वाराणसी में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से लगातार 7 बार भाजपा के विधायक रहे श्याम देव राय चौधरी दादा का मंगलवार की सुबह निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे और बीमार चल रहे थे। 22 दिन से ओरियाना अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 20 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर उनके परिजनों से हालचाल लिया था। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ इलाजरत दादा को देखने ओरियाना अस्पताल गए थे। 1989 से 2017 तक लगातार भाजपा विधायक रहे श्याम देव राय चौधरी ब्रेन हैमरेज की वजह से पूर्व विधायक को महमूरगंज स्थित हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। परिजनों ने शहर दक्षिणी विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी को जानकारी दी, जिसके बाद विधायक ने सीएमओ और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर रवींद्रपुरी स्थित ओरियाना हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा था। बता दें कि दादा भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। 2007 और 2012 में प्रोटेम स्पीकर बनाए गए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पूर्व विधायक के निधन पर शोक जतााया और उनके परिजनों से फोन पर बात की। वाराणसी में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से लगातार 7 बार भाजपा के विधायक रहे श्याम देव राय चौधरी दादा का मंगलवार की सुबह निधन हो गया। वे 85 वर्ष के थे और बीमार चल रहे थे। 22 दिन से ओरियाना अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 20 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर उनके परिजनों से हालचाल लिया था। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ इलाजरत दादा को देखने ओरियाना अस्पताल गए थे। 1989 से 2017 तक लगातार भाजपा विधायक रहे श्याम देव राय चौधरी ब्रेन हैमरेज की वजह से पूर्व विधायक को महमूरगंज स्थित हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। परिजनों ने शहर दक्षिणी विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी को जानकारी दी, जिसके बाद विधायक ने सीएमओ और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर रवींद्रपुरी स्थित ओरियाना हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा था। बता दें कि दादा भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। 2007 और 2012 में प्रोटेम स्पीकर बनाए गए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पूर्व विधायक के निधन पर शोक जतााया और उनके परिजनों से फोन पर बात की। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन पकड़ा गया मुन्ना भाई, दूसरे की जगह दे रहा था एग्जाम
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन पकड़ा गया मुन्ना भाई, दूसरे की जगह दे रहा था एग्जाम <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Police Constable Exam 2024: </strong>उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के तालीमुद्दीन इंटर कॉलेज बड़ी कमरिया में हो रहे यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की दूसरी पाली में दूसरे की जगह परीक्षा दे रहा व्यक्ति पकड़ा गया है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी ने बताया कि किसी भी प्रकार की कोई भी गड़बड़ी करने पर किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा. वहीं आज दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे एक व्यक्ति के पकड़े जाने पर पूरे जनपद में हड़कंप मच गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसकी सूचना मिलते ही पुलिस के‌ आला अधिकारी परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए और दूसरे की जगह परीक्षा देने आए बिहार निवासी सुमन को गिरफ्तार कर लिया. वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निवासी कुलदीप नामक व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. यह सेटिंग कैसे और किस स्तर पर हुई है इसका भी पता लगाने का प्रयास पुलिस कर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परीक्षा केंद्र पर स्कैनिंग से पकड़ा गया फर्जी परीक्षार्थी</strong><br />इस संबंध में सीओ सिटी अंजनी कुमार पांडे ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर स्कैनिंग के जरिए परीक्षार्थी का मिलान न होने पर‌‌ चेक कर रहे कक्ष निरीक्षण को शक हुआ जिसके बाद विद्यालय के प्रधानाचार्य ने पुलिस को फोन कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद पुलिस उक्त दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर शहर के थाना कोतवाली में लेकर आई जहां पर पुलिस दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ कर रही है. आरोपियों से यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर इस मामले का तार कहां से जुड़े है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गौरतलब है कि इस समय उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा संचालित हो रही है. ज्ञात हो कि यह परीक्षा एक बार पहले भी हो चुकी थी, परंतु पेपर लीक होने के कारण पुलिस भर्ती परीक्षा को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया था. दुबारा संचालित हो रही परीक्षा को लेकर जहां एक तरफ सरकार काफी गंभीर है वहीं शासन एवं प्रशासन ने भी निष्पक्ष एवं पारदर्शी परीक्षा कराने के लिए कटिबद्ध दिखाई दे रही है. इसी क्रम में लगातार परीक्षा केंद्रों पर उच्चाधिकारियों का दौरा हो रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(प्रवीण राय की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ghaziabad-police-disclosed-interior-designer-tarun-panwar-murder-case-arrested-three-accused-ann-2768303″><strong>गाजियाबाद के इंटीरियर डिजाइनर की हत्या का खुलासा, आरोपी महिला समेत तीन गिरफ्तार</strong></a></p>
राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; आउटसोर्सिंग भर्तियां कैंसर से खतरनाक
राहुल-अखिलेश के रास्ते पर अनुप्रिया पटेल:लखनऊ में बोलीं- जाति जनगणना कराई जाए; आउटसोर्सिंग भर्तियां कैंसर से खतरनाक एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने जाति जनगणना की मांग की है। राहुल गांधी और अखिलेश यादव पहले ही जाति जनगणना की मांग करके भाजपा को घेर रहे हैं। इस तरह अब अनुप्रिया भी राहुल-अखिलेश की राह पर चल पड़ी हैं। इससे भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है। अनुप्रिया पटेल ने रविवार को लखनऊ में सहकारिता भवन में पार्टी प्रदेश कार्य समिति की बैठक बुलाई। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आउटसोर्सिंग से हो रही भर्तियों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा- आउटसोर्सिंग कैंसर से भी ज्यादा खतरनाक है। आउटसोर्सिंग में आरक्षण का मानक लागू नहीं किया जाता है, यह पिछले वर्ग के लिए कैंसर जैसा ही है। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने केंद्र सरकार से जातिगत जनगणना करने की भी मांग की। केंद्रीय मंत्री ने कहा- जातिगत जनगणना से ही समाज का विकास संभव है। केंद्रीय मंत्री ने मांग रखी कि देश में न्यायिक सेवा आयोग का गठन किया जाए और न्यायपालिका में समाज के सभी वर्ग को प्रतिनिधित्व मिले। आउटसोर्सिंग में नियुक्ति में वंचितों की गुंजाइश खत्म नियुक्तियों में आउटसोर्सिंग के जरिए चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की भर्तियां हो रही हैं, उसमें आरक्षण का पालन नहीं हो रहा है। चतुर्थ श्रेणी की जो नौकरियां होती थीं, उनमें जो वंचित वर्ग और दबे-कुचले वर्ग को मिली थीं। अब आउटसोर्सिंग के जरिए भर्तियां हो रही हैं और उसमें आरक्षण का कोई नियम लागू नहीं है। इससे वंचित वर्ग की जॉब पाने कि जो गुंजाइश थी, वो खत्म हो गई। हमारी पार्टी चाहती है कि जो नियुक्ति हो, उसके आरक्षण का नियम पालन हो। बैठक के बाद अनुप्रिया पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान भाजपा में चल रहे संगठन और सरकार के खींचतान के सवाल पर कहा कि संगठन के ही माध्यम से सरकार बनती है। किसी भी पार्टी के लिए यही नियम लागू होता है। संगठन रहेगा तभी आप सरकार में रह पाएंगे। उन्होंने नजूल विधेयक को गैर जरूरी बताया। अयोध्या में दलित किशोरी से रेप मामले पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अपराधी की ना कोई जाति होती है ना कोई धर्म होता है। महिला अपराधों के मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जांच की जा रही है, जो भी दोषी हो उसको बख्शा नहीं जाएगा। योगी सरकार से पहले से ही चल रही तकरार…
