हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को कष्ट निवारण मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सामाजिक न्याय मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने की। मीटिंग में कुल 12 शिकायतें आई। जिसमें से 4 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। जबकि 8 शिकायतों को अगली बार के लिए पेंडिंग रखा गया है। एक शिकायत पर मंत्री ने आईपीसी की धारा 120बी के तहत केस दर्ज करने के निर्देश दिए है। ये निर्देश टीडीआई बिल्डर के खिलाफ दिए गए हैं। टीडीआई की ओर से प्रतिनिधियों को भी खूब फटकार लगाई गई। मामला स्थानीय लोगों से करोड़ों रुपए लेकर भी मूलभूत सुविधाएं तक न देने से जुड़ा हुआ है। लोगों ने मंत्री से की समाधान कराने की मांग लोगों ने मंत्री को कहा कि वे जीटी रोड पर स्थित सेक्टर 38-39 स्थित टीडीआई के रहने वाले हैं। उपरोक्त कॉलोनी के बिल्डर ने सुविधाएं देने का आश्वासन देकर स्थानीय निवासियों से करोड़ों रुपए हड़प लिए। लेकिन कोई भी मूलभुत सुविधाएं जैसे कि बिजली, सड़क, सुरक्षा, सफाई और पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। कॉलोनी में बिजली निगम द्वारा बिजली के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे है। सड़कों के नाम पर गहरे गड्ढे हैं। कालोनी वासियों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। न ही सफाई की कोई व्यवस्था है। इन समस्याओं से वे बहुत परेशान है, इनका समाधान करवाया जाए। बीजेपी के दो पूर्व पार्षदों की ये थी शिकायतें पूर्व नगर पार्षद संजीव दहिया की शिकायत थी की गांव सौंधापुर से असंध रोड तक एक रास्ता 33 फुट का गांव सौंधापुर जाटल रोड की तरफ जाता है और यह रास्ता थर्मल की तरफ जाने वाले दो रजवाहे के ऊपर से गुजरता है। उन्होंने मांग की है कि इस रजवाहे पर पुलिया तंग है और रास्ते पर अतिक्रमण भी है। मंत्री ने पार्षद की बात को जायज़ मानते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस रास्ते व पुलिया को 7 महीने के अंदर बनवाए। पूर्व नगर निगम पार्षद प्रमोद देवी की मांग थी की फाटक नंबर 51डी पर अंडर पास करीब ढाई वर्ष से निर्माणाधीन है। जिसके कारण रास्ता बंद है। आजाद नगर और राज नगर के लोगों को आने जाने में काफी दिक्कत होती है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह सामाजिक कार्य है आपस में मिलकर इस विवाद को सुलझाया जाए और अगली बैठक में इस पर सुनवाई की जाएगी। हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को कष्ट निवारण मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सामाजिक न्याय मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने की। मीटिंग में कुल 12 शिकायतें आई। जिसमें से 4 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। जबकि 8 शिकायतों को अगली बार के लिए पेंडिंग रखा गया है। एक शिकायत पर मंत्री ने आईपीसी की धारा 120बी के तहत केस दर्ज करने के निर्देश दिए है। ये निर्देश टीडीआई बिल्डर के खिलाफ दिए गए हैं। टीडीआई की ओर से प्रतिनिधियों को भी खूब फटकार लगाई गई। मामला स्थानीय लोगों से करोड़ों रुपए लेकर भी मूलभूत सुविधाएं तक न देने से जुड़ा हुआ है। लोगों ने मंत्री से की समाधान कराने की मांग लोगों ने मंत्री को कहा कि वे जीटी रोड पर स्थित सेक्टर 38-39 स्थित टीडीआई के रहने वाले हैं। उपरोक्त कॉलोनी के बिल्डर ने सुविधाएं देने का आश्वासन देकर स्थानीय निवासियों से करोड़ों रुपए हड़प लिए। लेकिन कोई भी मूलभुत सुविधाएं जैसे कि बिजली, सड़क, सुरक्षा, सफाई और पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। कॉलोनी में बिजली निगम द्वारा बिजली के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे है। सड़कों के नाम पर गहरे गड्ढे हैं। कालोनी वासियों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। न ही सफाई की कोई व्यवस्था है। इन समस्याओं से वे बहुत परेशान है, इनका समाधान करवाया जाए। बीजेपी के दो पूर्व पार्षदों की ये थी शिकायतें पूर्व नगर पार्षद संजीव दहिया की शिकायत थी की गांव सौंधापुर से असंध रोड तक एक रास्ता 33 फुट का गांव सौंधापुर जाटल रोड की तरफ जाता है और यह रास्ता थर्मल की तरफ जाने वाले दो रजवाहे के ऊपर से गुजरता है। उन्होंने मांग की है कि इस रजवाहे पर पुलिया तंग है और रास्ते पर अतिक्रमण भी है। मंत्री ने पार्षद की बात को जायज़ मानते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस रास्ते व पुलिया को 7 महीने के अंदर बनवाए। पूर्व नगर निगम पार्षद प्रमोद देवी की मांग थी की फाटक नंबर 51डी पर अंडर पास करीब ढाई वर्ष से निर्माणाधीन है। जिसके कारण रास्ता बंद है। आजाद नगर और राज नगर के लोगों को आने जाने में काफी दिक्कत होती है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह सामाजिक कार्य है आपस में मिलकर इस विवाद को सुलझाया जाए और अगली बैठक में इस पर सुनवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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बीरेंद्र सिंह बोले- BJP का मुझ पर कोई अहसान नहीं:कहा- दो-चार विधायकों वाली पार्टी को 47 तक पहुंचाया, भाजपा में चलती है दलाली
बीरेंद्र सिंह बोले- BJP का मुझ पर कोई अहसान नहीं:कहा- दो-चार विधायकों वाली पार्टी को 47 तक पहुंचाया, भाजपा में चलती है दलाली पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- दो-चार विधायकों वाली पार्टी को हमने 47 तक पहुंचाया। बीजेपी का मुझ पर कोई अहसान नहीं है। बीरेंद्र सिंह ने यह बात जींद के उचाना स्थित राजीव गांधी महाविद्यालय में पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी की जयंती पर आयोजित प्रोग्राम में कही। यह कॉलेज बीरेंद्र सिंह का ही है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर कॉलेज में युवा मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। बीरेंद्र सिंह इसी प्रोग्राम में पहुंचे थे। राजीव गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने के बाद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि राजीव गांधी उनसे बहुत स्नेह रखते थे। वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे और इसी सद्भाव से उनकी जयंती मनाई जाती है। उन्होंने कहा- आज के प्रोग्राम में उचाना के अलावा बाहर के इलाकों से भी युवा आए हैं। हमने सबको बुलाया है। राजीव गांधी ने 40 साल पहले जो दिशा दी थी, अगर देश उसी दिशा पर चलता रहे और आपस का साथ-सदभावना बनी रहे तो देश को बहुत बड़ी आर्थिक शक्ति बनने से कोई रोक नहीं सकता। भाजपा का बिना नाम लिए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि आज समाज में कहीं ना कहीं ऐसी शक्तियां हैं जो समाज को बांटने का काम करती हैं। धर्म के नाम पर या फिर जाति के नाम पर। युवाओं को ऐसी शक्तियों से मुकाबला करना चाहिए। अपने हरियाणा की जो सभ्यता है, संस्कृति है, इसमें आपसी भाईचारा सबसे अहम है। यहां सारी जातियां मिलकर रहती हैं। कहा- हरियाणा में भाजपा को थी हमारी जरूरत भाजपा नेता कैप्टन अभिमन्यु के उस दावे, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीरेंद्र सिंह को जो मान-सम्मान कांग्रेस में नहीं मिला, वह उन्हें बीजेपी में मिला, पर भी बीरेंद्र सिंह ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- कैप्टन अभिमन्यु को पता कर लेना चाहिए। राजीव गांधी मेरे से कितना स्नेह और सद्भाव रखते थे। मुझ पर कितना विश्वास करते थे। उसके बाद सोनिया गांधी ने भी उस भरोसे को बनाए रखा। मैंने कांग्रेस में 42 साल काम किया है। बीरेंद्र सिंह ने कहा- जो कहते हैं कि मैंने नियम तोड़े तो उन्हें बता दूं कि इस हरियाणा के गांवों में भाजपा का कोई नाम लेने वाला नहीं था। उस समय बीजेपी को हमारे जैसे आदमी की जरूरत थी। उन्होंने हमारे ऊपर कोई अहसान नहीं किया बल्कि अहसान तो हमने भाजपा पर किया। जिस भाजपा के हरियाणा में कभी 2-4 या 6 से ज्यादा विधायक नहीं बने थे, उसके हमने 47 एमएलए जितवा दिए। बीजेपी पर हर वर्ग को बांटने का आरोप बीरेंद्र सिंह ने कैप्टन अभिमन्यु पर उनके उस दावे को लेकर भी निशाना साधा जिसमें अभिमन्यु ने कहा था कि भाजपा ने कांग्रेस की दलाली बंद कर दी है इसलिए सारे कांग्रेस नेता बौखलाए हुए हैं। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर दलाली का पूरा खुलासा करवाना हो तो अभिमन्यु मुझ से बात कर ले। मैं बताऊंगा कि भाजपाई तो दलाली भी करते हैं और सब्र भी नहीं करते। कांग्रेस नेता ने कहा कि आज जिस तरीके से भाजपा हर वर्ग को बांटने के लिए उनमें द्वेष पैदा करने की राजनीति की है, उसे देश बर्दाश्त नहीं करेगा। 