हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया की BJP से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। इसकी शुरुआत 21 नवंबर को सिरसा में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम से हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे थे। उन्होंने प्रोटोकॉल के हिसाब से न केवल कांग्रेस विधायक को तवज्जो दी, बल्कि स्वागत के लिए आए गोकुल सेतिया के लिए काफिला रुकवाकर उनका हाल भी पूछा। इससे विधायक सेतिया भी गदगद नजर आए। उन्होंने मंच से ही मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ की। इसके बाद 29 नवंबर को सिरसा में कष्ट निवारण समिति की मीटिंग लेने पहुंचे मंत्री अनिल विज के गोकुल सेतिया ने पैर छुए। इसके बाद वह विज की गाड़ी में बैठकर भी गए। वहीं गुरुग्राम में एक शादी समारोह में गोकुल सेतिया ने पूर्व CM एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैर छुए। सेतिया ने इसके फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किए। बोले- बड़े होने के नाते मैंने पैर छुए भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने पर मीडिया ने विधायक गोकुल सेतिया से सवाल भी किए। इस पर सेतिया ने कहा कि अनिज विज के बड़े होने के नाते पैर छुए। वह उनके नाना पूर्व विधायक स्व. लक्ष्मणदास अरोड़ा की उम्र के हैं। गोकुल ने कहा कि शादी में मनोहर लाल खट्टर भी मिले। वह भी मेरे बड़े हैं। इस नाते उनके भी पैर छुए। इसका मतलब यह नहीं कि मैं भाजपा के साथ खड़ा हो गया हूं। मैं अच्छे काम की तारीफ भी करता हूं और जो काम ना करे उसके खिलाफ भी खड़ा होता हूं। जब मैं भाजपा में था तो खट्टर सरकार के खिलाफ धरना दिया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सिरसा को मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी सौगात दी, इसलिए मैंने उनके काम की तारीफ की। कांडा बंधुओं की टेंशन बढ़ी
इन सब के बाद गोपाल कांडा और उनके भाई गोबिंद कांडा की टेंशन बढ़ गई है। पहले चुनाव में हार और अब गोकुल सेतिया की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के कारण गोपाल कांडा को राजनीति कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया ने करीब साढ़े 7 हजार वोट से गोपाल कांडा को हराया था। दोनों के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। यहां तक की चुनाव नतीजों वाले दिन गोकुल सेतिया ने गोपाल कांडा पर चुनाव में धांधली करने के आरोप भी लगाए थे। सिरसा के पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के पोते हैं सेतिया
गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार विधायक रहे रहे हैं। गोकुल सेतिया की मां सुनीता सेतिया 2014 में भाजपा के टिकट पर सिरसा से चुनाव लड़ चुकी हैं, मगर वह हार गई थीं। इसके बाद भाजपा से उनके व परिवार के रिश्ते बिगड़ गए और सेतिया परिवार ने भाजपा छोड़ दी थी। 2024 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सेतिया कांग्रेस में शामिल हो गए। हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया की BJP से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। इसकी शुरुआत 21 नवंबर को सिरसा में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम से हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे थे। उन्होंने प्रोटोकॉल के हिसाब से न केवल कांग्रेस विधायक को तवज्जो दी, बल्कि स्वागत के लिए आए गोकुल सेतिया के लिए काफिला रुकवाकर उनका हाल भी पूछा। इससे विधायक सेतिया भी गदगद नजर आए। उन्होंने मंच से ही मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ की। इसके बाद 29 नवंबर को सिरसा में कष्ट निवारण समिति की मीटिंग लेने पहुंचे मंत्री अनिल विज के गोकुल सेतिया ने पैर छुए। इसके बाद वह विज की गाड़ी में बैठकर भी गए। वहीं गुरुग्राम में एक शादी समारोह में गोकुल सेतिया ने पूर्व CM एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैर छुए। सेतिया ने इसके फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किए। बोले- बड़े होने के नाते मैंने पैर छुए भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने पर मीडिया ने विधायक गोकुल सेतिया से सवाल भी किए। इस पर सेतिया ने कहा कि अनिज विज के बड़े होने के नाते पैर छुए। वह उनके नाना पूर्व विधायक स्व. लक्ष्मणदास अरोड़ा की उम्र के हैं। गोकुल ने कहा कि शादी में मनोहर लाल खट्टर भी मिले। वह भी मेरे बड़े हैं। इस नाते उनके भी पैर छुए। इसका मतलब यह नहीं कि मैं भाजपा के साथ खड़ा हो गया हूं। मैं अच्छे काम की तारीफ भी करता हूं और जो काम ना करे उसके खिलाफ भी खड़ा होता हूं। जब मैं भाजपा में था तो खट्टर सरकार के खिलाफ धरना दिया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सिरसा को मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी सौगात दी, इसलिए मैंने उनके काम की तारीफ की। कांडा बंधुओं की टेंशन बढ़ी
इन सब के बाद गोपाल कांडा और उनके भाई गोबिंद कांडा की टेंशन बढ़ गई है। पहले चुनाव में हार और अब गोकुल सेतिया की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के कारण गोपाल कांडा को राजनीति कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया ने करीब साढ़े 7 हजार वोट से गोपाल कांडा को हराया था। दोनों के बीच राजनीतिक बयानबाजी भी हुई। यहां तक की चुनाव नतीजों वाले दिन गोकुल सेतिया ने गोपाल कांडा पर चुनाव में धांधली करने के आरोप भी लगाए थे। सिरसा के पूर्व विधायक लक्ष्मण दास अरोड़ा के पोते हैं सेतिया
गोकुल सेतिया का परिवार पुराना कांग्रेसी है और उनके नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा कांग्रेस में थे और 5 बार विधायक रहे रहे हैं। गोकुल सेतिया की मां सुनीता सेतिया 2014 में भाजपा के टिकट पर सिरसा से चुनाव लड़ चुकी हैं, मगर वह हार गई थीं। इसके बाद भाजपा से उनके व परिवार के रिश्ते बिगड़ गए और सेतिया परिवार ने भाजपा छोड़ दी थी। 2024 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सेतिया कांग्रेस में शामिल हो गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर