पंजाब के कपूरथला जिले में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय स्नैचिंग गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए लुटेरों के पास से सोने के आभूषण और चोर की एक बाइक बरामद की है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए लुटेरों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में कई और भी बड़े खुलासे होने के असार है। एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि आरोपियों का एक अंतरराज्यीय गैंग है। जो कई राज्यों में सक्रिय है। काबू किए दोनों आरोपियों पर पंजाब में 10 स्नेचिंग के मामले दर्ज है। जबकि अन्य राज्यों में 26 मामले दर्ज है। उन्होंने बताया कि यह गैंग यूपी के शामली क्षेत्र के रहने वाले हैं। और इनके गैंग पर विभिन्न राज्यों में 76 मामले दर्ज है। दोनों आरोपियों को आज माननीय अदालत में पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड भी हासिल किया है। यूपी के रहने वाले है आरोपी एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि फगवाड़ा में 29 नवंबर को चाहल नगर निवासी एक महिला प्रीति के साथ स्नेचिंग की घटना घटी थी। जिसके बाद पीड़ित महिला की शिकायत पर फगवाड़ा सिटी थाना में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जिला पुलिस की टेक्निकल टीम तथा फगवाड़ा टीम ने मिलकर काम करते हुए दो स्नेचरों को काबू किया है। जिनकी पहचान राजबीर पुत्र ओमप्रकाश और मंगल पुत्र सतपाल दोनों निवासी अलीपुर जिला शामली उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। इन्होंने कपूरथला के साथ साथ लुधियाना में भी कई स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम दिया है। सोने के जेवर सहित बाइक बरामद एसएसपी गौरव तूरा ने यह भी बताया कि काबू किए गए दोनों आरोपियों के पास से एक चोरी की पल्सर बाइक के अलावा एक सोने का मंगलसूत्र और 3 सोने की चेन बरामद हुई है। इन आरोपियों के खिलाफ पंजाब में 10 मामले दर्ज हैं। जिनमें से 5 मामले फगवाड़ा में, एक रोपड़, 4 लुधियाना में दर्ज है। कई राज्यों में केस दर्ज वही मुख्य आरोपी मंगल के खिलाफ अन्य राज्यों में 26 मामले दर्ज है। जिनमें 7 उत्तर प्रदेश में, 4 हैदराबाद, 4 बेंगलुरु, 7 दिल्ली और एक हिमाचल प्रदेश में दर्ज है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी UP के शामली क्षेत्र के स्नैचर गैंग से संबंध रखते हैं। जो की अन्य राज्यों से स्नेचिंग कर कीमती सामान अपने घर शामली भेजते थे। उक्त गैंग पर 76 मामले दर्ज है। दोनों आरोपियों का 4 दिन का रिमांड अदालत से मिला है। इस दौरान पूछताछ में कई और भी अहम खुलासे होने के असार है। पंजाब के कपूरथला जिले में पुलिस ने एक अंतरराज्यीय स्नैचिंग गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए लुटेरों के पास से सोने के आभूषण और चोर की एक बाइक बरामद की है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए लुटेरों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में कई और भी बड़े खुलासे होने के असार है। एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि आरोपियों का एक अंतरराज्यीय गैंग है। जो कई राज्यों में सक्रिय है। काबू किए दोनों आरोपियों पर पंजाब में 10 स्नेचिंग के मामले दर्ज है। जबकि अन्य राज्यों में 26 मामले दर्ज है। उन्होंने बताया कि यह गैंग यूपी के शामली क्षेत्र के रहने वाले हैं। और इनके गैंग पर विभिन्न राज्यों में 76 मामले दर्ज है। दोनों आरोपियों को आज माननीय अदालत में पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड भी हासिल किया है। यूपी के रहने वाले है आरोपी एसएसपी गौरव तूरा ने बताया कि फगवाड़ा में 29 नवंबर को चाहल नगर निवासी एक महिला प्रीति के साथ स्नेचिंग की घटना घटी थी। जिसके बाद पीड़ित महिला की शिकायत पर फगवाड़ा सिटी थाना में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जिला पुलिस की टेक्निकल टीम तथा फगवाड़ा टीम ने मिलकर काम करते हुए दो स्नेचरों को काबू किया है। जिनकी पहचान राजबीर पुत्र ओमप्रकाश और मंगल पुत्र सतपाल दोनों निवासी अलीपुर जिला शामली उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। इन्होंने कपूरथला के साथ साथ लुधियाना में भी कई स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम दिया है। सोने के जेवर सहित बाइक बरामद एसएसपी गौरव तूरा ने यह भी बताया कि काबू किए गए दोनों आरोपियों के पास से एक चोरी की पल्सर बाइक के अलावा एक सोने का मंगलसूत्र और 3 सोने की चेन बरामद हुई है। इन आरोपियों के खिलाफ पंजाब में 10 मामले दर्ज हैं। जिनमें से 5 मामले फगवाड़ा में, एक रोपड़, 4 लुधियाना में दर्ज है। कई राज्यों में केस दर्ज वही मुख्य आरोपी मंगल के खिलाफ अन्य राज्यों में 26 मामले दर्ज है। जिनमें 7 उत्तर प्रदेश में, 4 हैदराबाद, 4 बेंगलुरु, 7 दिल्ली और एक हिमाचल प्रदेश में दर्ज है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी UP के शामली क्षेत्र के स्नैचर गैंग से संबंध रखते हैं। जो की अन्य राज्यों से स्नेचिंग कर कीमती सामान अपने घर शामली भेजते थे। उक्त गैंग पर 76 मामले दर्ज है। दोनों आरोपियों का 4 दिन का रिमांड अदालत से मिला है। इस दौरान पूछताछ में कई और भी अहम खुलासे होने के असार है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कोर कमेटी भंग होने के बाद अकाली दल के प्रवक्ता डॉक्टर दलजीत चीमा ने कहा कि वर्किंग कमेटी ने प्रधान सुखबीर बादल को पार्टी संगठन को नए सिरे से बनाने के अधिकार दे दिए हैं। इस संबंध में पार्टी प्रधान ने सीनियर नेताओं के साथ चंडीगढ़ में मीटिंग की। जिसके बाद कोर कमेटी भंग करने का फैसला लिया गया। इसे तुरंत दोबारा बना लिया जाएगा। इस दौरान पंजाब में होने वाले विधानसभा उपचुनावों पर भी चर्चा की गई। इस मीटिंग में हरजिंदर सिंह धामी, बलविंदर सिंह भूंदड़, महेश इंदर सिंह ग्रेवाल, दलजीत चीमा, परमजीत सरना, इकबाल सिंह झूंदा और हरचरण सिंह बैंस मौजूद रहे। लोकसभा चुनाव में एक सीट जीत पाई पार्टी
पंजाब में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी ने भाजपा से गठबंधन तोड़कर 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा था, लेकिन बठिंडा सीट को छोड़कर पार्टी किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी। बठिंडा से भी बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर चुनाव जीतीं थी। इसके बाद से ही पार्टी में बगावत शुरू हो गईथी। पार्टी नेताओं का साफ कहना था कि लोकसभा चुनाव में अकेले जाना गलती थी। अगर भाजपा के साथ चुनाव में जाते तो पार्टी को जीत मिल सकती थी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अकाली दल दो सीटें जीतने में कामयाब रहा था। हालांकि उस समय प्रदेश में सरकार कांग्रेस की थी। सुखबीर के करीबी चरणजीत सिंह के बागी तेवर
जैसे ही लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने चुनाव नतीजों की समीक्षा करने के लिए मीटिंग बुलाई थी तो उससे पहले अकाली दल के अंदर चल रही बगावत सामने आ गई थी। किसी समय में सुखबीर बादल के करीबियों में शामिल चरणजीत सिंह ने उनके प्रधान पद से इस्तीफे की मांग कर डाली थी। हालांकि उस समय सीनियर नेताओं का कहना था कि पार्टी के मंच पर उन्हें यह बात रखनी चाहिए। इसके बाद यह खाई बढ़ती चली गई। जालंधर उपचुनाव में फूट आई सामने
इसके बाद जालंधर वेस्ट के उपचुनाव की बारी थी। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल ने उम्मीदवार के नाम की सिफारिश करने के लिए तीन मेंबरों की कमेटी गठित की है। कमेटी में बीबी जागीर कौर, जत्थेदार गुर प्रताप सिंह बडाला व डॉ. सुखविंदर सिंह सुखी शामिल थे। कमेटी को उपचुनाव के लिए सारी मुहिम की निगरानी की कमान दी गई। उनकी तरफ से सुरजीत कौर को उम्मीदवार ऐलान किया गया, लेकिन पार्टी प्रधान सुखबीर बादल ने इस फैसले को गलत बताया। साथ ही उक्त सीट पर बसपा के उम्मीदवार बिंदर लाखा को समर्थन दे दिया, लेकिन अकाली दल की उम्मीदवार चुनावी मैदान से नहीं हटी। उन्होंने अकाली दल के निशान पर चुनाव लड़ा। हालांकि पार्टी को इस चुनाव में करारी हार मिली। अगर बसपा और अकाली दल के दोनों उम्मीदवारों के मत मिला दिए जाएं तो यह दो हजार से अधिक नहीं थे। उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई थी। श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होकर माफीनामा सौंपा था
1 जुलाई को अकाली दल का बागी गुट अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा था। यहां उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के आगे पेश होकर माफीनामा दिया। जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों पर माफी मांगी गई है। जिसमें डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने की गलती मानी गई है। 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में बेअदबी की सही जांच न होने के लिए भी माफी मांगी गई है। वहीं IPS अधिकारी सुमेध सैनी को DGP बनाने और मुहम्मद इजहार आलम की पत्नी को टिकट देने की भी गलती मानी गई है। इसके बाद अकाल तख्त ने सुखबीर बादल को तलब किया था।