सोचिए, आपका विवाह अगर घर पर होता तो न मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि आ पाते। मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम में जिला प्रशासन के निमंत्रण पर जुड़ रहे हैं। यह बातें सीएम योगी ने गोरखपुर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कही। योगी ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। साहिबा खातून और अमजद समेत कई जोड़ों को गिफ्ट भी दिए। सीएम बोले- जाति, क्षेत्र और भाषा का बंधन नहीं
योगी ने कहा-एक साथ 1200 युवक-युवतियां नए बंधन में बंध रहे हैं। सामूहिक समारोह में एक मेले जैसा उत्सव दिख रहा है। यहां जाति, क्षेत्र और भाषा का बंधन नहीं है। हिंदू सनातन या आर्य समाज की पद्धति से वैवाहिक कार्यक्रम में जुड़ रहे हैं। मुस्लिम अपने मजहब के अनुसार जुड़ रहे हैं। अन्य लोग भी अपने मत और इच्छा के अनुसार इस पावन अवसर के सहभागी बन रहे हैं। यह दहेज प्रथा पर बड़ा प्रहार
सीएम ने कहा- दहेज प्रथा समाज की बड़ी विकृति है। ये समारोह उस पर बड़ा प्रहार है। दहेज के कारण बहुत बार कन्याएं वैवाहिक बंधन से नहीं बंध पाती हैं। सरकार ने इसीलिए निर्णय लिया कि हम समाज की उन सभी कुरीतियों के खिलाफ लड़ेंगे। चाहे वह बाल विवाह हो, छुआछूत हो या दहेज प्रथा, इसे हम खत्म करेंगे। इस सत्र से पहले तक हमने पिछले 7 साल में 3.84 लाख जोड़ों की मुख्यमंत्री विवाह योजना के तहत शादी कराई। ये विवाह ऐसे हैं, जिन्होंने न तो दहेज लिया और न ही दिया है। प्रशासन के निमंत्रण पर पहुंचे हैं हम
सोचिए, आपका विवाह अगर घर पर होता तो न तो मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि आ पाते। मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता तो ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम में जिला प्रशासन के निमंत्रण पर जुड़ रहे हैं। होली-दिवाली पर फ्री सिलेंडर देंगे
योगी ने कहा- जब अच्छी सरकारें आती हैं तो ऐसा ही अच्छा काम होता है। याद करिए, पहले घरों में शौचालय नहीं होते थे। गांव के रास्ते और गलियां गंदी होती थीं। बदनामी गांव की होती थी। घरेलू गैस के कनेक्शन न होने से कोयला और लकड़ी के धुएं में खाना बनाना पड़ता था। आंखें और फेफड़े दोनों खराब होते थे। अब हर घर में सिलेंडर है। उज्ज्वला योजना वालों को होली और दिवाली पर हम फ्री सिलेंडर देंगे। योगी ने कहा- ऐसे कार्यक्रम प्रदेश के हर जिले में चलाए जा रहे हैं। गरीब बेटी जो दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकती, उसको हम किसी भी तरह से दहेज रूपी भेड़िए से बचा कर रहेंगे। सरकार ने ये तय कर रखा है। 51 हजार रुपए की मदद
सामूहिक विवाह कार्यक्रम हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (खाद कारखाना) के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। योजना के तहत सरकार हर विवाह पर 51 हजार रुपए की मदद कर रही है। इसमें से 35 हजार रुपए कन्या के बैंक खाते में सीधे जमा होते हैं, जबकि शेष राशि उपहार और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर खर्च की जाती है वर-वधू के लिए विशेष उपहारों की व्यवस्था
सामूहिक विवाह के तहत प्रत्येक वधू को शादी के लिए कढ़ाई वाली साड़ी, एक डेली यूज की साड़ी, चुनरी और गहने (चांदी की पायल और बिछुआ) दिए गए। वर को कुर्ता-पायजामा और पगड़ी भेंट की गई। इसके साथ ही गृहस्थी के आवश्यक सामान जैसे प्रेशर कुकर, थाली, गिलास, बक्सा और श्रृंगार का सामान भी दिया जाएगा, ताकि नवविवाहित जोड़े अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकें 2663 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के अनुसार, 2663 आवेदनों का सत्यापन किया गया है, जिनमें से 1200 पात्र लड़कियों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर में 2017-18 से अब तक 8609 लोगों का सामूहिक विवाह संपन्न हो चुका है। इस वर्ष के 1200 विवाहों को जोड़ने के बाद यह संख्या और भी बढ़ गई। गरीब बेटियों को नई दिशा देने की पहल
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश के गरीब परिवारों की बड़ी समस्या को हल किया है। यह योजना न केवल गरीब बेटियों की शादी को संभव बना रही है, बल्कि उनके जीवन में एक नई रोशनी की किरण भी जोड़ रही है। इस योजना के माध्यम से बेटियों के सपने साकार हो रहे हैं और उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। सोचिए, आपका विवाह अगर घर पर होता तो न मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि आ पाते। मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम में जिला प्रशासन के निमंत्रण पर जुड़ रहे हैं। यह बातें सीएम योगी ने गोरखपुर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कही। योगी ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। साहिबा खातून और अमजद समेत कई जोड़ों को गिफ्ट भी दिए। सीएम बोले- जाति, क्षेत्र और भाषा का बंधन नहीं
योगी ने कहा-एक साथ 1200 युवक-युवतियां नए बंधन में बंध रहे हैं। सामूहिक समारोह में एक मेले जैसा उत्सव दिख रहा है। यहां जाति, क्षेत्र और भाषा का बंधन नहीं है। हिंदू सनातन या आर्य समाज की पद्धति से वैवाहिक कार्यक्रम में जुड़ रहे हैं। मुस्लिम अपने मजहब के अनुसार जुड़ रहे हैं। अन्य लोग भी अपने मत और इच्छा के अनुसार इस पावन अवसर के सहभागी बन रहे हैं। यह दहेज प्रथा पर बड़ा प्रहार
सीएम ने कहा- दहेज प्रथा समाज की बड़ी विकृति है। ये समारोह उस पर बड़ा प्रहार है। दहेज के कारण बहुत बार कन्याएं वैवाहिक बंधन से नहीं बंध पाती हैं। सरकार ने इसीलिए निर्णय लिया कि हम समाज की उन सभी कुरीतियों के खिलाफ लड़ेंगे। चाहे वह बाल विवाह हो, छुआछूत हो या दहेज प्रथा, इसे हम खत्म करेंगे। इस सत्र से पहले तक हमने पिछले 7 साल में 3.84 लाख जोड़ों की मुख्यमंत्री विवाह योजना के तहत शादी कराई। ये विवाह ऐसे हैं, जिन्होंने न तो दहेज लिया और न ही दिया है। प्रशासन के निमंत्रण पर पहुंचे हैं हम
सोचिए, आपका विवाह अगर घर पर होता तो न तो मैं आ पाता और न ही मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि आ पाते। मंच पर बैठे जनप्रतिनिधि भी पछता रहे होंगे कि हमारा विवाह भी सामूहिक विवाह योजना के तहत हुआ होता तो ये भी फोटो दिखाकर बोलते कि मेरी भी शादी में इतने लोग शामिल हुए थे। इन लोगों को ये सौभाग्य नहीं मिला। आप लोग इतने सौभाग्यशाली हैं कि हम लोग आपके कार्यक्रम में जिला प्रशासन के निमंत्रण पर जुड़ रहे हैं। होली-दिवाली पर फ्री सिलेंडर देंगे
योगी ने कहा- जब अच्छी सरकारें आती हैं तो ऐसा ही अच्छा काम होता है। याद करिए, पहले घरों में शौचालय नहीं होते थे। गांव के रास्ते और गलियां गंदी होती थीं। बदनामी गांव की होती थी। घरेलू गैस के कनेक्शन न होने से कोयला और लकड़ी के धुएं में खाना बनाना पड़ता था। आंखें और फेफड़े दोनों खराब होते थे। अब हर घर में सिलेंडर है। उज्ज्वला योजना वालों को होली और दिवाली पर हम फ्री सिलेंडर देंगे। योगी ने कहा- ऐसे कार्यक्रम प्रदेश के हर जिले में चलाए जा रहे हैं। गरीब बेटी जो दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकती, उसको हम किसी भी तरह से दहेज रूपी भेड़िए से बचा कर रहेंगे। सरकार ने ये तय कर रखा है। 51 हजार रुपए की मदद
सामूहिक विवाह कार्यक्रम हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (खाद कारखाना) के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। योजना के तहत सरकार हर विवाह पर 51 हजार रुपए की मदद कर रही है। इसमें से 35 हजार रुपए कन्या के बैंक खाते में सीधे जमा होते हैं, जबकि शेष राशि उपहार और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर खर्च की जाती है वर-वधू के लिए विशेष उपहारों की व्यवस्था
सामूहिक विवाह के तहत प्रत्येक वधू को शादी के लिए कढ़ाई वाली साड़ी, एक डेली यूज की साड़ी, चुनरी और गहने (चांदी की पायल और बिछुआ) दिए गए। वर को कुर्ता-पायजामा और पगड़ी भेंट की गई। इसके साथ ही गृहस्थी के आवश्यक सामान जैसे प्रेशर कुकर, थाली, गिलास, बक्सा और श्रृंगार का सामान भी दिया जाएगा, ताकि नवविवाहित जोड़े अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकें 2663 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के अनुसार, 2663 आवेदनों का सत्यापन किया गया है, जिनमें से 1200 पात्र लड़कियों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गोरखपुर में 2017-18 से अब तक 8609 लोगों का सामूहिक विवाह संपन्न हो चुका है। इस वर्ष के 1200 विवाहों को जोड़ने के बाद यह संख्या और भी बढ़ गई। गरीब बेटियों को नई दिशा देने की पहल
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश के गरीब परिवारों की बड़ी समस्या को हल किया है। यह योजना न केवल गरीब बेटियों की शादी को संभव बना रही है, बल्कि उनके जीवन में एक नई रोशनी की किरण भी जोड़ रही है। इस योजना के माध्यम से बेटियों के सपने साकार हो रहे हैं और उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर