हरियाणा शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बुधवार को अचानक शाहबाद के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। जहां पहुंचने पर उनका भाजपा के नेताओं और पदाधिकारी द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह चंडीगढ़ की ओर जा रहे थे। शाहबाद में रिश्तेदारी होने के नाते वह हाल-चाल जानने के लिए रुके हैं। पंजाब सरकार से नहीं कोई उम्मीद किसानों के 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के सवाल पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के किसानों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा में जितनी भी फसलें उगाई जाती हैं। सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदना सरकार की प्राथमिकता है। पंजाब की सरकार नाकारा है। ऐसे में उनसे कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती। ये दूसरे के सिर पर ठीकरा फोड़ने में माहिर है। केजरीवाल को बताया झूठा आदमी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा कि वो झूठा आदमी हैं, दिल्ली में इसलिए कामयाब हुए, क्योंकि केंद्र का बजट दिल्ली को मिलता है। वहीं पंजाब में बिजली का ना आना, डॉक्टर और दवाइयां की किल्लत के साथ-साथ किसानों को उनकी फसल की कीमत भी नहीं मिल पा रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के चक्कर में आंदोलन को हवा देकर चुनाव जीतने की तैयारी की जा रही है। इस बार पूरी तरह से ध्वस्त होंगे, क्योंकि दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि ये लोग ठग और बदमाश है। सिर्फ और सिर्फ जनता को इस्तेमाल करते है। हरियाणा शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बुधवार को अचानक शाहबाद के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। जहां पहुंचने पर उनका भाजपा के नेताओं और पदाधिकारी द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह चंडीगढ़ की ओर जा रहे थे। शाहबाद में रिश्तेदारी होने के नाते वह हाल-चाल जानने के लिए रुके हैं। पंजाब सरकार से नहीं कोई उम्मीद किसानों के 6 दिसंबर को दिल्ली कूच के सवाल पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के किसानों को तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा में जितनी भी फसलें उगाई जाती हैं। सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदना सरकार की प्राथमिकता है। पंजाब की सरकार नाकारा है। ऐसे में उनसे कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती। ये दूसरे के सिर पर ठीकरा फोड़ने में माहिर है। केजरीवाल को बताया झूठा आदमी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा कि वो झूठा आदमी हैं, दिल्ली में इसलिए कामयाब हुए, क्योंकि केंद्र का बजट दिल्ली को मिलता है। वहीं पंजाब में बिजली का ना आना, डॉक्टर और दवाइयां की किल्लत के साथ-साथ किसानों को उनकी फसल की कीमत भी नहीं मिल पा रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने के चक्कर में आंदोलन को हवा देकर चुनाव जीतने की तैयारी की जा रही है। इस बार पूरी तरह से ध्वस्त होंगे, क्योंकि दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि ये लोग ठग और बदमाश है। सिर्फ और सिर्फ जनता को इस्तेमाल करते है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोनीपत में पीट-पीट कर व्यक्ति की हत्या:खेवड़ा रोड पर मिला शव; 5 व्यक्ति घर से बुला कर ले गए थे
सोनीपत में पीट-पीट कर व्यक्ति की हत्या:खेवड़ा रोड पर मिला शव; 5 व्यक्ति घर से बुला कर ले गए थे हरियाणा के सोनीपत में एक व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या कर दी गई। उसका शव शव खेवड़ा रोड पर स्थित एक ढाबे के पास सड़क किनारे पड़ा हुआ मिला। मृतक की पहचान सूरजभान के तौर पर हुई। चार-पांच व्यक्ति कल उसे घर से बुलाकर ले गए थे। इसके बाद वह रात को घर नहीं पहुंचा। पुलिस ने थाना बहालगढ़ में हत्या का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया गया। गांव खेवड़ा के रहने वाले प्रेम सिंह ने बताया कि वे तीन भाई हैं। बडा भाई सूरजभान है, उससे छोटा वह खुद है और सबसे छोटा सोनू है। उसने बताया कि 5 अगस्त को बड़े भाई सूरजभान को गांव के ही वेद व सुनील आर्य और इनके साथ दो तीन अन्य व्यक्ति थे, बुला कर ले गए थे। उसका भाई कल शाम को घर नही आया। उन्होंने अपने भाई की आसपास तलाश की तो कहीं पर भी उसका सुराग नहीं लगा। उसने बताया कि रात को करीब 11.00 बजे भतीजे वंश ने अपने पिता सूरजभान के फोन पर बात की तो सूरजभान ने बतलाया कि वह वेद व सुनील आर्य वगैरह के साथ है। अपने आप घर आ जाउंगा। सुबह 6 अगस्त को उनको सूचना मिली कि सूरजभान की संदिग्ध हालात में खेवडा- बागपत रोड पर पलडी नाका के पास मौत हुई है। लाश काे नागरिक अस्पताल में रखा गया है। शव पर चोट के निशान थे, जिससे प्रतीत हो रहा है कि भाई की पीट पीट कर हत्या की गई है। थाना बहालगढ़ के इंस्पेक्टर मदन ने बताया कि पुलिस ने प्रेम की शिकायत पर सूरजभान की हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस वारदात को लेकर छानबीन कर रही है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पलवल में सडक पर बने गड्ढे से पलटा ऑटो:एक की मौत, दो घायल, मृतक की नहीं हुई शिनाख्त, पुलिस जांच में जुटी
पलवल में सडक पर बने गड्ढे से पलटा ऑटो:एक की मौत, दो घायल, मृतक की नहीं हुई शिनाख्त, पुलिस जांच में जुटी हरियाणा के पलवल जिले में पलवल-अलीगढ़ मार्ग पर चांदहट गांव के पास सड़क पर बने गड्ढ़ें में पहिया जाने से पलटे ऑटो में सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। राहगीरों ने घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भिजवा दिया। चांदहट थाना पुलिस ने प्रत्यदर्शी की शिकायत पर केस दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने के लिए शवगृह में रखवा दिया है। पलवल से सवारी लेकर आ रहा था चांदहट थाना प्रभारी मलखान सिंह के अनुसार जिला अलीगढ़ (यूपी) के बेसमा गांव निवासी कन्हैया ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह चांदहट चौक पर राधे-राधे होटल के पास टिन सेड में मोची का काम करता है। शिकायत में कहा कि शाम के करीब आठ बजे एक ऑटो चालक अपने ऑटो को तेज गति से चलता हुआ पलवल से सवारी लेकर आ रहा था। इसी दौरान पलवल-अलीगढ़ रोड़ पर बने एक गड्डे में ऑटो का पहिया जाने से ऑटो सड़क पर पलट गया। चालक मौके से फरार जिससे ऑटो में सवार तीन सवारियों को चोटें आई, जिन्हें राहगीर उपचार के लिए अस्पताल ले गए। लेकिन घायल अज्ञात व्यक्ति की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। जिसके बाद अज्ञात वाहन चालक मृतक व्यक्ति के शव को रसूलपुर-मीसा रोड़ के पास सड़क किनारे रखकर फरार हो गया। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम व पहचान के लिए जिला नागरिक अस्पताल की शवगृह में रखवा दिया। पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी हुई है। पुलिस ने प्रत्यदर्शी कन्हैया की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मृतक के परिजनों की तलाश शुरू कर दी है।
हरियाणा कांग्रेस के कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार बरी:हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी अवैध बताई, 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने अरेस्ट किया था
हरियाणा कांग्रेस के कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार बरी:हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी अवैध बताई, 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने अरेस्ट किया था हरियाणा के सोनीपत से कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने बरी कर दिया है। 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की गिरफ्तारी को हाईकोर्ट ने अवैध करार दिया है। सुरेंद्र पंवार के वकील मुकेश पन्नालाल ने हाईकोर्ट में अपील की थी कि जब पंवार का नाम किसी FIR में नहीं है तो इनको अवैध तरीके से गिरफ्तार क्यों किया गया। दस्तावेजों को आधार मानते हुए अब हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया है। वकील मुकेश ने कहा कि वह अभी रिटर्न कॉपी लेने के लिए भागदौड़ में लगे हुए हैं। सुरेंद्र पंवार खनन व्यापारी हैं। ईडी ने उनको 20 जुलाई काे गुरुग्राम में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे अंबाला जेल में थे। सुरेंद्र पंवार 2019 में कांग्रेस की टिकट पर सोनीपत से विधायक बने थे। अब कांग्रेस ने उनको दोबारा से टिकट दी है। अब उनके बरी होने के बाद माना जा रहा है कि सोनीपत सीट पर कांग्रेस व भाजपा में चुनावी मुकाबला बेहद रोचक हो जाएगा। अभी तक उनकी पुत्रवधू समीक्षा पंवार ही उनके चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए थी। भाजपा ने सोनीपत में कांग्रेस के बागी नगर निगम के मेयर निखिल मदान को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। हालांकि भाजपा प्रत्याशी यहां अभी गुटबाजी का सामना कर रहे हैं। वहीं सुरेंद्र पंवार के जेल में होने की वजह से उनका चुनाव प्रचार भी यहां प्रभावित हो रहा था। उनकी गैर मौजूदगी में उनकी पुत्रवधु समीक्षा पंवार ही मैदान में डटी हुई थी। सोनीपत के सांसद सतपाल ब्रह्मचारी भी कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में पहुंचे हुए थे। लेकिन इन सबके बावजूद सुरेंद्र पंवार की कमी यहां खल रही थी। राजनीति से जुड़े लोग बताते हैं कि सुरेंद्र पंवार के जेल से बाहर आने के बाद अब सोनीपत सीट पर चुनावी मुकाबला बड़ा ही रोचक हो जाएगा। यहां विधानसभा चुनाव में सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। निखिल मदान ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंकी हुई है। हालांकि पूर्व मंत्री कविता जैन व राजीव जैन भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से दूर हैं। जनवरी में हुई थी ED की रेड
इसी वर्ष चार जनवरी को सोनीपत के कांग्रेस के तत्कालीन विधायक सुरेंद्र पंवार के सेक्टर-15 स्थित आवास व अन्य स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने छापा मारा था। ईडी वर्ष 2013 में हुए अवैध खनन मामले में जांच कर रही थी। विधायक के साथ ही उनके साझेदारों यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह व करनाल में भी छापे मारे गए थे। ईडी की टीम ने अवैध खनन से संबंधित दस्तावेजों की जांच की और कुछ को अपने कब्जे में लिया था। विधायक सुरेंद्र पंवार पर 25 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग ट्रायल का मामला चल रहा है। पंवार के खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं। एक मामला ईडी की टीम ने जनवरी में दर्ज किया था। इसके बाद पूर्व विधायक दिलबाग सिंह व उनके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिन्हें बाद में जमानत मिल गई थी।