हरियाणा में 3 दिन ठंडी हवाओं को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। पहाड़ों से चलने वाली हवाओं से सूबे के अधिकांश जिलों में ठिठुरन बढ़ेगी। हवाओं की तेज गति के कारण प्रदूषण के स्तर में सुधार के भी आसार हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण के स्तर में सुधार है। सभी जिलों का AQI स्तर 300 से नीचे ही रिकॉर्ड किया गया है। वहीं 24 घंटे में दिन के पारे में 0.8 डिग्री बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रात के तापमान में 0.8 डिग्री की गिरावट आई है। वहीं सोनीपत की रात सबसे ठंडी रहीं। यहां का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री रहा। रोहतक के दिन सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए। यहां का अधिकतम तापमान 24.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों में एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण सूबे के कई जिलों में बादल छाने के आसार हैं। पहाड़ों की ओर से चलने वाली हवाओं से दिन और रात के पारे में गिरावट देखने को मिल सकती है। 300 से नीचे आया AQI प्रदेश में एक्यूआई 300 से नीचे आ गया है। हवा चलने से प्रदूषण के स्तर में काफी सुधार आया है। गुरुग्राम का AQI 201 रिकॉर्ड किया गया। वहीं बहादुरगढ़ का 177, घरौंदा का 177, फरीदाबाद का 175, सिरसा का 169, भिवानी का 164, यमुनानगर का 164, हिसार का 163, और मुरथल का 162 रहा। वहीं दो ऐसे भी शहर रहे, जिनकी हवा सबसे साफ दर्ज की गई। इनमे मंडीखेड़ा और पंचकूला के नाम शामिल हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि अभी सूबे में मौसम खुश्क रहने की संभावना है। पहाड़ों में रात से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव होने से बादल छाने के आसार लगातार बने हुए हैं, इससे रात और दिन के तापमान में कमी आने के आसार बन रहे हैं। हालांकि मौसम खुलने से और पहाड़ों की हवाओं से आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। हरियाणा में 3 दिन ठंडी हवाओं को लेकर अलर्ट जारी हुआ है। पहाड़ों से चलने वाली हवाओं से सूबे के अधिकांश जिलों में ठिठुरन बढ़ेगी। हवाओं की तेज गति के कारण प्रदूषण के स्तर में सुधार के भी आसार हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण के स्तर में सुधार है। सभी जिलों का AQI स्तर 300 से नीचे ही रिकॉर्ड किया गया है। वहीं 24 घंटे में दिन के पारे में 0.8 डिग्री बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रात के तापमान में 0.8 डिग्री की गिरावट आई है। वहीं सोनीपत की रात सबसे ठंडी रहीं। यहां का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री रहा। रोहतक के दिन सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए। यहां का अधिकतम तापमान 24.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ों में एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण सूबे के कई जिलों में बादल छाने के आसार हैं। पहाड़ों की ओर से चलने वाली हवाओं से दिन और रात के पारे में गिरावट देखने को मिल सकती है। 300 से नीचे आया AQI प्रदेश में एक्यूआई 300 से नीचे आ गया है। हवा चलने से प्रदूषण के स्तर में काफी सुधार आया है। गुरुग्राम का AQI 201 रिकॉर्ड किया गया। वहीं बहादुरगढ़ का 177, घरौंदा का 177, फरीदाबाद का 175, सिरसा का 169, भिवानी का 164, यमुनानगर का 164, हिसार का 163, और मुरथल का 162 रहा। वहीं दो ऐसे भी शहर रहे, जिनकी हवा सबसे साफ दर्ज की गई। इनमे मंडीखेड़ा और पंचकूला के नाम शामिल हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि अभी सूबे में मौसम खुश्क रहने की संभावना है। पहाड़ों में रात से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव होने से बादल छाने के आसार लगातार बने हुए हैं, इससे रात और दिन के तापमान में कमी आने के आसार बन रहे हैं। हालांकि मौसम खुलने से और पहाड़ों की हवाओं से आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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आमिर खान की दंगल मूवी पर बबीता फोगाट का खुलासा:बोलीं-2 हजार करोड़ कमाए, हमें सिर्फ 1 करोड़ मिले; पापा ने सब छोड़ने को कहा
आमिर खान की दंगल मूवी पर बबीता फोगाट का खुलासा:बोलीं-2 हजार करोड़ कमाए, हमें सिर्फ 1 करोड़ मिले; पापा ने सब छोड़ने को कहा आमिर खान की मूवी दंगल ने 2 हजार करोड़ कमाए थे, लेकिन जिस फोगाट फैमिली पर यह फिल्म बनीं, उन्हें सिर्फ 1 करोड़ रुपए मिले थे। ये खुलासा बबीता फोगाट ने एक निजी चैनल से बातचीत में किया। बबीता ने स्पष्ट किया कि इस मूवी से फाइनेंशियल तौर पर हमें कोई फायदा नहीं हुआ। मगर मेरे पापा (महावीर फोगाट) ने हमें एक ही चीज कही थी कि इन सब चीजों को छोड़ दीजिए, लोगों का प्यार सम्मान चाहिए। फिल्म के बाद लोगों ने हमें खूब प्यार दिया। पूरी कहानी ओरिजनल नहीं, आर्टिकल से फिल्म तक बात पहुंची
बबीता फोगाट से पूछा गया कि क्या दंगल फिल्म की पूरी कहानी ओरिजनल है। इस पर बबीता ने कहा कि 90% कहानी सही है। 10% मूवी को इंटरेस्टिंग बनाने के लिए कुछ डाला गया। बबीता ने कहा कि फिल्म में देखकर उन्हें बचपन याद आया। डायरेक्टर नीतेश तिवारी ने पहले स्टोरी बताई। पापा-मम्मी और भाई-बहनों को कहानी सुनाई थी। हमारे बारे में एक आर्टिकल छपा था। उसे पढ़कर नीतेश की टीम ने हमसे संपर्क किया था। तब हम पटियाला कैंप में थे। उस टाइम उन्होंने डॉक्यूमेंट्री बनाने की बात कही थी। हालांकि कहानी के बाद उन्होंने कहा कि इस पर फिल्म बनाएंगे। हमारा नाम बदलना चाहते थे, पापा सहमत नहीं हुए
फिल्म में उनका रोल कौन करेगा, इसको लेकर हमसे सलाह नहीं थी। बबीता ने कहा कि जब फिल्म बन रही थी तो रोल से हमारा नाम हटाने की भी बात चल रही थी। आमिर खान की टीम से नाम बदलने के लिए फोन आया था लेकिन पापा ने इससे मना कर दिया। उन्होंने कहा कि फिल्म बनेगी तो असली नाम से बनेगी। आमिर की टीम ने एकेडमी खोलने की बात कही थी
बबीता फोगाट ने कम पैसे मिलने के बाद मूवी के हिट होने के बाद भी कोई और रुपए न मिलने के बारे में कहा कि उस वक्त आमिर खान की टीम से भी एकेडमी खोलने के लिए बात हुई थी लेकिन नहीं खुली। अगर हम बहुत अच्छी एकेडमी भी खोलते तो 5-6 करोड़ रुपए ही खर्च होते। पापा आज भी पहलवान तैयार कर रहे हैं। फोगाट फैमिली का संघर्ष दिखाया था
बता दें कि दंगल मूवी 2016 में रिलीज हुई थी। जिसमें महावीर फोगाट के बेटियों को रेसलर बनाने के संघर्ष को दिखाया गया था। मूवी में दिखाया गया था कि किस तरह गांव और परिवार वालों की खरी-खोटी सुनकर भी महावीर फोगाट ने बेटियों को पहलवान बनाया। उन्हें लड़कों के साथ दंगल लड़ाए। जिसके बाद गीता ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। जिसमें बॉलीवुड के मिस्टर परफैक्शनिस्ट आमिर खान ने उनकी भूमिका निभाई थी। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही थी। बबीता फोगाट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… बबीता फोगाट का साक्षी मलिक पर पलटवार:बोलीं-किताब के चक्कर में ईमान बेच गई, विनेश-बजरंग को विधानसभा-पद मिला, दीदी, तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं हरियाणा की रेसलर साक्षी मलिक की ऑटोबायोग्राफी से शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। साक्षी मलिक ने आरोप लगाया था कि BJP नेता बबीता फोगाट ने उन्हें भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन के लिए उकसाया, इसकी परमिशन दिलाई थी। बबीता फोगाट बृजभूषण को हटाकर खुद WFI की अध्यक्ष बनना चाहती थीं। (पूरी खबर पढ़ें)
हिसार का सबसे लंबा पुल 6 साल में बनकर तैयार:आज रणबीर गंगवा करेंगे निरीक्षण, ट्रैफिक का बोझ कम होगा, हजारों लोगों को होगा फायदा
