हरियाणा में प्रॉपर्टी के कलेक्टर (सर्किल) रेट में बढ़ोतरी की गई है। अलग- अलग शहरों में 10 से 30 फीसदी तक की गई बढ़ोतरी आज से लागू होगी। इससे पहले, एक दिसंबर से यह रेट लागू होने थे, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते अब नए रेट सोमवार से लागू होंगे। सबसे अधिक कलेक्टर रेट गुरुग्राम में बढ़े हैं, जहां 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि दूसरे नंबर पर फरीदाबाद है। यहां 20 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट बढ़े हैं। इस रेट से कम पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। हरियाणा में NCR में शामिल रोहतक, बहादुरगढ़, पलवल, सोनीपत, पानीपत और करनाल में भी जमीन के कलेक्टर रेट काफी बढ़े हैं। कलेक्टर रेट बढ़ने से राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी होगी। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल के मुताबिक बढ़े हुए कलेक्टर रेट 31 मार्च 2025 तक लागू रहेंगे। इसके बाद जब तक नए रेट तय नहीं होते, तब तक इन्हीं पुराने रेट पर राज्य में जमीन की रजिस्ट्रियां होती रहेंगी। हरियाणा में प्रॉपर्टी के कलेक्टर (सर्किल) रेट में बढ़ोतरी की गई है। अलग- अलग शहरों में 10 से 30 फीसदी तक की गई बढ़ोतरी आज से लागू होगी। इससे पहले, एक दिसंबर से यह रेट लागू होने थे, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते अब नए रेट सोमवार से लागू होंगे। सबसे अधिक कलेक्टर रेट गुरुग्राम में बढ़े हैं, जहां 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि दूसरे नंबर पर फरीदाबाद है। यहां 20 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट बढ़े हैं। इस रेट से कम पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। हरियाणा में NCR में शामिल रोहतक, बहादुरगढ़, पलवल, सोनीपत, पानीपत और करनाल में भी जमीन के कलेक्टर रेट काफी बढ़े हैं। कलेक्टर रेट बढ़ने से राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी होगी। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल के मुताबिक बढ़े हुए कलेक्टर रेट 31 मार्च 2025 तक लागू रहेंगे। इसके बाद जब तक नए रेट तय नहीं होते, तब तक इन्हीं पुराने रेट पर राज्य में जमीन की रजिस्ट्रियां होती रहेंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में झगड़े का बीच-बचाव पड़ा महंगा:पिट रहे व्यक्ति को बचाने पर मारपीट, शिकायत करने गए लोगों पर भी किया हमला
रोहतक में झगड़े का बीच-बचाव पड़ा महंगा:पिट रहे व्यक्ति को बचाने पर मारपीट, शिकायत करने गए लोगों पर भी किया हमला रोहतक में हुए झगड़े में बीच-बचाव करना महंगा पड़ गया। गली में एक व्यक्ति की पिटाई होने पर उसने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उसके दो दोस्तों ने उसके साथ मारपीट कर दी। जब परिजन आरोपियों को लेकर मौके पर गए तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के शास्त्री नगर निवासी राजबीर ने सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका बेटा अरुण और अरुण का दोस्त सूर्य नगर निवासी विशाल 1 नवंबर की शाम करीब साढ़े 7 बजे गली से आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में दो-तीन लड़के एक व्यक्ति से मारपीट कर रहे थे। विशाल ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उन लड़कों ने विशाल और अरुण के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद दोनों घर आ गए। इसके बाद जब उनके परिजन झगड़े का कारण पूछने गए तो 7-8 लड़कों ने उन पर लाठी-डंडों, लोहे की रॉड, पत्थर, कुल्हाड़ी आदि से हमला करना शुरू कर दिया। जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। जान से मारने की दी धमकी
