हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला में आज कांग्रेस विधायक दल (CLP) की मीटिंग बुलाई है। इसमें सरकार के दो साल पूरा करने पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के सभी विधायकों को दो साल पूरा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का टारगेट दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर में 11 दिसंबर को दो साल का जश्न कार्यक्रम मनाने जा रही है। सरकार ने इसमें 25 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को प्रभारी बना रखा है। CM, डिप्टी CM और धर्माणी पर ज्यादा दारोदार बिलासपुर जिला हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लिहाजा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस विधायकों पर भीड़ जुटाने का ज्यादा दारोमदार रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दोनों इसी संसदीय हलके से संबंध रखते हैं। इनके अलावा बिलासपुर से इकलौते मंत्री राजेश धर्माणी पर भी सरकार के इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की चुनौती रहेगी। आज की मीटिंग में कांग्रेस विधायकों से भी अगले तीन साल को लेकर रोड मैप बनाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे। विपक्ष के हमले का जवाब देने की बनेगी रणनीति आज की मीटिंग में भाजपा के आक्रामक रवैये का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनेगी। दरअसल, भाजपा ने सभी जिला मुख्यालय में 11 दिसंबर को सरकार की नाकामियों को लेकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। विपक्षी भाजपा कांग्रेस सरकार की दो साल की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाने और प्रदर्शन करने जा रही है। लिहाजा सुक्खू सरकार विपक्ष पर पलटवार करने की भी रणनीति बनाएगी। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला में आज कांग्रेस विधायक दल (CLP) की मीटिंग बुलाई है। इसमें सरकार के दो साल पूरा करने पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के सभी विधायकों को दो साल पूरा के कार्यक्रम में भीड़ जुटाने का टारगेट दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के गृह विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर में 11 दिसंबर को दो साल का जश्न कार्यक्रम मनाने जा रही है। सरकार ने इसमें 25 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को प्रभारी बना रखा है। CM, डिप्टी CM और धर्माणी पर ज्यादा दारोदार बिलासपुर जिला हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लिहाजा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस विधायकों पर भीड़ जुटाने का ज्यादा दारोमदार रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दोनों इसी संसदीय हलके से संबंध रखते हैं। इनके अलावा बिलासपुर से इकलौते मंत्री राजेश धर्माणी पर भी सरकार के इस कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की चुनौती रहेगी। आज की मीटिंग में कांग्रेस विधायकों से भी अगले तीन साल को लेकर रोड मैप बनाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे। विपक्ष के हमले का जवाब देने की बनेगी रणनीति आज की मीटिंग में भाजपा के आक्रामक रवैये का जवाब देने को लेकर भी रणनीति बनेगी। दरअसल, भाजपा ने सभी जिला मुख्यालय में 11 दिसंबर को सरकार की नाकामियों को लेकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। विपक्षी भाजपा कांग्रेस सरकार की दो साल की नाकामियों को लेकर जनता के बीच जाने और प्रदर्शन करने जा रही है। लिहाजा सुक्खू सरकार विपक्ष पर पलटवार करने की भी रणनीति बनाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 24 घंटे बाद भी 49 लोग लापता:समेज में 85 किलोमीटर के एरिया में सर्च ऑपरेशन; CM सुक्खू आज घटनास्थल पर आएंगे हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने कहर बरपाया है। एक ही रात में 4 जगह बादल फटने से 53 लोग लापता हो गए। इनमें से 4 के शव बरामद कर दिए गए, जबकि 49 लोग 24 घंटे से अधिक समय बाद भी लापता हैं। इनकी तलाश में NDRF, SDRF, पुलिस और होम गार्ड जवान गुरुवार देर शाम तक रेस्क्यू में जुटे रहे। शिमला के समेज में रेस्क्यू दल को अब तक कामयाबी नहीं मिल पाई। यहां लापता 36 लोगों में से एक का भी अब तक सुराग नहीं लग पाया। एक व्यक्ति के शरीर के कुछ अंग जरूर मिले हैं। मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव में भी 3 मकान ढहने से 3 परिवार के 7 लोग अभी भी लापता हैं। राजबन में 3 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक घायल को मलबे से सुरक्षित निकाला गया। कुल्लू में भी एक परिवार बहा