140 करोड़ लोगों वाले इस देश में अनेक मज़हब है। अनेक जातियां हैं। सबका खाना-पीना अलग-अलग है। सबके कपड़े पहनने का अंदाज अलग-अलग है। ऐसे देश में जो सबको मिलकर चलेगा, सिर्फ वही राजनीतिक तौर पर जिंदा रहेगा। कोलकाता रेप-मर्डर पर राजनीति न हो कोलकाता में लेडी डॉक्टर के रेप और फिर मर्डर से जुड़े सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह एक दर्दनाक घटना है। हमारे समाज के लिए यह कलंक जैसी है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जिसने भी यह हरकत की है, उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। यह सजा दूसरों के लिए सबक जैसी होनी चाहिए। ऐसे लोगों को या तो फांसी दे देनी चाहिए या फिर पूरी उम्र के लिए जेल में डाल देना चाहिए।
बरवाला नप चेयरमैन बैटरीवाला ने छोड़ी BJP:पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बड़ौली और सैनी को भेजा रिजाइन, रणबीर गंगवा को टिकट देने से नाराजगी
बरवाला नप चेयरमैन बैटरीवाला ने छोड़ी BJP:पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बड़ौली और सैनी को भेजा रिजाइन, रणबीर गंगवा को टिकट देने से नाराजगी हरियाणा में हिसार जिले की बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना रिजाइन हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को भेज दिया। इसमें बैटरीवाला ने लिखा है कि वह पार्टी की ओर से सौंपे गए सभी दायित्व और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। भाजपा ने इस बार बरवाला सीट से रणबीर गंगवा को कैंडिडेट बनाया है। रणबीर गंगवा अभी तक नलवा से चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन पार्टी ने इस बार उन्हें बरवाला से टिकट दिया है। गंगवा को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए बरवाला के लोकल भाजपाई उनका विरोध कर रहे हैं। रमेश बैटरीवाला ने भी गंगवा की उम्मीदवारी से नाराज होकर पार्टी छोड़ी है। ऐसे में बरवाला में रणबीर गंगवा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। रमेश बैटरीवाला ने पार्टी से अपने इस्तीफे की कॉपी कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा भाजपा के संगठन मंत्री को भी भेजी है। बरवाला नगर पालिका चेयरमैन रमेश बैटरीवाला की ओर से दिया गया इस्तीफा बरवाला शहर में रमेश बैटरीवाला भाजपा का मजबूत चेहरा माने जाते थे। उनका शहर में अच्छा होल्ड है और इसी वजह से वह बरवाला नगर पालिका के चेयरमैन भी बने थे। पंजाबी समुदाय से आने वाले बैटरीवाला की ओर से चुनाव के बीचोंबीच पार्टी छोड़ देने से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। रणबीर गंगवा हिसार जिले की नलवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर नलवा से ही विधायक चुने गए थे। इस बार कुलदीप बिश्नोई के करीबी रणधीर पनिहार को एडजस्ट करने के लिए भाजपा नेतृत्व ने रणबीर गंगवा की सीट बदल दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के सर्वे में नलवा में गंगवा की रिपोर्ट ठीक नहीं आना भी उनकी सीट बदलने की एक वजह रही। 40 पदाधिकारी अगस्त में ही लिख चुके पार्टी को लेटर बरवाला के भाजपाई इस सीट से किसी बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध अगस्त से ही कर रहे हैं। बरवाला BJP के 40 वर्करों और पदाधिकारियों ने बाकायदा हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को लैटर लिखकर आग्रह किया था कि यहां से किसी ऐसे शख्स को टिकट दिया जाए जो स्थानीय हो और यहां के मुद्दों की समझ रखता हो। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इसके बावजूद रणबीर गंगवा को बरवाला से टिकट दे दिया। अब आलम ये है कि बरवाला के लोकल BJP नेता खुलकर गंगवा के साथ नहीं चल रहे। बरवाला के पूर्व विधायक वेद नारंग, कैप्टन भूपेंद्र समेत कई पदाधिकारी उनकी कैंपेन से दूरी बनाए हुए हैं। बरवाला के BJP वर्करों का तर्क है कि यहां कांग्रेस ने भी प्रजापति समाज का कैंडिडेट उतारकर मुकाबला कांटे का बना दिया है। भाजपा के जिला पार्षद दर्शन गिरी उतर चुके निर्दलीय भाजपा पर बरवाला में प्रजापति समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी पहले ही निर्दलीय मैदान में कूद चुके हैं। रणबीर गंगवा का टिकट अनाउंस होते ही दर्शन गिरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं, महंत दर्शन गिरी प्रजापति समाज की उपेक्षा करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी गंगवा पर लगा चुके हैं। इसके लेकर उन्होंने बाकायदा पुलिस थाने में शिकायत दे रखी है। किसान संगठनों ने 17 सितंबर को बुलाई मीटिंग
इसके अलावा किसान संगठन भी बरवाला में रणबीर गंगवा के विरोध का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 17 सितंबर को एक मीटिंग बुलाई है। दरअसल बरवाला एरिया किसान आंदोलन का गढ़ रहा है। यहां के बाडोपट्टी टोल प्लाजा पर पूरे आंदोलन के दौरान धरना चला। लोकसभा चुनाव में किसानों ने हिसार सीट से BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला का इस इलाके में जमकर विरोध किया था। लोकसभा चुनाव में रणबीर गंगवा के पुराने हलके नलवा में भी भाजपा का विरोध हुआ था। तब उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए थे। उस घटना में कई किसानों पर केस भी दर्ज हुआ।
हरियाणा से मोदी कैबिनेट में 3 मंत्रियों की चर्चा:शपथ पर टिकी हैं सबकी निगाहें, पूर्व CM को लेकर शाह-राजनाथ दे चुके संकेत
हरियाणा से मोदी कैबिनेट में 3 मंत्रियों की चर्चा:शपथ पर टिकी हैं सबकी निगाहें, पूर्व CM को लेकर शाह-राजनाथ दे चुके संकेत देश में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। आज शपथ ग्रहण समारोह होना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा से 3 मंत्री बनाए जाएंगे। करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम से राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर को मोदी कैबिनेट के तीसरे कार्यकाल में जगह मिल सकती है। इसकी मुख्य वजह यह है कि हरियाणा में इसी साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चूंकि पार्टी लोकसभा में 5 सीटें हार चुकी है, इसलिए केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि हरियाणा का प्रतिनिधित्व ज्यादा हो, ताकि विधानसभा में नतीजे अच्छे रहें। हरियाणा के पूर्व CM और नवनिर्वाचित सांसद मनोहर लाल खट्टर को मंत्री पद मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि हरियाणा में गुड़गांव रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर लाल की कार्यप्रणाली की तारीफ की। वे CM पद से हटाए गए और उसके दो दिन बाद ही उनको लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। अमित शाह और रक्षा मंत्री दे चुके संकेत इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने करनाल में रैली की उसमें भी संकेत सामने आए कि मनोहर लाल के लिए कुछ और ही सोच रखा है। घरौंडा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने भाषण में स्पष्ट कर दिया था कि मनोहर लाल सिर्फ सांसद ही नहीं रहेंगे, केंद्रीय नेतृत्व ने इनके लिए बहुत बड़ा सोच रखा है। केंद्रीय नेतृत्व के तीन बड़े नेताओं के बयान सामने आए और मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट को अच्छे मार्जिन से जीतने में भी कामयाब हो गए। अब मनोहर लाल संसद तक पहुंच चुके है। अब करनाल वासियों की नजरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट पर है। आखिर कौन सा पद मनोहर लाल को मिल सकता है? दो टर्म के CM रह चुके हैं मनोहर लाल केंद्रीय नेतृत्व ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में विधानसभा का टिकट दिया था। उस समय यह भी कयास नहीं लगाए जा रहे थे कि मनोहर लाल को सीएम अपॉइंट किया जा सकता है। बीजेपी बहुमत के साथ आई और मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। 2019 के चुनाव में गठबंधन की सरकार बनी, उसमें भी मनोहर लाल को सीएम बनाया गया। अब 2024 में मनोहर लाल को सीएम की कुर्सी से उतारकर लोकसभा का टिकट थमा दिया गया। कांग्रेस ने मनोहर लाल के सामने यूथ प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा, लेकिन दिव्यांशु 2.32 लाख वोटो से हार गए। जिसके बाद मनोहर लाल के लिए दिल्ली में संसद का रास्ता साफ हो गया और अब वे संसद में करनाल लोकसभा के मुद्दों को उठाएंगे। जिस तरह से बड़े बड़े नेताओं ने उनको कुछ ओर ही पद देने की बात कही है, वह क्या हो सकता है, वह भी लोगों के बीच जिज्ञासा का कारण बना हुआ है। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ लगी हुई है। हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भी मनोहर लाल का नाम आ रहा है लेकिन वह बाद की बात है और फिलहाल नजरे कौन सा मंत्री पद मिल सकता है, उस पर है।