हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार हाल ही में आए अदालतों के फैसलों से बौखला गई है। सरकार विपक्ष का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। इसलिए पहली बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र सबसे कम दिनों का बुलाया है। यह बात भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही है। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा को भी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि विधान सभा अध्यक्ष पद की गरिमा बनाए रखें, पद को सरकार की कठपुतली ना बनाएं। रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने कृत्यों से हीन भावना से ग्रस्त है इसलिए विधानसभा का शीतकालीन सत्र को छोटा रखा गया है। लेकिन विपक्ष चार दिन में भी मजबूती से जनता के मुद्दों को सदन में उठाएगा। “9 विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष का बयान ठीक नहीं”
रणधीर शर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है और इसका विपक्ष भी सम्मान करता है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के बयान ठीक नहीं है। 9 विधायकों के मामले में कल ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर निर्णय आएगा। मानसून सत्र में कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कार्रवाई की बात कर रहे हैं जब CPS मामले में आए आदेश के बाद सरकार खतरे में पड़ी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपने पद की गरिमा बनाए रखें और विधान सभा अध्यक्ष के पद को सरकार की कठपुतली ना बनाएं। रणधीर ने विधान सभा अध्यक्ष को नसीहत देते हुए कहा अध्यक्ष कानून से ऊपर खुद को समझने की भूल ना करें। विधानसभा अध्यक्ष अगर भाजपा विधायकों को लेकर फैसला लेते हैं, तो भाजपा हर स्तर पर उसका मुकाबला करने को तैयार हैं। कांग्रेस कार्यकारिणी भंग होने का जश्न मना रही है सरकार
भाजपा विधायक ने कहा कि सरकार 2 साल के कार्यकाल का जश्न मनाने जा रही है। लेकिन किस बात जश्न मनाया जा रहा है इसको लेकर सरकार के पास जवाब नहीं है। हिमाचल की देश दुनियां में बदनामी का सरकार जश्न मनाने जा रही है। कानून व्यवस्था की हालत खराब है। एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई है। कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग करने का मुख्यमंत्री जश्न मनाने जा रही है इसके अलावा सीएम के पास कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा सरकार के जन विरोधी निर्णयों को लेकर जनता के बीच में जाएगी और सरकार की कार गुजारियों का पर्दाफाश किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार हाल ही में आए अदालतों के फैसलों से बौखला गई है। सरकार विपक्ष का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। इसलिए पहली बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र सबसे कम दिनों का बुलाया है। यह बात भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कही है। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा को भी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि विधान सभा अध्यक्ष पद की गरिमा बनाए रखें, पद को सरकार की कठपुतली ना बनाएं। रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने कृत्यों से हीन भावना से ग्रस्त है इसलिए विधानसभा का शीतकालीन सत्र को छोटा रखा गया है। लेकिन विपक्ष चार दिन में भी मजबूती से जनता के मुद्दों को सदन में उठाएगा। “9 विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष का बयान ठीक नहीं”
रणधीर शर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक है और इसका विपक्ष भी सम्मान करता है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के बयान ठीक नहीं है। 9 विधायकों के मामले में कल ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर निर्णय आएगा। मानसून सत्र में कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कार्रवाई की बात कर रहे हैं जब CPS मामले में आए आदेश के बाद सरकार खतरे में पड़ी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपने पद की गरिमा बनाए रखें और विधान सभा अध्यक्ष के पद को सरकार की कठपुतली ना बनाएं। रणधीर ने विधान सभा अध्यक्ष को नसीहत देते हुए कहा अध्यक्ष कानून से ऊपर खुद को समझने की भूल ना करें। विधानसभा अध्यक्ष अगर भाजपा विधायकों को लेकर फैसला लेते हैं, तो भाजपा हर स्तर पर उसका मुकाबला करने को तैयार हैं। कांग्रेस कार्यकारिणी भंग होने का जश्न मना रही है सरकार
भाजपा विधायक ने कहा कि सरकार 2 साल के कार्यकाल का जश्न मनाने जा रही है। लेकिन किस बात जश्न मनाया जा रहा है इसको लेकर सरकार के पास जवाब नहीं है। हिमाचल की देश दुनियां में बदनामी का सरकार जश्न मनाने जा रही है। कानून व्यवस्था की हालत खराब है। एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई है। कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग करने का मुख्यमंत्री जश्न मनाने जा रही है इसके अलावा सीएम के पास कोई उपलब्धि नहीं है। भाजपा सरकार के जन विरोधी निर्णयों को लेकर जनता के बीच में जाएगी और सरकार की कार गुजारियों का पर्दाफाश किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर