पंजाब में विधानसभा उपचुनाव में जीते चारों विधायकों को आज (सोमवार) शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा में सुबह 11:30 बजे होगा। विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान शपथ दिलाएंगे। कार्यक्रम में सीएम भगवंत मान के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। जबकि सभी विधायकों के परिवार के सदस्य मौजूद रहेंगे। वहीं, राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) के पास अब 95 विधायक हैं। आप सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। यह चुने गए हैं नए विधायक पंजाब में चार विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, बरनाला और गिद्दड़बाहा पर नवंबर माह में उप चुनाव हुए थे। क्योंकि इन सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान हुए विधानसभा उप चुनाव में डेरा बाबा नानक सीट से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से डॉ. इशांक चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों चुनाव जीते हैं। ये तीनों नेता आम आदमी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। जबकि इस बार बरनाला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह काला ढिल्लों चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। हालांकि पहले इस सीट AAP का कब्जा था। यहां से 2017 और 2022 में लगातार दो बार गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक बने थे। 2022 में विधायक बनने के बाद वह सरकार में मंत्री बने थे। सत्ता में आने के बाद AAP हारी दो चुनाव आम आदमी पार्टी को पंजाब की सत्ता में आए हुए लगभग ढाई साल हो गए है। इस समय अवधि में पार्टी को मुख्य रूप से एक लोकसभा व एक विधानसभा उप चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। पार्टी ने दोनों सीटें उस एरिया में हारी है, जिन्हें की AAP की राजधानी के रूप में जाना जाता है। जब भगवंत मान पंजाब के सीएम बने थे, तो उस समय संगरूर से सांसद भी थे। इस दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जून 2022 में हुए लोकसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गुरमेल सिंह को सिमरनजीत सिंह मान ने 5822 मतों से हराया था। जबकि इस बार बरनाला विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के दोस्त हरिंदर धालीवाल को हार काे मुंह देखना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह उर्फ काला ढिल्लों ने हराया है। यहां पर जीत हार का अंतर करीब 2176 मतों का था। जबकि यहां पर चुनाव में हार की वजह पार्टी में बगावत थी। AAP के प्रधान गुरदीप सिंह बाठ ने आजाद होकर चुनाव लड़ा था। वह 15 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। पंजाब में विधानसभा उपचुनाव में जीते चारों विधायकों को आज (सोमवार) शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा में सुबह 11:30 बजे होगा। विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान शपथ दिलाएंगे। कार्यक्रम में सीएम भगवंत मान के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। जबकि सभी विधायकों के परिवार के सदस्य मौजूद रहेंगे। वहीं, राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (आप) के पास अब 95 विधायक हैं। आप सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। यह चुने गए हैं नए विधायक पंजाब में चार विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, बरनाला और गिद्दड़बाहा पर नवंबर माह में उप चुनाव हुए थे। क्योंकि इन सीटों के विधायक सांसद बन गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान हुए विधानसभा उप चुनाव में डेरा बाबा नानक सीट से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से डॉ. इशांक चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों चुनाव जीते हैं। ये तीनों नेता आम आदमी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं। जबकि इस बार बरनाला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह काला ढिल्लों चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। हालांकि पहले इस सीट AAP का कब्जा था। यहां से 2017 और 2022 में लगातार दो बार गुरमीत सिंह मीत हेयर विधायक बने थे। 