हरियाणा में नायब सैनी सरकार बेसहारा सांडों को पकड़ेगी। इसके लिए गऊ सेवा आयोग को टास्क दिया गया है। पूरे हरियाणा में एक साथ सांडों को पकड़ने का अभियान चलेगा। इन सांडों को पकड़कर गोशालाओं में भेजा जाएगा बदले में सरकार गोशालाओं को अतिरिक्त अनुदान देगी। गऊ सेवा आयोग के चेयरमैन ने इस अभियान को लेकर हिसार में बैठक की। बैठक में हिसार जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी और गोशालाओं के संचालक मौजूद रहे। बैठक में चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि आने वाले दिनों में एक भी पशु सड़कों पर दिखना नहीं चाहिए। शुरुआत बेसहारा गोवंश से की जाए। पशु मालिकों के पशु अभी ना छेड़े जाएं। शुरुआत में सांड और बिना मालिकों के पशु पकड़े अगर कोई विरोध करे तो पशु को छोड़ दो किसी से उलझना नहीं है। इसके बाद एक स्पेशल ड्राइव चलेगी। पशु मालिकों को नोटिस दिए जाएंगे अगर कोई खुले में तब पशु छोड़ेगा तो उस पर कार्रवाई होगी। बाकायदा पुलिस सुरक्षा निगम कर्मचारियों को दी जाएगी। गोशालाओं को यह सुविधा देगी सरकार पोर्टल पर अपडेट करना जरूरी आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि गोशाला में जितने पशु आएंगे उसका पोर्टल पर अपडेट करना जरूरी है। अगर पोर्टल पर अपडेट नहीं किया तो ग्रांट नहीं आएगी चाहे आपे पशुओं की टैगिंग क्यों ना कर ली हो। पोर्टल पर डाटा चढ़ने के बाद यह रिपोर्ट एसडीओ पशु पालन विभाग के आएगी। इसके बाद जांच की जाएगी। जो रिपोर्ट मेरे पास आएगी उस आधार पर पेमेंट गोशाला संचालकों के खातों में आ जाएगी। करोड़ों रुपया गोशाला को जा चुका है। गर्ग ने कहा कि जितना गोशाला संचालकों का मन करे उतने ही पशु रखें। किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं है। हरियाणा में नायब सैनी सरकार बेसहारा सांडों को पकड़ेगी। इसके लिए गऊ सेवा आयोग को टास्क दिया गया है। पूरे हरियाणा में एक साथ सांडों को पकड़ने का अभियान चलेगा। इन सांडों को पकड़कर गोशालाओं में भेजा जाएगा बदले में सरकार गोशालाओं को अतिरिक्त अनुदान देगी। गऊ सेवा आयोग के चेयरमैन ने इस अभियान को लेकर हिसार में बैठक की। बैठक में हिसार जिला प्रशासन के तमाम अधिकारी और गोशालाओं के संचालक मौजूद रहे। बैठक में चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि आने वाले दिनों में एक भी पशु सड़कों पर दिखना नहीं चाहिए। शुरुआत बेसहारा गोवंश से की जाए। पशु मालिकों के पशु अभी ना छेड़े जाएं। शुरुआत में सांड और बिना मालिकों के पशु पकड़े अगर कोई विरोध करे तो पशु को छोड़ दो किसी से उलझना नहीं है। इसके बाद एक स्पेशल ड्राइव चलेगी। पशु मालिकों को नोटिस दिए जाएंगे अगर कोई खुले में तब पशु छोड़ेगा तो उस पर कार्रवाई होगी। बाकायदा पुलिस सुरक्षा निगम कर्मचारियों को दी जाएगी। गोशालाओं को यह सुविधा देगी सरकार पोर्टल पर अपडेट करना जरूरी आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि गोशाला में जितने पशु आएंगे उसका पोर्टल पर अपडेट करना जरूरी है। अगर पोर्टल पर अपडेट नहीं किया तो ग्रांट नहीं आएगी चाहे आपे पशुओं की टैगिंग क्यों ना कर ली हो। पोर्टल पर डाटा चढ़ने के बाद यह रिपोर्ट एसडीओ पशु पालन विभाग के आएगी। इसके बाद जांच की जाएगी। जो रिपोर्ट मेरे पास आएगी उस आधार पर पेमेंट गोशाला संचालकों के खातों में आ जाएगी। करोड़ों रुपया गोशाला को जा चुका है। गर्ग ने कहा कि जितना गोशाला संचालकों का मन करे उतने ही पशु रखें। किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के सरकारी स्कूल में बच्चों को एलर्जी हुई:मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव किया, छात्रों को आंखों में जलन और छींके आईं