हिसार का सबसे लंबा पुल 6 साल में बनकर तैयार:आज रणबीर गंगवा करेंगे निरीक्षण, ट्रैफिक का बोझ कम होगा, हजारों लोगों को होगा फायदा हरियाणा के हिसार में सबसे लंबा पुल बनकर तैयार हो चुका है। यहां डबल रेलवे लाइन पर आरओबी और आरयूबी दोनों बनाया गया है। पुल का काम पूरा होने के बाद आज पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा निरीक्षण करने पहुंचेंगे। इस पुल के लिए 2018 में टेंडर लगा था और 2019 में काम शुरू हुआ था। इस आरओबी व अंडरब्रिज के बनने से सूर्य नगर, अर्बन एस्टेट, विद्युत नगर, शिव कॉलोनी, सेक्टर 3-5, सेक्टर 1-4 सहित महावीर कॉलोनी, मिल गेट एरिया के लोगों को काफी फायदा होगा। इस आरओबी की लंबाई 1185 मीटर है। इस पुल पर करीब 77.36 करोड़ रुपये का खर्च आया था। इस पुल को 2021 में ही बनकर तैयार किया जाना था मगर कोरोना काल और धीरे निर्माण के कारण यह 3 साल लेट बनकर तैयार हुआ और इसकी कोस्ट भी 59.66 करोड़ से बढ़कर 77.36 करोड़ रुपये हो गई। ऐसे सिरे चढ़ा यह प्रोजेक्ट
बता दें 2018 में टेंडर लगने के बाद फरवरी 2019 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था। शुरुआत में इस प्रोजेक्ट को नवंबर 2021 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित था। मगर लॉकडाउन व बिजली लाइनों की देरी से शिफ्टिंग के कारण समय अवधि 9 माह और बढ़ाकर अगस्त 2022 कर दी गई थी। वहीं अगस्त 2019 में रेलवे की एजेंसी को टेंडर अलॉट होने के बाद भी ड्राइंग पास न होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका। सितंबर 2019 में रेलवे के हिस्से की ड्राइंग मंजूर हुई, जिसके बाद दिसंबर 2019 में काम शुरू हुआ। टेंडर की शर्त के अनुसार एजेंसी को डेढ़ साल में अपने हिस्से का काम पूरा करना था। इस हिसाब से यह प्रोजेक्ट इस साल मई तक पूरा करना था, लेकिन नहीं कर सका तो समयावधि बढ़ाकर अगस्त कर दी गई थी। मगर अगस्त तक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका। अब इसकी 5वीं डेडलाइन 31 अक्टूबर रखी गई थी। हालांकि अब दोनों आरयूबी से वाहनों का आवागमन हो रहा है। मगर अभी फिनिशिंग का कुछ काम बाकी है। प्रोजेक्ट की बढ़ चुकी है लागत
शुरुआत में इस प्रोजेक्ट की लागत 59.66 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 77.36 करोड़ रुपये हो चुकी है। अधिकारियों की मानें तो शुरुआत में बनाई आरओबी की ड्राइंग में रेलवे के हिस्से में भी सिंगल पिलर ही डिजाइन किए गए थे। मगर बाद में ड्राइंग में बदलाव कर सिंगल के बजाय डबल पिलर कर दिए गए। शुरुआत में जो एस्टीमेट मंजूर किए गए थे, वह पुरानी ड्राइंग के हिसाब से ही थे। पिलर की संख्या बढ़ने से पाइल की संख्या भी बढ़ गई, जिससे खर्च भी बढ़ गया। इस प्रोजेक्ट से यह होगा फायदा
अभी वाहनों के कारण हिसार का मध्यमार्ग (दिल्ली रोड) पूरा दिन जाम रहता है, क्योंकि दोनों आरओबी के निर्माण के चलते आधे वाहन दिल्ली रोड से होकर निकलते हैं। ऐसे में दिनभर दिल्ली रोड पर भी जगह-जगह जाम रहता है। निर्माण में देरी के साथ कॉस्ट बढ़ती जा रही है। लोगों को धूल मिट्टी में चलना पड़ता है। हाल ही में विधायक सावित्री जिन्दल ने सूर्य नगर पुल का मुआयना कर अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 30 नवंबर तक इस पुल का निर्माण पूरा कराएं। यह पुल चालू होने से मिलगेट, सूर्य नगर, शिव कॉलोनी, सेक्टर 1 व 4 और अर्बन एस्टेट समेत तमाम शहर वासियों को काफी राहत मिलेगी। उन्हें बाइपास व राष्ट्रीय राजमार्ग पहुंचने में न सिर्फ आसानी होगी।
हुड्डा के CM बनने के लिए बगलामुखी मंदिर में हवन:हेलिकॉप्टर से पहुंचा उनका करीबी परिवार; सैलजा गाय की पूंछ से आशीर्वाद ले चुकीं
हुड्डा के CM बनने के लिए बगलामुखी मंदिर में हवन:हेलिकॉप्टर से पहुंचा उनका करीबी परिवार; सैलजा गाय की पूंछ से आशीर्वाद ले चुकीं हरियाणा में वोटों की गिनती से पहले पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के एक करीबी सहयोगी ने रविवार की रात हिमाचल प्रदेश के एक पवित्र मंदिर में विशेष प्रार्थना की व्यवस्था की। हुड्डा का करीबी ये परिवार रविवार को एक निजी हेलिकॉप्टर से गग्गल (कांगड़ा) हवाई अड्डे पर उतरा। कांगड़ा से लगभग 30 किलोमीटर दूर डेरा में माता बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने और विशेष पूजा की व्यवस्था करने के लिए रवाना हुए। देहरा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है। परिवार ने शाम करीब साढ़े चार बजे मंदिर में पूजा-अर्चना की, ताकि हुड्डा के लिए माता का आशीर्वाद लिया जा सके। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि परिवार अपने स्तर पर गया था या पूर्व सीएम या परिवार की तरफ से भेजा गया था। बता दें कि चुनाव में नामांकन से पहले भी भूपेंद्र हुड्डा पहले घर में हवन करवाते हैं। फिलहाल हुड्डा हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। मुख्यमंत्री पद के अन्य दावेदार कुमारी सैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं। कुमारी सैलजा राजस्थान के सालासर धाम जाकर पूजा के बाद गाय की पूंछ का आशीर्वाद लिया। रणदीप सुरजेवाला भी केदारनाथ में माथा टेक चुके हैं। इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर 30 सितंबर को अमावस्या के दिन हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। वहां उन्होंने चुनाव में पार्टी की जीत के लिए विशेष पूजा अर्चना कराई थी। 2019 में खुद हुड्डा ने किया था हवन
बगलामुखी हिंदू धर्म में दस तांत्रिक देवताओं के एक समूह, महाविद्याओं के अवतार का स्त्री रूप हैं। मान्यता है कि माता बगलामुखी, जिसे आमतौर पर उत्तर भारत में पीतांबरी के नाम से जाना जाता है, भक्त की गलतफहमियों और भ्रमों (या भक्त के दुश्मनों) को अपनी छड़ी से नष्ट कर देती हैं। कई हस्तियां यहां आ चुकी हैं। अपने कार्यकाल में 15 मार्च 2015 को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी मां बगलामुखी मंदिर में दर्शनों उपरांत हवन अनुष्ठान करवाया। जिसके बाद से ये मंदिर पूरे भारत में सुर्खियों में आया। साल 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में अनुष्ठान करवाया। उसके बाद वह दोबारा सत्ता में आईं और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनी। 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद पहुंचकर कांग्रेस की जीत के लिए मां बगलामुखी में अनुष्ठान कराया था। दिल्ली में हुड्डा बोले- ना टायर्ड हुआ, ना रिटायर्ड हुआ वहीं दिल्ली में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। प्रदेश की 90 की 90 सीटों पर कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ेगा। भारत जोड़ो यात्रा से बड़ा रिस्पांस मिला है। हरियाणा में मुकाबला भाजपा- कांग्रेस का था, वोट काटो को हरियाणा में वोट नहीं मिले। पूर्व सीएम ने कहा कि कुछ सीटों पर नतीजा निर्णायक रहने वाले हैं। सीएम बनने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि विधायकों के मत और हाईकमान मुख्यमंत्री तय करेगी। मैं ना टायर्ड हूं ना रिटायर हुआ हूं। बीजेपी के पास नहीं था कोई चुनावी मुद्दा
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि बीजेपी के पास चुनाव में कोई मुद्दा नहीं था क्योंकि 10 साल सत्ता में रहते हुए उसने कोई काम नहीं किया। वहीं कांग्रेस अपने 10 साल के पुराने कार्यकाल के काम दिखाकर वोट मांग रही थी। हरियाणा कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार देने, खिलाड़ियों के सम्मान और विकास के हर पैमाने पर नंबर वन था। बीजेपी ने उसे बेरोजगारी, अपराध, नशे, महंगाई और अत्याचार में नंबर वन बना दिया। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ी
बीजेपी ने पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ाने से लेकर खेती की लागत तक को कई गुणा बढ़ाया है। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ईंधन बहुत सस्ता था और खाद, बीज, दवाई समेत तमाम कृषि उपकरण टैक्स फ्री थे। लेकिन बीजेपी ने हर चीज पर टैक्स लगा दिया और वैट भी दोगुना कर डाला। जिस बीजेपी ने जनता को महंगाई की मार मारी, उसी बीजेपी को जनता ने वोट की चोट मारी है। बीजेपी अब कुछ भी दावे करती रहे लेकिन प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की बनने जा रही है।