हरियाणा के करनाल में स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में दीक्षांत परेड समारोह में 50 महिला और 326 पुरुष सिपाहियों ने कर्तव्यनिष्ठा की शपथ ली। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक और एडीजीपी कृष्ण कुमार राव ने दीक्षांत परेड की सलामी ली और सिपाहियों को उनके कर्तव्यों का स्मरण कराया। मुख्य अतिथि केके राव ने कहा कि पुलिस बल में शामिल होना केवल नौकरी नहीं, बल्कि यह एक सेवा है। सिपाहियों को समाज के हर वर्ग की सुरक्षा, विश्वास और न्याय के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आपने एक साधारण नागरिक से जिम्मेदार पुलिसकर्मी बनने का सफर तय किया है। अब आपको अनुशासन, ईमानदारी और समर्पण से कार्य कर अपने विभाग के गौरव को बनाए रखना है। महिला पुलिसकर्मियों की बढ़ी जिम्मेदारी दीक्षांत परेड में शामिल 50 महिला सिपाहियों की भूमिका पर जोर देते हुए एडीजीपी ने कहा कि प्रदेश में महिला थानों की स्थापना ने पीड़ित महिलाओं को अपनी समस्याएं खुलकर रखने का मंच दिया है। इन महिला सिपाहियों को समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा में विशेष भूमिका निभानी होगी। प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों का सम्मान समारोह में बैच संख्या 92 एचपीए और 15 आरटीसी भौंडसी के प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सिपाहियों को सम्मानित किया गया। सिपाही पूनम, निकिता, पिंकी, शिवकांत, प्रीतम गजराज और अजय को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। परेड कमांडर हेमंत को भी विशेष सम्मान दिया गया। प्रशिक्षण और योग्यता का परिचय इस दीक्षांत परेड में शामिल सिपाही हरियाणा पुलिस अकादमी और आरटीसी भौंडसी में प्रशिक्षण प्राप्त करके आए हैं। इनमें 101 स्नातकोत्तर, 6 व्यावसायिक स्नातकोत्तर, 192 स्नातक, 36 व्यावसायिक स्नातक और 41 बारहवीं और दसवीं पास शामिल हैं। यह प्रशिक्षण फरवरी 2024 से शुरू हुआ था। कार्यक्रम के दौरान हरियाणा सशस्त्र पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश नरवाल, हरियाणा सशस्त्र पुलिस के पुलिस उप-महानिरीक्षक सुरेन्द्रपाल सिंह, न्याय वैद्यक विज्ञान प्रयोगशाला के अधिकारी, डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मंतोष पाल सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे हरियाणा के करनाल में स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में दीक्षांत परेड समारोह में 50 महिला और 326 पुरुष सिपाहियों ने कर्तव्यनिष्ठा की शपथ ली। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक और एडीजीपी कृष्ण कुमार राव ने दीक्षांत परेड की सलामी ली और सिपाहियों को उनके कर्तव्यों का स्मरण कराया। मुख्य अतिथि केके राव ने कहा कि पुलिस बल में शामिल होना केवल नौकरी नहीं, बल्कि यह एक सेवा है। सिपाहियों को समाज के हर वर्ग की सुरक्षा, विश्वास और न्याय के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि आपने एक साधारण नागरिक से जिम्मेदार पुलिसकर्मी बनने का सफर तय किया है। अब आपको अनुशासन, ईमानदारी और समर्पण से कार्य कर अपने विभाग के गौरव को बनाए रखना है। महिला पुलिसकर्मियों की बढ़ी जिम्मेदारी दीक्षांत परेड में शामिल 50 महिला सिपाहियों की भूमिका पर जोर देते हुए एडीजीपी ने कहा कि प्रदेश में महिला थानों की स्थापना ने पीड़ित महिलाओं को अपनी समस्याएं खुलकर रखने का मंच दिया है। इन महिला सिपाहियों को समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा में विशेष भूमिका निभानी होगी। प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों का सम्मान समारोह में बैच संख्या 92 एचपीए और 15 आरटीसी भौंडसी के प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सिपाहियों को सम्मानित किया गया। सिपाही पूनम, निकिता, पिंकी, शिवकांत, प्रीतम गजराज और अजय को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। परेड कमांडर हेमंत को भी विशेष सम्मान दिया गया। प्रशिक्षण और योग्यता का परिचय इस दीक्षांत परेड में शामिल सिपाही हरियाणा पुलिस अकादमी और आरटीसी भौंडसी में प्रशिक्षण प्राप्त करके आए हैं। इनमें 101 स्नातकोत्तर, 6 व्यावसायिक स्नातकोत्तर, 192 स्नातक, 36 व्यावसायिक स्नातक और 41 बारहवीं और दसवीं पास शामिल हैं। यह प्रशिक्षण फरवरी 2024 से शुरू हुआ था। कार्यक्रम के दौरान हरियाणा सशस्त्र पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश नरवाल, हरियाणा सशस्त्र पुलिस के पुलिस उप-महानिरीक्षक सुरेन्द्रपाल सिंह, न्याय वैद्यक विज्ञान प्रयोगशाला के अधिकारी, डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मंतोष पाल सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे हरियाणा | दैनिक भास्कर
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