हरियाणा के सरकारी स्कूल में बच्चों को एलर्जी हुई:मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव किया, छात्रों को आंखों में जलन और छींके आईं हरियाणा के करनाल में सरकारी स्कूल में मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव छात्रों के सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। छिड़काव के कारण 6 छात्रों के चेहरे पर एलर्जी और आंखों में जलन होने लगी। छात्रों ने स्कूल प्रबंधन से स्कूल के कमरों में बैठने पर होने वाली परेशानी कि शिकायत की है। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को कमरे के बाहर जमीन पर बैठा दिया और वहीं उनकी कक्षाएं लीं। घर जाकर छात्रों ने अपने परिजनों को चेहरे और आंखों से जुड़ी परेशानी बताई। जिसके बाद परिजनों ने छात्रों को नजदीकी मेडिकल स्टोर पर ले जाकर दवाई दिलवाई। वहीं स्कूल प्रबंधन के मुताबिक विद्यालय में करीब 300 छात्र पढ़ते हैं। छिड़काव के बाद छात्रों को कमरों में परेशानी हुई, जिसके बाद छात्रों को मुंह धोने के लिए कहा गया, लेकिन किसी भी छात्र ने उनसे इतनी बड़ी समस्या के बारे में चर्चा नहीं की। चेहरे पर हो गए दाने, आने लगी छीकें
करनाल के कोहंड गांव के पवन कुमार ने बताया कि मेरे दो बच्चे कोहंड के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। एक 10वीं और दूसरा 7वीं में पढ़ता है। गुरुवार (7 नवंबर) शाम को सरकारी स्कूल के कमरों के अंदर मच्छर भगाने वाली दवा का छिड़काव किया गया था। शुक्रवार को विद्यार्थियों को उन्हीं कक्षाओं में बैठाया गया। दवा का असर सुबह तक रहा, इसलिए मेरे दोनों बच्चों के साथ-साथ कुछ अन्य विद्यार्थियों को भी चेहरे पर एलर्जी और आंखों में जलन की समस्या हुई। मेरे दोनों बच्चों ने घर आकर मुझे चेहरे और आंखों की समस्या बताई, तो मैंने मेडिकल स्टोर से दोनों बच्चों के लिए दवाई मंगवाई। हमें बाहर बैठाया, आंखों में जलन हो रही थी
वहीं स्कूल के विद्यार्थी लवकेश और पारस ने बताया कि हम कमरों में बैठे थे और चेहरे पर किसी तरह की एलर्जी हो गई। लगातार छींके भी आ रही थीं और आंखों में जलन भी हो रही थी। हमने अध्यापकों को भी बताया कि हमें परेशानी हो रही है, तो अध्यापकों ने हमें कमरों के बाहर बैठने को कहा। हमारे चेहरों पर भी दाग-धब्बे उभर आए हैं। कमरों को बंद रखने की गाइडलाइन थी
स्कूल प्रबंधन के अनुसार, दवा का छिड़काव करने के बाद दो-तीन घंटे के लिए कमरे बंद कर दिए गए थे। कमरे बंद करने से दवा का अच्छा असर होता और कमरे के अंदर मौजूद सभी मच्छर मर जाते। ऐसे में गाइडलाइन का पालन किया गया और शुक्रवार सुबह सफाई कर्मचारी ने आकर सभी कमरे खोले और सभी कमरों की अच्छे से सफाई की। उसके बाद बच्चे कमरे में बैठे थे। डेंगू को फैलने से रोकने के लिए किया गया स्प्रे
स्कूल की प्रिंसिपल सुषमा गोयल ने बताया कि डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। छात्र भी लगातार कमरों में मच्छरों के अधिक होने की शिकायत कर रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए गुरुवार दोपहर मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव किया गया। शुक्रवार सुबह जब बच्चे कमरे में पहुंचे तो उन्होंने चेहरे पर एलर्जी और आंखों में जलन की शिकायत की। जिसके बाद बच्चों की क्लास बाहर लगाई गई और उनके हाथ-मुंह धुलवाए गए, जिसके बाद बच्चे भी ठीक हो गए। बच्चों के हित में दवा का छिड़काव किया गया, ताकि बच्चों को मच्छरों के प्रकोप से बचाया जा सके।
उकलाना में भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी:सैलजा पर टिप्पणी के विरोध में दलित संगठनों का प्रदर्शन; गुलाबी गैंग का नारा लगाया
उकलाना में भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ नारेबाजी:सैलजा पर टिप्पणी के विरोध में दलित संगठनों का प्रदर्शन; गुलाबी गैंग का नारा लगाया उकलाना में बुधवार को पुरानी अनाज मंडी में विभिन्न दलित संगठनों ने चुनाव के दौरान कुमारी सैलजा पर की गई टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया गया और मामले में कार्रवाई की मांग की। बुधवार सुबह विभिन्न दलित संगठनों से जुड़े दलित समाज के लोग उकलाना की पुरानी अनाज मंडी में पहुंचने लगे। बाद में शैड के नीचे धरना प्रदर्शन शुरू किया। विरोध प्रदर्शन करते हुए दलित समाज के लोगों ने कहा कि कुमारी सैलजा के खिलाफ की गई टिप्पणी से सारा समाज आहत है और कार्रवाई की मांग करता है। विरोध प्रदर्शन करते हुए दलित समाज के लोगों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की और गुलाबी गैंग का नारा लगाया। दलित समाज के लोगों ने कहा कि ऐसे लोगों को वोट की चोट मारनी है और सबक सिखाना है। दलित समाज के लोगों ने कहा कि कुछ लोग दलित समाज की नेता कुमारी सैलजा के खिलाफ गलत बयानबाजी दे रहे हैं जो निंदनीय है। हम सबको जागरूक रहने की जरूरत है और एकजुट होकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा के खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है और इस तरह की टिप्पणियां करवाई जा रही है जो बहुत गलत है।
भिवानी में शिक्षा बोर्ड के अधीक्षक ने की आत्महत्या:सुसाइड नोट बरामद; कल से था लापता, पशुचारकों को पेड़ से लटकता मिला शव
भिवानी में शिक्षा बोर्ड के अधीक्षक ने की आत्महत्या:सुसाइड नोट बरामद; कल से था लापता, पशुचारकों को पेड़ से लटकता मिला शव भिवानी में हरियाणा शिक्षा बोर्ड के अधीक्षक ने शुक्रवार शाम को संदिग्ध हालत में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसका शव भिवानी के तिगड़ाना मोड़ पर खेतों में नीम के पेड़ से लटका हुआ मिला। मृतक की पहचान कस्बा कलानौर निवासी सुरेन्द्र(55) के रूप में हुई है। वह भिवानी शिक्षा बोर्ड में अधीक्षक के पद पर कार्यरत था। मृतक के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में उसने कुछ लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। सदर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बीते कल से था लापता सुरेन्द्र कल घर से लापता हुआ था। परिजन उसे कल से ही तलाश कर रहे थे। शुक्रवार शाम को तिगड़ाना के पास खेतों में पशु चराने आए कुछ लोगों ने नीम के पेड़ से एक व्यक्ति का शव लटका हुआ देखा। उन्होंने घटना की सूचना सदर थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर एसआई राधेश्याम घटना स्थल पर पहुंचे। छानबीन की तो उसकी पहचान कलानौर निवासी सुरेन्द्र के रूप में हुई। पुलिस को उसकी आई-20 कार घटना स्थल से कुछ दूरी पर मिली। सुसाइड से पहले पी शराब वहां पर पेड़ के पास एक बाल्टी ,शराब की बोतल एक गिलास भी पड़ा हुआ मिला। अनुमान है कि सुसाइड करने से पहले सुरेन्द्र ने शराब पी होगी। दो पेज का मिला सुसाइड नोट पुलिस को मृतक के पास से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला। सुसाइड नोट में उसने कुछ लोगों को उसे आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पुलिस या परिजन अभी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मृतक के दो बेटे हैं।