2022 में विधायक बनने के बाद वह सरकार में मंत्री बने थे। सत्ता में आने के बाद AAP हारी दो चुनाव आम आदमी पार्टी को पंजाब की सत्ता में आए हुए लगभग ढाई साल हो गए है। इस समय अवधि में पार्टी को मुख्य रूप से एक लोकसभा व एक विधानसभा उप चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। पार्टी ने दोनों सीटें उस एरिया में हारी है, जिन्हें की AAP की राजधानी के रूप में जाना जाता है। जब भगवंत मान पंजाब के सीएम बने थे, तो उस समय संगरूर से सांसद भी थे। इस दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जून 2022 में हुए लोकसभा उप चुनाव में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार गुरमेल सिंह को सिमरनजीत सिंह मान ने 5822 मतों से हराया था। जबकि इस बार बरनाला विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के दोस्त हरिंदर धालीवाल को हार काे मुंह देखना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह उर्फ काला ढिल्लों ने हराया है। यहां पर जीत हार का अंतर करीब 2176 मतों का था। जबकि यहां पर चुनाव में हार की वजह पार्टी में बगावत थी। AAP के प्रधान गुरदीप सिंह बाठ ने आजाद होकर चुनाव लड़ा था। वह 15 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में खिड़की तोड़ लाखों की चोरी:सोने-चांदी के जेवर और बंदूक-रिवाल्वर ले गए चोर, दूसरे कमरे में सो रहा था परिवार अबोहर के गांव खुईयांसरवर में अज्ञात चोर एक व्यक्ति के घर में घुसकर अलमारी में रखे हथियार और गहने चोरी कर ले गए। मकान मालिक की शिकायत पर थाना खुईयां सरवर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दिए बयान में जसविंदर सिंह ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। 8 सितंबर की रात वह और उसका परिवार रात को सो रहे थे। सुबह करीब 6 बजे उसने अपने उस कमरे को खोलने का प्रयास किया, जिसमें पेटियां और अलमारी आदि रखी थी, लेकिन कमरा नहीं खुला। क्योंकि कमरे को अंदर से कुंडी लगाकर बंद किया गया था। जब उसने धक्का मारकर कमरा खोला तो देखा कि कमरे की पीछे वाली बारी की ग्रिल टूटी हुई थी और कमरे में रखा सभी सामान बिखरा पड़ा था। सामान चेक करने पर पता चला कि चोर सोने का एक कड़ा, 6 अंगूठियां, 1 कांटों का जोड़ा, एक जोड़ी टोप्स, सोने की बालियां, एक रिवालवर, दो एक नाली बंदूक तथा 50 हजार की नकदी गायब थी। इधर, पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ बीएनएस की धारा 331 (4), 305 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
अमृतसर से बैंकॉक के लिए सीधी उड़ान:एयर-इंडिया एक्सप्रेस ने 27 दिसंबर से बुकिंग की शुरू; बेंगलुरु के लिए भी शुरू हुआ एयर-रूट
अमृतसर से बैंकॉक के लिए सीधी उड़ान:एयर-इंडिया एक्सप्रेस ने 27 दिसंबर से बुकिंग की शुरू; बेंगलुरु के लिए भी शुरू हुआ एयर-रूट पंजाब के अमृतसर से अब एयर इंडिया एक्सप्रेस बैंकॉक के लिए सीधी उड़ान शुरू करने जा रही है। ये फ्लाइट 27 दिसंबर से शुरू होगी। इसी दिन से एयर इंडिया एक्सप्रेस बेंगलुरु के लिए भी उड़ान शुरू करेगी। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने इसके लिए अपनी वेबसाइट पर बुकिंग को भी शुरू कर दिया है। अभी तक बैंकॉक रूट पर थाई लायन एयरलाइंस की फ्लाइट सप्ताह में एक दिन के लिए ही उड़ान भर रही थी। एयर इंडिया एक्सप्रेस की वेबसाइट के अनुसार सप्ताह में तीन दिन रविवार, सोमवार और शुक्रवार को फ्लाइट बैंकॉक के लिए जाएगी और इसी दिन वापस भी लौटेगी। अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बैंकॉक के लिए उड़ान सुबह 10.40 बजे होगी और तकरीबन 4.50 मिनट के बाद ये फ्लाइट बैंकॉक के समय अनुसार शाम 5 बजे स्वर्णभूमी एयरपोर्ट पर लैंड करेगी। इसी तरह ये फ्लाइट बैंकॉक से शाम 6 बजे उड़ान भरेगी और भारतीय समय अनुसार रात 9.30 बजे अमृतसर में लैंड होगी। बेंगलुरु का रास्ता 3.15 घंटे में होगा पूरा एयर इंडिया एक्सप्रेस अमृतसर से बेंगलुरु के लिए भी डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने वाला है। ये फ्लाइट भी 27 दिसंबर से शुरू होगी और रोजाना उड़ान भरेगी। इस फ्लाइट के शुरू होने के बाद अमृतसर-बेंगलुरु का सफर 3.15 घंटे का रह जाएगा। ये फ्लाइट रात 11.30 बजे अमृतसर से टेकऑफ करेगी और मध्यरात्रि 2.45 बजे बेंगलुरु में लैंड होगी। इसी तरह ये फ्लाइट रोजाना बेंगलुरु से शाम 5.50 बजे उड़ान भरेगी और रात 9.20 बजे अमृतसर के श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड होगी। बेंगलुरु के लिए सफर होगा आसान अभी तक बेंगलुरु रूट पर इंडिगो एयरलाइंस की मोनोपली थी। लेकिन एयर इंडिया एक्सप्रेस के आने के बाद लोगों को सुविधा होगी। इंडिगो अभी तक इस रूट पर मात्र 2 फ्लाइट उड़ाता था। जिनमें से एक शाम 4.15 बजे और दूसरी रात 9 बजे हुआ करती थी। एयर इंडिया एक्सप्रेस की एंट्री के बाद इस रूट पर अब कुल तीन फ्लाइट हो गई हैं।
पंजाब उपचुनाव-कांग्रेस MP की पत्नी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी:2 बार के वित्तमंत्री और अकाली बागी से टक्कर; SAD-डेरे के वोट बैंक ने टेंशन बढ़ाई
पंजाब उपचुनाव-कांग्रेस MP की पत्नी त्रिकोणीय मुकाबले में फंसी:2 बार के वित्तमंत्री और अकाली बागी से टक्कर; SAD-डेरे के वोट बैंक ने टेंशन बढ़ाई पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी। इनमें गिद्दड़बाहा सबसे हॉट सीट है। सभी पॉलिटिक्स एक्सपर्ट्स की नजरें इस सीट पर लगी हुई हैं। इसके हॉट सीट होने की 3 बड़ी वजहें हैं। पहली, यहां से कांग्रेस प्रधान सांसद अमरिंदर राजा वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िंग चुनाव लड़ रही हैं। दूसरी, पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल के भतीजे 2 बार के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल BJP के उम्मीदवार हैं। तीसरी, अकाली दल के पूर्व प्रधान सुखबीर बादल के बेहद करीबी हरदीप डिंपी ढिल्लों आम आदमी पार्टी (AAP) से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, जिस अकाली दल की इस सीट पर मजबूत पकड़ रही, वह इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा। गिद्दड़बाहा सीट पर वोटरों का मिजाज जानने दैनिक भास्कर ग्राउंड पर पहुंचा तो यहां तिकोना मुकाबला नजर आता है। कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग पति राजा वड़िंग की वजह से मजबूत नजर आ रही हैं। राजा वड़िंग के इस्तीफे से ही यह सीट खाली हुई। वह लगातार 3 बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं। यहां तक कि 2022 में AAP की की 117 में से 92 सीटों पर जीत के बावजूद वह यहां सीट बचाने में कामयाब रहे थे। भाजपा के उम्मीदवार मनप्रीत बादल को यहां बादल परिवार की विरासत का फायदा मिल रहा है। मनप्रीत बादल यहां से 4 बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस की हैट्रिक से पहले वही यहां से चुनाव जीतते रहे थे। इसके बाद वह बठिंडा सीट पर चले गए थे। वह पहले अकाली दल में थे। AAP के उम्मीदवार हरदीप डिंपी ढिल्लो अकाली दल से 2 बार चुनाव लड़े, लेकिन कांग्रेस से हार गए। इस बार वह पार्टी बदलकर चुनाव लड़ रहे हैं। विधायक न होते हुए भी उन्होंने अकाली-भाजपा सरकार में काम कराए। उन्हें एक तरफ 2 बार की हार को लेकर लोगों की सहानुभूति मिल रही है तो दूसरी तरफ प्रदेश में सरकार और उसके ढ़ाई साल के बचे कार्यकाल का फायदा मिल रहा है। हालांकि, इस सीट पर अकाली दल के वोट बैंक और डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों के वोटर्स ने सबको टेंशन में डाल रखा है। गिद्दड़बाहा सीट पर कुल 1 लाख 66 हजार 489 मतदाता है। इनमें 86 हजार 724 पुरुष और 79 हजार 754 महिला मतदाता है। 11 वोट ट्रांसजेंडर के हैं। इनमें 18 से 19 साल के 5469 और 80 साल से अधिक उम्र के 1010 वोटर हैं। 7 पॉइंट में जानिए गिद्दड़बाहा सीट का समीकरण डिंपी ढिल्लों विरोधियों को बाहरी कैंडिडेट बता रहे
डिंपी ढिल्लों इस चुनाव को लोकल वर्सेज बाहरी कैंडिडेट बता रहे हैं। उनका कहना है कि वह गिद्दड़बाहा के स्थानीय है। बाकी दोनों उम्मीदवार बाहरी हैं। वह ही लोगों के सुख-दुख में शामिल हो सकते हैं। MLA और मंत्री रहे बगैर भी उन्होंने अपने लेवल पर करोड़ों के काम कराए। अमृता वड़िंग खुद को गिद्दड़बाहा की बेटी बता रहीं
अमृता वड़िंग लोगों को यह विश्वास दिलाने में जुटी है कि वह क्षेत्र का विकास करवा सकती हैं। वह खुद को गिद्दड़बाहा की बेटी बता रही हैं। इसके लिए उन्होंने ‘साड्डी धी-साड्डा मान’ के नाम से कैंपेन भी चलाई। उनका दावा है कि वह यहां लंबे समय से सक्रिय हैं, जिससे वह क्षेत्र को दूसरे के मुकाबले अच्छी तरह समझती हैं। मनप्रीत कह रहे, मैं वित्त मंत्री रहा, विकास के लिए फंड लाउंगा
मनप्रीत बादल कहते हैं कि वह गिद्दड़बाहा का विकास करने में सक्षम हैं। जब तक वह यहां से MLA रहे, गिद्दड़बाहा में खूब विकास हुआ। उन्होंने कई बड़े प्रोजेक्ट लगाए। वह 2 बार वित्तमं त्री रह चुके हैं। उन्हें पता है कि सरकारें कहां-कहां पैसे रखती हैं। इसलिए, वह हलके के लिए फंड लाकर ज्यादा विकास करा सकते हैं। क्या कहते हैं वोटर्स… मनप्रीत की वजह से इलाके में खेती हुई
रविंदर सिंह पेशे से किसान हैं। वह कहते हैं कि हमारे इलाके में पहले फसल नहीं होती थी। मनप्रीत बादल की वजह से किसानों को मोटरें मिलीं। उसके बाद इस इलाके में खेती होने लगी है। आज हमारे लिए अच्छे अवसर पैदा हुए हैं। वड़िंग ने काम नहीं किया
कारोबारी करनजीत सिंह कहते हैं कि देश की आजादी से लेकर अभी तक गली-नालियों के मुद्दे चल रहे हैं। जरा सी बारिश में इलाका तालाब बन जाता है। 3 बार राजा वड़िंग को जिताया, लेकिन काम नहीं हुआ। इस बार सहानुभूति लगा लो, हम हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को चुनने की सोच रहे हैं। अभी राज्य में AAP की सरकार है। ऐसे में हलके का विकास हो सकता है। एक्सपर्ट बोले- गिद्दड़बाहा में AAP और कांग्रेस में टक्कर
सीनियर पत्रकार और पॉलिटिकल एक्सपर्ट चंद्र प्रकाश के मुताबिक, गिद्दड़बाहा में AAP और कांग्रेस में टक्कर में हैं। जहां तक BJP की बात है तो उन पर चंडीगढ़ में हरियाणा की विधानसभा को जगह देने के इश्यू का इंपैक्ट पड़ेगा। इसके अलावा भाजपा नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयान भी चुनावी नतीजों पर असर डालेंगे। हालांकि, मनप्रीत का अपना रसूख अलग है। वह पहले मंत्री और विधायक रहे हैं। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल का वोट बैंक भी चुनाव में अहम भूमिका निभाएगा। गिद्दड़बाहा सीट से 2 CM चुनाव लड़ चुके
यह सीट 1967 में बनी। उसके बाद यहां से 14 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें 9 बार शिरोमणि अकाली दल और 5 बार कांग्रेस जीती हैं। यहां से पहला चुनाव कांग्रेस की टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरचरण सिंह बराड़ ने जीता था। इसके बाद 1969,1972,1977,1980 और 1985 में लगातार पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल जीते। 1992 में कांग्रेस की टिकट पर रघुबीर सिंह चुनाव जीते थे। फिर 1995 उपचुनाव, 1997, 2002 और 2007 में यहां अकाली दल के टिकट पर मनप्रीत बादल चुनाव जीते। जबकि, 2012, 2017 और 2022 में यहां से कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विजयी रहे। ****************** पंजाब उपचुनाव से जुड़ी ये 3 ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें… 1. बरनाला में तिकोना मुकाबला:AAP को बागी का नुकसान, BJP शहरी वोटर्स के भरोसे; कांग्रेस को सत्ता के विरोध से आस
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