उधर, कुल्लू के बागीपुल में भी एक ही परिवार के 5 सदस्य सहित 7 लोग लापता हो गए थे। इनमें एक व्यक्ति का शव मिल चुका है, जबकि 6 अभी भी लापता हैं। DC शिमला अनुपम कश्यप ने बताया कि समेज में लापता लोगों की तलाश में लगभग 85 किलोमीटर एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। प्रभावित क्षेत्र को रेस्क्यू कार्य के लिए 6 हिस्सों में बांटा गया है। NDRF, SDRF, आर्मी, CISF, ITBP, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन दल को बचाव कार्य टीम में शामिल किया गया है। रेस्क्यू में स्थानीय युवक मंडल भी सहयोग कर रहे हैं। मलाणा टनल में 4 लोग फंसे मलाणा प्रोजेक्ट की टनल में 4 लोगों ने रेस्क्यू करने की गुहार लगाई है। उन्होंने बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी को फोन कर जल्द रेस्क्यू करने की मांग की है। इनमें एक लोग मध्य प्रदेश, एक कटराई और दो बंजार क्षेत्र के रहने वाले है, जो कि मलाणा प्रोजेक्ट में काम करते हैं। रेस्क्यू टीम इन तक नहीं पहुंच पा रही है, क्योंकि सड़क पूरी तरह बह गई है। ऐसे में इन्होंने चौपर से रेस्क्यू करने का आग्रह किया है। रेस्क्यू में सबसे बड़ी चुनौती सड़क बह जाना समेज में रेस्क्यू में सबसे बड़ी चुनौती सड़क का बह जाना है। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन काफी चुनौती भरा है। घटनास्थल तक जाने वाली सड़क दोनों तरफ टूट चुकी है। इससे बचाव दल 2 किलोमीटर पैदल चलकर ही घटना स्थल पर पहुंचा है। ADC को डिप्टी इंसीडेंट कमांडर नियुक्त किया
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मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू आज समेज का दौरा करेंगे और राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेंगे। गुरुवार को भी CM समेज जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण उनका चौपर उड़ान नहीं भर पाया। 4 दिन एक्टिव रहेगा मानसून
मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अगले चार दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा। इससे प्रदेश में कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। भारी बारिश के बाद मनाली और मलाणा का देश से संपर्क कट गया है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को जगह-जगह ब्यास नदी उफान पर होने से नुकसान हुआ है। खासकर रायसन के बाद सड़क नदी में समा गई है। उधर, कुल्लू में ही मलाणा पावर प्रोजेक्ट 2 का डैम भी भारी बारिश के बाद ओवरफ्लो हो गया। इससे निचले क्षेत्र में भारी तबाही मची है। मंडी-कुल्लू के स्कूल आज बंद रहेंगे
आसमानी आफत के बाद DC कुल्लू और DC मंडी ने जिले के सभी स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए हैं। भारी बारिश के कारण सड़कें और रास्ते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग ने मंडी और कुल्लू में आज भी तेज बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। इसे देखते हुए शिक्षण संस्थान बंद करने का निर्णय लिया गया है। 20 से ज्यादा मकान ढहे
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मोबाइल का फ्लैश जलाकर डॉक्टर कर रहे इलाज:बिलासपुर सिविल हॉस्पिटल में बिजली गुल, अंधकार में डॉक्टर और मरीज
मोबाइल का फ्लैश जलाकर डॉक्टर कर रहे इलाज:बिलासपुर सिविल हॉस्पिटल में बिजली गुल, अंधकार में डॉक्टर और मरीज बिलासपुर के मार्कण्ड सिविल हॉस्पिटल में गुरुवार को बिजली आपूर्ति बाधित होने से अस्पताल परिसर अंधेरे में डूब गया। हालात इतने खराब हैं कि डॉक्टरों को मोबाइल की लाइट का सहारा लेकर मरीजों की जांच और दवाइयां लिखनी पड़ रही हैं। मरीजों के वार्ड और परिसर के साथ-साथ अस्पताल के बाहर पार्किंग क्षेत्र भी अंधेरे में डूबा हुआ है। मरीजों को उठानी पड़ी भारी समस्या
बिजली न होने के कारण अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वार्डों में अंधेरा होने से न तो मरीज आराम से रह पा रहे हैं और न ही स्वास्थ्य कर्मी सुचारु रूप से काम कर पा रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
मरीजों ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अस्पताल प्रशासन ने भी इस समस्या पर चुप्पी साध रखी है। मरीज और उनके परिजन अस्पताल प्रशासन और संबंधित विभाग से जल्द से जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं। अस्पताल जैसी जगह पर बिजली का संकट स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इस समस्या की ओर प्रशासन को संज्ञान लेना अत्यंत जरूरी है।