अपना दल (एस) और योगी सरकार के बीच लोकसभा चुनाव के बाद से टकराव तेजी से बढ़ा है। जानकार मानते हैं, इसकी शुरुआत 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती से ही हो गई थी। अपना दल (एस) का नेतृत्व इस बात से नाराज है कि सरकार की मशीनरी का चुनाव के दौरान व्यवहार ठीक नहीं था। सरकार के स्तर से भी कोई मदद नहीं मिली। 1- शिक्षक भर्ती में आरक्षण: बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में SC और OBC को आरक्षण के नियमानुसार लाभ न मिलने का मुद्दा अपना दल (एस) ने ही उठाया था। इस विवाद का आज तक हल नहीं निकला। जबकि, योगी सरकार नियमानुसार आरक्षण का लाभ देने का दावा कर रही है। 2- सीएम योगी को लिखा पत्र: अनुप्रिया पटेल ने 27 जून को मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखा। इसमें आरोप लगाया कि सरकारी विभागों में हो रही भर्ती में SC-ST और OBC के आरक्षण नियमों का पालन नहीं हो रहा। इन कैटेगरी के योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के नाम पर उनके पद सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को दिए जा रहे हैं। सरकार ने अनुप्रिया के पत्र का जवाब देते हुए बताया कि सभी विभागों की सरकारी भर्ती में आरक्षण नियमों का पालन किया जा रहा है। 3- प्रमुख सचिव का विवाद: अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष और योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल का विभाग के प्रमुख सचिव एम. देवराज से विवाद हो गया। मंत्री आशीष पटेल ने एम. देवराज की ओर से किए जा रहे तबादलों पर आपत्ति जताई। मंत्री ने तबादले की पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी। नतीजा यह रहा कि विभाग में तबादला सत्र शून्य रहा। अपना दल (एस) के पदाधिकारी मानते हैं कि एम. देवराज को सरकार का संरक्षण है। 4- मंच से आरक्षण का मुद्दा फिर उठाया: अपना दल (एस) के संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती पर लखनऊ में कार्यक्रम हुआ। इस दौरान अनुप्रिया ने सरकारी विभागों की भर्ती में SC-ST और OBC के आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने लोकतंत्र में राजा EVM से पैदा होने की बात भी दोहराई। 5- टोल टैक्स का मुद्दा उठाया: अनुप्रिया पटेल ने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा में अतिरिक्त टोल बूथ लगाने पर आपत्ति जताई। उनका कहना है, NHAI के नियमों के अनुसार एक टोल से दूसरे टोल के बीच की दूरी 40 किलोमीटर होनी चाहिए। लेकिन, मार्ग में 20 किलोमीटर की दूरी फत्तेपुर और अहरौरा में दो टोल प्लाजा लगाकर वाहन स्वामियों से गलत टोल वसूला जा रहा है। 6- अनुप्रिया पटेल ने योगी सरकार के नजूल संपत्ति विधेयक का विरोध किया। उन्होंने X पोस्ट में लिखा- नजूल भूमि संबंधी विधेयक को विमर्श के लिए प्रवर समिति को भेजा गया है। बिना विमर्श के यह विधेयक लाया गया। उन्होंने विधेयक को गैर जरूरी बताया। यह भी कहा कि ये विधेयक आम जनमानस की भावनाओं के खिलाफ है। यूपी सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। इस मामले में जिन अधिकारियों ने गुमराह किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अब पढ़िए अपना दल की मजबूती और कमजोरी यह भी पढ़ें:- यूपी में सरकार से अलग रास्ता तलाश रहीं अनुप्रिया:बंद कमरों में सुलझने वाले विवादों पर वार-पलटवार; एक्सपर्ट बोले-सौदेबाजी का खेल प्रदेश की योगी सरकार और सूबे में NDA के सबसे बड़े सहयोगी अपना दल (एस) के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। योगी सरकार 1.0 में जहां मनमुटाव की बातें बंद कमरों तक होती थी, सरकार 2.0 में जगजाहिर हो गया। अपना दल (एस) की ओर से सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस पर सरकार की ओर से भी उतने ही तल्ख अंदाज में पलटवार किया जा रहा। पढ़ें पूरी खबर…
सिपाही ने पुलिसवालों पर फायरिंग की, गाड़ी में आग लगाई:झांसी में भाई के साथ छत से बरसाईं गोलियां; एनकाउंटर में भाई को गोली मारी
सिपाही ने पुलिसवालों पर फायरिंग की, गाड़ी में आग लगाई:झांसी में भाई के साथ छत से बरसाईं गोलियां; एनकाउंटर में भाई को गोली मारी झांसी में सिपाही ने ही पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। भाई के साथ मिलकर पुलिस की जीप में आग भी लगा दी। सिपाही अपने भाई से मकान को लेकर झगड़ा कर रहा था। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखते ही दोनों भाई भड़क गए। पुलिसकर्मियों से उलझ गए। दरोगा की वर्दी फाड़ दी। फिर दोनों ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने खेतों में भागकर जान बचाई। अफसरों को सूचना दी। थोड़ी देर में फोर्स मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक दोनों भाइयों ने जीप में आग लगी दी। पुलिसकर्मियों ने सिपाही को घर से अरेस्ट कर लिया, लेकिन उसका भाई जंगलों की तरफ भाग गया। पुलिस उसकी तलाश करती हुई पहुंची तो उसने दोबारा फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। अब सिलसिलेवार पूरी घटना बताते हैं
सिपाही सुरेंद्र यादव महोबा के कबरई थाना में तैनात है। उसका भाई योगेंद्र क्रेन चलाता है। दोनों नवाबाद थाना के पास बजरंग कॉलेज में एक मकान में रहते हैं। आगे वाले हिस्से में सुरेंद्र और पीछे वाले हिस्से में योगेंद्र रहता है। दोनों के बीच लंबे समय प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। गुरुवार को योगेंद्र के बच्चे का बर्थ-डे था। गुरुवार को ही सुरेंद्र यादव 10 दिन की छुट्टी लेकर अपने घर आया था। रात को बर्थ-डे पार्टी में दोनों भाई शामिल थे। इसी दौरान सुरेंद्र ने इनवर्टर से एक बल्व का कनेक्शन काट दिया। इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में विवाद होने लगा। सुरेंद्र ने फोन कर पुलिस को बुलाया, फिर उग्र हुआ
विवाद बढ़ने पर सुरेंद्र यादव ने 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। तब पीआरवी मौके पर पहुंच गई। पीआरवी गाड़ी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने समझाया तो दोनों भाई उल्टा पुलिस पर भड़क गए। सूचना पर बजरंग चौकी इंचार्ज पहुंच गए। दोनों भाई उनसे भी उलझ गए और वर्दी फाड़ दी। तब तक योगेंद्र अपने सिपाही भाई की लाइसेंसी राइफल उठा लाया और फायरिंग करने लगा। इससे दहशत का माहौल हो गया। पुलिसकर्मी अगल-बगल में छुप गए। तब तक आरोपियों ने पीआरवी गाड़ी में आग लगा दी। सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश एस 4 थानों की पुलिस को लेकर खुद मौके पर पहुंचे और पुलिस फोर्स को सावधानी बरतने के निर्देश दिए। दोनों भाइयों की ताबड़तोड़ फायरिंग से पुलिस टीम को पीछे हटना पड़ा। पुलिस पड़ोसी के घर से अंदर दाखिल हुई
एसएसपी राजेश एस ने बताया- दोनों भाई छत से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे। फायरिंग रुकने पर स्वाट टीम के 2 सिपाही पड़ोसी के घर से आरोपियों के घर में घुस गए। यह देखकर दोनों आरोपी पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए छत से कूदकर भागने लगे। तब पुलिस ने आरोपी सिपाही सुरेंद्र यादव को पकड़ लिया, जबकि उसका भाई योगेंद्र राइफल लेकर मेडिकल कॉलेज के जंगल में छुप गया। पुलिस की 4 टीमों ने पीछा कर जंगल में तलाश शुरू की। पुलिस टीम को आते देख आरोपी योगेंद्र ने जान से मारने की नियत से गोली चलानी शुरू कर दी। तब पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की। पैर में गोली मारकर आरोपी योगेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। घायल को मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया गया है। दोनों आरोपियों के पिता भी यूपी पुलिस में दरोगा हैं। खबर लगातार अपडेट की जा रही है…