1992 और 1997 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करके बाबू भगवान दास अरोड़ा ने सियासत में अपना दमखम दिखाया। हालांकि साल 2000 में उनका निधन हो गया। इसके बाद अमन अरोड़ा ने उनकी सियासी विरासत संभाली। कांग्रेस में 2 बार हारे, AAP में लगातार दूसरी बार MLA बने
अमन अरोड़ा संगरूर जिले के सुनाम से दूसरी बार के विधायक हैं। हालांकि दोनों बार उन्हें AAP की टिकट पर कामयाबी मिली। उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए 2007 और 2012 का विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। इसके बाद अमन अरोड़ा ने 2016 में AAP का दामन थाम लिया और 2017 का विधानसभा चुनाव करीब 30 हजार मतों के अंतर से जीते। विपक्ष में रहने के बावजूद वह संघर्ष करते रहे। पंजाब में 2022 के चुनाव में 75,277 के अंतर से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने सुनाम से कांग्रेस के जसविंदर धीमान को हराया था। दूसरी बार में मंत्री बने अरोड़ा
अमन अरोड़ा को प्रधान जैसे पद की जिम्मेदारी के बीच उनका मंत्री को लेकर सिलेक्शन चौंकाने वाला रहा। 2022 में जब AAP ने पंजाब की 117 में से 92 सीटें जीतीं तो तब उनका मंत्री बनना तय था। हालांकि पहली कैबिनेट से उनका नाम गायब रहा। मंत्री न बनाए जाने पर अमन अरोड़ा ने कहा था कि मेरी कोई कमी रह गई होगी, जो मेरा नाम रह गया। मैं उसे दूर करूंगा। मैं पार्टी का छोटा वर्कर हूं और पार्टी जहां भी ड्यूटी लगाएगी। वह काम करूंगा। इसके बाद जब कैबिनेट विस्तार हुआ तो उन्हें मंत्री बनाया गया।
परमात्मा की राह पर चलने और मन को बस में करने के लिए सत्संग करना जरूरी
परमात्मा की राह पर चलने और मन को बस में करने के लिए सत्संग करना जरूरी मानव के सभी दुखों और दुर्गुणों का कारण मन की चंचलता और इंद्रियों का विकार है। यही सब उसे भक्ति और सेवा मार्ग पर चलने में बाधा पैदा करते हैं। इनसे मुक्ति पाना है और परमात्मा की राह पर चलना है तो सत्संग करना जरूरी है। सत्संग से मन और मन से इंद्रियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। यह व्याख्यान महा मंडलेश्वर 1008 मनकामनेश्वर महाराज जी महाराज श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण ने मंदिर माता महाकाली गुफावाला में शनिवार के सांध्य सत्संग में दिए। महा मंडलेश्वर ने फरमाया कि मानव को अपने जीवन को सफल बनाने के लिए इंद्रियों पर संयम रखना चाहिए। जिसने इंद्रियों पर संयम रखा, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि इंद्रियां पशुओं के समान होती है। जिस प्रकार पशुओं को किस खेत में खाना है। क्या खाना हैं कब खाना है इसकी जानकारी नहीं होती है। इसी प्रकार मनुष्य की इंद्रियों को अच्छा, बुरा, भला और खराब की जानकारी नहीं होती है। ऐसे में ये इंद्रियां गलत काम करती हैं। जिसके कारण भगवान इस जीव आत्मा को दोषी मानते हुए सजा देता है। इसी सीख को मानते हुए मनुष्य को अपनी इंद्रियों पर संयम रखकर भगवान की भक्ति करनी चाहिए। आगे वह कहते हैं कि यह सब तभी संभव है जब हम संतों का साथ करते हैं अर्थात सत्संग का हिस्सा बनते हैं। वह कहते हैं कि इंद्रियों को वश में किया जा सकता है केवल मन पर कंट्रोल करके। क्योंकि मन ही हमारे शरीर को संचालन कर रहा है या यूं कहें कि चलते रथ की बागडोर मन के हाथ में है। वह अपने इशारे से इस शरीर को चला रहा है। उनके मुताबिक यदि मन पर काबू किया गया और मन को समझाया गया तो, इंद्रियां अपने आप मान जाएंगी। वह कहते हैं कि मन को बस में करने के लिए सत्संग जरूरी है। क्योंकि “बिन सत्संग विवेक न होई” बिना सत्संग की हमें विवेक पैदा नहीं हो सकता है। जब तक हम पूर्व महात्माओं का सत्संग नहीं सुनेंगे, उनके उदाहरण को नहीं समझेंगे, उनके बताए हुए रास्ते पर नहीं चलेंगे। तब तक हम अपने मन को काबू में नहीं कर सकते हैं।