हिमाचल में इस बार विंटर में कम बारिश-बर्फबारी:कोल्ड-वेव के दिनों में भी कमी; दिसंबर 2024 से फरवरी 25 के बीच तापमान नॉर्मल से ज्यादा

हिमाचल में इस बार विंटर में कम बारिश-बर्फबारी:कोल्ड-वेव के दिनों में भी कमी; दिसंबर 2024 से फरवरी 25 के बीच तापमान नॉर्मल से ज्यादा

हिमाचल में 2 महीने से ज्यादा के ड्राइ-स्पेल के बाद मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने प्रदेशवासियों की चिंताएं बढ़ा दी है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार विंटर सीजन में नॉर्मल से कम बारिश-बर्फबारी होगी। इससे पहले मानसून सीजन में नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम और पोस्ट मानसून सीजन (1 अक्टूबर से 3 दिसंबर) में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे हालात पहले ही सूखे की वजह से खराब हो गए है। अब विंटर सीजन में संकेत अच्छे नहीं मिल रहे है। IMD के अनुसार, दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। खासकर सोलन, सिरमौर, शिमला व आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान नॉर्मल से ज्यादा रहने की 65 से 75 प्रतिशत संभावना है। इस विंटर सीजन में कोल्ड वेव (शीतलहर) के दिनों में भी 10 से 20 प्रतिशत की कमी आएगी। यानी इस बार सर्दियों में कड़ाके की ठंड पड़ने के कम आसार है। कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और आसपास के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी। 6 जिलों में 64 दिन से पानी की बूंद तक नहीं बरसी हिमाचल में इस बार बारिश नहीं हो रही। प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं, जहां 64 दिन से पानी की एक बूंद तक नहीं गिरी। 6 अन्य जिलों में भी नाममात्र की बूंदाबांदी हुई है। नवंबर महीने में लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 11 जिलों में एक भी बूंद पानी की नहीं बरसी। 4 दिन साफ रहेगा मौसम मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि आज से अगले चार दिन तक मौसम साफ हो जाएगा। मगर 8 दिसंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस दोबारा एक्टिव होगा। ऊंचे पहाड़ों पर इससे फिर से बर्फबारी हो सकती है। वहीं बीती शाम को लाहौल स्पीति के ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात हुआ। रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजम और शिंकुला दर्रे में दो इंच तक ताजा हिमपात हुआ। इससे लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों की सड़कें खतरनाक हो गई है। हिमाचल में 2 महीने से ज्यादा के ड्राइ-स्पेल के बाद मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने प्रदेशवासियों की चिंताएं बढ़ा दी है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार विंटर सीजन में नॉर्मल से कम बारिश-बर्फबारी होगी। इससे पहले मानसून सीजन में नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम और पोस्ट मानसून सीजन (1 अक्टूबर से 3 दिसंबर) में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे हालात पहले ही सूखे की वजह से खराब हो गए है। अब विंटर सीजन में संकेत अच्छे नहीं मिल रहे है। IMD के अनुसार, दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। खासकर सोलन, सिरमौर, शिमला व आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान नॉर्मल से ज्यादा रहने की 65 से 75 प्रतिशत संभावना है। इस विंटर सीजन में कोल्ड वेव (शीतलहर) के दिनों में भी 10 से 20 प्रतिशत की कमी आएगी। यानी इस बार सर्दियों में कड़ाके की ठंड पड़ने के कम आसार है। कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और आसपास के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी। 6 जिलों में 64 दिन से पानी की बूंद तक नहीं बरसी हिमाचल में इस बार बारिश नहीं हो रही। प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं, जहां 64 दिन से पानी की एक बूंद तक नहीं गिरी। 6 अन्य जिलों में भी नाममात्र की बूंदाबांदी हुई है। नवंबर महीने में लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 11 जिलों में एक भी बूंद पानी की नहीं बरसी। 4 दिन साफ रहेगा मौसम मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि आज से अगले चार दिन तक मौसम साफ हो जाएगा। मगर 8 दिसंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस दोबारा एक्टिव होगा। ऊंचे पहाड़ों पर इससे फिर से बर्फबारी हो सकती है। वहीं बीती शाम को लाहौल स्पीति के ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात हुआ। रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजम और शिंकुला दर्रे में दो इंच तक ताजा हिमपात हुआ। इससे लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों की सड़कें खतरनाक हो गई है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर