हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा में रेलवे फाटक के पास झाड़ियों में एक लावारिस नवजात मिला। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे देवर-भाभी ने उसे उठाया। बच्चा पैदा होते ही शॉल में लपेट कर झाड़ियों में लावारिस फेंका हुआ था। बच्चे को वहां से सरकारी अस्पताल ले गया। साथ ही मामले की शिकायत पानीपत रेलवे पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पानीपत जीआरपी पुलिस को दी शिकायत में सुमेर सिंह ने बताया कि वह मेन बाजार, कश्यप चौक घरौंडा का रहने वाला है। वह हलवाई का काम करता है। 28 नवंबर की शाम करीब साढ़े 5 बजे वह अपनी भाभी पिंकी के साथ बाइक पर गांव गुढा से भूतों वाली फाटक के साथ कच्चे रास्ते से नौखा कॉलोनी जा रहा था। मल्टी कलर की शॉल में लिपटा हुआ था बच्चा जैसे ही वे कॉलोनी के दूसरी ओर कच्चे रास्ते पर पहुंचे, तो वहां उसने अपनी भाभी को उतार दिया। इसी दौरान दोनों को एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। वे रेलवे लाइनों के पास पहुंचे, तो देखा कि एक नवजात शिशु (लड़का ) मल्टी कलर की शॉल में लिपटा हुआ ओरनाल के साथ झाड़ियों में पड़ा हुआ था। दोनों ने तुरंत उसे उठाया और वहां से घरौंडा सरकारी अस्पताल ले गए। जहां से सूचना पुलिस को भी दी गई। सुमेर ने पुलिस को बताया कि बच्चे के माता-पिता ने बच्चे का परित्याग करने के लिए रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में लावारिस हालत में फेंक दिया। हस्ट-पुष्ट है बच्चा: जांच अधिकारी इस बारे में पानीपत जाआरपी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल सुरजीत सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। उसका वजन 2 किलो 190 ग्राम है। उसके शरीर पर किसी भी प्रकार के खरौंच तक का भी निशान नहीं था। आरोपियों की तलाश की जा रही है। हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा में रेलवे फाटक के पास झाड़ियों में एक लावारिस नवजात मिला। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे देवर-भाभी ने उसे उठाया। बच्चा पैदा होते ही शॉल में लपेट कर झाड़ियों में लावारिस फेंका हुआ था। बच्चे को वहां से सरकारी अस्पताल ले गया। साथ ही मामले की शिकायत पानीपत रेलवे पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पानीपत जीआरपी पुलिस को दी शिकायत में सुमेर सिंह ने बताया कि वह मेन बाजार, कश्यप चौक घरौंडा का रहने वाला है। वह हलवाई का काम करता है। 28 नवंबर की शाम करीब साढ़े 5 बजे वह अपनी भाभी पिंकी के साथ बाइक पर गांव गुढा से भूतों वाली फाटक के साथ कच्चे रास्ते से नौखा कॉलोनी जा रहा था। मल्टी कलर की शॉल में लिपटा हुआ था बच्चा जैसे ही वे कॉलोनी के दूसरी ओर कच्चे रास्ते पर पहुंचे, तो वहां उसने अपनी भाभी को उतार दिया। इसी दौरान दोनों को एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। वे रेलवे लाइनों के पास पहुंचे, तो देखा कि एक नवजात शिशु (लड़का ) मल्टी कलर की शॉल में लिपटा हुआ ओरनाल के साथ झाड़ियों में पड़ा हुआ था। दोनों ने तुरंत उसे उठाया और वहां से घरौंडा सरकारी अस्पताल ले गए। जहां से सूचना पुलिस को भी दी गई। सुमेर ने पुलिस को बताया कि बच्चे के माता-पिता ने बच्चे का परित्याग करने के लिए रेलवे लाइन के पास झाड़ियों में लावारिस हालत में फेंक दिया। हस्ट-पुष्ट है बच्चा: जांच अधिकारी इस बारे में पानीपत जाआरपी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल सुरजीत सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। उसका वजन 2 किलो 190 ग्राम है। उसके शरीर पर किसी भी प्रकार के खरौंच तक का भी निशान नहीं था। आरोपियों की तलाश की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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