कांगड़ा एयरपोर्ट में मार्च 2025 से सूर्योदय से सूर्यास्त तक हवाई जहाज की उड़ाने शुरू करने से पहले बनेगा नया टर्मिनल और नियुक्त होंगे 50 पुलिस जवान। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए राज्य सरकार एयरपोर्ट अथॉरिटी को अतिरिक्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराएगी। कांगड़ा एयरपोर्ट के निर्देशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि मार्च 2025 से फ्लाइट्स की संख्या बढ़ने के चलते 50 से अधिक पुलिस जवानों की आवश्यकता है। इस संबंध में डीसी कांगड़ा से बैठक कर प्रपोजल सबमिट किया गया। अभी तक दोपहर तक ही कांगड़ा एयरपोर्ट में फ्लाइट्स आ रही थी। सूर्योदय से सूर्यास्त तक फ्लाइट्स शुरू करने की योजना को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अनुमति दी है। एयरपोर्ट में दो ही एयरक्राफ्ट के पार्किंग की व्यवस्था
इसके चलते कई प्राइवेट एयर कंपनी ने धर्मशाला से और अधिक फ्लाइट्स में अपना इंटरेस्ट शो किया है। अभी भी फ्लाइट्स बढ़ गईं हैं। जिसके चलते पैसेंजर की संख्या बढ़ने से कंजेशन की समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए इसके वर्तमान टर्मिनल और भवन को भी नया रूप दिया जा रहा है। जिसका टेंडर लगा दिया गया है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। अभी तक कांगड़ा एयरपोर्ट में दो ही एयरक्राफ्ट के पार्किंग की व्यवस्था थी। अब पार्किंग वे को बढ़ाने के लिए नए पार्किंग वे का निर्माण किया जा रहा है। नए मास्टर प्लान में नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। जिला प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) से हमने आग्रह किया है कि फोरलेन की लाइन मेंट करते समय यह ध्यान रखा जाए कि यह फोरलेन नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ से गुजरे। फोरलेन सड़क की चौड़ाई 25 मीटर से 45 मीटर तक होती है। हालांकि, यह चौड़ाई सड़क के स्थान और बदलावों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आबादी वाले इलाकों में चार लेन की सड़क की चौड़ाई 90 फीट होती है, जबकि बाकी जगहों पर यह 150 फीट होती है। 1269 एकड़ में फैला है कांगड़ा एयरपोर्ट
1269 एकड़ में फैला कांगड़ा एयरपोर्ट समुद्र तल से 2492 फीट की ऊंचाई पर है। यहां का मौजूदा रनवे 1372 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा है। इस रनवे पर 72 सीटर ATR जहाज ही ऑपरेट हो पाते हैं। अगर रनवे की लंबाई बढ़ाकर 3010 मीटर कर दी जाए तो यहां ‘एयरबस 320’ जैसा बड़ा प्लेन भी लैंड हो सकेगा, जिसमें 167 पैसेंजर बैठ सकते हैं। इस समय कांगड़ा एयरपोर्ट पर 2 जहाज पार्क करने की सुविधा है। बड़े जहाज उतरने से जहां टूरिस्ट बढ़ेंगे वहीं रोजगार भी पैदा होंगे। टैक्सी ऑपरेटरों का काम बढ़ेगा। कांगड़ा घाटी के जो टूरिस्ट स्पॉट अभी तक एक्सप्लोर नहीं हो पाए हैं, वहां तक टूरिस्ट जा सकेंगे। कांगड़ा एयरपोर्ट में मार्च 2025 से सूर्योदय से सूर्यास्त तक हवाई जहाज की उड़ाने शुरू करने से पहले बनेगा नया टर्मिनल और नियुक्त होंगे 50 पुलिस जवान। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए राज्य सरकार एयरपोर्ट अथॉरिटी को अतिरिक्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराएगी। कांगड़ा एयरपोर्ट के निर्देशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि मार्च 2025 से फ्लाइट्स की संख्या बढ़ने के चलते 50 से अधिक पुलिस जवानों की आवश्यकता है। इस संबंध में डीसी कांगड़ा से बैठक कर प्रपोजल सबमिट किया गया। अभी तक दोपहर तक ही कांगड़ा एयरपोर्ट में फ्लाइट्स आ रही थी। सूर्योदय से सूर्यास्त तक फ्लाइट्स शुरू करने की योजना को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अनुमति दी है। एयरपोर्ट में दो ही एयरक्राफ्ट के पार्किंग की व्यवस्था
इसके चलते कई प्राइवेट एयर कंपनी ने धर्मशाला से और अधिक फ्लाइट्स में अपना इंटरेस्ट शो किया है। अभी भी फ्लाइट्स बढ़ गईं हैं। जिसके चलते पैसेंजर की संख्या बढ़ने से कंजेशन की समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए इसके वर्तमान टर्मिनल और भवन को भी नया रूप दिया जा रहा है। जिसका टेंडर लगा दिया गया है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। अभी तक कांगड़ा एयरपोर्ट में दो ही एयरक्राफ्ट के पार्किंग की व्यवस्था थी। अब पार्किंग वे को बढ़ाने के लिए नए पार्किंग वे का निर्माण किया जा रहा है। नए मास्टर प्लान में नई टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। जिला प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) से हमने आग्रह किया है कि फोरलेन की लाइन मेंट करते समय यह ध्यान रखा जाए कि यह फोरलेन नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ से गुजरे। फोरलेन सड़क की चौड़ाई 25 मीटर से 45 मीटर तक होती है। हालांकि, यह चौड़ाई सड़क के स्थान और बदलावों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आबादी वाले इलाकों में चार लेन की सड़क की चौड़ाई 90 फीट होती है, जबकि बाकी जगहों पर यह 150 फीट होती है। 1269 एकड़ में फैला है कांगड़ा एयरपोर्ट
1269 एकड़ में फैला कांगड़ा एयरपोर्ट समुद्र तल से 2492 फीट की ऊंचाई पर है। यहां का मौजूदा रनवे 1372 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा है। इस रनवे पर 72 सीटर ATR जहाज ही ऑपरेट हो पाते हैं। अगर रनवे की लंबाई बढ़ाकर 3010 मीटर कर दी जाए तो यहां ‘एयरबस 320’ जैसा बड़ा प्लेन भी लैंड हो सकेगा, जिसमें 167 पैसेंजर बैठ सकते हैं। इस समय कांगड़ा एयरपोर्ट पर 2 जहाज पार्क करने की सुविधा है। बड़े जहाज उतरने से जहां टूरिस्ट बढ़ेंगे वहीं रोजगार भी पैदा होंगे। टैक्सी ऑपरेटरों का काम बढ़ेगा। कांगड़ा घाटी के जो टूरिस्ट स्पॉट अभी तक एक्सप्लोर नहीं हो पाए हैं, वहां तक टूरिस्ट जा सकेंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर