<p style=”text-align: justify;”>शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सीएम तय करेंगे, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस नहीं. उन्होने कहा कि ये तो गुलाम हैं. ये बीजेपी की सब कंपनी है, जो अमित शाह और नरेंद्र मोदी चाहेंगे वही होगा, मेरे हिसाब से बीजेपी का ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए जो आंकड़ा बीजेपी की पास है, फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”>शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सीएम तय करेंगे, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस नहीं. उन्होने कहा कि ये तो गुलाम हैं. ये बीजेपी की सब कंपनी है, जो अमित शाह और नरेंद्र मोदी चाहेंगे वही होगा, मेरे हिसाब से बीजेपी का ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए जो आंकड़ा बीजेपी की पास है, फडणवीस को ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> महाराष्ट्र UP Electricity: यूपी में प्राईवेट हाथों में दी जाएगी बिजली व्यवस्था, 50-50 के फॉर्मूले पर काम करेंगी कंपनियां
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हरियाणा में बिजली मंत्री की हार के बाद पावर कट:हिसार में लोगों का फूटा गुस्सा, रोड जाम कर रणजीत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी हरियाणा में बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के लोकसभा चुनाव हारने के बाद लोगों को बिजली कटों का सामना करना पड़ रहा है। हिसार में आजाद नगर के लिए ने अघोषित कटौती से परेशान होकर देर रात को रोड जाम कर दिया और बिजली मंत्री पर हार का बदला लेने का आरोप लगाया। लोगों ने बिजली मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। बता दें कि, सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत चौटाला विधायक बने थे और लोकसभा चुनाव के लिए विधायकी से इस्तीफा देकर हिसार लोकसभा चुनाव लड़े थे। मगर वह कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी से हार गए थे। लोगों का आरोप है कि जब से बिजली मंत्री चुनाव हारे हैं, वह बदला ले रहे हैं और जहां-जहां से हारे हैं वहां-वहां लंबे कट लगवा रहे हैं। वार्ड 16 जिला परिषद प्रतिनिधि एवं युवा कांग्रेस महासचिव मनोज टाक माही ने बताया कि, बिजली मंत्री अपनी हार का बदला ले रहे हैं। यदि बिजली कट इसी तरह लगते रहे तो बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव करेंगे। इतने कट लगते हैं कि रात को सो भी नहीं पाते। बाहर बैठकर रात गुजारनी पड़ती है। सभी लोग परेशान हैं। बिजली कट का कारण यह भी
हिसार में तापमान 39 तक पहुंच गया है। भयंकर गर्मी और उमस भी बढ़ गई है। दूसरे धान सिंचाई का सीजन है। इस बार 42 प्रतिशत वर्षा कम हुई तो धान के खेत सूख रहे हैं। धान की सिंचाई के लिए लगातार ट्यूबवेल चल रहे हैं। इसलिए एग्रीकल्चर पावर (AP) में बिजली की डिमांड 4 गुना तक बढ़ गई है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में भी डिमांड बढ़ी है, पर ज्यादा असर नहीं आया। ऐसे में कट लगना शुरू हो गए हैं। इस कारण 129 लाख यूनिट बिजली खपत अब तक की अधिकतम जा पहुंची है। वरना इस सीजन में 123 से 125 लाख यूनिट बिजली अधिकतम खपत रही है। मगर सवाल यह है कि बिजली निगम ने ऐसे समय के लिए पहले से प्लानिंग क्यों नहीं की। बिजली निगम के SE हिसार सर्कल ओमबीर ने बताया कि ” बिजली निगम ने प्रबंध कर लिया है। बिजली सुचारू चलेगी। कहीं कट नहीं है। अगर मैंटेनेंस या फाल्ट है तो सप्लाई बंद करनी पड़ती है। बिजली की कमी से कट नहीं है। हमारी व्यवस्था पूरी है”। हिसार के इन फीडरों से सबसे ज्यादा ओवरलोड
11केवी सेक्टर 15 फीडर अंडर ब्रेकडाउन, 11केवी डीसी कालोनी वीसीबी बंद, 11केवी सेक्टर 17 में दिक्कत, 33केवी सेक्टर एक-चार सप्लाई चेंज, बीबीएमबी साइड पांच मिनट के लिए बंद, 33केवी सब स्टेशन सेक्टर एक-चार जंपर डिस्कनेट, 11केवी सेक्टर 15 जंपर होल्ड, 33केवी मेन सप्लाई फेल सेक्टर 27-28 लाइन, 11केवी रामनगर और सेक्टर 3-5 ओवरलोड, 11केवी एमजीए सेक्टर 21पी, 11केवी शिव नगर फीडर ओवरलोड, 11केवी जिंदल अस्पताल फीडर बंद, 11केवी सेक्टर 15 हाट स्पाट लाइन में दिक्कत, 11केवी न्यू विनोद नगर फीडर वीसीबी होल्ड, 11केवी माडल टाउन व डीसी कालोनी फीडर बंद, 11केवी डाबड़ा रोड फीडर ब्रेक डाउन रहा। 63,381 वोटों से हार गए थे बिजली मंत्री बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा।
रेवाड़ी का नई सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं:मंत्रिमंडल में विस्तार की संभावनाएं भी कम, राव नरबीर और आरती राव बने कैबिनेट मंत्री
रेवाड़ी का नई सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं:मंत्रिमंडल में विस्तार की संभावनाएं भी कम, राव नरबीर और आरती राव बने कैबिनेट मंत्री हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने के बाद गुरुवार को भाजपा सरकार ने शपथ ले ली। नई सरकार के गठन में जातिगत व क्षेत्रीय संतुलन तो कायम रखा गया, लेकिन अहीरवाल के अहम जिले रेवाड़ी को प्रतिनिधित्व नहीं मिला। हालांकि अहीरवाल बेल्ट से आने वाले से दो कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। इनमें बादशाहपुर से राव नरबीर व अटेली से आरती राव को जगह दी गई है। क्षेत्र के कद्दावर नेता कहे जाने वाले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को मंत्री जरूर बनाया गया, लेकिन उनके धुर विरोधी राव नरबीर सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाकर सत्ता संतुलन बनाए रखा गया। जबकि पहले चर्चा थी कि नरबीर के अलावा राव इंद्रजीत सिंह के कोटे से दो लोगों को मंत्री बनाया जाएगा। इनमें बिमला चौधरी व लक्ष्मण सिंह यादव का नाम चर्चा में था। बीजेपी ने 11 में से 10 सीटें जीती अहीरवाल इलाके में 11 सीटें हैं। इस बार बीजेपी ने नांगल चौधरी सीट को छोड़कर सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की है। ऐसे में अहीरवाल को खास प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद की जा रही थी। चुनाव से पहले और रिजल्ट आने के बाद इशारों में राव इंद्रजीत सिंह सीएम पद तक की दावेदारी ठोकते आ रहे थे। हालांकि सीएम पद तो दूर उनकी बेटी आरती को छोड़ किसी दूसरे समर्थित विधायक को मंत्री भी नहीं बनाया गया। जबकि उनके समर्थित 7 विधायक चुनाव जीते हैं। किसकी दावेदारी आई काम 1. राव नरबीर सिंह : बादशाहपुर सीट से चुनाव जीते राव नरबीर सिंह इलाके के बड़े नेता कहे जाने वाले राव इंद्रजीत सिंह के धुर विरोधी रहे हैं। पूरे इलाके में राव नरबीर ही इकलौते ऐसे नेता हैं, जिन्होंने अपने दम पर न केवल हाईकमान से सीधे टिकट हासिल की, बल्कि इस इलाके में सबसे बड़ी जीत भी दर्ज की है। नरबीर सिंह 2014 में मनोहर लाल खट्टर की सरकार में पावरफुल कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उनके सीधे हाईकमान से अच्छे संबंध हैं। उनकी कैबिनेट मंत्री के पद पर दावेदारी पहले ही मजबूत नजर आ रही थी। कैबिनेट मंत्री बनने की दूसरी वजह उनका राव इंदजीत सिंह का विरोधी होना रहा। 10 विधायकों में राव इंद्रजीत सिंह के धुर विरोधी में इकलौते राव नरबीर ही हैं। भाजपा ने नरबीर को मंत्री बनाकर इलाके में पावर बैलेंस करने की कोशिश की है। 2. आरती राव : राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव ने अटेली से चुनाव जीता। पिछले 3 चुनाव में अटेली में भाजपा उम्मीदवार ही चुनाव जीतते आ रहे हैं। इलाके में खुद के प्रभाव के चलते ही राव इंद्रजीत सिंह ने बेटी को टिकट दिलाया। ऐसे में आरती राव को मंत्रिमंडल में शामिल कराकर राव इंद्रजीत सिंह महेंद्रगढ़ जिले को मजबूत करने की कोशिश की। दूसरे और तीसरे टर्म में खास भागीदारी नहीं 2014 में बीजेपी ने अहीरवाल की सभी 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी। उस वक्त रामबिलास शर्मा और राव नरबीर सिंह को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। जबकि राव इंद्रजीत सिंह के कोटे से विक्रम ठेकेदार को राज्यमंत्री बनाया गया था। 2019 में इलाके की 8 सीटें जीतने पर बीजेपी ने राव इंद्रजीत सिंह समर्थित डॉ. बनवारी लाल को कैबिनेट और ओमप्रकाश यादव को राज्यमंत्री बनाया। गुरुग्राम जिले से किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। हालांकि मार्च में हुए बदलाव के बाद नायब सैनी की सरकार में सोहना से विधायक संजय सिंह को जरूर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। इस बार 10 सीटें जीतने पर उम्मीद ज्यादा थी। रेवाड़ी यादव सभा अहीरवाल से सीएम पद या डिप्टी सीएम पद की मांग कर चुकी थी। रेवाड़ी तीसरे टर्म में भी अछूता रेवाड़ी जिले की बात करें तो बीजेपी सरकार के पहले दोनों टर्म में यहां से मंत्री बनाए गए। इसमें दोनों बार बावल और कोसली को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला, लेकिन रेवाड़ी सीट से जीत के बाद भी रणधीर सिंह कापड़ीवास को 2014 में मंत्री नहीं बनाया गया। हालांकि 2024 में लक्ष्मण यादव की जीत के बाद रेवाड़ी के लोगों को मंत्रीपद की उम्मीद काफी ज्यादा थी। लेकिन इस बार भी यहां के लोगों के हाथ मायूसी ही लगी।
Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर के पास 2 पुराने मकान गिरे, 1 महिला की मौत, 7 लोगों का हुआ रेस्क्यू
Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर के पास 2 पुराने मकान गिरे, 1 महिला की मौत, 7 लोगों का हुआ रेस्क्यू <p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News:</strong> उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित दो पुराने मकान मंगलवार सुबह अचानक ढह गए, जिससे कम से कम आठ लोग उसके मलबे के नीचे दब गए. अधिकारियों ने इनमें से पांच लोगों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाए जाने की जानकारी दी है. वाराणसी मंडलायुक्त ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि 7 लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने बताया कि यह घटना चौक इलाके के खोया गली में हुई, जहां काशी विश्वनाथ मंदिर के पास बने दो पुराने मकान अचानक ढह गए और उसके मलबे के नीचे कम से कम आठ लोग दब गए. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने पांच लोगों को मलबे से सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान जारी है. स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों मकान 70 साल से अधिक पुराने थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>[tw]https://x.com/AHindinews/status/1820654935614361620[/tw]</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/minister-anupriya-patel-demand-caste-censes-may-increased-narendra-modi-government-problem-2754415″>INDIA गठबंधन से मिलने लगे मोदी सरकार के मंत्री के सुर, सिर दर्द बन सकती है ये मांग</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिकारियों ने दी जानकारी</strong><br />मकान गिरने की घटना में घायलों में एक महिला सिपाही भी शामिल हैं जिसे उपचार हेतु ट्रामा सेंटर भेजा गया है. मौके पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, अपर पुलिस आयुक्त एस चिनप्पा और डीसीपी काशी गौरव बंशवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद हैं. इस संबंध में वाराणसी मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने जानकारी दी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि रात तकरीबन 3:30 बजे वाराणसी काशी विश्वनाथ मंदिर परीक्षेत्र के येलो जोन में दो मकान ढह गए. एक मकान में चार लोग फंसे थे जो स्वयं निकल गए. इसके अलावा दूसरा गुप्ता जी के मकान में तकरीबन 9 लोग फंसे थे. जिसमें 2 लोग स्वयं निकल गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि लेकिन NDRF / SDRF की मदद से 7 लोगों कों बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है. दबे 7 लोगों को निकाला जा चुका है जिसमें 1 महिला की मृत्यु हुई है. केवल मलबे को साफ करने का कार्य किया जा रहा है. वहीं घायल महिला भी अब खतरे से बाहर है उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.</p>