लखनऊ के एमिटी यूनिवर्सिटी कैंपस में सोमवार को 20वें दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान 1 हजार 531 स्टूडेंट्स को उपाधि दी गई और 64 फेलो को डॉक्टरेट डिग्री प्रदान की गई। कॉन्वोकेशन में कुल 126 अवॉर्ड प्रदान किए गए। 34 स्वर्ण, 35 रजत और 16 कांस्य पदक के साथ 7 बेस्ट ऑल राउंड परफॉर्मेंस से जुड़ी ट्रॉफी भी रही। इसके अलावा 35 श्री बलजीत शास्त्री पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में विनोद पांडेय और सुधीर मिश्रा को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। एमिटी की ये है खूबी, इसे कायम रखना होगा कॉन्वोकेशन के दौरान अपने संबोधन में डॉ.असीम चौहान ने कहा- मुझे एक बात का पूरा विश्वास है, आप जो भी करेंगे, जिस भी मार्ग पर चलेंगे और जो भी क्षेत्र चुनेंगे, आप सभी उच्चतम स्तर की सफलता प्राप्त करेंगे। आप न केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवार, समाज और समुदाय के लिए भी योगदान देंगे, क्योंकि यही एक एमीटियन की विशेषता है। उन्होंने आगे कहा- यह कार्यक्रम केवल हमारे उत्कृष्ट स्नातकों की उपलब्धियों का उत्सव नहीं है, बल्कि उनके परिवारों का भी सम्मान है। यह इस बात का द्योतक है कि सफलता केवल व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम नहीं होती, बल्कि प्रियजनों के मार्गदर्शन और समर्थन का भी योगदान होता है। उन्होंने कहा- ‘BHAG‘ यानी व्यवहार विज्ञान, मानवीय मूल्य, दृष्टिकोण, महत्त्वाकांक्षा और ईश्वर जीवन भर की सफलता का सूत्र है। पेरेंट्स के सपनों को करें साकार वर्चुअल माध्यम से जुड़े एमिटी ग्रुप के संस्थापक-अध्यक्ष डॉ.अशोक के. चौहान ने कहा- मुझे विश्वास है कि हर एमिटियन भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने में योगदान देगा। उन्होंने अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा- अभिभावक मुझ पर विश्वास करते हैं और अपने बच्चों को एमिटी यूनिवर्सिटी भेजते हैं। यहां दी गई शिक्षा, कौशल और मूल्य आपके भविष्य के निर्माण की नींव हैं, जो आपको अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाएंगे। बने यूनिवर्सिटी के टॉप ब्रांड प्रो.(डॉ.)अनिल वशिष्ठ ने कहा- एमिटी एक अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार-चलित विश्वविद्यालय है, जहां छात्रों के समग्र विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा- अपने विश्वविद्यालय के टॉप ब्रांड बने और नैतिक मूल्यों और ईमानदारी के साथ चमक बिखेरें। दुनिया आपके इंतजार में है। आगे बढ़े, अपनी पहचान बनाएं। लखनऊ के एमिटी यूनिवर्सिटी कैंपस में सोमवार को 20वें दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान 1 हजार 531 स्टूडेंट्स को उपाधि दी गई और 64 फेलो को डॉक्टरेट डिग्री प्रदान की गई। कॉन्वोकेशन में कुल 126 अवॉर्ड प्रदान किए गए। 34 स्वर्ण, 35 रजत और 16 कांस्य पदक के साथ 7 बेस्ट ऑल राउंड परफॉर्मेंस से जुड़ी ट्रॉफी भी रही। इसके अलावा 35 श्री बलजीत शास्त्री पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में विनोद पांडेय और सुधीर मिश्रा को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। एमिटी की ये है खूबी, इसे कायम रखना होगा कॉन्वोकेशन के दौरान अपने संबोधन में डॉ.असीम चौहान ने कहा- मुझे एक बात का पूरा विश्वास है, आप जो भी करेंगे, जिस भी मार्ग पर चलेंगे और जो भी क्षेत्र चुनेंगे, आप सभी उच्चतम स्तर की सफलता प्राप्त करेंगे। आप न केवल अपने लिए बल्कि अपने परिवार, समाज और समुदाय के लिए भी योगदान देंगे, क्योंकि यही एक एमीटियन की विशेषता है। उन्होंने आगे कहा- यह कार्यक्रम केवल हमारे उत्कृष्ट स्नातकों की उपलब्धियों का उत्सव नहीं है, बल्कि उनके परिवारों का भी सम्मान है। यह इस बात का द्योतक है कि सफलता केवल व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम नहीं होती, बल्कि प्रियजनों के मार्गदर्शन और समर्थन का भी योगदान होता है। उन्होंने कहा- ‘BHAG‘ यानी व्यवहार विज्ञान, मानवीय मूल्य, दृष्टिकोण, महत्त्वाकांक्षा और ईश्वर जीवन भर की सफलता का सूत्र है। पेरेंट्स के सपनों को करें साकार वर्चुअल माध्यम से जुड़े एमिटी ग्रुप के संस्थापक-अध्यक्ष डॉ.अशोक के. चौहान ने कहा- मुझे विश्वास है कि हर एमिटियन भारत को वैश्विक महाशक्ति बनाने में योगदान देगा। उन्होंने अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा- अभिभावक मुझ पर विश्वास करते हैं और अपने बच्चों को एमिटी यूनिवर्सिटी भेजते हैं। यहां दी गई शिक्षा, कौशल और मूल्य आपके भविष्य के निर्माण की नींव हैं, जो आपको अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम बनाएंगे। बने यूनिवर्सिटी के टॉप ब्रांड प्रो.(डॉ.)अनिल वशिष्ठ ने कहा- एमिटी एक अग्रणी वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार-चलित विश्वविद्यालय है, जहां छात्रों के समग्र विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा- अपने विश्वविद्यालय के टॉप ब्रांड बने और नैतिक मूल्यों और ईमानदारी के साथ चमक बिखेरें। दुनिया आपके इंतजार में है। आगे बढ़े, अपनी पहचान बनाएं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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कंगना पर मंत्री जगत नेगी का निशाना:बोले-अनपढ़ जैसी बातें करती हैं, देशभर में हम मजाक का पात्र बने, हमने सांसद चुनकर बेवकूफी की मंडी से सांसद कंगना रनोट पर हिमाचल के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, जिस तरह की बातें कंगना करती हैं। ऐसी तो कोई अनपढ़ भी नहीं कर सकता। हिमाचल सरकार द्वारा कर्ज की राशि सोनिया गांधी को देने के कंगना के बयान पर पलटवार करते हुए जगत नेगी ने कहा कंगना के कारण पूरे देश में हमारा सिर शर्म से नीचे गिरा है। देश में हम मजाक के पात्र बन गए हैं। दूसरे प्रदेशों के लोग सोचते होंगे कि हमने किस तरह का सांसद चुन कर भेजा है, जिसको कोई समझ ही नहीं है। उन्होंने कहा, कंगना अब सांसद है। इनको सोच समझकर बयान देने चाहिए। इसका मतलब यह है कि हमने जो सांसद चुना है, हमसे बहुत बड़ी बेवकूफी हुई है। हमने कैसे मूर्ख व्यक्ति को चुन कर भेजा है। मंडी के मतदाता आज पछता रहे हैं, क्योंकि मतदाताओं ने कंगना को भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में चुन कर भेजा है। कंगना वहां भी ऐसी बातें करनी से नहीं हटती। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना ने सोनिया गांधी को लेकर दिया था ये बयान दरअसल, कंगना दो दिन पहले मनाली में एक कार्यक्रम में कहा था कि हिमाचल सरकार कर्ज लेनी है और सोनिया गांधी की झोली में डाल देती है। इस पर कांग्रेस पार्टी भड़क उठी है। बीते कल PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी कंगना को कम शिक्षित बोला था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने भी कंगना को निशाने पर लिया। विक्रमादित्य बोले- कंगना पर करेंगे मानहानि का केस विक्रमादित्य सिंह ने कहा, यदि कंगना रनोट पैसे सोनिया गांधी को देने के सबूत नहीं दिखाती और माफी नहीं मांगती तो सोनिया गांधी की छवि को खराब करने के लिए मानहानि का केस करेंगे।
झारखंड में महंगाई भत्ता तीन फीसदी बढ़ा, क्रिसमस पर राज्यकर्मियों को सोरेन सरकार का बड़ा तोहफा
झारखंड में महंगाई भत्ता तीन फीसदी बढ़ा, क्रिसमस पर राज्यकर्मियों को सोरेन सरकार का बड़ा तोहफा <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News: </strong>झारखंड सरकार ने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर राज्य के सरकारी कर्मियों को तोहफा दिया है. सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में मंगलवार की शाम आयोजित कैबिनेट की बैठक में सरकारी कर्मियों को देय महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी गई है. अब उन्हें 1 जनवरी 2016 से लागू पुनरीक्षित वेतनमान पर 53 प्रतिशत महंगाई भत्ता प्राप्त होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>केंद्र सरकार ने हाल में अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया था. इसी तर्ज पर झारखंड की सरकार ने 1 जुलाई 2024 से बढ़े हुए महंगाई भत्ते के भुगतान को मंजूरी दी है. राज्य सरकार के सेवानिवृत्त कर्मियों को भी इस वृद्धि का लाभ समान रूप से प्राप्त होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में विभिन्न स्तर के कुल 5,33,737 पद स्वीकृत हैं. इन स्वीकृत पदों के मुकाबले 1,83,016 पदों पर लोग कार्यरत हैं. नियमित पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भत्ते पर राज्य सरकार की ओर से सालाना करीब 16,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैबिनेट ने प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान ‘पीएम-उषा’ के अंतर्गत स्वीकृत योजना के अनुसार, हजारीबाग स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय में 99 करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से होने वाले नए निर्माण को प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान की है. झारखंड में सार्वजनिक स्वास्थ्य अवसंरचना और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट को झारखंड विधानसभा के पटल पर आगामी सत्र में रखे जाने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट ने मंजूरी दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैबिनेट की बैठक से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में होमगार्ड की नियमावली से संबंधित एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी. इसके अनुसार, 2014 में नियमावली लागू होने के पहले जिन होमगार्ड्स की मृत्यु ड्यूटी के दौरान हुई है, उनके आश्रितों को मानवीय आधार पर वन टाइम व्यवस्था के तहत होमगार्ड में ड्यूटी के लिए नामांकित किया जा सकेगा. यह निर्णय कैबिनेट की अगली बैठक में प्रस्ताव पर मंजूरी के बाद लागू होगा.</p>
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