रील देखने से स्ट्रोक और क्रॉनिक पेन का खतरा:सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस कर रहा टीनएजर्स पर अटैक, एक्सपर्ट बोले- डेस्कटॉप पर लॉगइन करें सोशल मीडिया

रील देखने से स्ट्रोक और क्रॉनिक पेन का खतरा:सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस कर रहा टीनएजर्स पर अटैक, एक्सपर्ट बोले- डेस्कटॉप पर लॉगइन करें सोशल मीडिया

लॉन्ग टर्म स्क्रीन टाइम से गर्दन, कंधे, कमर और हाथ में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इसका असर क्रॉनिक पेन जैसा होता है। फेसबुक, सोशल मीडिया अकाउंट और रील की लत के चलते टीनएजर्स में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है। 15 से 30 साल के उम्र के लोगों में सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस सबसे ज्यादा अटैक कर रहा है। ये कहना है KGMU के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन के प्रमुख प्रो. अनिल कुमार गुप्ता का। उन्होंने बताया कि लांग स्क्रीन स्पेंडिंग टाइम होने पर रेगुलर ब्रेक लेने बेहद जरूरी हैं। सोशल मीडिया के एक्टिव यूजर हैं तो डेस्क टॉप पर फेसबुक इंस्टाग्राम लॉग इन करें। इसके लिए लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल करने से बचें। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 56वें एपिसोड में KGMU के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन के प्रमुख प्रो. अनिल कुमार गुप्ता से खास बातचीत… प्रो.अनिल कुमार गुप्ता कहते हैं कि हर साल 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस के रूप में मनाते हैं। इसका मकसद सभी दिव्यांग जनों को प्रोत्साहित कर उन्हें लक्ष्य की ओर बढ़ाना है। पहले IT प्रोफेशनल्स में ऐसी समस्या ज्यादा पाई जाती थी। पर अब कई अन्य प्रोफेशनल भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसमें महिला और पुरुष सभी वर्ग के लोग भी इसकी जद में आ रहे हैं। देखें पूरा वीडियो लॉन्ग टर्म स्क्रीन टाइम से गर्दन, कंधे, कमर और हाथ में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इसका असर क्रॉनिक पेन जैसा होता है। फेसबुक, सोशल मीडिया अकाउंट और रील की लत के चलते टीनएजर्स में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है। 15 से 30 साल के उम्र के लोगों में सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस सबसे ज्यादा अटैक कर रहा है। ये कहना है KGMU के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन के प्रमुख प्रो. अनिल कुमार गुप्ता का। उन्होंने बताया कि लांग स्क्रीन स्पेंडिंग टाइम होने पर रेगुलर ब्रेक लेने बेहद जरूरी हैं। सोशल मीडिया के एक्टिव यूजर हैं तो डेस्क टॉप पर फेसबुक इंस्टाग्राम लॉग इन करें। इसके लिए लैपटॉप और मोबाइल का इस्तेमाल करने से बचें। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 56वें एपिसोड में KGMU के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन के प्रमुख प्रो. अनिल कुमार गुप्ता से खास बातचीत… प्रो.अनिल कुमार गुप्ता कहते हैं कि हर साल 3 दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस के रूप में मनाते हैं। इसका मकसद सभी दिव्यांग जनों को प्रोत्साहित कर उन्हें लक्ष्य की ओर बढ़ाना है। पहले IT प्रोफेशनल्स में ऐसी समस्या ज्यादा पाई जाती थी। पर अब कई अन्य प्रोफेशनल भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसमें महिला और पुरुष सभी वर्ग के लोग भी इसकी जद में आ रहे हैं। देखें पूरा वीडियो   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर