मार्च में होंगे हरियाणा नगर निकाय चुनाव:8 को जारी होगा शेड्यूल; वोटर लिस्ट में देरी, सरकार ने कहा था जनवरी में कराएंगे

मार्च में होंगे हरियाणा नगर निकाय चुनाव:8 को जारी होगा शेड्यूल; वोटर लिस्ट में देरी, सरकार ने कहा था जनवरी में कराएंगे

हरियाणा के 8 नगर निगमों सहित 32 नगर पालिकाओं के चुनाव मार्च में होने वाले हैं। इन चुनावों को सत्तासीन भाजपा और विपक्ष के बीच वोटों की एक और लड़ाई के मद्देनजर ‘मिनी विधानसभा चुनाव’ करार दिया जा रहा है। कुछ नगर निगमों की मतदाता सूचियों को अंतिम रूप न दिया जाना एमसी चुनावों में देरी का प्रमुख कारण है, जो पहले से ही काफी समय से लंबित हैं। सूत्रों ने कहा कि हिसार और रोहतक नगर निगमों के लिए अंतिम मतदाता सूची 15 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी। दूसरी ओर, करनाल और यमुनानगर नगर निगमों की मतदाता सूची 28 जनवरी तक जारी की जाएगी। अन्य नगर पालिकाओं की मतदाता सूची राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर पहले ही डाल दिया गया था। पानीपत एमसी के वार्डों के परिसीमन पर काम अभी भी चल रहा है, जिससे अन्य एमसी के साथ इसके चुनावों को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। इसी तरह कालियांवाली म्युनिसिपल कमेटी की चुनाव प्रक्रिया भी मुकदमेबाजी में है। 8 फरवरी के बाद जारी होगा शेड्यूल एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एकल चरण के एमसी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा 8 फरवरी के बाद की जाएगी। जब दिल्ली विधानसभा चुनावों के चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। अधिकारी ने कहा, चूंकि चुनावों की अधिसूचना से लेकर नतीजों तक पूरी चुनावी प्रक्रिया में लगभग 25 दिन लगेंगे। हम मार्च में एमसी चुनावों की उम्मीद कर सकते हैं। यह तर्क दिया गया है कि विभिन्न दलों के पार्टी कैडर की एक बड़ी संख्या 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में व्यस्त होगी। इसलिए राज्य चुनाव आयोग 8 फरवरी को चुनाव परिणाम आने के बाद ही एमसी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। हाईकोर्ट में सरकार ने 4 जनवरी दी थी डेट हरियाणा सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में एक केस की सुनवाई के दौरान भरोसा दिलाया था कि 4 जनवरी से पहले चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी जाएगी और 4 फरवरी तक चुनाव संपन्न करा दिए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा हाई कोर्ट में दिलाए गए इस भरोसे पर यकीन करें तो राज्य में शहरी निकाय चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होनी चाहिए थी। राज्य ने हाईकोर्ट को जानकारी दी थी कि परिणामों की घोषणा के लिए अंतत पूरी प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। राज्य द्वारा आश्वासन एक याचिका के जवाब में दिया गया, जिसमें नगर निकाय चुनाव कराने के निर्देश मांगे गए थे। BJP-कांग्रेस पार्टी सिंबल पर लड़ेंगी 5 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद, भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह सभी नगर पालिकाओं का चुनाव अपने पार्टी चिन्ह पर लड़ेगी। कांग्रेस परंपरागत रूप से मेयर सहित नगर निगमों का चुनाव अपने पार्टी चिन्ह पर लड़ती है। हालांकि इस आशय का औपचारिक निर्णय अभी पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाना बाकी है। इस बीच, आप ने सभी एमसी चुनाव पार्टी चिन्ह पर लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की है। अन्य पार्टियां भी पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ती हैं और कुछ नगर निकायों में ‘समान विचारधारा’ वाले उम्मीदवारों का समर्थन करती हैं। एक चरण में होने हैं निकाय चुनाव शहर की सरकार के चुनाव एक ही चरण में होंगे। इसे लेकर सरकार में मंथन हो चुका है। जल्द चुनाव घोषित होने की संभावना बनी हुई है। पहले यह लगभग तय हो चुका था कि जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होगा। कोर्ट में भी यही कहा गया था कि फरवरी तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन अब एक चरण में चुनाव कराने का लगभग फैसला ले लिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में नगर निकाय चुनाव दिल्ली विधानसभा तक टाले जा सकते हैं। राज्य में सोमवार को 26 निकायों की वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जारी कर दिया जाएगा। रोहतक, हिसार और थानेसर नगर निगम की वोटर लिस्ट का काम 15 जनवरी तक तो करनाल नगर निगम की वोटर लिस्ट का कार्य 28 जनवरी तक पूरा होगा। पहले दो चरणों में चुनाव की थी तैयारी प्रदेश में 34 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 20 नगर पालिकाओं के चुनाव कराने की बात कही गई थी। पहले चरण में गुड़गांव, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम तो अंबाला कैंट, पटौदी और सिरसा नगर परिषद को शामिल किया गया था, जबकि बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फर्रुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पूंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर पालिका शामिल है। पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर को दूसरे चरण के चुनाव में शामिल किया गया था। थानेसर और कालांवाली के चुनाव भी दूसरे चरण में शामिल थे। हरियाणा के 8 नगर निगमों सहित 32 नगर पालिकाओं के चुनाव मार्च में होने वाले हैं। इन चुनावों को सत्तासीन भाजपा और विपक्ष के बीच वोटों की एक और लड़ाई के मद्देनजर ‘मिनी विधानसभा चुनाव’ करार दिया जा रहा है। कुछ नगर निगमों की मतदाता सूचियों को अंतिम रूप न दिया जाना एमसी चुनावों में देरी का प्रमुख कारण है, जो पहले से ही काफी समय से लंबित हैं। सूत्रों ने कहा कि हिसार और रोहतक नगर निगमों के लिए अंतिम मतदाता सूची 15 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी। दूसरी ओर, करनाल और यमुनानगर नगर निगमों की मतदाता सूची 28 जनवरी तक जारी की जाएगी। अन्य नगर पालिकाओं की मतदाता सूची राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर पहले ही डाल दिया गया था। पानीपत एमसी के वार्डों के परिसीमन पर काम अभी भी चल रहा है, जिससे अन्य एमसी के साथ इसके चुनावों को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। इसी तरह कालियांवाली म्युनिसिपल कमेटी की चुनाव प्रक्रिया भी मुकदमेबाजी में है। 8 फरवरी के बाद जारी होगा शेड्यूल एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एकल चरण के एमसी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा 8 फरवरी के बाद की जाएगी। जब दिल्ली विधानसभा चुनावों के चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। अधिकारी ने कहा, चूंकि चुनावों की अधिसूचना से लेकर नतीजों तक पूरी चुनावी प्रक्रिया में लगभग 25 दिन लगेंगे। हम मार्च में एमसी चुनावों की उम्मीद कर सकते हैं। यह तर्क दिया गया है कि विभिन्न दलों के पार्टी कैडर की एक बड़ी संख्या 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में व्यस्त होगी। इसलिए राज्य चुनाव आयोग 8 फरवरी को चुनाव परिणाम आने के बाद ही एमसी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। हाईकोर्ट में सरकार ने 4 जनवरी दी थी डेट हरियाणा सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में एक केस की सुनवाई के दौरान भरोसा दिलाया था कि 4 जनवरी से पहले चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी जाएगी और 4 फरवरी तक चुनाव संपन्न करा दिए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा हाई कोर्ट में दिलाए गए इस भरोसे पर यकीन करें तो राज्य में शहरी निकाय चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होनी चाहिए थी। राज्य ने हाईकोर्ट को जानकारी दी थी कि परिणामों की घोषणा के लिए अंतत पूरी प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। राज्य द्वारा आश्वासन एक याचिका के जवाब में दिया गया, जिसमें नगर निकाय चुनाव कराने के निर्देश मांगे गए थे। BJP-कांग्रेस पार्टी सिंबल पर लड़ेंगी 5 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद, भाजपा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह सभी नगर पालिकाओं का चुनाव अपने पार्टी चिन्ह पर लड़ेगी। कांग्रेस परंपरागत रूप से मेयर सहित नगर निगमों का चुनाव अपने पार्टी चिन्ह पर लड़ती है। हालांकि इस आशय का औपचारिक निर्णय अभी पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाना बाकी है। इस बीच, आप ने सभी एमसी चुनाव पार्टी चिन्ह पर लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की है। अन्य पार्टियां भी पार्टी चिन्ह पर चुनाव लड़ती हैं और कुछ नगर निकायों में ‘समान विचारधारा’ वाले उम्मीदवारों का समर्थन करती हैं। एक चरण में होने हैं निकाय चुनाव शहर की सरकार के चुनाव एक ही चरण में होंगे। इसे लेकर सरकार में मंथन हो चुका है। जल्द चुनाव घोषित होने की संभावना बनी हुई है। पहले यह लगभग तय हो चुका था कि जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह में चुनाव होगा। कोर्ट में भी यही कहा गया था कि फरवरी तक चुनाव करा लिए जाएंगे, लेकिन अब एक चरण में चुनाव कराने का लगभग फैसला ले लिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि हरियाणा में नगर निकाय चुनाव दिल्ली विधानसभा तक टाले जा सकते हैं। राज्य में सोमवार को 26 निकायों की वोटर लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जारी कर दिया जाएगा। रोहतक, हिसार और थानेसर नगर निगम की वोटर लिस्ट का काम 15 जनवरी तक तो करनाल नगर निगम की वोटर लिस्ट का कार्य 28 जनवरी तक पूरा होगा। पहले दो चरणों में चुनाव की थी तैयारी प्रदेश में 34 नगर निकायों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में तीन नगर निगम, तीन नगर परिषद और 20 नगर पालिकाओं के चुनाव कराने की बात कही गई थी। पहले चरण में गुड़गांव, फरीदाबाद और मानेसर नगर निगम तो अंबाला कैंट, पटौदी और सिरसा नगर परिषद को शामिल किया गया था, जबकि बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फर्रुखनगर, जाखल मंडी, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, पूंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कनीना, तावडू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर पालिका शामिल है। पानीपत, हिसार, रोहतक और यमुनानगर को दूसरे चरण के चुनाव में शामिल किया गया था। थानेसर और कालांवाली के चुनाव भी दूसरे चरण में शामिल थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर