शिमला के उपमंडल रोहड़ू के टिक्कर के खनावल गांव में ढारे में आग लग गई। जिसमें नेपाली मूल का व्यक्ति जिंदा जल गया है। ढारा लकड़ी का बना हुआ था, जिसके कारण आग जल्द फैल गई। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटना बुधवार देर रात करीब 11 बजे के आस पास की है। मृतक की पहचान 53 वर्षीय प्रेम के नाम से हुई, जो नेपाली का रहने वाला है और एक बागवान के बगीचे में काम करता था। बताया जा रहा है कि व्यक्ति नशे का आदी था और दमा का भी मरीज था। आग की लपटें देख मौके पर पहुंचे ग्रामीण स्थानीय निवासी अनुपम चौहान ने बताया कि रात करीब 10 से 11 बजे ग्रामीणों को ढारे में आग की लपटें दिखाई दी। जिसके बाद मौके पर ग्रामीण इकट्ठा हुए। उन्होंने बताया कि ढारे के आस पास कोई घर नहीं है। उन्होंने कहा कि ढारा लकड़ी का बना हुआ था, जिसके कारण से देखते ही देखते पूरा ढारा आग की चपेट में आ गया है। घटना स्थल पर पुलिस टीम रवाना DSP रोहड़ू रविन्द्र नेगी ने कहा कि सुबह पुलिस को घटना की सूचना मिली है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर रवाना कर दिया है। फिलहाल पुलिस को आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। शिमला के उपमंडल रोहड़ू के टिक्कर के खनावल गांव में ढारे में आग लग गई। जिसमें नेपाली मूल का व्यक्ति जिंदा जल गया है। ढारा लकड़ी का बना हुआ था, जिसके कारण आग जल्द फैल गई। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। घटना बुधवार देर रात करीब 11 बजे के आस पास की है। मृतक की पहचान 53 वर्षीय प्रेम के नाम से हुई, जो नेपाली का रहने वाला है और एक बागवान के बगीचे में काम करता था। बताया जा रहा है कि व्यक्ति नशे का आदी था और दमा का भी मरीज था। आग की लपटें देख मौके पर पहुंचे ग्रामीण स्थानीय निवासी अनुपम चौहान ने बताया कि रात करीब 10 से 11 बजे ग्रामीणों को ढारे में आग की लपटें दिखाई दी। जिसके बाद मौके पर ग्रामीण इकट्ठा हुए। उन्होंने बताया कि ढारे के आस पास कोई घर नहीं है। उन्होंने कहा कि ढारा लकड़ी का बना हुआ था, जिसके कारण से देखते ही देखते पूरा ढारा आग की चपेट में आ गया है। घटना स्थल पर पुलिस टीम रवाना DSP रोहड़ू रविन्द्र नेगी ने कहा कि सुबह पुलिस को घटना की सूचना मिली है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर रवाना कर दिया है। फिलहाल पुलिस को आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं:2345 लाइसेंस धारकों पर लटकी तलवार, शिमला के सबसे ज्यादा मामले
हिमाचल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की खैर नहीं:2345 लाइसेंस धारकों पर लटकी तलवार, शिमला के सबसे ज्यादा मामले हिमाचल प्रदेश में पुलिस विभाग ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसने के लिए तैयारी कर ली है। इसके लिए पुलिस एक विशेष अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस द्वारा शुरू किया गया अभियान 23 सितंबर से आगामी 29 सितंबर तक चलेगा। इसका उद्देश्य विशेष रूप से रात 9 से 11 साढ़े बजे के बीच होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को कम करना है। एएसपी यातायात, पर्यटक एवं रेलवे नरवीर सिंह राठौर ने सोमवार को प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि शिमला इकाई सड़क दुर्घटना और यातायात प्रवर्तन डाटा का पूरा विश्लेषण कर रही है, जिसमें शराब पीकर गाड़ी चलाने से जुड़ीं घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि का पता चला है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभी तक प्रदेश में गंभीर उल्लंघन के वाले प्रदेश के 2345 ड्राइविंग लाइसेंसों को निलंबित या रद्द करने की सिफारिश की है, जिनमें से लगभग 1400 शराब पीकर गाड़ी चलाने से संबंधित हैं। राठौर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस मोटर वाहन कानूनों को प्रभावी ढंग से विनियमित और लागू करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। सड़क सुरक्षा प्रवर्तन योजना से निगरानी शिमला पुलिस मुख्यालय द्वारा भी सड़क सुरक्षा प्रवर्तन योजना की बारीकी से निगरानी की जा रही है और कर्मियों को यातायात प्रवर्तन के लिए डिजिटल उपकरणों का अधिकतम उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने और प्रदेश वासियों तथा पर्यटकों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए लगातार हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, डीजीपी हिमाचल प्रदेश पुलिस डा. अतुल वर्मा के बताया कि चालू वर्ष में पुलिस ने अलग अलग जिलों से 2345 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित या रद्द करने की सिफारिश की गई है, जिनमें से लगभग 1400 मामले शराब पीकर गाड़ी चलाने से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि शिमला ट्रैफिक टूरिस्ट और रेलवे यूनिट के विश्लेषण में ये जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। ऐसे में विभाग विशेष अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक करने की दिशा में भी काम कर रहा है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों में शिमला में सबसे अव्वल पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में शिमला जिला में सर्वाधिक व लाहौल स्पीति में सबसे कम शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले सामने आए है। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार शिमला में शिमला में 288 , बद्दी में 107, बिलासपुर में 113, चंबा में 127, हमीरपुर में 30, कांगड़ा में 113, किन्नौर में 139, कुल्लू में 70, लाहौल स्पीति में 07, मंडी में 96, नूरपुर में 12, सिरमौर में 32, सोलन में 210, ऊना में 35 सहित हिमाचल प्रदेश में कुल 1379 हुए हैं।