हरियाणा के पलवल में शनिवार को हुई किसान की हत्या के ब्लाइंड मर्डर से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। किसान की हत्या जमीन के पैसों की लालच में सगे भतीजे ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी। वह खेत पर सो रहा था और सरिया व गहदारे से वार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मृतक किसान के भतीजे व साथी को गिरफ्तार कर लिया है। सीआईए हथीन प्रभारी दीपक गुलिया ने संडे को बताया कि किसान की खेत में हत्या की गई थी। पुलिस टीम ने गांव में जाकर मामले की जांच की तो पता चला कि मृतक बुजुर्ग किसान हेतलाल अविवाहित था। उसने कुछ दिन पहले ही अपने हिस्से की कुछ जमीन को बेचा था और इससे मिले रुपए वह अपने पास ही रखे हुए थे। रुपए के लालच में उसके भतीजे डिगंबर उर्फ डिग्गु ने अपने साथी रवि के साथ मिलकर ताऊ की हत्या की योजना बनाई। स्कूटी पर खेत गए दोनों पुलिस के अनुसार डिगंबर उर्फ डिग्गु अपने साथी रवि के साथ स्कूटी पर रात को खेतों में गए। खेत में सो रहे ताऊ हेतलाल के सिर में लोहे की रॉड से वार करके उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों स्कूटी पर सवार होकर मौके से अपने घर आकर सो गए। मृतक के अविवाहित होने व जमीन के पैसों को परिजनों को न देने पर पुलिस की शक की सुई आरोपी डिगंबर की तरफ घूमी। सीआईए की टीम ने मिंडकौला पुलिस चौकी की टीम के साथ डिगंबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे हत्याकांड से पर्दा उठ गया। इसके बाद उसके रवि को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त स्कूटी, लोहे की सरिया (गहतारे) को बरामद करने के लिए अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। हरियाणा के पलवल में शनिवार को हुई किसान की हत्या के ब्लाइंड मर्डर से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। किसान की हत्या जमीन के पैसों की लालच में सगे भतीजे ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी। वह खेत पर सो रहा था और सरिया व गहदारे से वार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मृतक किसान के भतीजे व साथी को गिरफ्तार कर लिया है। सीआईए हथीन प्रभारी दीपक गुलिया ने संडे को बताया कि किसान की खेत में हत्या की गई थी। पुलिस टीम ने गांव में जाकर मामले की जांच की तो पता चला कि मृतक बुजुर्ग किसान हेतलाल अविवाहित था। उसने कुछ दिन पहले ही अपने हिस्से की कुछ जमीन को बेचा था और इससे मिले रुपए वह अपने पास ही रखे हुए थे। रुपए के लालच में उसके भतीजे डिगंबर उर्फ डिग्गु ने अपने साथी रवि के साथ मिलकर ताऊ की हत्या की योजना बनाई। स्कूटी पर खेत गए दोनों पुलिस के अनुसार डिगंबर उर्फ डिग्गु अपने साथी रवि के साथ स्कूटी पर रात को खेतों में गए। खेत में सो रहे ताऊ हेतलाल के सिर में लोहे की रॉड से वार करके उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों स्कूटी पर सवार होकर मौके से अपने घर आकर सो गए। मृतक के अविवाहित होने व जमीन के पैसों को परिजनों को न देने पर पुलिस की शक की सुई आरोपी डिगंबर की तरफ घूमी। सीआईए की टीम ने मिंडकौला पुलिस चौकी की टीम के साथ डिगंबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे हत्याकांड से पर्दा उठ गया। इसके बाद उसके रवि को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त स्कूटी, लोहे की सरिया (गहतारे) को बरामद करने के लिए अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में DC और सिविल सर्जन में ठनी:डीसी टाइम पर नहीं आए, नाराज CMO ने वैन रवाना की; DC बोले- इंतजार करना चाहिए था
हरियाणा में DC और सिविल सर्जन में ठनी:डीसी टाइम पर नहीं आए, नाराज CMO ने वैन रवाना की; DC बोले- इंतजार करना चाहिए था हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में मोबाइल वैन को झंडी दिखाने को लेकर डिप्टी कमिश्नर और सिविल सर्जन आमने-सामने हो गए। DC विवेक भारती तय वक्त पर नहीं पहुंचे तो नाराज होकर सिविल सर्जन ने खुद ही मोबाइल वैन रवाना कर दीं। इस बारे में सिविल सर्जन डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि DC वक्त पर नहीं पहुंचे तो उन्होंने ऐसा किया। उनके साथ स्टूडेंट्स भी थे। वह ज्यादा देर खड़े नहीं रह सकते थे। वहीं DC विवेक भारती ने कहा कि सिविल सर्जन को थोड़ा इंतजार करना चाहिए था। पूरा मामला अब ब्यूरोक्रेसी में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… DC ने लघु सचिवालय से देनी थी हरी झंडी
प्रशासन के मुताबिक टीबी की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल को 3 स्पेशल मेडिकल वैन मिलीं थी। जिन्हें पूरे जिले में मरीजों की जांच के लिए रवाना किया जाना था। इसके लिए DC विवेक भारती से शुक्रवार सुबह 10 बजे का टाइम लिया गया था। इस वजह से सिविल सर्जन वैन लेकर लघु सचिवालय पहुंच गए। DC ब्लड डोनेशन कैंप में चले गए
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जब मोबाइल वैन वहां पहुंची तो DC मौजूद नहीं थे। उन्होंने पता किया तो कहा गया कि डीसी किसी ब्लड डोनेशन कैंप में बिजी हैं। जिसके बाद सिविल सर्जन और उनकी टीम वहां इंतजार करती रही। सिटी मजिस्ट्रेट ने इनकार किया
DC निर्धारित समय पर नहीं आ पाए। जिसके बाद सिविल सर्जन सिटी मजिस्ट्रेट के पास गए और उन्हें हरी झंडी देने को कहा। हालांकि डीसी से टाइम लिए होने की वजह से सिटी मजिस्ट्रेट ने इससे इनकार कर दिया। मोबाइल वैन वापस सिविल अस्पताल ले गए
इसके बाद सिविल सर्जन नाराज हो गए। वह टीम के साथ मोबाइल वैन लेकर वापस नागरिक अस्पताल लौट आए। यहां जाकर उन्होंने खुद ही वैन को हरी झंडी दिखा दी और रवाना कर दिया। यह वैन 100 दिन पूरे जिले में घूमकर टीबी रोगियों की पहचान करेंगी। सिविल सर्जन ने कहा- खड़ा नहीं रह सकता था
DC के बगैर हरी झंडी के सवाल पर सिविल सर्जन डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सर बिजी थे। उनका मैंने 10 बजे का टाइम लिया था। मुझे पता लगा कि वे ब्लड डोनेशन कैंप लॉन्च करने के लिए कहीं गए हुए हैं। स्टूडेंट्स भी थे, उनको देखते हुए मैं खड़ा नहीं रह सकता था। प्रोग्राम और टीम को भी देरी न हो, इसलिए यह व्यवस्था की गई कि इस कार्यक्रम को अपने स्तर पर ऑर्गेनाइज करते हैं।
जींद में पानीपत रोड पर पेड़ से टकराई कार:कार सवार महिला की मौत, तीन घायल, खानपुर पीजीआई रेफर
जींद में पानीपत रोड पर पेड़ से टकराई कार:कार सवार महिला की मौत, तीन घायल, खानपुर पीजीआई रेफर हरियाणा के जींद जिला में जींद-पानीपत रोड पर गांव बुढ़ाखेड़ा के पास रविवार काे गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। इसमें एक महिला की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। मृतक महिला की पहचान हिसार की 59 वर्षीय कुसुम के रूप में हुई है। घायलों की पहचान डा. सुरेश कुमार, उनके बेटे अभिनव और तुषार के रूप में हुई है, जिन्हें खानपुर पीजीआई रेफर किया गया