राजबीर ने कहा कि मारपीट के बाद उन्हें धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। वहीं जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस पीसीआर मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इसके बाद पुलिस सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंची। जिसके बाद घायलों के बयान दर्ज किए, जिनमें आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
हरियाणा में PWD मंत्री के जिले में सड़कें टूटी:आदमपुर में 10 दिन में 2 सड़कें धंसी, नाकामी छिपाने के लिए भरा क्रशर
हरियाणा में PWD मंत्री के जिले में सड़कें टूटी:आदमपुर में 10 दिन में 2 सड़कें धंसी, नाकामी छिपाने के लिए भरा क्रशर हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा में इन दिनों नई सड़कें टूट रही हैं। जिले की बरवाला विधानसभा से विधायक रणबीर गंगवा पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं। उनके गृह जिले में ही सड़कों की हालत खराब है। मंत्री द्वारा अधिकारियों को चेतावनी भी दी गई थी। लेकिन सड़कों पर घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल करने का सिलसिला जारी है। ठेकेदार कमीशन के चक्कर में घटिया सामग्री इस्तेमाल कर रहे हैं और अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं। आदमपुर में एक महीने में बनकर तैयार हुई दो सड़कों का मामला सुर्खियों में है। फ्रांसी से असरावन और कालीरावण से मोठसरा सड़कों का निर्माण हाल ही में हुआ है। इन सड़कों का निर्माण तब शुरू हुआ था जब भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई आदमपुर में थे। जब सड़कें बनकर तैयार हुईं तो यहां के विधायक अब कांग्रेस के चंद्रप्रकाश हैं। इन सड़कों का मामला पूर्व विधायक के साथ-साथ मौजूदा विधायक के संज्ञान में भी है, लेकिन अभी तक न तो सड़कों की मरम्मत हुई है और न ही किसी ने इसकी जांच के लिए पत्र लिखा है। इस बारे में विधायक चंद्रप्रकाश का कहना है कि मामला उनकी जानकारी में है और उन्होंने अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि वे सड़कों की दोबारा मरम्मत करवा देंगे। 10 दिन पहले बनी सड़क हाथ से ही उखड़ रही… हाथ से ही तारकोल लगी बजरी उखाड़कर दिखा रहे ग्रामीण… टूटी सड़कों पर क्रेशर भर खानापूर्ति की
राष्ट्रीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सतबीर डूडी ने फ्रांसी से असरावां रोड के निर्माण पर सवाल उठाए हैं। सतबीर डूडी ने एक वीडियो प्रसारित किया है जिसमें उन्होंने फ्रांसी से असरावां रोड के हालात बताए हैं। डूडी ने बताया कि यह रोड अभी 10 दिन पहले ही बनकर तैयार हुआ था मगर इस रोड पर बजरी बिखर रही है। तारकोल कम डाला गया है और गड्ढों को छिपाने के लिए सूखा क्रशर भर दिया गया है। इस रोड पर लाखों रुपए खर्च किए हैं। इसी तरह कालीरावण से मोठसरा सड़क बनाई गई है जो टूट गई है। गांव धिकताना से धान्सू तक बनी सड़क भी टूट गई थी… 22 दिन पहले 2 अधिकारी सस्पेंड किए थे दरअसल, हिसार में 22 दिन पहले सड़क निर्माण में अनियमितता बरतने के चलते PWD मंत्री रणबीर गंगवा ने विभाग के एक्सईएन, SDO और JE को सस्पेंड कर दिया था। मंत्री ने सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (SE) को मौके पर बुलाकर खरी-खरी सुनाई थी। इस दौरान एक्सईएन मंत्री के सामने हाथ जोड़ते हुए नजर आए थे। सस्पेंड होने वाले अधिकारियों में एक्सईएन रजनीश कुमार, एसडीओ दलबीर राठी और जेई सुरेश कुमार शामिल थे। गांव धिकताना से धान्सू तक बनने वाले करीब 5.440 किमी लंबे रोड की जांच करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मंत्री ने सड़क के बीच गाड़ी रुकवाई और ठोकर मारी तो बजरी सड़क पर बिखर गई। मंत्री के पास इस रोड की शिकायत आ रही थी। एसई बोले- मामले की जांच करवा रहे वहीं इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एसई अजीत सिंह का कहना है कि दोनों सड़कों का मामला उनके संज्ञान में है और इसकी जांच करवा रहे हैं। एक्सईएन सचिन भाटी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। उनकी देख रेख में सारा काम हुआ है। वहीं इन सड़कों के बारे में ज्यादा अच्छे से बता सकते हैं।
हरियाणा में हलोपा-भाजपा के बीच गठबंधन:CM नायब सैनी का ऐलान; कांडा ने 15 सीटें मांगी थी 5 पर बन सकती है सहमति
हरियाणा में हलोपा-भाजपा के बीच गठबंधन:CM नायब सैनी का ऐलान; कांडा ने 15 सीटें मांगी थी 5 पर बन सकती है सहमति हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज सिरसा के दौरे पर हैं। वे सबसे पहले सिरसा में हलोपा सुप्रीमो एवं विधायक गोपाल कांडा के आवास पर पहुंचे। यहां नायब सैनी ने श्री तारा बाबा की कुटिया पर पूजा-अर्चना की। दौरे के दौरान नायब सैनी ने मीडिया को यह कहकर चौंका दिया कि हरियाणा में भाजपा गोपाल कांडा की हलोपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। गोपाल कांडा की हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा है। गौरतलब है कि सिरसा विधायक एवं हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख गोपाल कांडा ने पिछले दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं भाजपा के हरियाणा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की थी और एनडीए के हिस्से के तौर पर 15 सीटें मांगी थीं। मगर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हलोपा को सिरसा और फतेहाबाद की 9 विधानसभा में से 5 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अभी गठबंधन और मुद्दों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सिरसा में हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा से मुलाकात कर साथ मिलकर चुनाव लड़ने का बयान दिया है। खट्टर भी करना चाहते थे गठबंधन लेकिन शीर्ष नेतृत्व राजी नहीं हुआ आपको बता दें कि इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले हलोपा के साथ गठबंधन करना चाहते थे। पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने इसके लिए प्रयास किए थे। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने ऐसा नहीं होने दिया। तब उमा भारती ने ट्वीट कर ‘स्वच्छ’ छवि वाले नेताओं से समर्थन लेने की सलाह दी थी। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को दिए गए गोपाल कांडा के हलफनामे के मुताबिक, उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, आपराधिक साजिश, जालसाजी, धोखाधड़ी और चेक बाउंस समेत 9 आपराधिक मामले विभिन्न अदालतों में लंबित थे। हालांकि, चुनाव के बाद भी गोपाल कांडा ने बेशर्मी से हरियाणा की मनोहर सरकार का समर्थन किया था जो बहुमत से कम रही थी। भाजपा कांडा की वफादारी का इनाम उनके साथ गठबंधन करके दे रही है। कांडा को छोड़नी पड़ी थी कुर्सी जब गोपाल कांडा का नाम गीतिका आत्महत्या मामले में आया था, तब वे हरियाणा की हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री थे। गोपाल कांडा ने निर्दलीयों के साथ मिलकर हुड्डा सरकार को समर्थन दिया था। बदले में उन्हें हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री का पद मिला था। गीतिका आत्महत्या मामले में नाम आने के बाद गोपाल को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था और उन्हें तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था। हालांकि, पिछले साल 2023 में गोपाल कांडा को इस मामले से बरी कर दिया गया है। स्थानीय भाजपा नेताओं को लगेगा झटका गोपाल कांडा के हलोपा के साथ गठबंधन से हरियाणा भाजपा के सिरसा जिले के स्थानीय नेताओं को झटका लग सकता है। सिरसा की शहरी सीट से गोपाल कांडा की दावेदारी तय मानी जा रही है। ऐसे में सिरसा विधानसभा से भाजपा टिकट के दावेदार अमन चोपड़ा, भूपेश मेहता, प्रदीप रतुसरिया को झटका लग सकता है। वहीं गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा सिरसा की रानिया विधानसभा और फतेहाबाद सीट से दावा ठोक रहे हैं।