<p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Cabinet Meeting:</strong> मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार (03 दिसंबर) को हुई कैबिनेट की बैठक में 33 एजेंडों पर मुहर लगी है. सबसे बड़ी राहत जमीन सर्वे को लेकर दी गई है. सरकार की ओर से जमीन सर्वे के लिए छह महीने का समय बढ़ा दिया गया है. पटना में सुपर स्पेशलिटी आई हॉस्पिटल खुलेगा. कंकड़बाग में 1.60 एकड़ जमीन में हॉस्पिटल बनेगा. बिहार सरकार ने 99 साल के लिए लीज पर जमीन दी है. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Nitish Kumar Cabinet Meeting:</strong> मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार (03 दिसंबर) को हुई कैबिनेट की बैठक में 33 एजेंडों पर मुहर लगी है. सबसे बड़ी राहत जमीन सर्वे को लेकर दी गई है. सरकार की ओर से जमीन सर्वे के लिए छह महीने का समय बढ़ा दिया गया है. पटना में सुपर स्पेशलिटी आई हॉस्पिटल खुलेगा. कंकड़बाग में 1.60 एकड़ जमीन में हॉस्पिटल बनेगा. बिहार सरकार ने 99 साल के लिए लीज पर जमीन दी है. </p> बिहार Dipika Patel: सूरत में BJP की महिला नेता ने किया सुसाइड, मौत से पहले पार्टी के पार्षद से हुई थी इतनी बार बात
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पंजाब की राजनीति में सिद्धू की एंट्री के संकेत:सोशल मीडिया पर जमीर और वजीर का जिक्र, बोले- दोनों गिरे तो खेल खत्म
पंजाब की राजनीति में सिद्धू की एंट्री के संकेत:सोशल मीडिया पर जमीर और वजीर का जिक्र, बोले- दोनों गिरे तो खेल खत्म पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बतौर राजनेता सक्रिय हो गए हैं। आईपीएल (IPL) के दिनों में क्रिकेटर की तरह सोशल मीडिया पर छाए रहने वाले सिद्धू अपने पुराने अंदाज में लौट आए हैं। उनका यह रूप काफी समय बाद देखने को मिला है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर एक नया वीडियो अपलोड किया गया है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि वह फिर से पंजाब की राजनीति में लौट रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने नए वीडियो में कुछ ही शब्द बोले हैं, लेकिन निशाना पंजाब की सत्ताधारी पार्टी और उनकी पार्टी में उनके खिलाफ खड़े नेताओं पर है। उन्होंने अपने वीडियो में कहा- शतरंज का वजीर हो या इंसान का जमीर… गिर गया समझो खेल खत्म…। दूसरी ओर, अभी दो दिन पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू तीन बार के विधायक सुरजीत धीमान के घर पहुंचे थे। वह सुरजीत धीमान की पत्नी बलबीर कौर के निधन के बाद उनसे मिलने और संवेदना जताने पहुंचे थे। 2022 विधानसभा चुनाव के बाद खुद को किया दूर नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब 2022 विधानसभा चुनाव के बाद से ही धीरे-धीरे पंजाब की राजनीति से खुद को दूर करना शुरू कर दिया था। 2022 में अमृतसर ईस्ट से चुनाव हारने के बाद वे पटियाला चले गए। इसके बाद लोकसभा 2024 के चुनाव भी आ गए, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू न तो प्रचार के लिए आए और न ही किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। पत्नी डॉ. नवजोत कौर की सेहत में सुधार जिस समय नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी एक साल की सजा पूरी की, उसी समय उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर की कैंसर की पहली सर्जरी हुई थी। जेल में रहने के कारण सर्जरी के दौरान वह उनके साथ नहीं थे। लेकिन जेल से रिहा होने के बाद वह उनके साथ रहे और पटियाला में रहकर उनकी कीमोथैरेपी करवाई। इतना ही नहीं, पिछले महीने डॉ. नवजोत कौर की दूसरी सफल सर्जरी हुई, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू उनके साथ थे। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू इस साल आईपीएल में फिर से कमेंट्री करते नजर आए। लोगों ने उनकी छोटे पर्दे पर वापसी को खूब सराहा। लेकिन अब जब आईपीएल सीजन खत्म हो गया है, तो नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर पंजाब की राजनीति में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
झांसी की प्रोफेसर शहनाज को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार:फाइनल राउंड में देश के 106 टीचर थे, सिर्फ 16 को ये सम्मान मिलेगा
झांसी की प्रोफेसर शहनाज को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार:फाइनल राउंड में देश के 106 टीचर थे, सिर्फ 16 को ये सम्मान मिलेगा झांसी के BIET की प्रोफेसर डॉ. शहनाज अयूब को देश के सबसे बड़े शिक्षक सम्मान ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ से नवाजा गया है। उनको ये अवॉर्ड आज विज्ञान भवन, दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रदान करेंगी। इस अवार्ड को पाने के लिए देशभर के हजारों टीचरों ने आवेदन किए थे। इसमें से 106 टीचर को शॉर्टलिस्ट किया गया था। उनके इंटरव्यू हुए। 35 टीचर को ये अवॉर्ड दिया जाना था, मगर मानक पर 16 टीचर ही खरे उतर पाए। आज शिक्षक दिवस पर इन 16 टीचर को राष्ट्रपति अवॉर्ड प्रदान करेंगी। 16 में से दो टीचर यूपी के हैं। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने डॉ. शहनाज से फोन पर बात की, जानिए अवॉर्ड मिलने के 3 बड़े कारण 1.) पढ़ाने का तरीका, सबसे अनोखा
बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BIET) के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी विभाग में डॉ. शहनाज अयूब प्रोफेसर हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने बताया- मेरा पढ़ाने का तरीका सबसे अलग है। मैं प्रोजेक्ट बेस लर्निंग अपनाती हूं। मतलब- अगर थ्योरी का भी सब्जेक्ट है तो उसमें भी थ्योरी एग्जाम नहीं देना है। स्टूडेंट्स को उसमें सिलेबस से रिलेटिव कुछ न कुछ प्रोजेक्ट बनाना होता है। इससे बच्चों की स्किल डेवलप होती है। मैंने रिसर्च में भी अच्छा काम किया है। 2.) नौकरी देने वाला बनाना है, ये सोच विकसित की
डाॅ. शहनाज ने BIET में ‘आइडिया टू बिजनेस मॉडल’ पर एक क्रेडिट कोर्स शुरू किया। आज ये कोर्स बीटेक 6 सेमेस्टर में सभी स्टूडेंट्स को लेना होता है। इसमें सिखाया जाता है कि कैसे अपने आइडिया से एक बिजनेस को खड़ा किया जा सकता है। डॉ. शहनाज बताती हैं कि मैं स्टूडेंट्स को अच्छी जॉब मिल जाए, इसके लिए नहीं पढ़ाती। मैं उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए पढ़ाती हूं। उनमें जब तक उद्यमिता का इंटरेस्ट डेवलप नहीं करेंगे, तब तक वो इस लाइन में नहीं आएंगे। क्योंकि इसमें रिस्क होती है। इसलिए उनको प्रोत्साहित करने के लिए काफी इवेंट कराती हूं। अब तक लगभग 100 इवेंट करा चुकी हूं। मेरा मानना है कि एक परिवार अपने बच्चे को इंजीनियर बनाने के लिए 4 लाख से 25 लाख रुपए तक खर्च करता है। वहीं, बच्चा जॉब लेने की बजाय जॉब देने वाला बन जाए तो वो हमारे लिए बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट रहता है। अगर वो जॉब प्रोवाइडर बनेगा तो देश की इकोनॉमी के लिए भी बहुत अच्छा होगा। 3.) 35 स्टार्टअप को दिशा दी
2020 में सरकार ने स्टार्टअप पॉलिसी बनाई। इसके तहत BIET में स्थापित बुंदेलखंड इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेंटर फाउंडेशन की निदेशक डॉ. शहनाज को बनाया गया। डॉ. शहनाज ने बुंदेलखंड के 35 नए स्टार्टअप को रजिस्टर्ड कराया। अब तक 6 स्टार्टअप को सरकार से ग्रांट दिला चुकी हैं और मेंटरिंग करती हैं, ताकि इन नए स्टार्टअप को दिशा मिल सके। इसके अलावा आउटरिच एक्टिविटी में भी उनको अहम योगदान है। नीति आयोग की अटल टिंकरिंग लैब की मिंटर ऑफ चेंज हैं। ये लैब 5 स्कूलों में चलती है। यहां वह टिंकरिंग करती है। मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब, फिर साइंटिस्ट बनीं और अब टीचर
महानगर के खातीबाबा स्थित दीनदयाल नगर की रहने वाली डॉ. शहनाज अयूब पहले मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती थी। इसके बाद सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट रह चुकी है। फिर टीचिंग लाइन में आ गई। उनका इंडस्ट्रियल, रिसर्च और एकेडमिक का एक्सपीरिएंस अब बच्चों के बहुत काम आ रहा है। उम्मीद टूट गई थी, फोन आया तो रोने लगी
डॉ. शहनाज ने बताया- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हायर एजुकेशन और पॉलिटेक्निक कॉलेज के हजारों टीचर ने आवेदन किया था। इसमें मैं भी शामिल थी। इसमें से 106 को शॉर्टलिस्ट किया गया। इसके बाद 14 अगस्त को मेरा इंटरव्यू हुआ। मेरा इंटरव्यू बहुत अच्छा हुआ था। तभी उम्मीद बंध गई थी कि मुझे अवॉर्ड मिलेगा। मगर, 24 और 25 अगस्त फोन आ जाना चाहिए था। जब 26 अगस्त का दिन निकल गया तो मेरी उम्मीद टूट गई। मुझे लगा कि अब नहीं होगा। फिर 27 अगस्त की शाम को फोन आया कि कांग्रेचुलेशन…आपका सिलेक्शन हो गया है। तब मुझे बहुत खुशी हुई और आंखों से खुशी के आंसू निकल आए। पति भी प्रोफेसर, बेटा-बेटी पढ़ते हैं
डॉ. शहनाज के पति डॉ. मोहम्मद अयूब अंसारी बिपिन बिहारी डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। उनकी एक बेटी शहर चंडीगढ़ से क्लिनिकल साइकोलॉजी से एमफिल कर रही हैं। जबकि बेटा अयान राजस्थान में बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। ये भी पढ़ें:- दिसंबर में सिपाही भर्ती का रिजल्ट…6 महीने में नौकरी: जनवरी में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फिजिकल टेस्ट यूपी सिपाही के लिए 60 हजार 244 पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा का रिजल्ट दिसंबर के अंत तक आ जाएगा। भर्ती बोर्ड के अधिकारियों का कहना है, भर्ती की प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम 6 महीने का समय लगेगा। बोर्ड परीक्षा की आंसर-की इसी हफ्ते वेबसाइट पर अपलोड कर देगा। लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद जनवरी तक डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट होगा। पढ़ें पूरी खबर…
होशियारपुर में महिला समेत 4 तस्कर गिरफ्तार:स्कूटर पर सवार होकर जा रही थी, तलाशी में बरामद हुई हेरोइन और चूरा पोस्त
होशियारपुर में महिला समेत 4 तस्कर गिरफ्तार:स्कूटर पर सवार होकर जा रही थी, तलाशी में बरामद हुई हेरोइन और चूरा पोस्त होशियारपुर की दसूहा पुलिस ने चूरा पोस्त और नशीले पदार्थ की तस्करी करने के आरोप में एक महिला समेत चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस बाबत जानकारी देते हुए थाना प्रमुख हरप्रेम सिंह ने बताया कि एएसआई राजविंदर सिंह और अनिल कुमार सिंह ने गांव खेड़ा कोटली बोदल के पास धुसी बांध के निकट नाकाबंदी की थी। इस दौरान उन्होंने एक स्कूटर को आते देखा। स्कूटर सवार हरदीप सिंह उर्फ दीपा पुत्र सुमित्तर सिंह निवासी कहिरवाली दसूहा और हरप्रीत कौर पत्नी नरवीर सिंह निवासी बेरछा को जांच के लिए रोका गया तो उनके पास से 70 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। इसके अलावा गरना साहिब बस स्टैंड के पास लगाए गए पुलिस नाका पर एएसआई अनिल कुमार ने पुलिस पार्टी के साथ एक टाटा पिकअप को रोका। जिसकी जांच करने पर उसमें से 6 किलो चूरा-पोस्त पुलिस ने बरामद किया। टाटा पिकअप सवार सुरजीत सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी अर्गोवाल और गुरदीप सिंह पुत्र कुंदन सिंह निवासी गोंदपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन दोनों मामलों में चारों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।