है। बारिश में बिगड़ा कार का संतुलन जानकारी के अनुसार पानीपत निवासी डाक्टर सुरेश कुमार अपनी गाड़ी में सवार होकर अपनी बहन कुसुम को हिसार छोड़ने के लिए जा रहा था। साथ में डा. सुरेश का बेटा अभिनव व तुषार भी था। बारिश हो रही थी, इसी दौरान गांव बुढ़ाखेड़ा के पास पहुंचे, तो उनकी कार का संतुलन एकदम से बिगड़ गया और कार सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई। कार में सवार डा. सुरेश, कुसुम, तुषार व अभिनव गंभीर रूप से घायल हो गए। डॉक्टरों ने महिला को किया मृत घोषित घटना होते ही आस पास काफी तादाद में लोग एकत्रित हो गए और घायलों को गाड़ी से निकालकर सफीदों के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। यहां पर डॉक्टरों ने कुसुम को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य तीनों को प्राथमिक उपचार देकर खानपुर पीजीआई रेफर कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
हिसार में CHC सोरखी में ग्रामीणों का हंगामा:डॉक्टर ने धक्का-मुक्की कर निकाला बाहर; फर्जी केस में फंसाने की दी धमकी
हिसार में CHC सोरखी में ग्रामीणों का हंगामा:डॉक्टर ने धक्का-मुक्की कर निकाला बाहर; फर्जी केस में फंसाने की दी धमकी हरियाणा के हिसार जिले के गांव सोरखी में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में गुरुवार को ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने अस्पताल के डेंटल सर्जन डॉ. नवीन कुमार पर एक युवक के साथ अभद्र व्यवहार करने और मरीज पर एससी एसटी एक्ट लगवाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। डॉक्टर ने मरीज के साथ की धक्कामुक्की ग्रामीणों ने बताया कि 21 जून को सोरखी निवासी ललित अपना दांत दिखाने के लिए सीएचसी में आया था। सीएचसी में तैनात डेंटल सर्जन डॉ. नवीन अस्पताल में अपने कमरे में बैठकर मरीज को चेक कर रहा था। उसने पर्ची कटवा कर वह डॉक्टर के पास दांत दिखाने के लिए उसके कमरे में गया तो डेंटल सर्जन नवीन क्रोधित हो गया और ललित के साथ गाली गलौज करने लग गया। जब ललित ने गाली गलौज का कारण पूछा तो डॉक्टर नवीन ने उसके साथ धक्कामुक्की करते हुए उसको कमरे से बाहर निकाल दिया। ग्रामीणों ने ताला लगाने की दी चेतावनी जब ललित ने उसके साथ गलत हुए दुर्व्यवहार का विरोध किया तो डॉ. नवीन ने उस पर एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवाने की धमकी दी है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यहां पर कोई भी डॉक्टर समय पर नहीं आता। अगर कोई मरीज आता है तो उसको बिना देखे ही हांसी या हिसार रेफर कर दिया जाता है। इस बात को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष बना हुआ है। वहीं जो भी मैरिज सीएचसी सोरखी में दिखाने के लिए जाता है। उन्हें दवाइयां भी नाममात्र मिलती हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर दोबारा से सीएचसी सोरखी में किसी भी मरीज के साथ अगर दुर्व्यवहार हुआ तो वह सीएचसी को ताला जड़ देंगे। समय पर नहीं आते डॉक्टर सरपंच रामचंद्र ग्राम ने बताया कि सीएचसी सोरखी में डॉक्टरों की भारी कमी है। जो डॉक्टर यहां पर तैनात हैं वह बहुत ही काम आते हैं और समय पर नहीं आते। सीएचसी सोरखी में दवाइयां भी पूरी नहीं मिलती। कई बार स्टाफ को मौखिक तौर पर समय पर आने व ड्यूटी के दौरान मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए कहा गया है। लेकिन स्टाफ पर इन बातों का कोई असर नहीं हो रहा है। ।